विदेशी मुद्रा व्यापार पर कैसे

अपस्टॉक्स खाते में पैसे कैसे जमा करें

अपस्टॉक्स खाते में पैसे कैसे जमा करें
0 आशुतोष नायक (Editor) अगस्त 20, 2021

शेयर बाजार में निवेश (Share Bazar Mein Invest) कैसे करें

शेयर बाजार में निवेश (Share Bazar Mein Invest) को अपस्टॉक्स खाते में पैसे कैसे जमा करें लेकर पिछले कुछ सालों में भारतीयों में काफी जागरूकता बढ़ी है। अगर आप भी शेयर बाजार में निवेश (Share Bazar Mein Invest) करना चाह रहे हैं, लेकिन समझ में नहीं आ रहा है कि कैसे निवेश करना है, तो यहां जानें इसका तरीका। शेयर बाजार में निवेश (Share Bazar Mein Invest) करना अब काफी आसान है। आप कहीं भी बैठे बैठे शेयर बाजार (Share Bazar) में ऑनलाइन निवेश कर सकते हैं। अब तो मोबाइल से शेयर बाजार में निवेश (Share Bazar Mein Invest) करने का तरीका लोकप्रिय हो रहा है।

Table of Contents

सेविंग्स अकाउंट, डीमैट एकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट: (Savings, Trading and Demat A/c)

जिस तरह से बैंकों से लेन-देन के लिए बैंक सेविंग्स अकाउंट की जरूरत होती है, उसी तरह शेयर बाजार (Share Bazar) में पैसे लगाकर पैसा कमाने के लिए तीन तरह के अकाउंट की जरूरत होती है- पहला, बैंक सेविंग्स अकाउंट, डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट। ये तीनों अकाउंट एक दूसरे से जुड़े रहते हैं।

याद रखें, बैंक में आप सीधे पैसे जमा करते हैं, लेकिन शेयर बाजार (Share Bazar) में आप ऐसा नहीं कर सकते हैं। इसके लिए आपको मार्केट रेगुलेटर सेबी और स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई, एनएसई) से पंजीकृत किसी ब्रोकर या एडवाइजरी (Sebi Registered Advisor)की मदद लेनी होगी। ऐसे ब्रोकर्स की लिस्ट आपको सेबी की वेबसाइट (www.sebi.gov.in) पर मिल जाएगी।

बैंक सेविंग्स अकाउंट तो आप सभी को मालूम होगा कि किसी बैंक में खुलवाना होता है, लेकिन बाकी के दो अकाउंट डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट कहां खुलवाना होगा, ये जानना भी जरूरी है। डीमैट और ट्रेडिंग काउंट खुलवाने से पहले उसके बारे में भी थोड़ा जान लें।

Need a customized investment portfolio?

We have one for you!

Need a customized investment portfolio?

We have one for you!

ट्रेडिंग अकाउंट (Trading Account)

यह एक ऐसा खाता है, जिसमे निवेशक या ट्रेडर के शेयर बेचने के बाद मिला पैसा या फिर शेयर खरीदने के लिए जरूरी पैसा जमा होता है। यह अकाउंट कैसे काम करता है यह भी जान लें। सबसे पहले निवेशक या ट्रेडर अपने ट्रेडिंग अकाउंट में पैसा जमा करते है। उसके बाद वे जिस शेयर को खरीदना या बेचना चाहते हैं, उन शेयर का दाम देखते हैं। इसके बाद वे उस शेयर के दाम के हिसाब से खरीदने या बेचने का ऑर्डर रखते है। यह ऑर्डर स्टॉक एक्सचेंज यानी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) या नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर पहुंचता है। इस ऑर्डर का काउंटर ऑर्डर मिल जाए तो यह ऑर्डर लागू हो जाता है।

