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अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश?

अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश?
अब, यदि आप फिर से ग्राफ का अवलोकन करते हैं और रिटर्न को मंदी के बाद उत्पन्न होते देखते हैं, तो आपको यह जानकर हैरानी होगी कि अगले 2-3 वर्षों में पूरे बाजार में दो अंकों का रिटर्न हुआ, जिसमें स्मॉल-कैप अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश? और मिडकैप इंडेक्स में समान अवधि में 200% से अधिक रिटर्न प्राप्त हुआ। 2013 में कुछ ऐसा ही हुआ था जब पीटा-डाउन स्माल-कैप और मिड-कैप इंडेक्स अगले 4 वर्षों में क्रमशः अपने मूल मूल्यों से 3.7 गुना और 3.3 गुना से अधिक हो गया था।

ELSS में निवेश से पहले जानने योग्य बातें

म्युचुअल फंड में निवेश करने के लिए सही समय

बाजार की मौजूदा स्थिति से निवेशक भ्रमित हो जाते हैं। भले ही सेंसेक्स और निफ्टी अपने सर्वकालिक उच्च स्तर की दूरी को छू रहे हों, लेकिन मिडकैप और स्मॉल कैप में मूड नकारात्मक होता है। बजट 2019 के बाद से लगभग सभी क्षेत्रों में खून बह रहा है और एफपीआई ने भी बाजार से बाहर निकलना शुरू कर अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश? दिया है। बढ़ी हुई अस्थिरता, प्रतिकूल सरकारी नीतियों और गिरती अर्थव्यवस्था से निवेशकों ने यह सवाल किया है कि क्या म्यूचुअल फंड में निवेश करने का यह सही समय है। हमारी समझ यह है कि यह वास्तव में म्यूचुअल फंड में आने का एक बड़ा समय है और आइए समझते हैं कि क्यों।

आइए इसे एक सरल उदाहरण से समझते हैं जहां हम मानेंगे कि आप एक विशेष जोड़ी जूते खरीदना चाहते हैं, लेकिन उन्हें खरीदने के लिए कीमतें बहुत अधिक हैं। फिर एक दिन आपको वो जूते 50% छूट पर मिलते हैं। अब, उन जूतों को उनके मूल मूल्य के आधे पर उपलब्ध होने के बाद आपकी प्रतिक्रिया क्या होगी? मुझे पूरा यकीन है कि आप में से अधिकांश उन्हें खरीद लेंगे।

अगर हर महीने बचा लेते हैं कुछ रुपये? तो इन टिप्स का करें इस्तेमाल होगा बड़ा फायदा

  • Vijay Parmar
  • Publish Date अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश? अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश? - November 23, 2021 / 02:48 PM IST

अगर हर महीने बचा लेते हैं कुछ रुपये? तो इन टिप्स का करें इस्तेमाल होगा बड़ा फायदा

A Smart & Simple Tips to Manage Your Finances: गुजरात के जामनगर में रहने वाले 43 वर्ष के पंकज भाई कटारमल एक दुकानदार हैं, जो हर महीने 10,000 से 12,000 रूपये की सेविंग कर लेते हैं. अपनी बचत के पैसे कहां और कैसे निवेश करने चाहिए, उसकी जानकारी ना होने से पंकजभाई की सारी सेविंग या तो घर पर नकद के रूप में या सेविंग अकाउंट में पडी हैं. उनके जैसे कई लोग हैं जो हर महीने कुछ ना कुछ पैसे बचा लेते हैं, लेकिन निवेश नहीं करते. सेविंग किया गया पैसा ऐसे ही पडा रहे, तो वास्तव में उसका मूल्य कम होता हैं, क्योंकि महंगाई दर 5-6 फीसदी बढ़ रही हैं और बैंक सेविंग अकाउंट में सिर्फ 3-4 फीसदी ब्याज मिलता है.

