इंट्राडे ट्रेडिंग के साथ ट्रेड कैसे शुरू करें

शेयर मार्केट में Option Trading क्या है, Call और Put क्या है
शेयर मार्केट में बहुत सारे लोगों को नहीं पता Option Trading क्या है, Call और Put क्या है। शेयर बाज़ार में ट्रेडिंग करने के लिए बहुत सारे माय्धाम है उनमे से एक है Option Trading। बहुत सारे लोग शेयर मार्केट में Call & Put खरीद करके ट्रेडिंग करते हैं। आज हम सरल भाषा में जानेंगे Option Trading कैसे करे, क्या हैं-
Option Trading क्या हैं:-
आपको नाम से ही पता लग गया होगा Option का मतलब विकल्प। उदाहरण के लिए- मान लीजिये आप एक कंपनी का 1000 शेयर 5000 रुपये प्रीमियम देकर 1 महीने बाद का 100 रुपये में खरीदने का Option लेते हो। ऐसे में उस कंपनी का शेयर 1 महीने बाद 70 हो गया तब आपके पास विकल्प (Option) रहेगा उस शेयर को नुकसान में ना खरीदने का।
ऐसे में आपका प्रीमियम का पैसा डूब जायेगा। आप्शन ट्रेडिंग में नुकसान आपका उतना ही है जितना पैसा आपने प्रीमियम लेते समय दिया था। तो ऐसे में नुकसान कम से कम करने के लिए Option का प्रयोग होता हैं।
Call और Put क्या है:-
Option Trading दो तरह का होता है एक है Call और दूसरा Put। ऑप्शन ट्रेडिंग में आप दोनों तरफ पैसा लगा सकते हैं। आप यदि Call खरीद रहे हो तो तेजी की तरफ पैसा लगा रहे हो ठीक उसी तरह Put खरीदते हो तो मंदी की तरफ पैसा लगा रहे हो। आप जिस प्राइस के ऊपर Call खरीदा उसके ऊपर का प्राइस जाने के बाद ही आपको फ़ायदा होगा। ठीक उसी तरह Put खरीदा तो जिस प्राइस के ऊपर खरीदा उसके नीचे गया तो ही आपको फ़ायदा होगा।
Option Trading का Expiry कब होता है:-
Option Trading में दो तरह का Expiry होता है एक होता है सप्ताह और दूसरा होता है महीना में। सप्ताह (Weekly Expiry) में हर गुरूवार को ही NIFTY 50 और BANK NIFTY का expiry होता हैं। महीना में शेयर का अंतिम गुरूवार expiry होता है, जो शेयर Option Trading में लिस्टेड हैं।
कब ज्यादा नुकसान हो सकता है:-
जो लोग Call या Put Option को खरीदते है उनको Premium का ही ज्यादा से ज्यादा नुकसान हो सकता है। लेकिन जो लोग Call और Put को बेच देते है उनका नुकसान असीमित हैं। बहुत बड़े बड़े ट्रेडर ही Call या Put को बेचते हैं उसके पास नॉलेज के साथ पैसा भी बहुत होता हैं।
Option Trading कैसे करे:-
ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए आप एक कंपनी का 1 शेयर नहीं खरीद सकते आपको LOT में खरीदना पड़ेगा. Nifty50 का एक Lot 75 का होता है लेकिन शेयर में ज्यादा होता हैं। किसी भी शेयर और Nifty50, Bank NIfty का Option खरीदने के लिए आपको जाना होगा आपके Demat Account में। उसके बाद जो भी खरीदना है उसमे आपको देखने को मिलेगा Option Chain आप उस पर से आपको Call या Put जो भी खरीदना है खरीद सकते हैं।
क्या आपको Option Trading करना चाहिए हमारी राय:-
दोस्तों आप यदि नए हो शेयर मार्केट में तो आपको इतना जोखिम नहीं लेना है। आपको लंबे समय के लिए शेयर में इन्वेस्ट करना चाहिए। Option Trading बहुत ज्यादा रिस्क भी है और रिवॉर्ड भी। आप यदि सही तरीके से पैसा लगाएंगे तो आपको बहुत अच्छा मुनाफा होगा। किसी के दिए हुए नुस्के से आप बिल्कुल मत इन्वेस्ट करो आप पहले सीखिए उसके बाद इन्वेस्ट करे।
