शेयर बाजार में लाभ के टोटके

अगर खुद निवेश कर रहे हैं

अगर खुद निवेश कर रहे हैं

पहली बार शेयर बाजार में कर रहें है निवेश तो जान लें ये बातें; जानें क्या करें, क्या ना करें

Stock Market में निवेश की शुरुआत करने वाले निवेशक कई बार बड़ी गलतियां कर बैठते हैं और अपनी पूंजी गंवा देते हैं। निवेशकों को हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वो कभी किसी भी अनजाने व्यक्ति की सलाह पर शेयर में पैसा नहीं लगाएं

नई दिल्‍ली, बिजनेस डेस्‍क। अपने भविष्य को संवारने के लिए जरूरी होता है कि आप सही समय पर निवेश की शुरुआत करें । वहीं किसी भी निवेश से पहले जरूरी होती है उसकी सोच समझ कर की गई प्लानिंग। हर निवेशक पैसा लगाने के बदले में कुछ उम्मीद या कोई लक्ष्य रख कर आगे बढ़ता है। अगर आप प्लानिंग के साथ निवेश की शुरुआत करते हैं तो यकीन मानिये कि आप अपने लक्ष्य को जरूर प्राप्त करेंगे। निवेश करने से पहले आपको इस बात की योजना बनानी होगी कि आपके पास फंड कहां से आएगा और आपको कितना निवेश करना है। वहीं आपको ये भी समझना होगा कि आप इस रकम के साथ कितना जोखिम उठाने के लिए तैयार हैं। इसी आधार पर निवेश की नींव तैयार की जा सकती है। बढ़ती महंगाई ने निवेशकों की जेब पर डाका डाला है, लोगों की सेविंग्स खत्म हो रही है, ऐसे में महंगाई को मात देने के लिए निवेशकों के लिए अब जरूरी हो गया है कि वो अपना रिटर्न बढ़ाने पर ध्यान दें। ऐसे में शेयर बाजार में सोच समझ कर किया गया निवेश निवेशकों के लिए काफी मददगार हो सकता है।

Stock Market Investment : Know all about Share Market Portfolio

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महंगाई अगर खुद निवेश कर रहे हैं का मुकाबला करने के लिए शेयर बाजार की अहमियत पहले से ज्यादा बढ़ गई है। ये सच है कि शेयर बाजार में निवेश जोखिम भरा होता है, लेकिन ये भी सच है कि नए निवेशक आसानी से स्टॉक मार्केट के बारे में सीख सकते हैं और इनवेस्ट कर पैसा कमा सकते हैं। स्टॉक मार्केट में इनवेस्टमेंट का कोई शॉर्टकट नहीं है। अगर आप कुछ नियमों का पालन करते हैं और बाजार को समझते हुए आगे बढ़ते हैं तो आप बेहतर रिटर्न पा सकते हैं। स्टॉक मार्केट में उतार-चढ़ाव होता रहती है, ऐसे में यह समझना जरूरी है कि स्टॉक्स में निवेश पर आपको फायदा और नुकसान दोनों ही हो सकता है। स्टॉक मार्केट में निवेश करते समय धैर्य रखना बेहद जरूरी है।

Investing in Exchange Traded Fund (ETF) can give you more profit

कैसे करें स्टॉक्स का चयन

शेयर बाजार में निवेश शुरू करने के लिए बड़ी रकम की जरूरत नहीं होती है। आप थोड़ी-थोड़ी रकम से बाजार में निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। नए investor को शुरुआत में ज्यादा रिटर्न पर फोकस करने से बचना चाहिए। इसलिए, उन्हें तेज उतार-चढ़ाव वाले stock पर फोकस करने के बजाए फंडामेंटली मजबूत शेयरों में अगर खुद निवेश कर रहे हैं अगर खुद निवेश कर रहे हैं पैसा लगाना चाहिए। कई बार ऐसा पढ़ने-सुनने को मिलता है कि इन्वेस्टर ज्यादा रिटर्न पाने के लालच में ऐसी कंपनियों के शेयर में निवेश कर देते हैं, जो फंडामेंटली मजबूत नहीं होती हैं और निवेशक इसमें फंस जाते हैं। इसलिए निवेश की शुरुआत लार्जकैप शेयरों से करना बेहतर होगा।

