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चढ़ाव के दौर में निफ्टी वायदा

चढ़ाव के दौर में निफ्टी वायदा

Gold Silver Rate: गोल्ड उछला या सिल्वर में आई गिरावट? जानें आज की कीमतों का ताजा अपडेट

दिल्ली मार्केट में 22 कैरेट गोल्ड के चढ़ाव के दौर में निफ्टी वायदा दाम 49,160 प्रति दस ग्राम पर रहे. इसमें दस रुपये की बढ़त दर्ज हुई. वहीं 24 कैरेट के दाम 53,610 रुपये प्रति दस ग्राम रहे. इसमें दस रुपये की गिरावट आई.

By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 12 Nov 2020 01:07 PM (IST)

ग्लोबल रेट के असर से भारतीय बाजार में गोल्ड और सिल्वर रेट में लगातार उतार-चढ़ाव का दौर बना हुआ है. एमसीएक्स में बृहस्पतिवार को गोल्ड के दाम 51,490 प्रति दस ग्राम पर पहुंच गए वहीं सिल्वर के रेट 66,900 प्रति किलो रहे. दिल्ली मार्केट में 22 कैरेट गोल्ड के दाम 49,160 प्रति दस ग्राम पर रहे. इसमें दस रुपये की बढ़त दर्ज हुई. वहीं 24 कैरेट के दाम 53,610 रुपये प्रति दस ग्राम रहे. इसमें दस रुपये की गिरावट आई.

गोल्ड के दाम में उतार-चढ़ाव

हालांकि सोमवार को गोल्ड रेट(Gold Rate) में भारी गिरावट दर्ज होने के बाद मंगलवार को एक बार फिर सोना उछाल पर रहा था . सोने की कीमतें आज 50 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के आंकड़े को पार कर गई. मल्टी कमॉडिटी एक्सचेंज (MCX) पर वायदा सोना और चांदी (Gold and Silver Futures) की कीमतों में मंगलवार को उछाल देखने को मिला है. जिसके मुताबिक MCX पर सोने का वायदा भाव 1.10% यानि 549 रुपये बढ़कर 50,297 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया, जबकि चांदी वायदा 2.11% यानि 1,276 रुपये से बढ़कर 62,130 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई थी

ग्लोबल मार्केट में भी गोल्ड स्थिर नहीं

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इस बीच, कोरोनावायस संक्रमण वैक्सीन की संभावनाओं के मजबूत होते ही ग्लोबल मार्केट में गोल्ड और सिल्वर के दाम में गिरावट दर्ज की गई और इसके असर से बुधवार को घरेलू मार्केट में इनके दामों में नरमी दर्ज की गई. हालांकि कीमतों की गिरावट पर कोरोना वैक्सीन के अच्छे ट्रायल रिजल्ट का कोई बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ा. इस असर से एमसीएक्स में गोल्ड के दाम में 0.22 यानी 111 रुपये की गिरावट आई 50,390 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया. सिल्वर 0.40 फीसदी यानी 253 रुपये गिर कर 62,791 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गया.

Published at : 12 Nov 2020 01:07 PM (IST) Tags: gold rates silver rates Gold Silver हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में चढ़ाव के दौर में निफ्टी वायदा सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