आशा करता हु आप हमारे पोस्ट शेयर मार्केट में Option Trading क्या है, Call और Put क्या है पढ़के आपको सिखने को मिला। और भी शेयर मार्केट के बारे में जानने के लिए आप हमारे और भी पोस्ट को पढ़ सकते हैं।
Reader Interactions
Comments
Usman Ansari says
Agar manlo mne nifty ka bau 16050 chal rha hai or uski expire date kal hai or mne aaj call option buy kr liya 17000 to or wo hit ho gya to kya m aaj hi sell kr skta hu
Intraday Trading Stocks:एक्सपर्ट्स दे रहे उछाल पर बिकवाली की सलाह, जाने इंट्राडे में बंपर कमाई के लिए कहां लगाएं दांव
रुचित जैन की ट्रेडरों को उछाल पर बिकवाली की सलाह है। उनका ये भी कहना है कि इंट्राडे पुल बैक में लॉन्ग पोजीशनों को हल्का कर लेना चाहिए
HDFC Securities के सुबाश गंगाधरन (Subash Gangadharan) का कहना है कि नियर टर्म में निफ्टी में कोई पुलबैक रैली देखने को मिल सकती है। लेकिन हमें ये जरूर याद रखना चाहिए बाजार का इंटरमीडिएट ट्रेंड अभी भी कमजोर बना हुआ है
आईटी के साथ ही दूसरे अहम सेक्टोरल इंडेक्सों में आई बिकवाली के चलते कल के कारोबार में भारतीय बाजार लगातार तीसरे दिन गिरावट के साथ बंद हुए थे। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 303.35 अंक यानी 0.56 फीसदी की गिरावट के साथ 53749.26 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 99.35 अंक यानी 0.62 फीसदी टूटकर 16025.80 के स्तर पर बद हुआ था। निफ्टी बैंक कल का अकेला गेनर रहा था। वहीं, आईटी, कैपिटल गुड्स,ऑयल एंड गैस और रियल्टी में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली थी। कल के कारोबार में मिड और स्मॉल कैप शेयरों की भी भारी पिटाई हुई थी।
बाजार जानकारों का कहना है कि निफ्टी के डेली टाइम फ्रेम से संकेत मिलता है कि इसने 15735 के आसपास डबल बॉटम बना लिया है और पिछले शुक्रवार को इसमें तेज रैली भी देखने को मिली थी। हालांकि निफ्टी 16400 के हाल के स्विंग हाई को मजबूती के साथ पार करने में सफल नहीं रहा है। इसमें सुस्ती देखने को मिल रही है। पिछले तीन कारोबारी सत्रों से निफ्टी में करेक्शन देखने को मिल रहा है।
यह छोटा सा काम करके शेयर बाजार से कमा सकते हैं करोड़ों
नोएडा. हर शख्स की कम समय में ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने की चाहत होती है। अगर आप भी कम समय में ज्यादा पैसा कामाना चाहते हैं तो आप की यह चाहत शेयर बाजार (Share market) से पूरी हो सकती है। अब सवाल पैदा होता है कि शेयर बेजार में काम कैसे शुरू की जाए। यानी शेयर बाजार में निवेश और ड्रेडिंग (Trading and Investment in stock market) के करने से पहले क्या करना पड़ता है। आइए आज हम आपके इन ही उलझनों को दूर कर ये बताएंगे कि शेयर बाजार में ट्रेडिंग और निवेश कैसे कर सकते हैं।