शुरुआत में नए निवेशक को penny stocks में पैसा लगाने से बचना चाहिए। कई निवेशकों को लगता है कि ऐसे शेयर में पैसा लगाकर मोटा मुनाफा कमाया जा सकता है। लेकिन ये दांव अक्सर उलटा पड़ जाता है। जब आप शेयर बाजार अच्छी तरह समझने लगें तो आप थोड़ा जोखिम उठा सकते हैं। शेयर का चुनाव हमेशा कंपनी की ग्रोथ देखकर ही करना चाहिए। उसी कंपनी के शेयर में निवेश करें, जिसका कारोबार अच्छा हो और उसको चलाने वाला मैनेजमेंट बेहतर हो। तभी आप अपने निवेश पर अच्छा रिटर्न पा सकेंगे।

क्या करें, क्या ना करें

सोशल मीडिया पर दिए गए टिप्स के आधार पर स्टॉक मार्केट में इनवेस्ट ना करें। एक निवेशक को बाय एंड होल्ड की रणनीति अपनानी चाहिए। स्टॉक मार्केट में गिरावट आने पर कभी भी घबराकर पूरा निवेश नहीं निकालें। आप उन कंपनियों के शेयर पर फोकस रहें जिसमें आपने पूरी रिसर्च और भरोसे के साथ इनवेस्ट किया है। अगर आपने सिर्फ stock के प्रदर्शन को देखकर जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में कहीं इनवेस्ट किया है तो तुरंत अपने निवेश की समीक्षा करें। शेयर बाजार में गिरावट आने पर निवेश बंद नहीं करें। बाजार के जानकारों से सलाह लें और निवेश के विकल्प खुले रखें।

शेयर बाजार में पैसा लगाने वालों के लिए जरूरी बातें

Stock Market में निवेश की शुरुआत करने वाले निवेशक कई बार बड़ी गलतियां कर बैठते हैं और अपनी पूंजी गंवा देते हैं। निवेशकों को हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वो कभी किसी भी अनजाने व्यक्ति की सलाह पर शेयर में पैसा नहीं लगाएं। निवेश करने से पहले कंपनी के बारे में खुद रिसर्च करें या भरोसे वाले बाजार के जानकारों से मदद लें। 5paisa ऐसा ही एक एक्सपर्ट है जो आपको बाजार में आगे बढ़ने के लिए कारगर सलाहें देता है, जिससे बाजार में आप अपना पहला कदम मजबूती के साथ रख सकते हैं।

वहीं share चुनते समय रिटर्न को ही आधार बनाना सबसे आम गलतियों में से एक है। इसलिए निवेशक को कभी ऊंचे रिटर्न देखकर ही पैसा लगाने का फैसला नहीं करना चाहिए। यह ध्यान रखना चाहिए कि शेयर की चाल हमेशा एक समान नहीं होती है, इसमें उतार-चढ़ाव बना रहता है।

किसी कंपनी पर आंख बंद कर भरोसा करने की गलती कभी नहीं करें। अगर आपने एक ऐसी कंपनी में निवेश किया है जिसका फंडामेंटल मजबूत था, लेकिन अब उसमें कुछ बदलाव हुआ है तो शेयर बेचकर निकलने में ही भलाई है। याद रखें, आपने पैसा कमाने के लिए शेयर में निवेश किया है, नुकसान उठाने के लिए नहीं।

इक्विटी में नए हैं, तो कुछ ऐसे कर सकते है निवेश

कई निवेशक जो इक्विटी में नए हैं, अक्सर समझ नहीं पाते कि सही निवेश पथ पर कैसे आरंभ किया जाए। इक्विटी के प्रति रुचि आमतौर पर लंबी अवधि में मुद्रास्फीति से ऊपर रिटर्न बनाने की संभावना से बनती है। हमारे लक्ष्यों को पूरा करने के लिए कुछ इक्विटी एक्सपोजर की आवश्यकता होती है, चाहे वह म्युचुअल फंड, प्रत्यक्ष स्टॉक या इन दोनों के संयोजन के माध्यम से हो। लेकिन अगर आप इक्विटी में नए हैं और सीधे स्टॉक से शुरुआत करना चाहते हैं, तो निवेश करने के लिए सही कंपनी का चयन करना आसान नहीं है।आपको किसी कंपनी की वित्तीय स्थिति, व्यावसायिक संभावनाओं, अगर खुद निवेश कर रहे हैं उद्योग मूल्यांकन, बाजार की स्थितियों आदि को समझने की आवश्यकता है। अगर यह आपको मुश्किल लगता है, तो निफ्टी 50 ईटीएफ आपके लिए उपयुक्त विकल्प है।

