बाजार का विश्लेषण

शब्दावली
मूल्य ः वस्तु अथवा आदान के मूल्य से यह पता चलता है कि वस्तु अथवा सेवा प्राप्त करने के लिए कितना परित्याग करना है।
बाजार ः कोई भी संदर्भ जिसमें वस्तुओं और सेवाओं की बिक्री और खरीद की जाती है।
बाजार शक्तियाँ ः बाजार आपूर्ति और माँग के निर्बाध होने से उत्पन्न दबाव जो मूल्यों औरध्अथवा कारोबार की मात्रा में समायोजन प्रेरित करती है।
कीमत लागत अंतर ः मूल्य का वह भाग जो एक विक्रेता उपरिव्ययों को पूरा करने और शुद्ध लाभ गुंजाइश अर्जित करने के लिए औसत परिवर्ती लागतों में जोड़ता है।
मूल्य विभेदीकरण ः फर्म द्वारा खरीदारों के विभिन्न समूहों से अलग-अलग मूल्य वसूल करने की प्रथा ।
मूल्य नेतृत्व ः एक उद्योग में वह स्थिति जिसमें एक फर्म मूल्य परिवर्तन करने में पहल करती है और अन्य फर्म उसका अनसरण करती हैं।
मुल्य तंत्र ः मुक्त बाजार प्रणाली के संदर्भ में इसका उपयोग किया जाता है और वह रीति जिसमें मूल्य स्वचालित संकेत के रूप में काम करता है जो अलग-अलग निर्णय करने वाली इकाइयों के कार्रवाइयों में समन्वय करता है।
बाजार किसे कहते हैं | बाजार की परिभाषा क्या है अर्थ अवधारणा मतलब market definition in hindi
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बाजार की अवधारणा
आदर्श रूप में बाजार की परिभाषा वह है कि जिसमें सजातीय उत्पाद के खरीदार और विक्रेता सम्मिलित हैं, उनमें पर्याप्त परस्पर निकट संबंध है कि उनके बीच एकल खरीद या बिक्री मूल्य प्रचलित है।
सैद्धान्तिक विश्लेषण में यह अवधारणा बिल्कुल स्पष्ट है किंतु व्यावहारिक परिस्थितियों में पहचान की समस्या खड़ी हो जाती है। इसके मुख्यतः दो कारण हैंः (बाजार का विश्लेषण बाजार का विश्लेषण क) उत्पाद विभेदीकरण और (ख) आर्थिक कार्यकलाप में स्थानिक आयाम।
1) उत्पाद विभेदीकरण: उत्पाद के अपेक्षाकृत कम क्षेत्रों में क्या बाजार के अंदर एक सजातीय उत्पाद की बिक्री का उल्लेख करना सार्थक है। इसलिए, उत्पादों के बीच विभेद करने की समस्या आती है, जो यद्यपि कि विभेदीकृत हैं, एक ही बाजार के हैं और अन्य उत्पाद जो, क्योंकि पर्याप्त रूप से अलग हैं, अन्य बाजारों के हैं। यह भेद मुख्य रूप से बाजार का विश्लेषण मात्रा का है न कि प्रकार का- यह उत्पादों के बीच स्थानापन्नता की सीमा से संबंधित है, जो कम से कम सिद्धान्त में माँग की प्रति लोच के रूप बाजार का विश्लेषण में माप योग्य है।
तकनीकी विश्लेषण क्या है?