फाइनेंशियल एक्सपर्ट (Financial expert) और ग्रेटर नोएडा के जीएल बजाज इंस्टीट्यूट के प्रोफेसर रीपू दमन गॉड ने बताया कि शेयर बाजार में निवेश या ट्रेड करने के लिए एक डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत होती है। यह अकाउंट किसी भी शेयर ब्रोकर के माध्यम से खुलवाया जा सकता है। ये दोनों अकाउंट एक साथ खुल जाते हैं। आमतौर पर डीमैट अकाउंट को खुलवाने की औसतन फीस 500 रुपए तक होती है, लेकिन ज्यादातर ब्रोकर कंपनियां (Broakage houses in india) पहले एक साल के लिए यह अकाउंट फ्री खोल देती है। हालांकि, इसके बाद हर साल कंपनी अकाउंट मेंटेनेंस के लिए 200 से 500 रुपए तक फीस चार्ज करती है।
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के लिए पैन (PAN Card) , आधार कार्ड (Aadhar Card) या एक अन्य ID के अलावा बैंक अकाउंट (Bank Account) का डिटेल देना होता है। ये सभी दस्तावेज देने के बाद निवेशक का डीमैट और ट्रेडिंग खाता खुल जाता है। अजकल ऑनलाइन डीमैट खाते खुलवाए जा सकते हैं। इसके लिए आपको किसी भी ब्रोकिंग कंपनी की वेबसाइट पर जाकर खुद का रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके बाद मांगे गए सभी दस्तावेज आपको अपलोड करना होगा। यह प्रक्रिया पूरी करने के बाद आपको 24 घंटे के बाद आपको ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट की आईडी और पासवर्ड दे दी जाएगी। इसके बाद अप अपने मोबाइल या डेस्क टॉप पर कंपनी का ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर डाउनलोड करने के बाद दिए गए लॉगइन आईडी और पासवर्ड से लॉगइन कर ट्रेड और निवेश शुरू कर सकते हैं। यानी अकाउंट खोलने के 72 घंटे के भीतर आप शेयर बाजार में ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं। इसके अलावा आप कंपनी के कस्टोमर केयर नम्बर पर कॉल करके भी शेयर खरीद और बेच सकते हैं।
देश में कई बड़े शेयर ब्रोकर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इनमें सबसे प्रमुख ब्रोकरों के वेबसाइट की यूआरएल नीचे दी गई है। इन में से किसी भी वेबसाइट पर जाकर आप अपना डीमैट अकाउंट खुलवा सकते हैं। अकाउंट खुलवाने से पहले ब्रोकर हाउस से ब्रोकरेज की पूरी जानकारी ले लें, क्योंकि कुछ कंपनियां बहुत ज्यादा ब्रोकरेज चार्ज करती है, जिसकी वजह से आपकी कमाई का एक बड़ा हिस्सा ब्रोकर के पास ही चला जाता है।
https://www.angelbroking.com
https://www.motilaloswal.com/
https://www.karvy.com/
https://www.sharekhan.com/
https://trade.indiabulls.com/
https://zerodha.com/
https://www.smctradeonline.com/
https://www.rkglobal.net/
https://www.tradeswift.net/
https://choicebroking.in
देश में डीमैट अकाउंट की सेवाएं NSDL और CDSL दो कंपनियां प्रदान करती है। देशभर के सभी ब्रोकर इन्हीं दोनों कंपनियों से मिलकर डीमैट अकाउंट की सेवाएं देते हैं। देशभर के सभी निवेशकों के शेयर इन्हीं दोनों कंपनियों NSDL और CDSL की डिपॉजिटरी में रखे जाते हैं। इन के शेयरों के साथ ब्रोकर्स भी छेड़छाड़ नहीं कर सकते हैं। हालांकि, Trading Account ब्रोकर की कंपनी में खोला जाता है। इस अकाउंट के माध्यम से शेयर की खरीद और बिक्री होती है। इसमें खरीद और बिक्री का पूरा रिकॉर्ड रहता है। इसमें यह सभी जानकारी दर्ज होती है कि किस दिन कितने बजे किस रेट पर शेयर खरीदा या बेचा गया। इसका पूरा रिकॉर्ड ब्रोकर्स के पास रहता है। इसके अलावा यह रिकॉर्ड स्टॉक एक्सचेंज के पास भी होता है। इसका लाभ यह है कि दो जगह पर रिकॉर्ड होने के चलते निवेशक या ट्रेडर के साथ धोखाधड़ी की आशंका नहीं रहती है।