लॉन्ग टर्म निवेश

अपने जीवन के लॉन्ग टर्म लक्ष्यों जैसे अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश? बच्चों की शादी, घर की खरीद, और सबसे महत्वपूर्ण – अपने रिटायरमेंट की प्लानिंग के लिए जितना ज्यादा पैसा बचाएंगे उतना ही बेहतर फायदा मिलेगा. इसके लिए आपको अपनी सेविंग का सबसे अधिक हिस्सा निवेश करना चाहिए. आदर्श रूप से, आपको कम से कम अपनी आय का 20% बचाने का लक्ष्य रखना चाहिए और बचत की गई राशि का 60% से अधिक लॉन्ग-टर्म के लिए निवेश करना चाहिए.

इसके लिए आपको कुछ पैसे अपने पास रखने चाहिए. इसके लिए आप कुछ पैसा अपने पास नकद के रूप में या सेविंग बैंक अकाउंट में, बैंक FD के रूप में रख सकते हैं. इसका इस्तेमाल इमरजेंसी फंड के लिए भी कर सकते हैं. इसमें वह पैसा भी शामिल होना चाहिए जिसे आप आगामी बड़े खर्चों जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स/ छुट्टियों/ त्योहारों/ पारिवारिक कार्यक्रमों की खरीद के लिए अलग रखना चाहते हैं.

इस तरह के खर्चों को पूरा करने के लिए अपनी लंबी अवधि की बचत का कभी इस्तेमाल न करें. ऐसे खर्चों के लिए पहले से योजना बनाएं और खर्च होने से पहले के महीनों में कुछ हिस्सों में बचत करें. इससे आपको दो काम करने में मदद मिलती है – अपने दीर्घकालिक निवेश से मिलने वाले पावर ऑफ कंपाउंडिंग के फायदे को कम करने से और लोन/क्रेडिट लेने से. आदर्श रूप से, आपकी बचत का 10-20% इसके लिए आवंटित किया जा सकता है.

मंदी की आहट के बीच FD ही बनेगी सहारा, हर महीने होती रहेगी कमाई, खर्चे की टेंशन होगी दूर

मंदी की आहट के बीच FD ही बनेगी सहारा, हर महीने होती रहेगी कमाई, खर्चे की टेंशन होगी दूर

TV9 Bharatvarsh | Edited By: Ravikant Singh

Updated on: Jul 07, 2022 | 4:48 PM

शेयर बाजार में लगातार गिरावट है. लोगों के पैसे धड़ाधड़ डूब रहे हैं. ऊपर से मंदी का खतरा. ऐसे में कुछ ऐसा करना होगा जिससे सेविंग के साथ खर्च की भी टेंशन दूर हो जाए. सेविंग भी होती रहे और रिटर्न से आपका खर्चा चलता रहे. अगर ऐसी जरूरत आप महसूस करते हैं, तो फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) अच्छा साधन हो सकता है. एफडी आपको रातोंरात अमीर नहीं बना देगी, लेकिन शेयर बाजार (Share Market) की गिरावट से आपको सुकून जरूर दे सकती है. शेयर बाजार में अभी जिस तरह से कोहराम मचा है, उससे साफ है कि बाजार में पैसा लगाना अभी मुनासिब नहीं. फिर पैसा लगाएंगे कहां जिससे कि आज और कल दोनों सुरक्षित हो. इसका जवाब है एफडी. आइए जानें क्यों.

मंदी की आहट के बीच FD ही बनेगी सहारा, हर महीने होती रहेगी कमाई, खर्चे की टेंशन होगी दूर

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TV9 Bharatvarsh | Edited By: Ravikant Singh

Updated on: Jul 07, 2022 | 4:48 PM

शेयर बाजार में लगातार गिरावट है. लोगों के पैसे धड़ाधड़ डूब रहे हैं. ऊपर से मंदी का खतरा. ऐसे में कुछ ऐसा करना होगा जिससे सेविंग के साथ खर्च की भी टेंशन दूर हो जाए. सेविंग भी होती रहे और रिटर्न से आपका खर्चा अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश? चलता रहे. अगर ऐसी जरूरत आप महसूस करते हैं, तो फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) अच्छा साधन हो सकता है. एफडी आपको रातोंरात अमीर नहीं बना देगी, लेकिन शेयर बाजार (Share Market) की गिरावट से आपको सुकून जरूर दे सकती है. शेयर बाजार में अभी जिस तरह से कोहराम मचा है, उससे साफ है कि बाजार में पैसा लगाना अभी मुनासिब नहीं. फिर पैसा लगाएंगे कहां जिससे कि आज और कल दोनों सुरक्षित हो. इसका जवाब है एफडी. आइए जानें क्यों.

