विदेशी मुद्रा व्यापार पर कैसे

विदेशी मुद्रा बाजार को कैसे विनियमित किया जाता है

विदेशी मुद्रा बाजार को कैसे विनियमित किया जाता है
क्षेत्रीय सीमाएं: एफएक्सटीएम ब्रांड यूएसए, मॉरीशस, जापान, कनाडा, हैती, सूरीनाम, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कोरिया, प्यूर्टो रिको, ब्राज़िल, साइप्रस और हांगकांग के अधिकृत क्षेत्र के निवासियों को सेवाएं प्रदान नहीं करता है। हमारे बारंबार पूछे जाने वाले प्रश्‍न(FAQ) खंड विनियम में अधिक जानकारी पाएं।

Los Angeles

विदेशी विनिमय पर नियंत्रण कौन सा बैंक रहता है?

इसे सुनेंरोकेंरिज़र्व बैंक की विनिमय दर नीति विदेशी मुद्रा बाजार में व्यवस्थित प्रणाली को सुनिश्चित करने पर केंद्रित रहती है। इस प्रयोजन के लिए, रिज़र्व बैंक घरेलू और विदेशी वित्तीय बाज़ारों की घटनाओं पर गहन निगरानी रखता है।

इसे सुनेंरोकेंएक मुद्रा की परिवर्तनीयता यह इंगित करती है कि इसे स्वतंत्र रूप से किसी भी अन्य विदेशी मुद्रा में परिवर्तित किया जा सकता है। परिवर्तनीयता का निर्धारण बाजार में मुद्रा की माँग और पूर्ति के आधार पर होता है। चालू खाते की परिवर्तनीयता का मतलब है कि मुद्रा की सीमा पार आवाजाही पर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं है।

किसी मुद्रा की विनिमय दर कैसे निर्धारित की जाती है?

इसे सुनेंरोकेंकिसी भी मुद्रा की विनिमय दर उसकी मांग और आपूर्ति की परस्पर क्रिया द्वारा निर्धारित की जाती है। उदाहरण के लिये, यदि अधिक-से-अधिक भारतीय अमेरिकी सामान खरीदना चाहेंगे, तो रुपए की तुलना में अमेरिकी डॉलर की मांग अधिक होगी, जिसके प्रभावस्वरूप अमेरिकी डॉलर रुपए की अपेक्षा और अधिक मज़बूत हो जाएगा

बाजार दर कैसे निर्धारित होती है?

इसे सुनेंरोकेंविनिमय दर (exchange rate) दो अलग मुद्राओं की सापेक्ष कीमत होती है, अर्थात एक मुद्रा के पदों में दूसरी मुद्रा के मूल्य की माप है। किन्हीं दो मुद्राओं के मध्य विनिमय की दर उनकी पारस्परिक माँग (demand) और आपूर्ति (supply) होती है।

इसे सुनेंरोकेंविनिमय निर्धारण का भुगतान शेष सिद्धान्त बताता है कि विनिमय दर का निर्धारण विदेशी मांग एवं पूर्ति द्वारा निर्धारित होता है। विदेशी विनिमय की मांग उधार पक्ष द्वारा जबकि उसकी पूर्ति भुगतान शेष के जमा पक्ष द्वारा की जाती है और जहां विदेशी विनिमय की मांग उसके पूर्ति के बराबर होती है वहीं विनिमय दर निर्धारित होती है।

स्थिर विनिमय दर से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंघरेलू और विदेशी मुद्राओं के बीच विनिमय दर एक देश की मौद्रिक प्राधिकरण द्वारा तय किया जाता है। इसके तहत विनिमय दर में विदेशी मुद्रा बाजार को कैसे विनियमित किया जाता है एक सीमा से अधिक उतार चढ़ाव की अनुमति नहीं होती है, इसे स्थिर विनिमय दर कहा जाता है। विदेशी मुद्रा जब कमजोर होती है तब तब सरकार इसे खरीद लेती है

क्या है 'डिजिटल विदेशी मुद्रा बाजार को कैसे विनियमित किया जाता है रुपया और इससे लोगों को कितना होगा फायदा? क्या ई-रुपया पर ब्याज भी मिलेगा?

क्या है 'डिजिटल रुपया और इससे लोगों को कितना होगा फायदा? क्या ई-रुपया पर ब्याज भी मिलेगा?

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) केंद्रीय बैंक खुदरा ग्राहकों के लिए डिजिटल मुद्रा 'डिजिटल रुपया' का पायलट परीक्षण एक माह के भीतर शुरू कर सकता है। आरबीआई ने एक बयान में इस बात की जानकारी दी है। आइए जानते हैं डिजिटल रुपया क्या है और इससे ग्राहकों को क्या-क्या फायदा मिलेगा.