स्टॉक मार्केट (Stock Market) में जरूरी नहीं है कि लंबे समय के लिए निवेश करके ही कमाई हो। स्टॉक मार्केट (Stock Market) में हर दिन कमाई का इंट्राडे ट्रेडिंग के साथ ट्रेड कैसे शुरू करें मौका भी मिलता है। सिर्फ इसके लिए जरूरी है कि स्टॉक मार्केट खुलने के पहले ही कुछ तैयारी कर ली जाए और फिर बाजार खुलते ही पोजिशन ले ली जाए। ज्यादातर ब्रोकर डेली टिप्स जारी करते हैं, जो वह अपने कस्टमर्स को भेजती हैं। कई ब्रोकरेज कंपनियां इन टिप्स के लिए प्रीमियम सर्विस भी देती हैं। रोज कमाई के लिए जरूरी नहीं है कि लोगों के पास बहुत पैसा हो, कुछ हजार रुपए में भी स्टॉक मार्केट से कमाई शुरू की जा सकती है।
Paytm Money ने शुरू की F&O में निवेश की सुविधा, हर ट्रेड पर शुल्क महज 10 रुपये
Paytm Money ने F&O में निवेश की सुविधा शुरू की है, जिसमें हर ट्रेड पर महज 10 रुपये शुल्क वसूला लिया जाएगा.
Published: February 18, 2021 5:00 PM IST
भारत के घरेलू डिजिटल वित्तीय सेवा प्लेटफॉर्म पेटीएम (Paytm) ने गुरुवार को घोषणा की कि उसकी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी पेटीएम मनी (Paytm Money) ने फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (F&O) ट्रेडिंग को सभी के लिए खोल दिया है. इसका उद्देश्य एक महत्वपूर्ण धन प्रबंधन उत्पाद (Wealth Management Product) के रूप में एफ एंड ओ ट्रेडिंग के साथ लोगों को सशक्त बनाना है.
Also Read:
कंपनी ने एक बयान में कहा कि उसे अपने अर्ली एक्सेस प्रोग्राम के लिए 1 लाख से अधिक अनुरोधों के साथ अपने प्लेटफॉर्म पर एफएंडओ ट्रेडिंग के लिए जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है. ट्रेडिंग अब सभी के लिए पेटीएम मनी एप और वेबसाइट पर लाइव है.
कंपनी ने दावा किया है कि वह फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस ट्रेडिंग के लिए 10 रुपये में सबसे कम और सबसे अधिक प्रतिस्पर्धी ब्रोकरेज की सुविधा यूजर्स को दे रही है. कंपनी ने डिलीवरी के लिए शून्य और इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए प्रति ट्रांजैक्शन ट्रेडिंग फीस केवल 10 रुपये रखी है, जो कि काफी कम है. पेटीएम इंट्राडे ट्रेडिंग के साथ ट्रेड कैसे शुरू करें मनी द्वारा लिया जाने वाला यह शुल्क ग्राहकों को अन्य प्लेटफॉर्म्स की तुलना में काफी कम पड़ेगा.
मूल्य कम होने के साथ-साथ यह अनुभवी से लेकर पहली बार ट्रेडिंग कर रहे व्यापारियों को उनके मोबाइल पर एक सुरक्षित वातावरण में बेस्ट-इन-क्लास उत्पाद के साथ फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस में व्यापार करने का लाभ मिलेगा.
एफएंडओ प्लेटफॉर्म में सहज यूआई और आसान ऑनबोर्डिग है, जो एफ एंड ओ ट्रेडिंग को हर भारतीय के लिए सुलभ और संभव बनाता है.
पेटीएम मनी ने अपने बयान में कहा है कि अर्ली ऐक्सेस प्रोग्राम के दौरान कंपनी ने टियर-3, टियर-4 और शेष भारत के अन्य शहरों से एफ एंड ओ ट्रेड में बड़े पैमाने पर दिलचस्पी देखी है. कंपनी ने 30 वर्ष से कम आयु के उपयोगकर्ता आधार और महिला निवेशकों में धन उत्पादों के प्रति भी रुचि में वृद्धि दर्ज की है.