SADA E NAWI

नई दिल्लीपिछले शुक्रवार को शेयर बाजार को हमने ब्लैक फ्राइडे से रोमांचक फाइडे बनते देखा। आज यानी सोमवार 16 मार्च को शेयर बाजार पर कोरोना का प्रभाव दिखा। घरेलू शेयर बाजार गिरावट के साथ खुले। सेंसेक्स 1000 अंक टूटकर 33,103.24 के स्तर पर खुला तो वहीं निफ्टी 367 अंकों की गिरावट के साथ के 9,587.80 स्तर पर। प्री ओपनिंग में ही सेंसेक्स सुबह नौ बजकर 12 मिनट पर 1000 अंकों का गोता लगा चुका था। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 1545 अंकों का गोता लगा चुका है और वह 32,557.64 के स्तर पर आ गया ।मल्टीप्लेक्स का परिचालन करने वाली कंपनियों के शेयर सोमवार को 19 प्रतिशत तक गिर गए। विभिन्न राज्यों ने कोरोना वायरस के संक्रमण से फैल रही महामारी को रोकने के लिये सिनेमाघरों को 31 मार्च तक बंद रखने का निर्णय लिया है। मल्टीप्लेक्स कंपनियों के शेयरों में इसी कारण गिरावट आई है। बीएसई में पीवीआर का शेयर 18.85 प्रतिशत गिरकर 52 सप्ताह के निचले स्तर 1,045.85 रुपये पर आ गया। आईनॉक्स लीजर का शेयर भी 14.77 प्रतिशत गिरकर 270 रुपये पर आ गया। सेंसेक्स 5.47त्न गिरावट के बाद अभी 32,236.68 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं निफ्टी 523.40 अंकों की गिरावट के साथ 9,431.80 के स्तर पर है। यस बैंक का शेयर इस गिरावट में भी 43.84 फीसद फायदे के साथ 36.75 रुपये पर कारोबार कर रहा है। आज यह 26 रुपये 70 पैसे पर खुला था। सोमवार सुबह गिरावट से निवेशकों के 6.25 लाख करोड़ रुपये डूब गए। कोरोना के खौफ से बीएसई-सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण शुरुआती कारोबार में 6,25,501.8 करोड़ रुपये घटकर 1,23,00,741.02 करोड़ रुपये रह गया सेंसेक्स 32,146.59 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। यह अबतक 1956 अंक टूट चुका है। वहीं निफ्टी 9,432.45 के स्तर पर आ गया है। अब तक 522.75 अंकों के नुकसान के साथ कारोबार कर रहा है। निफ्टी 50 के 49 शेयर इस समय लाल निशान पर कारोबार कर रहे हैं। वहीं सेंसेक्स का कोई भी स्टॉक हरे निशान पर नहीं है कारोबारियों के अनुसार, फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर घटाने से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर कोरोना वायरस के गहरे असर की आशंकाएं मजबूत हो गयीं। इसने बाजार की धारणा को कमजोर किया। फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर घटाने के बाद अमेरिका शेयर बाजार वायदा कारोबार में धराशायी हो गये। फेडरल रिजर्व की इस घोषणा के बाद बैंक ऑफ जापान ने आपातकालीन बैठक बुलायी। इसने भी धारणा पर असर डाला।कारोबार के दौरान एशियाई बाजारों में जापान का निक्की ही अकेला रहा, जो नहीं टूटा। इसके अलावा चीन का शंघाई कंपोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कोस्पी दो प्रतिशत तक की गिरावट में चल रहा था। कारोबारियों ने कहा कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की निकासी जारी रहने से भी बाजार पर असर पड़ रहा है। प्राथमिक आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई ने शुक्रवार को घरेलू बाजार से 6,027.58 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी की। इस बीच कच्चा तेल 2.98 प्रतिशत गिरकर 32.84 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था। सेंसेक्स की शीर्ष दस कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह 4,22,393.44 करोड़ रुपये की भारी गिरावट आई। सबसे अधिक नुकसान में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) रहीं। बीते सप्ताह शेयर बाजारों में कोरोना वायरस का कहर छाया रहा। दुनिया भर के शेयर बाजार इससे प्रभावित हुए। इसका असर घरेलू शेयर बाजारों पर भी पड़ा। यहां भी घबराए निवेशकों ने जमकर बिकवाली की सप्ताह के दौरान बीएसई सेंसेक्स 3,473.14 अंक या 9.24 प्रतिशत नीचे आया। सप्ताह के दौरान टीसीएस का बाजार पूंजीकरण 1,16,549.07 करोड़ रुपये घटकर 6,78,168.49 करोड़ रुपये पर आ गया। रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार मूल्यांकन 1,03,425.15 करोड़ रुपये घटकर 7,01,693.52 करोड़ रुपये रह गया। इसी तरह इन्फोसिस की बाजार हैसियत में भी बड़ी गिरावट आई ।इन्फोसिस का बाजार मूल्यांकन 41,315.98 करोड़ रुपये की गिरावट के साथ 2,73,505.62 करोड़ रुपये पर आ गया। सेंसेक्स की शीर्ष दस कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज शीर्ष पर कायम रही। उसके बाद क्रमश- टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, इन्फोसिस, भारती एयरटेल और बजाज फाइनेंस का स्थान रहा। बाजार विश्लेषकों का कहना है कि कोविड-19 से जिस प्रकार आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं उससे अर्थव्यवस्था को गहरा झटका लगा है। इससे बाजार में निवेश धारणा कमजोर हुई है। घरेलू खपत के साथ नियात पर भी निश्चित रूप से इसका असर दिखेगादुनिया भर में पर्यटन और परिवहन क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हैं। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, बाजार में जो भारी गिरावट आई है, वहां से इसमें सुधार की उम्मीद है। हालांकि, आने वाले दिनों में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है, हमें कुछ तेजी भी देखने को मिल सकती है। हालांकि ये सब थोड़े समय के लिए होगा। वैश्विक उतारचढ़ाव के इस दौर में खुदरा निवेशकों को शांत रहना चाहिए और घबराना नहीं चाहिए।