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तकनीकी विश्लेषण का मतलब होता है बाजार का विश्लेषण शेयर के भाव के चार्ट्स की समीक्षा करके भविष्य के उतार-चढ़ाव की जानकारी पता करना। यह समझना जरूरी है कि तकनीकी विश्लेषण पूरी तरह से शेयर की कीमतों पर आधारित होता है। कंपनी की मूलभूत जानकारियों, जैसे मुनाफा, बिक्री, कर्ज, का इस्तेमाल तकनीकी विश्लेषण में नहीं किया जाता है। साथ ही, विश्लेषण करते समय माना जाता है कि बाजार से जुड़ी और दूसरी सभी जानकारी उपलब्ध हैं और उनका इस्तेमाल शेयर का चार्ट बनाते वक्त किया गया है।
तकनीकी विश्लेषण का मुख्य सिद्धांत है कि शेयर बाजार पूरी तरह से पारदर्शीय है और बाजार के सभी प्रतिभागी कुशल हैं। बिना किसी ठोस कारण के शेयरों की खरीद-फरोख्त तकनीकी विश्लेषण सिद्धांतों के खिलाफ है। फंडामेंटल विश्लेषण के मुकाबले तकनीकी विश्लेषण में ज्यादा लचीलापन है। फंडामेंटल विश्लेषण शेयरों के उतार-चढ़ाव को जानने के लिए तिमाही नतीजों, आय पर गाइडेंस और कंपनी नीतियों में बदलाव पर निर्भर करता है।
विदेशी बाजार की पहचान से क्या अर्थ है सामान्य विश्लेषण एवं विशेष विश्लेषण की व्याख्या कीजिए?
इसे सुनेंरोकेंविदेशी विनिमय (या फोरेक्स या एफएक्स) बाजार सबसे बड़ा बाजार है, जिसमें विदेशी व्यापारियों के बीच ट्रिलियन डॉलर से अधिक मूल्य का आदान–प्रदान होता है। इसी तरह, विक्रेता को भी डॉलर में भुगतान स्वीकार करना पड़ता है और बाजार का विश्लेषण फिर इसे अपनी देशीय मुद्रा में परिवर्तित करना पड़ता है।
इसे सुनेंरोकेंविदेशी विनिमय (या फोरेक्स या बाजार का विश्लेषण एफएक्स) बाजार सबसे बड़ा बाजार है, जिसमें विदेशी व्यापारियों के बीच ट्रिलियन डॉलर से अधिक मूल्य का आदान–प्रदान होता है। विदेशी मुद्राओं का व्यापार भारतीय बाजार सहित विभिन्न अंतरराष्ट्रीय स्थानों में किया जाता है, और यह 24 घंटे खुला रहता है।
विदेशी बाजार की पहचान से क्या अर्थ है?
इसे सुनेंरोकेंविदेशी विनिमय बाजार एक विकेन्द्रीकृत वैश्विक बाजार है जहां सभी दुनिया की मुद्राओं का कारोबार होता है एक दूसरे, और व्यापारी मुद्राओं के मूल्य परिवर्तन से लाभ या हानि बनाते हैं। विदेशी मुद्रा बाजार को विदेशी मुद्रा बाजार, FX या मुद्रा ट्रेडिंग मार्केट के रूप में भी जाना जाता है।
विदेशी विनिमय रिजर्व क्या है?
इसे सुनेंरोकेंसाथ ही साथ सरकार और अन्य वित्तीय संस्थानों की तरफ से केंद्रीय बैंक के पास जमा किये गई राशि होती है. यह भंडार एक बाजार का विश्लेषण या एक से अधिक मुद्राओं में रखे जाते हैं। ज्यादातर डॉलर और कुछ हद तक यूरो में विदेशी मुद्रा भंडार में शामिल होता है. विदेशी मुद्रा भंडार को फॉरेक्स रिजर्व या एफएक्स रिजर्व भी कहा जाता है।
भारतीय मुद्रा बाजार की प्रमुख कमजोरियां क्या है?