लेखक : करुणेश देव

ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) क्या है: ईटीएफ शेयर्स का एक समूह है जो विशिष्ट इंडेक्स को ट्रैक करता है, एक्सचेंजों पर शेयरों की तरह कारोबार करता है लेकिन म्यूचुअल फंड हाउस द्वारा पेश किया जाता है। आप बाज़ार के समय के दौरान एक्सचेंजों से ईटीएफ की इकाइयां खरीद और बेच सकते हैं।

निफ्टी 50 ईटीएफ क्या है: निफ्टी 50 ईटीएफ पहली बार स्टॉक निवेशकों के लिए और सामान्य रूप से अपनी इक्विटी यात्रा शुरू करने वालों के लिए सबसे अच्छे शुरुआती विकल्पों में से एक है। यह इंडेक्स के सबसे बड़ी 50 कंपनियों या ब्लू-चिप शेयरों का विविध संग्रह है।

इसके कुछ ख़ास लाभ हैं

विविधता: निफ्टी 50 इंडेक्स में बाजार पूंजीकरण के मामले में सबसे बड़ी भारतीय कंपनियां शामिल हैं। इसलिए निफ्टी 50 ईटीएफ एक निवेशक के लिए शेयरों और क्षेत्रों में उत्कृष्ट विविधीकरण प्रदान करता है।

कम जोखिम: डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो निवेशक के लिए जोखिम को कम करता है, जो कि एक स्टॉक में निवेश करने के मामले में नहीं हैए जहां बाजार में उतार-चढ़ाव कंपनियों की ईटीएफ की तुलना में स्टॉक की कीमत पर अधिक प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। इसके अलावाए निफ्टी 50 ईटीएफ में निवेश से मिलने वाला रिटर्न अंतर्निहित सूचकांक में उतार-चढ़ाव की नकल करेगा।

कम लागत: निफ्टी 50 ईटीएफ में निवेश अपेक्षाकृत सस्ता है। ईटीएफ एक सक्रिय उत्पाद नहीं है। यह केवल निफ्टी 50 इंडेक्स को ट्रैक करता है। चूंकि इसमें कोई रिप्लेसमेंट कॉस्ट या निर्णय लेने की लागत शामिल नहीं है, इसलिए कुल शुल्क कम हैं। एक्सपेंस रेश्यो, या दूसरे शब्दों मेंए फंड चार्ज सिर्फ 2.5 आधार अंक (0.02.0.05) है, जो अन्य निवेशों की तुलना में नगण्य है।

छोटे निवेश के लिए उपयुक्त: इक्विटी और स्टॉक में एक नए निवेशक के रूप मेंए आपको कुछ कंपनियों के शेयरों की कीमतें काफी महंगी लग सकती हैं। निफ्टी में ऐसे शेयर हैं जो 15,000 रुपए से 90,000 रुपए प्रति शेयर पर कारोबार कर रहे हैं। यदि आप अपने विश्लेषण पर निवेश कर रहे हैं तो आपको इन कंपनियों में निवेश करने के लिए पर्याप्त राशि की आवश्यकता होगी। नए निवेशकों के लिएए विशेष रूप से उनके करियर के शुरुआती दौर में यह राशि बहुत बड़ी और पहुंच से बाहर हो सकती है।

बाजार की समझ: निफ्टी 50 ईटीएफ में निवेश करके, आप शुरू में बहुत अधिक जोखिम उठाए बिना बाजार की गतिशीलता को समझना शुरू कर सकते हैं। जब आप बाजारों को चलाने वाले विभिन्न कारकों से खुद को परिचित करते हैं, तो आप अपनी जोखिम लेने की क्षमता, लक्ष्य, समय सीमा और निवेश योग्य राशि के आधार पर छोटे और मिड कैप स्टॉक या म्यूचुअल फंड का पता लगा सकते हैं।

चलते-चलतेनिवेश करना कठिन नहीं है, लेकिन इसके लिए निश्चित रूप से धैर्य, समझ और समय की जरूरत होती है।

आपको रिंग में उतरना पड़ेगा, केवल दर्शक होने से यहां परिणाम नहीं मिलते हैं।

नोट : यहां दी गई जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्य से दी गई है। किसी भी निवेश से पहले उसकी पूरी जानकारी अवश्य लें।