पेटीएम मनी का उद्देश्य सभी भारतीयों के लिए स्टॉक ट्रेडिंग को सरल बनाना है, चाहे वे अनुभवी व्यापारी हों या पहले से बाजार में निवेश करने वाले व्यापारी हों. यही वजह है कि कंपनी ने अपनी एप और वेबसाइट दोनों के माध्यम से निवेश और व्यापार करने की सुविधा दी है, जिसे संचालित करना बेहद सरल है.
पेटीएम मनी के सीईओ वरुण श्रीधर ने कहा, “हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि जनवरी के अर्ली एक्सेस लॉन्च के बाद एफ एंड ओ के शुरुआती कुछ हफ्तों के दौरान 1 लाख से अधिक उपयोगकर्ताओं को एक्सेस की अनुमति दी गई है. प्लेटफार्म पर टीयर 1 शहरों जैसे मुंबई, दिल्ली, पुणे, हैदराबाद और कोलकाता के यूजर्स ज्यादा हैं. छोटे शहरों में पटना, कोटा और गुंटूर के यूजर्स रुचि दिखा रहे हैं. इसके अलावा 50 प्रतिशत से अधिक यूजर्स की उम्र 20 से 30 साल के बीच हैं.”
उन्होंने कहा, “बिना किसी कॉन्ट्रैक्ट या कमिटमेंट के 10 रुपये प्रति ऑर्डर की हमारी कीमत ट्रेडिंग की समग्र लागत को काफी कम कर देती है और इसे सुपर पारदर्शी भी बनाती है. इसके साथ ही पेटीएम मनी भारत के सबसे व्यापक और शीर्ष डिजिटल धन प्रबंधन प्लेटफॉर्म बनने के लिए एक कदम आगे ले जा रहा है.”
भारत में एफ एंड ओ ट्रेडिंग एक अत्यधिक प्रतिस्पर्धी क्षेत्र है, जो कई पुराने और युवा दिग्गजों को होस्ट करता है. इतने कम समय में पेटीएम मनी पर एफएंडओ ट्रेडिंग का यह व्यापक रूप से अपनाया जाना हमारे लिए काफी महत्व रखता है और प्रत्येक भारतीय के लिए डिजिटल ट्रेडिंग को लोकतांत्रिक बनाने के हमारे प्रयासों के लिए मान्यता को इंगित करता है. फ्यूचर्स और ऑप्शंस सेगमेंट में सरलीकृत ट्रेडिंग के साथ, प्लेटफॉर्म उपयोगकर्ता को बाजारों पर शोध करने, बाजार मूवर्स का पता लगाने, अनुकूलन वॉचलिस्ट बनाने और 50 से अधिक शेयरों के लिए मूल्य अलर्ट सेट करने के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान करता है.
इसके अलावा, बिल्ट-इन ब्रोकरेज कैलकुलेटर के साथ निवेशक लेन-देन शुल्क की खोज कर सकता है और शेयरों को लाभकारी रूप से बेचने के लिए सटीक निवारक मूल्य जान सकता है. इसके अलावा स्टॉक ट्रेडिंग के अनुभव को और अधिक फायदेमंद बनाने के लिए एडवांस्ड चार्ट और कवर ऑर्डर और ब्रैकेट ऑर्डर जैसे अन्य विकल्प जोड़े गए हैं. यह सब बैंक-स्तरीय सुरक्षा के साथ निवेशकों के व्यक्तिगत डेटा को सुरक्षित रखने के लिए पूर्ण डेटा गोपनीयता के साथ उपलब्ध होगा. इसके अलावा, कंपनी अधिक मूल्यवर्धक सुविधाओं के साथ आने की योजना बना रही है और बहुत जल्द अपने मंच पर कुछ और रोमांचक उत्पादों को लॉन्च करने का इरादा रखती है.