हफ्ते के चौथे कारोबारी दिन शेयर बाजार ने बढ़त गंवाई, सेंसेक्‍स 250 अंक चढ़ाव के दौर में निफ्टी वायदा से ज्यादा गिरा

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। जनवरी के डेरिवेटिव्स सौदों की समाप्ति से पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक और इंफोसिस के शेयरों में गिरावट से सेंसेक्स (Sensex) गुरुवार को शुरुआती कारोबार में 250 अंक से ज्यादा गिर गया। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयर वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स (BSE Sensex) 180 अंक की बढ़त के साथ खुला और शुरुआती कारोबार में सारी बढ़त खोते हुए 254.69 अंक यानी 0.62 प्रतिशत गिरकर 40,943.97 अंक पर आ गया।

इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का 50 शेयर वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी (NSE Nifty) भी शुरुआती दौर में 63.30 अंक यानी 0.52 प्रतिशत फिसलकर 12,066.20 अंक पर आ गया।

इन शेयरों में आई गिरावट
सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा स्टील में सबसे चढ़ाव के दौर में निफ्टी वायदा ज्यादा दो प्रतिशत तक की गिरावट आई। इसके अलावा इंडसइंड बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, नेस्ले इंडिया, भारती एयरटेल, भारतीय स्टेट बैंक, कोटक बैंक और इंफोसिस के शेयर भी नीचे रहे।

इन शेयरों में दिखी बढ़त
दूसरी ओर पावरग्रिड, एनटीपीसी, हीरो मोटोकॉर्प, टीसीएस और एचसीएल टेक के शेयर बढ़त में रहे।

कारोबारियों के मुताबिक, जनवरी के वायदा एवं विकल्प (एफएंडओ) सौदों की समाप्ति से पहले घरेलू शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया। कारोबारियों ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था पर कोरोना वायरस का असर पड़ने की चिंताओं के बीच अन्य एशियाई बाजारों में गिरावट का रुख रहा। इसका असर घरेलू शेयर बाजार पर भी देखने को मिला। एशियाई बाजारों में हांगकांग, जापान और दक्षिण कोरिया के बाजारों में गिरावट रही जबकि चीन (China) में बाजार बंद रहे। शेयर बाजारों के पास मौजूद आरंभिक आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने बुधवार को शुद्ध रूप से 1,014.27 करोड़ रुपये के शेयर बेचे जबकि घरेलू संस्थागत निवेशक 1,520.90 करोड़ रुपये के शेयरों के शुद्ध खरीदार रहे।

डॉलर के मुकाबले 19 पैसे फिसला रुपया
कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के बावजूद घरेलू शेयर बाजार की शुरुआती गिरावट से रुपया गुरुवार को 19 पैसे गिरकर 71.47 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया। मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के नीतिगत दरों को स्थिर रखने से अधिकांश एशियाई मुद्राओं में गिरावट का रुख रहा। फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) ने ब्याज दर को 1.5-1.75 प्रतिशत पर बरकरार रखा है और अमेरिकी अर्थव्यवस्था को लेकर सकारात्मक रुख दिया है। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया गिरावट के साथ 71.39 रुपये प्रति डॉलर पर खुला और शुरुआती कारोबार में 19 पैसे गिरकर 71.47 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया।

बाजार प्रतिभागियों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजार में शुरुआती कारोबार में गिरावट और विदेशी पूंजी की चढ़ाव के दौर में निफ्टी वायदा चढ़ाव के दौर में निफ्टी वायदा निकासी से घरेलू मुद्रा पर दबाव रहा। हालांकि, कच्चे तेल की कीमतों में नरमी ने रुपये का समर्थन किया। इस बीच, ब्रेंट कच्चा तेल वायदा चढ़ाव के दौर में निफ्टी वायदा 1.07 प्रतिशत गिरकर 59.17 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था।

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खाद्य पदार्थ महंगा, खुदरा मुद्रास्फीति जून में बढ़कर 6.09 प्रतिशत

पिछले साल जून महीने में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर 3.18 प्रतिशत थी। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा कि मुद्रास्फीति का आंकड़ा कोरोना वायरस महामारी के कारण पाबंदियों की वजह से सीमित संख्या में बाजारों से एकत्रित आंकड़ों पर आधारित है।

Coronavirus Delhi lockdown Food prices rise retail inflation 6.09 percent in June | खाद्य पदार्थ महंगा, खुदरा मुद्रास्फीति जून में बढ़कर 6.09 प्रतिशत

पिछले साल जून महीने में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर 3.18 प्रतिशत थी। (file photo)

Highlights सरकार के सोमवार को जारी आंकड़े के अनुसार पिछले महीने में खाद्यमुद्रास्फीति बढ़कर 7.87 प्रतिशत हो गयी। सरकार ने कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिये ‘लॉकडाउन’ के कारण अप्रैल और मई का पूरा सीपीआई आंकड़ा जारी नहीं किया है।

नई दिल्लीः खाद्य पदार्थ महंगा होने से खुदरा मुद्रास्फीति जून में बढ़कर 6.09 प्रतिशत पर पहुंच गयी। सरकार के सोमवार को जारी आंकड़े के अनुसार पिछले महीने में खाद्यमुद्रास्फीति बढ़कर 7.87 प्रतिशत हो गयी।

पिछले साल चढ़ाव के दौर में निफ्टी वायदा चढ़ाव के दौर में निफ्टी वायदा जून महीने में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर 3.18 प्रतिशत थी। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा कि मुद्रास्फीति का आंकड़ा कोरोना वायरस महामारी के कारण पाबंदियों की वजह से सीमित संख्या में बाजारों से एकत्रित आंकड़ों पर आधारित है।

बयान के अनुसार हालांकि जो आंकड़े लिये गये हैं, राज्य स्तर पर उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) का अनुमान सृजित करने के लिये पर्याप्तता मानदंड को पूरा नहीं करते। सरकार ने कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिये ‘लॉकडाउन’ के कारण अप्रैल और मई का पूरा सीपीआई आंकड़ा जारी नहीं किया है।