Share Market में निवेश के लिए इन 10 बातों को लिख कर रख लो, कई गुना बढ़ जाएगी दौलत

शेयर बाजार (share market) ऐसी जगह है जहां आपकी पूंजी के कई गुना बढ़ने की संभावना हमेशा मौजूद रहती है, बशर्ते आप निवेश के लिए सही कंपनी की पहचान करना जानते हों. बाजार में कई ऐसे शेयर्स की मिसाल भी मिल जाएगी, जिनमें पैसे लगाने वालों को 3, 5 या 10 साल में कई गुना रिटर्न मिला है. लेकिन सिर्फ पिछले रिटर्न को देखकर पैसे लगा देना समझदारी नहीं है. एक गलत फैसला आपके निवेश को आसमान पर ले जाने की जगह रसातल में भी पहुंचा सकता है

ट्रैक रिकॉर्ड को हमेशा बेहतर भविष्य का सिग्नल नहीं माना जा सकता. लगातार हाई रिटर्न देने वाला शेयर भी नुकसान करा सकता है, अगर उसके भविष्य का आउटलुक कमजोर हो. ऐसा भी हो सकता है कि लगातार रिटर्न देने वाला शेयर मौजूदा भाव पर महंगा हो. इसलिए अच्छे शेयर चुनते समय इन बातों का ध्यान जरूर रखें-

1. शेयर का रिटर्न नहीं, कंपनी का बिजनेस देखें

दिग्गज निवेशक वॉरेन बफेट (Warren Buffett) कहते हैं कि स्मार्ट इन्‍वेस्‍टर्स को किसी शेयर का रिटर्न नहीं, बल्कि कंपनी का बिजनेस देखना चाहिए. यानी शेयर नहीं, कंपनी के बिजनेस में पैसे लगाने चाहिए. जिस कंपनी का बिजनेस सफल होगा, उसका शेयर भी अच्‍छा रिटर्न देगा. इसलिए उन कंपनी के शेयरों की पहचान करें, जिनमें मजबूत ग्रोथ की क्षमता हो.

2. कंपनी का फ्यूचर आउटलुक देखें

किसी कंपनी का शेयर खरीदते समय देखें कि उसका भविष्य कैसा है. कंपनी का बिजनेस मॉडल लंबे समय तक दमखम के साथ बने रहने वाला है या नहीं. यह भी देखें कि आप जिस कंपनी में निवेश करने की सोच रहे हैं, वह सेक्टर की दूसरी कंपनियों के मुकाबले कितनी इन्नोवेटिव है यानी अपने प्रोडक्ट्स और बिजनेस मॉडल में कितना नयापन ला रही है. हाई रिटर्न स्टॉक बनने के लिए जरूरी है कि कंपनी की लीडरशिप में वक्त से आगे चलने का विजन हो.

3. कंपनी मुनाफा ला रही है या नहीं?

निवेश के पहले यह भी देख लें कि पिछले दौर में मुनाफा कमाने वाली यह कंपनी कहीं हाल के दिनों में मुनाफे के ट्रैक से उतर तो नहीं गई? अगर कंपनी लगातार मुनाफे में है तो वह निवेश के जरिए बिजनेस बढ़ाने की सोचेगी. यह भी देखना जरूरी है कि कंपनी जिस सेक्टर या प्रोडक्ट से अब तक मुनाफा कमाती रही है, उसकी व्यापक और दूरगामी संभावनाएं क्या हैं

कुछ उदाहरण:

RIL, Infosys और Maruti जैसी कंपनियां सामान्‍य माहौल में ज्यादातर समय मुनाफा दर्शाती हैं. इन कंपनियों में आप हमेशा नयापन देखेंगे

वहीं नए जमाने की बिजनेस वाली कुछ कंपनियां जैसे Paytm, Zomato, Cartrade Tech को अब तक मुनाफे की तलाश है. यही वजह है इन कंपनियों के शेयर लिस्टिंग के बाद ज्यादातर समय दबाव में नजर आते रहे हैं

4. शेयर का सिर्फ बाजार भाव नहीं, वैल्‍यूएशन भी देखें

किसी शेयर का सिर्फ बाजार भाव नहीं, बल्कि यह भी देखें कि उसका वैल्यूएशन कैसा है. हो सकता है जो शेयर पहली नजर में अपनी कम कीमत की वजह से सस्ता लग रहा है, वह दरअसल किसी ज्यादा भाव वाले शेयर की तुलना में महंगा हो. मौजूदा कीमत पर कोई शेयर कितना महंगा या सस्ता है इसका अंदाजा कुछ हद तक P/E यानी प्राइस/अर्निंग रेशियो से लगाया जा सकता है. मोटे तौर पर यह मान सकते हैं कि P/E जितना ज्यादा होगा, शेयर उतना महंगा है.