  • एक केंद्रीय बैंक की डिजिटल मुद्रा देश की मुख्य मुद्रा का डिजिटल रूप है
  • इसे केंद्रीय बैंक द्वारा जारी और विनियमित किया जाता है
  • सीबीडीसी से वित्तीय समावेशन के साथ भुगतान दक्षता बढ़ती है
  • आपराधिक गतिविधि रोकती है, अंतरराष्ट्रीय भुगतान विकल्पों में सुधार करती है
  • संभावित रूप से शुद्ध लेनदेन
  • लागत को कम करती है

FXTM मार्केट विश्लेषक

हुसैन सईद (Hussein Sayed)

Hussein Al Sayed के पास वित्तीय बाजारों का लगभग 14 वर्षों का अनुभव है। उन्हें CNBC अरेबिया में एंकर की भूमिका के लिए अच्छी तरह से जाना जाता है जहां वे लोकप्रिय सायंकालीन शो बुरसत अल आलम (Bursat Al Alam) की मेजबानी करते हैं।

ब्रॉडकास्ट नेटवर्क से जुड़ने से पहले, हुसैन ने वित्तीय सेवा क्षेत्र में डीलर, ट्रेडर और एनालिस्ट के रूप में कार्य करते हुए अनेक वर्ष बिताए जिसमें उन्होंने इक्विटी, कमोडिटी और विदेशी मुद्रा बाजारों को कवर किया।

CNBC अरेबिया में अपनी भूमिका के अलावा, हुसैन ने हाल ही में स्वयं को FXTM के चीफ स्ट्रैटेजिस्ट एवं MENA के रूप में स्थापित कर लिया है, जो दुनिया के सबसे तेज विकसित होते ऑनलाइन ब्रोकर में से एक है – जो मार्केट रिसर्च रिपोर्ट एग्जीक्यूट और डिलिवर करते हैं, ट्रेडरों की विदेशी मुद्रा बाजार को कैसे विनियमित किया जाता है ट्रेडिंग संबंधी निर्णय लेने में मदद करते हैं।

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    FXTM ब्रांड विभिन्‍न अधिकार-क्षेत्रों में अधिकृत और विनियमित है।

    जुए को वैध व विनियमित करने की आवश्यकता

    ब्रिटेन में जुआ क्षेत्र के नियामक गैम्बलिंग कमीशन की आयुक्त सारिका पटेल हाल में अखिल भारतीय जुआ संघ द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने भारत आई थीं। निजी और सार्वजनिक क्षेत्र में 25 वर्षों से अधिक का अनुभव प्राप्त चार्टर्ड अकाउंटेंट पटेल ने सुदीप्त दे से बातचीत में चर्चा की कि जुआ क्षेत्र को वैध बनना और उसका विनियमन कैसे देशहित में है। पेश हैं मुख्य अंश:

    गैम्बलिंग कमीशन की स्थापना गैम्बलिंग ऐक्ट 2005 के तहत की गई ताकि ब्रिटेन में वाणिज्यिक जुए को विनियमित किया जा सके। मुख्य तौर पर हमारे तीन उद्देश्य बताए गए हैं: पहला, जुए को अपराध मुक्त बनाए रखना। दूसरा, लोगों के लिए जुए को निष्पक्ष एवं पारदर्शी बनाना। तीसरा, कमजोर तबकों को सुरक्षा प्रदान करना और बच्चों को जुए से दूर रखना।

    एक नया कानून 1 नवंबर 2014 से प्रभावी हुआ। इसके तहत ब्रिटेन के लोगों के लिए जुए से संबंधित लेनदेन करने वाले अथवा विज्ञापन देने वाले सभी ऑपरेटरों को इस कमीशन से लाइसेंस लेना अनिवार्य कर दिया गया भले ही उसका मुख्यालय कहीं भी हो।

    पूंजी बाजार(Capital market) क्या है ?

    पूंजी बाजार भारतीय वित्‍तीय प्रणाली का सर्वाधिक महत्‍वपूर्ण खण्‍ड है। यह कंपनियों को विदेशी मुद्रा बाजार को कैसे विनियमित किया जाता है उपलब्‍ध एक ऐसा बाजार है जो उनकी दीर्घावधिक निधियों की जरुरतों को पूरा करता है। यह निधियां उधार लेने और उधार देने की सभी सुविधाओं और संस्‍थागत व्‍यवस्‍थाओं से संबंधित है। अन्‍य शब्‍दों में, यह दीर्घावधि निवेश करने के प्रयोजनों के लिए मुद्रा पूंजी जुटाने के कार्य से जुड़ा है।
    इस बाजार में कई व्‍यक्ति और संस्‍थाएं (सरकार सहित) शामिल हैं जो दीर्घावधि पूंजी की मांग और आपूर्ति को सारणीबद्ध करते हैं और उसकी मांग करते हैं। दीर्घावधि पूंजी की मांग मुख्‍य रूप से निजी क्षेत्र विनिर्माण उद्योगों, कृषि क्षेत्र, व्‍यापार और सरकारी एजेंसियों की तरफ से होती है। जबकि पूंजी बाजार के लिए निधियों की आपूर्ति अधिकतर व्‍यक्तिगत और कॉर्पोरेट बचतों, बैंकों, बीमा कंपनियां, विशिष्‍ट वित्‍त पोषण एजेंसियों और सरकार के अधिशेषों से होती है।
    भारतीय पूंजी बाजार स्‍थूल रूप से गिल्‍ट एज्‍ड बाजार और औद्योगिक प्रतिभूति बाजार में विभाजित है -

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