उतार- चढ़ाव भरे कारोबार में सेंसेक्स 99 अंक सुधरा, रिलायंस तीन प्रतिशत चढ़ा

वैश्विक बाजारों से सकारात्मक संकेत मिलने और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में तेजी के चलते बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का संवेदी सूचकांक ‘सेंसेक्स’ सोमवार को 99 अंक बढ़कर 36,693.69 अंक पर बंद हुआ। बाजार में शुरूआत काफी तेज रही लेकिन शाम तक यह तेजी बरकार नहीं रह सकी। सेंसेक्स कारोबार की शुरुआत में 430 अंक ऊपर चढ गया था। लेकिन वित्त कंपनियों और एचीएफसी बैंक आर एचडीएफसी के शेयरों में गिरावट से अंत में यह पिछले कारोबारी सत्र के बंद के मुकाबले 99.36 अंक यानी 0.27 प्रतिशत बढ़कर 36,693.69 अंक पर बंद हुआ।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी सूचकांक भी 34.65 अंक बढ़कर 10,802.70 अंक चढ़ाव के दौर में निफ्टी वायदा पर बंद हुआ। समाप्ति पर यह दिन के उच्चस्तर से 80 अंक से नीचे आ गया। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के शेयरों में सबसे ज्यादा तीन प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया। कंपनी ने कहा कि उसकी इकाई जियो प्लेटफार्म्स में वायरलेस प्रौद्योगिकी क्षेत्र की शीर्ष कंपनी क्वालकॉम ने मामूली 0.15 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी है जिसके लिये 730 करोड़ रुपये मिलेंगे।

आरआईएल का शेयर मूल्य 3.23 प्रतिशत बढ़कर 1,938.70 रुपये पर पहुंच गया

आरआईएल का शेयर मूल्य 3.23 प्रतिशत बढ़कर 1,938.70 रुपये पर पहुंच गया। इसके अलावा टेक महिन्द्रा, एचसीएल टेक, भारती एयरटेल, इन्फोसिस, एचयूएल और आईटीसी भी बढ़त दर्ज करने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल रहे। वहीं एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी के शेयरों में दो प्रतिशत तक गिरावट से सूचकांक की तेजी थम गई। एक रिपोर्ट के मुताबिक एचडीएफसी बैंक ने बैंक में कर्ज देने के अनुचित तौर तरीके अपनाये जाने और उसकी वाहन वित्त उपलब्ध कराने वाली इकाई में हितों के टकराव के मामले में जांच करवाई है। पावर ग्रिड, बजाज फाइनेंस, आईसीआईसीआई बैंक, स्टेट बैंक और कोटक बैंक में भी गिरावट दर्ज की गई।

बाजार कारोबारियों के मुताबिक सूचकांक के लिहाज से अधिक वजन रखने वाले शेयरों में खरीदारी- बिकवाली से उतार- चढ़ाव का दौर चलता रहा। हालांकि, सकारात्मक वैश्वकि संकेतों से कुल मिलाकर धारणा सकारात्मक बनी रही। क्षेत्रवार सूचकांक में बीएसई ऊर्जा सूचकांक, दूरसंचार, प्रौद्योगिकी, आईटी, घातु और एफएमसीजी समूह सूचकांक 2.47 प्रतिशत तक बढ़ गये। दूसरी तरफ रीयल्टी, वित्त, बैंक और उपयोगी सेवाओं का समूह सूचकांक 1.52 प्रतिशत तक घट गया।

बाजार में आरबीआई से और प्रोतसाहन उपायों की उम्मीद की जा रही है। मुद्रास्फीति नीचे आने की उम्मीद से केन्द्रीय बैंक को दर में कटौती की गुंजाइश मिल सकती हे। शंघाई, हांगकांग, टोक्यो और सोल मजबूती के साथ बंद हुये। वहीं यूरोप में शुरुआत सकारात्मक रही। इस बीच अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड का वायदा भाव 1.25 प्रतिशत गिरकर 42.70 डालर प्रति बैरल पर चल रहा था।

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