अगर शेयर खरीदने का ऑर्डर रखा गया था, तो शेयर खरीदे जाते हैं। साथ ही, इसके पैसे लगने वाले टैक्स और चार्ज के साथ ट्रेडिंग अकाउंट में से कट जाते है और शेयर डीमैट अकाउंट में दो दिन में जमा हो जाते हैं। लेकिन अगर शेयर बेचने का ऑर्डर रखा होगा तो शेयर बेच दिए जाएंगे और उसका पैसा टैक्स और ब्रोकरेज काट कर ट्रेडिंग अकाउंट में जमा कर दिया जाएगा। इस तरह ट्रेडिंग अकाउंट काम करता है।

अब बात अपस्टॉक्स खाते में पैसे कैसे जमा करें आती है डीमैट अकाउंट की (Demat Account)

पहले शेयर को पेपर फॉर्म में रखा जाता था लेकिन अब ऐसा नहीं है। अब इसे इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म या डीमैटेरियलाइज्ड फॉर्म में रखा जाता है। डीमैटेरियलाइज्ड को ही संक्षेप में डीमैट कहते हैं। इस तरह शेयर को जिस अकाउंट में इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में रखा जाता है, उसे डीमैट अकाउंट कहते हैं। शेयरों की खरीद-बिक्री के लिए डीमैट अकाउंट जरूरी है। डीमैट अकाउंट से म्युचुअल फंड, करंसी और कमोडिटी डेरिवेटिव्ज, एनसीडी, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड, सरकारी प्रतिभूति (जी-सेक) आईपीओ, एफपीओ वगैरह भी खरीद -बिक्री कर सकते हैं।

अब बात बैंक अकाउंट की (Bank Account)

शेयर बाजार Share Bazar में कारोबार के लिए आपके पास बैंक सेविंग्स अकाउंट भी होना जरूरी है, ताकि शेयरों की बिक्री से मिलने वाली रकम या शेयर खरीदने के लिए पैसों का भुगतान किया जा सके। कंपनियां अपने निवेशकों को डिविडेंड का भुगतान भी उसी बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करती हैं। कई ब्रोकर्स अपने ग्राहकों को तीनों अकाउंट की सुविधा देते हैं।

शेयर खरीदने और बेचने में आ रही है समस्या, दूर करें अपनी सारी दुविधाएं

नई दिल्ली, बिजनेस। बाजार से लाखों की कमाई के बारे में आप ने भी अक्सर दोस्तों-रिश्तेदारों से सुना होगा। इसे आजमाने का खयाल आया होगा। लेकिन इसके खतरे भी तो जगह-जाहिर हैं, ऐसे में आपका दुविधा में पड़ना लाजमी है। हालांकि एक बार इरादा पक्का कर लिया हो तो इसमें कूदने से जानें शेयर कैसे खरीदें और बेचें और यह भी कि क्या हैं इस खेल की बारीकियां!

5paisa के साथ शुरू करें निवेश का सफर, विजिट करें- https://bit.ly/3n7jRhX

Investing in these three sectors of the stock market gives good returns

भारत में शेयर के सौदे यानी खरीद-बिक्री नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर होती है। पूरी दुनिया में सिक्का जमा चुकी भारतीय कंपनियों के शेयर में आप भी घर बैठे पैसे लगा सकते हैं। अब शेयरों के सौदे डीमैट अकाउंट से होते हैं। और आपको यह जानकार खुशी होगी कि आज डीमैट अकाउंट भी घर बैठे खुल जाता है। वह भी नोमिनल चार्ज देकर! इसके लिए आपको चाहिए पैन कार्ड और बैंक खाता। मजे की बात यह है कि इसमें कागज पर फॉर्म भरने और फोटो चिपकाने का झंझट भी नहीं है।

Investing in these two sectors will be helpful to get good returns in a short time