पेटीएम मनी वन97 कम्युनिकेशंस की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, जो पेटीएम की मालिक है और इसका संचालन करती है. यह देश का सबसे बड़ा ऑनलाइन निवेश मंच है और अब अपने उपयोगकर्ताओं के लिए स्टॉक, ईटीएफ, आईपीओ, डिजिटल गोल्ड, डायरेक्ट म्यूचुअल फंड और एनपीएस की वर्तमान सुविधा के साथ ही एफ एंड ओ की सुविधा भी लेकर आ गया है.
इसका उद्देश्य पूर्ण-स्टैक निवेश और धन प्रबंधन मंच बनने के साथ ही करोड़ों भारतीयों के लिए धन सृजन के अवसरों को सामने लाना है. इसका मुख्यालय और संचालन बेंगलुरु से होता है, जिसकी टीम में 300 से अधिक सदस्य हैं.
ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें व्यापार की और अन्य ताजा-तरीन खबरें
शेयर बाजार में क्या है कमोडिटी ट्रेडिंग, जानिए कैसे करते हैं खरीद-बेच, कितना फायदेमंद
जिस तरह से हम अपनी रोजमर्रा की जरुरतों के लिए कोई वस्तु यानी कमोडिटी (commodity) जैसे अनाज, मसाले, सोना खरीदते हैं वैसे ही शेयर बााजार (share market) में भी इन कमोडिटी की खरीद बेच होती है. शेयर बााजार के कमोडिटी सेक्शन में इनकी ही खरीद बेच को कमोडिटी ट्रेडिंग (commodity trading) कहते हैं.
- News18Hindi
- Last Updated : May 06, 2021, 09:25 IST
मुंबई. जिस तरह से हम अपनी रोजमर्रा की जरुरतों के लिए कोई वस्तु यानी कमोडिटी (commodity) जैसे अनाज, मसाले, सोना खरीदते हैं वैसे ही शेयर बााजार (share market) में भी इन कमोडिटी की खरीद बेच होती है. शेयर बााजार इंट्राडे ट्रेडिंग के साथ ट्रेड कैसे शुरू करें के कमोडिटी सेक्शन में इनकी ही खरीद बेच को कमोडिटी ट्रेडिंग (commodity trading) कहते हैं. यह कंपनियों के शेयरों यानी इक्विटी मार्केट की ट्रेडिंग से थोड़ी अलग होती है. कमोडिटी की ट्रेडिंग ज्यादातर फ्यूचर मार्केट में होती है. भारत में 40 साल बाद 2003 में कमोडिटी ट्रेडिंग पर लगा प्रतिबंध हटा लिया गया था.
सामान्य तौर पर, कमोडिटी को चार प्रकारों में वर्गीकृत किया जाता है.
कीमती धातु - सोना, चांदी और प्लेटिनम
बेस मेटल - कॉपर, जिंक, निकल, लेड, टीन और एन्युमिनियम
एनर्जी - क्रूड ऑयल, नेचुरल गैस, एटीएफ, गैसोलाइन
मसाले - काली मिर्च, धनिया, इलायची, जीरा, हल्दी और लाल मिर्च.
अन्य - सोया बीज, मेंथा ऑयल, गेहूं, चना
कमोडिटी ट्रेडिंग में क्या अलग है
- कमोडिटी ट्रेडिंग और शेयर बाज़ार ट्रेडिंग करने में बुनियादी फर्क है. शेयर बाजार में आप शेयरों को एक बार खरीद कर कई साल बाद भी बेच सकते हैं लेकिन कमोडिटी मार्केट में दो-तीन नियर मंथ में ही कारोबार होता है. इसलिए सौदे खरीदते या बेचने में एक निश्चित अवधि का पालन करना जरूरी होता है. यह इक्विटी फ्यूचर ट्रेडिंग (equity future trading) की तरह होता है.
फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट क्या है -
दो पार्टियों के बीच यह खरीदने बेचने का ऐसा सौदा होता है जो आज के दाम पर फ्यूचर की डेट में एक्सचेंज होता है. कमोडिटी राष्ट्रीय स्तर ऑनलाइन मॉनिटरिंग और सर्विलांस मैकेनिज्म के साथ ट्रेड होता है. एमसीएक्स और एनसीडीएक्स में कमोडिटी फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट एक महीने, दो महीने और तीन महीने के लिए एक्सापाइरी सायकल के आधार पर खरीदे जाते हैं.