5. EPS यानी प्रति शेयर आय

कंपनी का EPS देखने से यह पता चलता है कि कंपनी के रेवेन्यू, मार्जिन और मार्केट शेयर में बढ़ोतरी हो रही है या नहीं. जिस कंपनी के फाइनेंशियल में ग्रोथ है, उसके शेयर में हाई रिटर्न की गुंजाइश होती है.

6. कंपनी पर ज्यादा कर्ज तो नहीं

शेयर चुनने से पहले यह भी देखें कि कंपनी पर ज्यादा कर्ज तो नहीं है. कंपनी पर बहुत ज्यादा कर्ज है, तो उसका असर आगे के कामकाज पर पड़ सकता है. क्योंकि कर्ज की भारी लागत न सिर्फ मुनाफे को कम करती है, बल्कि बिजनेस के विस्तार में अड़चन भी पैदा कर सकती है.

7. कैश फ्लो

अगर कंपनी फ्री कैश फ्लो (Free Cash Flow) जेनरेट कर रही है तो इसका मतलब यह हुआ कि आगे ग्रोथ के मौके अच्छे हैं. लगातार कैश फ्लो जेनरेट करने वाली कंपनी पर अगर कर्ज है, तो भी वो उसे आसानी से चुका सकती है.

8. अच्छे ग्रुप का नया वेंचर

बाजार में पहले से मजबूती से टिके किसी अच्छे ग्रुप की नई कंपनी बाजार में लिस्‍ट हो, तो उस पर नजर रख सकते हैं. ग्रुप का मजबूत सपोर्ट नई कंपनी को कामयाब बना सकता है. जैसे भविष्य में अगर Reliance Jio का शेयर बाजार में लिस्‍ट हो, तो उसकी सफलता की संभावना बहुत अधिक होगी.

9. मैनेजमेंट का ट्रैक रिकॉर्ड

शेयर की तलाश के समय कंपनी के मैनेजमेंट का ट्रैक रिकॉर्ड भी देखें. जिन कंपनियों के ऑपरेशन में उनके ओनर खुद शामिल होते हैं, उनकी सफलता की संभावना ज्यादा मानी जाती है. RIL, टाटा ग्रुप की कंपनियां, Wipro, Bajaj Finance और Dabur जैसी कई अगर खुद निवेश कर रहे हैं कंपनियां इस बात की मिसाल हैं.

10. प्रतियोगिता में आगे रहने वाली कंपनियां

अगर किसी कंपनी में कोई ऐसी खास बात है, जो उसे इंडस्ट्री की बाकी कंपनियों से दो कदम आगे रखती है, तो उसके शेयर में ग्रोथ की उम्मीद काफी बढ़ जाती है.

स्मार्ट निवेश युक्तियाँ: शुरुआती लोगों के लिए निवेश करना आसान हो गया

आजकल जैसे-जैसे पैसे की क़ीमत बढ़ती जा रही है लोग स्मार्ट इन्वेस्टमेंट टिप्स के गुप्त मंत्र ढूंढते नज़र आ रहे हैं। क्या आप उनमें से एक हैं? लेकिन असल में,निवेश चालाकी से कोई रॉकेट साइंस नहीं है और न ही इसके लिए कोई गुप्त मंत्र हैं। आपको बस खुद से कुछ सवाल पूछने की जरूरत है। क्या हैपैसे निवेश करने के सर्वोत्तम तरीके? पैसा कहां निवेश करें? आप पैसा क्यों निवेश करना चाहते हैं? क्योंकि आपको वित्तीय सुरक्षा की आवश्यकता है? और उस वित्तीय सुरक्षा को प्राप्त करने का सबसे उपयुक्त तरीका क्या है? यह करने के लिए हैपैसे बचाएं और लंबी अवधि के लिए एक स्मार्ट निवेश करें ताकि भविष्य में आपके पास वित्तीय स्थिरता हो। तो, पैसे का निवेश कैसे शुरू करें?