ऑनलाइन डीमैट खाता खोलने की सुविधा नए दौर की कई ब्रोकरेज कंपनियां देती है मसलन जेरोधा, अपस्टॉक्स और अब तो एमस्टॉक नामक ब्रोकरेज फर्म आजीवन ब्रोकरेज-फ्री के साथ बेहद लुभावने ऑफर दे रहा है। ऑनलाइन फॉर्म भरने का काम पड़ोस के किसी डिजिटल सॉल्यूशन स्टोर में कर सकते हैं, यदि पूरे आत्मविश्वास से खुद कम्प्यूटर पर काम नहीं कर कर पाते हैं तो।

एक बार डीमैट अकाउंट खुल जाए फिर आप आसानी से बाय ऑर्डर और सेल ऑर्डर लगा सकते अपस्टॉक्स खाते में पैसे कैसे जमा करें हैं। पर कैसे और क्या हैं इसकी बारीक बातें जानने के लिए एक उदाहरण लें। यदि आप ने भारतीय स्टेट बैंक के शेयर (एसबीआई) के बारे में लोगों से कुछ अच्छा सुन रखा हो और आप भी ऐसा मानते हैं तो आप एक दिन से लेकर सालों-साल रखने के लिए यह शेयर खरीद सकते हैं। शेयर मार्केट की भाषा में एक दिन के सौदे को इंट्रा डे कहते हैं और इसके बाद रखना ‘होल्ड’ करना है। इंट्रा डे का अर्थ सुबह 9.15 बजे बाजार खुलने से लेकर दोपहर बाद 3.30 बजे बाजार बंद होने तक का सौदा है। इस दौरान सौदा पूरा करना है यानी खरीद और बिक्री दोनों कर लेना है चाहे नफा हो या नुकसान।

Stock Market Investment: Derivatives Market, Know all Details

तो इस सामान्य जानकारी के साथ आप शेयर के सौदागार हो जाएंगे लेकिन कुछ बारीक बातों का ध्यान रखेंगे कि नफा ज्यादा नुकसान कम होगा। यह मान कर चलें कि किसी कारोबार की तरह शेयर बाजार में नफा-नुकसान चलता रहता है। लेकिन नफा ज्यादा और नुकसान कम होता जाए तो आखिर में फायदे का सौदा साबित होगा। नफा में रहना हो तो हमेशा यह चेतावनी याद रखें कि शेयर की खरीदी में बच्चों की तरह मचलना बहुत भारी पड़ने वाला है। इसलिए कुछ भी खरीदने से पहले उसके 52 सप्ताह का सर्वाधिक और सबसे कम दाम देख लें। फिर लगातार 1 सप्ताह के दाम पर ध्यान दें। उतार-चढ़ाव को समझें। जल्दबाजी तो कतई ना करें।

Mutual Fund SIP Stock Market Investments Equity Linked Saving Scheme

जिस कंपनी के कारोबार के बारे में आपकी जानकारी शून्य या लगभग इतनी ही हो तो उसे नहीं आजमाएं। और सबसे बड़ी बात कि आप जो भी रकम लगाना चाहते हैं उसका अधिक से अधिक दसवां भाग एक बार में लगाएं। यह सीख हमेशा याद रखें कि इस बाजार में न तो कंपनियों की कमी है और न ही अवसरों की, जब आप कम दाम पर पसंदीदा शेयर खरीद रहे होंगे। एनएसई की साइट पर बस दो-चार कंपनी के एक दिन से लेकर पूरे साल और बेहतर होगा 5 साल के ग्राफ देख लें आप खुद बहुत कुछ समझ जाएंगे। टीवी चैनलों पर जानकारों से ‘स्टॉप लॉस’ आदि के बारे में भी सीख सकते हैं। लेकिन बेहतर होगा आप शेयर मार्केट में काम करने की स्ट्रैटजी नहीं पूरी प्लानिंग करें।