इसे सुनेंरोकेंभारतीय मुद्रा बाजार का सबसे महत्वपूर्ण दोष असंगठित क्षेत्र का अस्तित्व है। बाजार के इस क्षेत्र में उद्देश्य के रूप में अच्छी तरह से अवधि स्पष्ट रूप से सीमांकित नहीं हैं। वास्तव में, यह खंड इस विशेषता पर पनपता है। यह खंड मुद्रा बाजार में RBI की भूमिका को कम आंकता है।
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शेयर बाजार में पैसा लगाने वालों की संख्या बढ़ी, अक्टूबर में डीमैट अकाउंट्स में इजाफा
डीमैट खातों की बाजार का विश्लेषण संख्या पिछले साल अक्टूबर की तुलना में अक्टूबर, 2022 में 41 फीसदी बढ़कर 10.4 करोड़ हो गई है.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: राघव वाधवा
Updated on: Nov 20, 2022 | 8:58 PM
शेयर बाजारों में मिलने वाले आकर्षक रिर्टन की वजह से डीमैट खातों की संख्या पिछले साल अक्टूबर की तुलना में अक्टूबर, 2022 में 41 फीसदी बढ़कर 10.4 करोड़ हो गई है. हालांकि, मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के एक विश्लेषण में पता चला कि अगस्त महीने से ही डीमैट खातों में वृद्धि लगातार घट रही है. अगस्त में 26 लाख नए खाते जोड़े गए थे, जो सितंबर में 20 लाख और अक्टूबर 2022 में महज 18 लाख रह गए हैं. अक्टूबर, 2021 में डीमैट खातों में क्रमिक वृद्धि 36 लाख थी.
क्या है इसकी वजह?
आनंद राठी शेयर्स और स्टॉक ब्रोकर्स में मुख्य कार्यपालक अधिकारी (निवेश सेवाएं) रूप भूतरा ने कहा कि नए डीमैट खातों में कमी आने की प्रमुख वजह इस कैलेंडर ईयर में वैश्विक कारकों से बाजार में आई अस्थिरता और व्यापक बाजारों में तुलनात्मक रूप से कमजोर प्रदर्शन रहा है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा 2021 की तुलना में इस साल बाजार में आए इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) की संख्या भी कम रही है और बीते कुछ महीनों में जुड़ने वाले नए डीमैट खाते की संख्या कम रहने की एक वजह यह भी है.
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज में वरिष्ठ समूह उपाध्यक्ष (शोध-बैंकिंग तथा बीमा, संस्थागत इक्विटी) नितिन अग्रवाल ने कहा कि रूस और यूक्रेन संघर्ष की वजह से बाजार में अस्थिरता बढ़ गई है. इसलिए जनवरी से नए जुड़ने वाले खातों की संख्या कम हुई है.
अक्टूबर में नए खातों की संख्या में वृद्धि कम रहने की एक वजह यह भी है कि इस दौरान त्योहार होने से केवल 18 कामकाजी दिवस ही मिले हैं. जबकि सितंबर में कामकाजी दिवसों की संख्या 22 ही थी. हालांकि, अक्टूबर, 2022 में डीमैट खातों की संख्या बढ़कर 10.4 करोड़ हो गई है, जो पिछले साल 7.4 करोड़ रही थी. यह 41 फीसदी की बढ़ोतरी दिखाता है.
इस हफ्ते कैसी रहेगी शेयर बाजार की चाल, जानें 4 एक्सपर्ट का विश्लेषण
रेलिगेयर ब्रोकिंग लि., कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट, जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज और मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के बाजार विश्लेषकों के मुताबिक घरेलू शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह कोविड-19 से जुड़ी गतिविधियों, अगस्त महीने में वायदा एवं विकल्प खंड में सौदों के समाप्त होने से जुड़ी खरीद-बिक्री और वैश्विक आर्थिक धारणा से तय होगी। बीएसई सेंसेक्स में 21 अगस्त को समाप्त सप्ताह में 557.38 अंक यानी 1.47 प्रतिशत और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज निफ्टी में 193.20 अंक यानी 1.72 प्रतिशत की तेजी आयी। देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच बाजार में बाजार का विश्लेषण यह तेजी आयी। वास्तव में वैश्विक स्तर पर सकारात्मक रुख से घरेलू बाजार को समर्थन मिला।