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स्मार्ट इन्वेस्टमेंट टिप्स: जानिए पैसे का निवेश करने का सबसे अच्छा तरीका

निवेश और स्मार्ट निवेश के बीच बहुत पतली रेखा है। इसलिए, सुनिश्चित करें कि आप इसे सही चुनकर सही करते हैंनिवेश योजना. नीचे कुछ स्मार्ट निवेश युक्तियाँ दी गई हैं या साझा करेंमंडी बताए गए टिप्स जो आपको अपने लिए एक बेहतर निवेश विकल्प चुनने में मदद करेंगे।

1. निवेश करने से पहले सर्वश्रेष्ठ धन निवेश को समझें

निवेश शुरू करने से पहले पालन करने वाली पहली स्मार्ट निवेश युक्तियों में से एक है अपने निवेश को समझना। हमें उन उपकरणों में निवेश नहीं करना चाहिए जिन्हें हम नहीं जानते हैं। ऐसा ही होगाम्यूचुअल फंड्स,सोने के बंधन, स्टॉक या सावधि जमा, उन्हें अंदर से समझें और फिर निवेश करें। बता दें, अगर आप म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने की सोच रहे हैं तो आपको पता होना चाहिए कि म्यूच्यूअल फण्ड क्या है,नहीं हैं, फंड का प्रदर्शन, प्रवेश और निकास भार, वे कैसे संबंधित हैं, म्युचुअल फंड रिटर्न कराधान से कैसे प्रभावित होते हैं और आपको क्यों करना चाहिएम्युचुअल फंड में निवेश.

2. शांत रहें और धन निवेश विकल्पों को जानें

एक बार निवेश करने के बाद, धैर्यपूर्वक अपने धन के बढ़ने की प्रतीक्षा करें। किसी भी निवेश के लिए, स्वस्थ उत्पादन करने में कुछ समय लगता है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि अधिकांश स्मार्ट निवेश वाहन लंबी अवधि के लिए निवेश करने पर पर्याप्त रिटर्न देते हैं। इसलिए, बाजारों के बढ़ने का इंतजार करें और देखें कि आपका पैसा कैसे बढ़ता है।

3. टैक्स सेविंग निवेश शामिल करें

स्मार्ट निवेश करने से पहले एक और महत्वपूर्ण बात पर विचार करना शामिल हैटैक्स सेविंग निवेश आपके पोर्टफोलियो में विकल्प। आप टैक्स ब्रैकेट के अंतर्गत आते हैं या नहीं, इसे शामिल करने की सलाह दी जाती हैकर बचाने वाला आपकी शुरुआती कमाई के दिनों से। कुछ कर बचत निवेशों में शामिल हैं-

ए। राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस)

एनपीएस सभी के लिए खुला है, लेकिन सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए अनिवार्य है। एकइन्वेस्टर एनपीएस योजना में न्यूनतम INR 500 प्रति माह या INR 6000 वार्षिक जमा कर सकते हैं। के लिए यह एक अच्छी योजना हैसेवानिवृत्ति योजना साथ ही क्योंकि निकासी के समय कोई प्रत्यक्ष कर छूट नहीं है क्योंकि कर अधिनियम, 1961 के अनुसार राशि कर-मुक्त है।

बी। सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ)

पीपीएफ सबसे लोकप्रिय में से एक हैलंबी अवधि के निवेश साधन भारत में। चूंकि यह भारत सरकार द्वारा समर्थित है, इसलिए यह आकर्षक ब्याज दर के साथ एक सुरक्षित निवेश है। इसके अलावा, यह के तहत कर लाभ प्रदान करता हैधारा 80सी काआयकर अधिनियम, और ब्याज भीआय कर से छूट प्राप्त है।

सी। इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ईएलएसएस)

एक प्रकार का टैक्स सेविंग निवेश, इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम एक इक्विटी डायवर्सिफाइड फंड है जिसमें फंड कॉर्पस का बड़ा हिस्सा या तो इक्विटी या इक्विटी से संबंधित इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश किया जाता है। इक्विटी लिंक्ड बचत योजनाएं (ईएलएसएस) स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध कंपनियों के इक्विटी शेयरों को खरीदकर मुख्य रूप से इक्विटी बाजार में निवेश करें।

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