स्ट्रैटजी एक रणनीति है जो कुछ समय के लिए होगी, लेकिन लंबी रेस का घोड़े लंबी प्लानिंग करते हैं। न तो उधार के पैसे लगाएं और न ही ‘क्रेडिट लिमिट’ लेकर लीवरेज का अधिक लाभ उठायें। ‘क्रेडिट लिमिट’ और लीवरेज शेयर बाजार के दो खास शब्द हैं जिनका मर्म समझें, वरना बाद में पछताना पड़ेगा। ‘क्रेडिट लिमिट’ आपके डीमैट खाते में रखे पैसे के 2 गुना, 4 गुना और इससे भी ज्यादा रकम दांव पर लगाने की सुविधा है जो आपका ब्रोकरेज फर्म देता है। और इस सुविधा को लीवरेज कहते हैं जिसका लाभ लेकर आप बजट से बहुत ज्यादा सौदा खड़ा कर सकते हैं, लेकिन चाल उल्टी पड़ी तो बाजार से पैर उखड़ते देर नहीं लगेगी।

डीमैट अकाउंट क्या है? और Demat Account कैसे खोला जाता है

0 आशुतोष नायक (Editor) अगस्त 20, 2021

यदि आप जानना चाहते हैं कि डीमेट अकाउंट क्या होता है? और डीमेट अकाउंट कैसे खोला जाता है। इसमें कौन कौन से डॉक्यूमेंट की जरूरत होती है। और डीमैट खाता खोलने के लिए आपको कितने पैसे लगते हैं, और समय लगता है। डिमैट अकाउंट से जुड़ी सारी जानकारियां आप इस आर्टिकल में पढ़ सकते हैं। वह भी आसान भाषा में तो चलिए जानते हैं कि डीमेट अकाउंट क्या है?

डीमैट अकाउंट क्या है?

जिस प्रकार से आपका बैंक अकाउंट होता है। उसी प्रकार डीमेट अकाउंट होता है। जैसे हम अपने बैंक खाते में पैसे रखते हैं। उसी प्रकार डिमैट खाते में किसी कंपनी के शेयर रखे जाते हैं। आप इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि जिस प्रकार आपका कोई बैंक वॉलेट होता है। जैसे; गूगल पे, फोन पे इत्यादि। जिसमें पैसा तो होता है, लेकिन डिजिटल पैसा होता है। इसी प्रकार डीमेट अकाउंट में आपके डिजिटल शेयर जमा होते हैं। डिमैट अकाउंट खोलने के लिए आपको ऑनलाइन स्टॉक ब्रोकर की आवश्यकता होती है। भारत में एंजल ब्रोकिंग, जिरोधा, 5paisa अपस्टॉक्स (Upstox) जैसे कई स्टॉक ब्रोकर है। जिनके जरिए आप घर बैठे कुछ ही समय मे अपना डीमेट अकाउंट खुलवा सकते हैं।

कितने पैसे लगते हैं डीमैट अकाउंट खोलने में?

जैसा कि हमने पहले ही बताया है कि डीमेट अकाउंट स्टॉक ब्रोकर के जरिए खोला जाता है। ऐसे में बहुत सारे स्टॉक ब्रोकर होते हैं, और उनके डिमैट अकाउंट ओपनिंग चार्ज भी अलग-अलग होते हैं। हालांकि आपका डीमेट अकाउंट किसी भी स्टॉक ब्रोकर के जरिए 300 से ₹700 में आसानी से बनाया जाता है। लेकिन यहां यह ध्यान रखना भी जरूरी है। कि स्टॉक ब्रोकर चुनते समय आपको डीमेट अकाउंट ओपनिंग चार्ज के अलावा अन्य चार्ज भी देखने होते हैं।

क्योंकि शेयर की खरीदारी और बिक्री के दौरान भी आपसे यह स्टॉक ब्रोकर कई प्रकार के चार्ज लेते हैं। ऐसे में आप यह जरूर देख ले कि अकाउंट ओपनिंग चार्ज के अलावा, अकाउंट मेंटेनेंस चार्ज, इक्विटी डिलीवरी ब्रोकरेज चार्ज, इक्विटी इंट्राडे ब्रोकरेज चार्ज आदि कितने लिए जाएंगे?