लॉक इन पीरियड

धारा 80 सी के तहत पेश किए गए अन्य सभी कर-बचत उत्पादों में इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम की सबसे छोटी लॉक-इन अवधि है। इसमें 3 साल की लॉक-इन अवधि है जिसका अर्थ है कि आप 3 साल पूरा होने से पहले अपने निवेश को रिडीम नहीं कर सकते हैं।

तुलनात्मक रूप से सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) में 15 साल का लॉक-इन पिरीयड है और राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) पांच साल के लॉक-इन पीरियड के साथ आता है।

मगर ऐसा नहीं है कि Equity Linked Saving Schemes फंड को अल्पावधि निवेश के विकल्प के रूप में देखा जाए। ईएलएसएस में एक इक्विटी निवेश होने के नाते आपको कम से कम 7 से 10 वर्षों का दीर्घकालिक निवेश की सोच रखने की आवश्यकता है। इसके अतिरिक्त आपको ईएलएसएस फंड में निवेश करते समय लक्ष्य उन्मुख होना चाहिए जिससे आप इस योजना का अधिकतन लाभ उठा सकते हैं।

ELSS निवेश में शामिल रिस्क

ईएलएसएस फंड ज्यादातर कंपनियों के इक्विटी स्टॉक में निवेश करते हैं। इक्विटी फंड नेट अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश? एसेट वैल्यू एनएवी में उतार-चढ़ाव का जोखिम लेते हैं। इसके कारण, ईएलएसएस फंड एक नए निवेशक के लिए जोखिम भरा प्रस्ताव प्रतीत हो सकता है। हालांकि इसकी वजह से ऐसे निवेशों का लाभ लेने से घबराना नहीं चाहिए।

आपको बस इतना करना है कि लम्बी अवधि के लिए निवेश किया जाए। अन्य परिसंपत्ति वर्गों की तुलना में, इक्विटी अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश? फंडों को लंबे समय तक औसत रिटर्न देने वाला माना जाता है। लम्बी अवधि का निवेश उतार चढ़ाव की अस्थिरता पर काबू पाने में मदद करता है। बाजार की अस्थिरता छोटी अवधि के निवेशों पर अधिक असर डालती है।

कर छूट की अधिकतम सीमा

धारा 80 सी में कर छूट के लिए कई योजनाएं उपलब्ध हैं जिसमें कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) और जीवन बीमा पॉलिसी जैसे कई निवेश योजनाएँ शामिल हैं जो कर कटौती के लिए उपयोग की जा सकतीं हैं। धारा 80 सी के तहत उपलब्ध अस्थिर शेयर बाजार में कहां करें निवेश? अधिकतम कर छूट सीमा 1.5 लाख रुपये है। यदि आपने पहले से ही अन्य निवेशों के माध्यम से कुछ निवेश किया है तो ईएलएसएस में आपका पूरा निवेश कटौती के लिए उपलब्ध नहीं हो सकता। इस प्रकार आपकी निवेश राशि को अंतिम रूप देने से पहले निवेश की राशि के बारे में निर्णय लेने के लिए कुछ बुनियादी गणना करनी पड़ेगी। जानिये अन्य टैक्स सेविंग स्कीम कौन कौन सी हैं।

इक्विटी में निवेश करने के कारण ईएलएसएस फंडों में अन्य निवेशों के मुकाबले ज्यादा रिटर्न देने की क्षमता रखते है। लेकिन आप निवेश पर रिटर्न के बारे में अवास्तविक उम्मीद नहीं कर सकते हैं। इसके अलावा, इक्विटी में कोई गारंटीकृत रिटर्न नहीं है। फंड प्रदर्शन विभिन्न समय अवधि के अनुसार भिन्न भिन्न हो सकता है। केवल तभी जब आप लंबे समय तक निवेश करते हैं तभी अछे रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं।

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