बॉन्ड फ्यूचर्स

इस बीच आज एशियाई बाजारों में मिलाजुला कारोबार देखने को मिल रहा है। SGX NIFTY 28.00 अंक की बढ़त दिखा रहा है। वहीं, निक्केई करीब 0.02 फीसदी बॉन्ड फ्यूचर्स की बढ़त के साथ 27,624.96 के आसपास दिख रहा है। वहीं, स्ट्रेट टाइम्स में 0.19 फीसदी की बढ़त दिखा रहा है। ताइवान का बाजार 0.17 फीसदी चढ़कर 14,685.79 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। जबकि हैंगसेंग 0.05 फीसदी की गिरावट के साथ 19,216.19 के स्तर पर नजर आ रहा है। वहीं, कोस्पी बॉन्ड फ्यूचर्स में 0.12 फीसदी की बढ़त के साथ कारोबार हो रहा है। वहीं शंघाई कम्पोजिट 0.67 फीसदी की बढ़त के साथ 3,221.21 के स्तर पर दिख रहा है।बॉन्ड फ्यूचर्स
रुपये और बॉन्ड में आई उछाल
रुपये व सरकारी बॉन्ड में गुरुवार को मजबूती दर्ज हुई क्योंकि अमेरिका में कमजोर आर्थिक आंकड़ों ने इस कयास को बल दिया कि फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में बढ़ोतरी की रफ्तार धीमी कर सकता है। डीलरों ने यह जानकारी दी।
देसी मुद्रा अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 82.50 पर टिकी, जो मंगलवार को 82.73 पर रही थी। 10 वर्षीय बेंचमार्क सरकारी बॉन्ड का प्रतिफल 3 आधार अंक घटकर 7.41 फीसदी पर बंद हुआ। बॉन्ड की कीमतें व प्रतिफल एक दूसरे के विपरीत दिशा में चलते हैं। बॉन्ड व मुद्रा बाजार बुधवार को बंद रहे।
मंगलवार को अमेरिका में जारी आंकड़ों से पता चला कि हाउसिंग की कीमतें अगस्त में उम्मीद से ज्यादा घटीं, वहीं एक अन्य रिपोर्ट बताती है कि दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में उपभोक्ताओं का भरोसा कम हो रहा है।
ऐसे आंकड़ों के बाद उम्मीद की जा रही है कि फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में बढ़ोतरी की रफ्तार थोड़ा धीमा कर देगा क्योंकि साल 2022 में अब तक काफी मौद्रिक सख्ती देखने को मिली है। ऐसे में अमेरिकी बॉन्ड का प्रतिफल घटा, वहीं डॉलर इंडेक्स में भी काफी कमजोरी आई। गुरुवार को 3.30 बजे अमेरिकी डॉलर इंडेक्स 110.09 पर रहा, जो मंगलवार को 112.02 पर रहा था।
ग्लोबल संकेत मिलेजुले, एशिया में मजबूती लेकिन SGX निफ्टी ने सारी बढ़त गंवाई
10 साल के US बॉन्ड की यील्ड 3.2% पर है जबकि 2 साल के US बॉन्ड की यील्ड में गिरावट आई है। इधर US डॉलर इंडेक्स 109 के पार बरकरार है ।
ग्लोबल बाजारों से अच्छे संकेत मिल रहे है। एशिया में रौनक है बॉन्ड फ्यूचर्स और SGX निफ्टी में बढ़त देखने को मिला। डाओ फ्यूचर्स में 200 प्वाइंट से ज्यादा की तेजी देखने को मिल रही है। कल लेबर डे के मौके पर अमेरिकी बाजारों में छुट्टी थी। US फ्यूचर्स में तेजी देखने को मिली। 10 साल के US बॉन्ड की यील्ड 3.2% पर है जबकि 2 साल के US बॉन्ड की यील्ड में गिरावट आई है। इधर US डॉलर इंडेक्स 109 के पार बरकरार है ।
इस बीच कच्चे तेल में तेजी का रुख कायम है। OPEC PLUS देशों के अक्टूबर से प्रोडक्शन एक लाख बैरल प्रति दिन घटाने के फैसले का असर देखने को मिल रहा है।OPEC+ देश अक्टूबर से उत्पादन में कटौती करेंगे। रोजाना 1 लाख बैरल तेल उत्पादन में कमी करेंगे। OPEC+ की अगली बैठक 5 अक्टूबर को होगी। इधर BRENT क्रूड 1.5 फीसदी बढ़कर $95 प्रति बैरल के करीब पहुंचा है जबकि NYMEX क्रूड 1.4% बढ़कर $89 प्रति बैरल के करीब नजर आ रहा है।
संबंधित खबरें
Amara Raja Share Price: क्या निवेश करने का सही वक्त है?
Vedanta Dividend: वेदांता ने 17.50 रुपये प्रति शेयर के तीसरे अंतरिम डिविडेंड को दी मंजूरी, जानें कब है रिकॉर्ड डेट
क्लीन एनर्जी, बॉयो एनर्जी और डिजिटल क्रांति बनेंगे भारत के ग्रोथ ड्राइवर : मुकेश अंबानी
वहीं दूसरी तरफ कच्चे तेल पर राजनीति शुरु हो गई है। रूसी तेल कीमतों पर लगाम की कोशिश की जा रही है। रूस से सप्लाई रुकने से गैस के भाव 30 फीसदी बढ़े है। उधर रूसी क्रूड की कीमत पर कैप लगाने के G7 देशों के प्रस्ताव पर भारत ने कोई साफ जवाब नहीं दिया है। भारत जी 7 देशों के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है। नैतिकता के आधार रूस का भारत बहिष्कार नहीं करेगा। भारतीय पेट्रोलियम मंत्री ने अपने बयान में कहा है कि अपने कंज्यूमर का ख्याल रखना हमारी नैतिकता है। भारत में प्रतिदिन 50 लाख बैरल तेल की खपत होती है। भारत के कुल तेल आयात का केवल 0.2 फीसदी रूस से आता है।
華盛通 - 港美股票報價 極速開戶交易 掌握全球投資機會
Huashengtong स्वतंत्र रूप से Huasheng Securities द्वारा विकसित एक पेशेवर स्टॉक ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर है। यह हांगकांग के शेयरों और अमेरिकी शेयरों और A शेयरों के लिए एक प्रमुख वन-स्टॉप कोटेशन और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है। यह वैश्विक ग्राहकों को सुरक्षित और विश्वसनीय प्रतिभूति व्यापार सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। आप बहुत जल्दी ऑनलाइन खाता खोल सकते हैं, और हांगकांग के स्टॉक, यूएस स्टॉक, ए-शेयर, बॉन्ड और फंड के खाते एक साथ खोले जाएंगे। वैश्विक निवेश पर कब्जा करने में आपकी सहायता के लिए हांगकांग, यूएस और ए-शेयर बाजारों में रीयल-टाइम मार्केट कोटेशन, सशर्त व्यापार, वित्तीय जानकारी, रीयल-टाइम चर्चा, स्मार्ट स्टॉक चयन और स्टॉक, डेरिवेटिव, बॉन्ड, फंड और फ्यूचर्स की अन्य सेवाओं का समर्थन करें। अवसर!
Put Option- पुट ऑप्शन
क्या होता है पुट बॉन्ड फ्यूचर्स ऑप्शन?
पुट ऑप्शन (Put Option) एक कॉन्ट्रैक्ट है जो ओनर को एक विशिष्ट समय सीमा के भीतर एक पूर्व निर्धारित कीमत पर किसी अंडरलाइंग सिक्योरिटी की विशिष्ट राशि को बेचने का अधिकार तो देता है, पर दायित्व नहीं देता। यह पूर्व निर्धारित कीमत जिस पर पुट ऑप्शन का बायर बेच सकता है, स्ट्राइक प्राइस कहलाती है। पुट ऑप्शन स्टॉक्स, करेंसी, बॉन्ड, कमोडिटी, फ्यूचर्स और इंडेक्स सहित विभिन्न अंडरलाइंग एसेट ट्रेड होते हैं। पुट ऑप्शन का विपरीत कॉल ऑप्शन हो सकता है जो होल्डर को निर्दिष्ट कीमत पर, ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट की समाप्ति की तारीख को या पहले अंडरलाइंग को खरीदने का अधिकार देता है।
मुख्य बातें
- पुट ऑप्शन, ऑप्शन के धारकों को एक विशिष्ट समय सीमा के भीतर एक पूर्व निर्धारित कीमत पर किसी अंडरलाइंग सिक्योरिटी की विशिष्ट राशि को बेचने का अधिकार तो देता है, पर दायित्व नहीं देता।
सोना वायदा(गोल्ड फ्यूचर्स) में निवेश करने से पहले जानने योग्य बातें
वायदा अनुबंध भविष्य की तारीख पर एक सहमत मूल्य पर किसी वस्तु को खरीदने या बेचने के लिए एक कानूनी समझौता बॉन्ड फ्यूचर्स होता है। मान्यता प्राप्त वायदा अनुबंध मानकीकृत होते हैं और वस्तुओं या वित्तीय साधनों के लिए हो सकते हैं। सोना उन वस्तुओं में से है, जिनका एक्सचेंज-ट्रेडेड, औपचारिक समझौतों के रूप में वायदा अनुबंधों के माध्यम से कारोबार किया जाता है।
सदियों से सोना सिक्कों, बार और आभूषणों के रूप में खरीदा और बेचा जाता रहा है। पिछले कुछ वर्षों में, सोने का कारोबार गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड, गोल्ड बॉन्ड, डिजिटल गोल्ड जैसे रूपों में होने लगा है। वायदा बाजार में काम करने वाले निवेशक मोटे तौर पर सट्टेबाज या हेजर्स होते हैं। सट्टेबाज बाजार का जोखिम लाभ कमाने की उम्मीद से लेते हैं, जबकि हेजर्स मूल्य गिरने के जोखिम का प्रबंधन करने के लिए वायदा अनुबंधों में निवेश करते हैं। उद्देश्य चाहे जो हो, वायदा कारोबार केवल वित्तीय और कमोडिटी बाजार के अच्छे ज्ञान वाले निवेशकों द्वारा ही कुशलतापूर्वक किया जा सकता है। यह ज्ञान न केवल उन्हें बाजार जोखिम का प्रबंधन करने में मदद करता है बल्कि वायदा अनुबंध की लागत और विशेषताओं को भी समझने में सहायक होता है।
भारत में सोने के वायदा कारोबार के विभिन्न पहलू
भारत में मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) के बॉन्ड फ्यूचर्स माध्यम से सोने का वायदा कारोबार किया जा सकता है। सोने का वायदा कारोबार सोने को भौतिक रूप से लिए बिना सोने में निवेश करना है। सोने के वायदा कारोबार के निवेशकों का उद्देश्य सोना लेना या उसमें निवेश करना नहीं होता। वे अपने जोखिमों को हेज करने के लिए सोने की कीमत में उतार-चढ़ाव को एक माध्यम के रूप में इस्तेमाल करते हैं।
सोने के वायदा कारोबार के प्रकार: MCX में सोने का वायदा कारोबार कई आकार के लॉट में होता है। लॉट का आकार आपके लेन-देन की कीमत तय करता है। 1 किलो लॉट आकार के सोने के अलावा, गोल्ड मिनी, गोल्ड पेटल और गोल्ड ग़िनीया अनुबंध हैं जो भारत में वायदा कारोबार में आ सकते हैं। मिनी अनुबंध 100 ग्राम का, गिनीया अनुबंध 8 ग्राम का और पेटल अनुबंध 1 ग्राम सोने का होता है। हालांकि, 1 किलो सोने का ट्रेड लोकप्रिय है, इसलिए यह सबसे ज्यादा लिक्विड है।
एक उदाहरण के माध्यम से वायदा अनुबंधों को समझना:
- मान लीजिए कि आप अभी सोने के वायदा अनुबंध में प्रवेश करते हैं। यदि सोने का आखिरी कारोबार मूल्य रु. 50,000 प्रति 10 ग्राम था तो 1 मिनी लॉट के लिए आपके अनुबंध की कीमत रु 50 लाख होगी।
- MCX टिक आकार या न्यूनतम मूल्य 1 रुपए/ प्रति ग्राम है। तो, इस अनुबंध में, आपको प्रत्येक रुपए में वृद्धि या कमी के साथ 100 रुपये का लाभ या हानि होगी। इस अनुबंध से आपको यही लाभ या हानि होगी।
- सबसे पहले, आपको MCX में पंजीकृत ब्रोकर के साथ कमोडिटी ट्रेडिंग अकाउंट खोलना होगा। अकाउंट खोलने के लिए एक फॉर्म भरने और बुनियादी KYC दस्तावेज जैसे पहचान और निवास का प्रमाण, पासपोर्ट साइज फोटो, बैंक विवरण आदि प्रस्तुत करने की आवश्यकता होती है।
- आपका अकाउंट खुल जाने के बाद, आपको मार्जिन मनी को ब्रोकर के पास एक मार्जिन अकाउंट में जमा करना होगा। सोने के वायदा कारोबार के अनुबंध दस्तावेज में आपको मार्जिन दर मिल जाएगी। यदि ट्रेडिंग में घाटे के कारण आपकी बॉन्ड फ्यूचर्स प्रारंभिक मार्जिन राशि कम हो जाती है, तो आपको एक रखरखाव मार्जिन राशि जमा करना होगा। यह वह राशि है जिसका भुगतान करना प्रारंभिक मार्जिन को बनाए रखने के लिए आवश्यक है।