डीमैट अकाउंट खोलने के लिए कौन-कौन से डॉक्युमेंट्स लगते हैं?

डीमैट अकाउंट खोलने के लिए मुख्यतः तीन डॉक्यूमेंट की आवश्यकता होती है। जिनमें से एक है आधार कार्ड, जो कि आपके मोबाइल नंबर से जुड़ा होना जरूरी है। दूसरा आपका पैन कार्ड, और तीसरा आपका खुद का बैंक खाता। जोकि इंटरनेट बैंकिंग या किसी वॉलेट से जुड़ा हो। ताकि ट्रेडिंग करते समय ट्रेडिंग अकाउंट में इसकी जरिए पैसे डाले जा सके।

इन तीन डॉक्यूमेंट के अलावा आपको अपनी फोटो, बैंक का 6 माह का स्टेटमेंट आदि की भी जरूरत पड़ सकती है।

कितना समय लगता है डीमेट खाता खुलने में

आप किसी भी स्टॉक ब्रोकिंग ऐप के जरिए कुछ ही 10 मिनट में इस फॉर्म को फिल कर सकते हैं। ठीक वैसे ही जैसे आप किसी नोकरी के लिए आवेदन करते हैं। जिसके बाद 3 से 4 दिन में आपके द्वारा दी गई डिटेल को वेरीफाई कर के स्टॉक ब्रोकर के जरिए आपको बता दिया जाएगा, कि आपका डीमेट अकाउंट खुल गया है। इसमें ज्यादा से ज्यादा तीन से 4 दिन ही लगते हैं। यदि आप सोमवार को अपना डिमैट अकाउंट से संबंधित जानकारी सबमिट करते हैं। तो आपको गुरुवार या शुक्रवार तक शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने की अनुमति मिल सकती है।

क्यों जरूरी है डीमेट एकाउंट

यदि आप शेयर बाजार में ट्रेड या निवेश करना चाहते हैं। तो जाहिर है आप कंपनियों के शेयर खरीदेंगे। ऐसे में जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं। तो आपके ट्रेडिंग अकाउंट में यह शेयर पहुंच जाते हैं, लेकिन जब आप इन शेयर को 1 दिन से ज्यादा के लिए अपने पास रखते हैं। तो स्टॉक एक्सचेंज इन्हें आपके डीमेट अकाउंट में भेजता है। जिसे हम आपके शेयर का लॉकर भी कह सकते हैं। यहां पर आपके द्वारा खरीदे गए शेयर पूरी तरह से सुरक्षित रहते हैं। और आप यहाँ इन्हें सालों तक रख सकते हैं। इसीलिए जरूरी है कि जब आप शेयर बाजार में आए तो आपका डीमेट अकाउंट खुलवाना जरूरी ही नहीं अनिवार्य होता है। इसके बिना आप शेयर बाजार में ट्रेडिंग नहीं कर सकते हैं।

आशा करते हैं कि आपको डीमेट एकाउंट से जुड़ी दी गई जानकारी पसंद आई होगी। यदि फिर भी आपके मन में डीमेट एकाउंट से जुड़ा कोई सवाल है। तो आप कमेंट करके जरूर बताएं।

Ipo and New Investors: क्या होता है आईपीओ, नए निवेश जाने तरीका IPO में पैसा लगाने का तरीका

Ipo and New Investors: किसी व्यक्ति को आईपीओ के लिए आवेदन करने के लिए डीमैट खाते की आवश्यकता होती है। उसके बाद आगामी आईपीओ के लिए कोई ऑन लाइन और ऑफ लाइन आवेदन कर सकते हैं।

Viren Singh

IPO And New Investors

IPO And New Investors (सोशल मीडिया)