पोर्टफोलियो में विविधता के लिए कमोडिटी में निवेश फायदेमंद -
विशेषज्ञों के मुताबिक पोर्टफोलियों में विविधता के लिए निवेशक को इक्विटी के साथ साथ कमोडिटी में भी निवेश करना चाहिए. इससे कीमतों में उतार-चढ़ाव का फायदा लिया जा सकता है. हालांकि, रिटेल और छोटे निवेशकों को कमोडिटी में निवेश में विशेष सावधान होना चाहिए. बाजार की अस्थिरता और कम जानकारी पूरा पैसा डूबा सकती है. निवेशकों को इसमें डिमांड सायकल और कौन से कारक कमोडिटी बाजार को प्रभावित करते हैं यह जानना जरूरी होता है.
कमोडिटी ट्रेडिंग से फायदा -
भारत में 25 लाख करोड़ रुपए सालाना का कमोडिटी मार्केट तेजी से बढ़ रहा है. यह मुख्यत लिवरेज मार्केट होता है. मतलब छोटे और मध्यम निवेशक भी छोटी सी राशि से मार्जिन मनी के जरिये कमोडिटी ट्रेडिंग कर सकते हैं.
हेजिंग -
किसानों, मैन्युफैक्चरर और वास्तविक उपयोगकर्ताओं के लिए कमोडिटी के दाम में उतार चढ़ाव का रिस्क कम हो जाता है.
पोर्टफोलियों में विविधता -
कमोडिटी एक नए एसेट क्लास के रुप में विकसित हो रही है. यह पोर्टपोलियों में प्रभावी विविधता लाती है.
ट्रेडिंग अपॉरच्यूनिटी -
कमोडिटी का डेली टर्नओवर लगभग 22,000 - 25,000 करोड़ रुपए है, जो एक बेहतर ट्रेडिंग अपॉर्च्यूनिटी उपलब्ध कराती है.
हाई लिवरेज -
इसमें बहुत कम पैसे में आप मार्जिन मनी के सहारे बड़े सौदे कर सकते हैं.
समझने में आसानी-
कमोडिटी के बेसिक नेचर और सिंपल इकोनॉमिक फंडामेंटल की वजह से इसे समझना भी आसान होता है
इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज का क्या है रोल -
इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज वह संस्था है जो कमोडिटी फ्यूचर में ट्रेडिंग के लिए प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराती है. जैसे स्टॉक मार्केट इक्विटी में ट्रेडिंग के लिए स्पेस उपलब्ध कराता है. वर्तमान में फ्यूचर ट्रेडिंग के लिए 95 कमोडिटी उपलब्ध है जो रेगुलेटर फॉर्वर्ड मार्केट कमिशन ( एफएमसी) द्वारा जारी गाइडलाइन और फ्रेमवर्क के अंदर हैं. भारत में 3 नेशनल और 22 क्षेत्रिय एक्सचेंज अभी काम कर रहे हैं.
एमसीएक्स (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) क्या है -
एमसीएक्स (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) द्वारा सुगम कमोडिटी मार्केट में कमोडिटी का कारोबार अक्सर एमसीएक्स ट्रेडिंग के रूप में जाना जाता है. जिस प्रकार बीएसई और एनएसई स्टॉक में कारोबार के लिए मंच प्रदान करते हैं, वैसे ही एमसीएक्स कमोडिटी में कारोबार के लिए एक मंच प्रदान करता है. इसमें कारोबार मेजर ट्रेडिंग मेटल और एनर्जी में होती है. इसमें रोजाना एक्सचेंज वैल्यूम 17,000-20,000 करोड़ है.
एनसीडीएक्स-
यह दिसंबर 2003 में अस्त्तिव मे आया. इसमें मुख्यत एग्री ट्रेडिंग होती है. रोजाना एक्सचेंज वैल्यूम लगभग 2000 - 3000 करोड़.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|