IPO and New Investors:आपने IPO (Initial public offering) शब्द काफी सुना होगा। कई हद कर कुछ लोग इसका मतलब भी जानते होंगे,लेकिन कुछ ऐसे हैं जो IPO शब्द को सुने तो हैं, लेकिन असली माने में इसका सही मतलब नहीं जानते है। हर साल कई कंपनियां के बाजार में IPO लॉन्च हो रहे हैं और लोग इन IPO के माध्यम से पैसे कमा रहे हैं। आपके मन में सवाल उठा था होगा कि आखिरी IPO से पैसे कैसा लोग कमाते हैं और यह IPO होता क्या है? इन्ही सब सवालों को देखते हुए आज हम IPO के बारे हर वो जानकारी बताने जा रहे हैं, जो IPO में पैसा लगाने को तैयार नए निवेशकों को काफी मददगार साबित हो सकती है।

क्या होता है IPO?

आईपीओ का अर्थ हिन्दी में आरंभिक सार्वजनिक पेशकश होता है और इसको इंग्लिश में Initial Public Offering कहते हैं। जब कंपनी जनता के बीच पहली बार अपने शेयर लेकर आती है तो उसको आईपीओ कहते हैं। देश में बहुत सी कंपनियां है। हालांकि जब इन कंपनियों का पैसे की जरूरत होती है तो तब यह कंपनियां स्टॉक मार्केट में अपना IPO लेकर आती हैं। यह कंपनियों का फंड हासिल करने का सबसे अच्छा तरीका है। IPO के लॉन्च होते ही कंपनियां स्टॉक मार्केट में लिस्ट होती हैं। उसके बाद लोगों को इन कंपनियों के शेयर की ब्रिकी व खरीदारी करना शुरू कर देते हैं। IPO के जरिए निवेशक कभी कभी तगड़ा लाभ कमा लेते हैं तो वहीं, कभी नुकसान भी उठाना पड़ता है। हालांकि कभी कभी कंपनी शेयर बाजार में लिस्ट होते हुए भी फंड की जरूरत पड़ने पर कुछ IPO को बाजार में उतारती है।

IPO से आते ही कंपनी में हो जाती हिस्सेदारी

IPO लाने के बाद प्राइवेट लिमिटेड कंपनी लिमिटेड बदल जाती है। जब लोग कंपनियों के IPO में निवेश करते हैं तो उनके पास कंपनी की कुछ हिस्सेदारी चली जाती है। इतना ही नहीं, कंपनी के मालिक के साथ साथ कंपनी में निवेश करने वाले निवेशकों का भी अपस्टॉक्स खाते में पैसे कैसे जमा करें महत्व अधिक बढ़ जाता है। हालांकि किसी कंपनी का मालिकाना हक पाने के लिए निवेशक पास कंपनी की 50 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी होनी चाहिए।

निवेशक के लिए इस खाते की सख्त जरूरत

फिलहाल, IPO में पैसा लगाने के लिए सेबी के नियमों के अनुसार, किसी व्यक्ति को IPO के लिए आवेदन करने के लिए सबसे पहले उसके बाद डीमैट खाते होना चाहिए। इसके खाते के खोलने के बाद ही कोई नया या अन्य निवेशक बाजार में आने वाले IPO में पैसा लगा सकता है। डीमैट खाता के बाद निवेशक IPO के आवेदन के लिए ऑन लाइन या ऑफ लाइन जा सकते हैं। डीमैट खाते के लिए एचडीएफसी सिक्योरिटीज, आईसीआईसीआई डायरेक्ट और एक्सिस डायरेक्ट जैसे किसी ब्रोकरेज हाउस जहां पर लोग अपना डीमैट खाता खुलवाते हैं और पैसा निवेश करते हैं। इसके अलावा निवेशक IPO आवेदन पत्र चाहे तो एनएसई या बीएसई वेबसाइट से डाउनलोड कर सकता है या फिर देश में मौजूद ब्रोकरों से IPO आवेदन फार्म हासिल कर सकता है।

रेटिंग: 4.41
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 311
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *