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इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छा शेयर

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छा शेयर
मै आशा करता हूँ कि आपको Best Share Market Books In Hindi इसे आर्टिकल से सम्बंधित जानकरी पसंद आई होगी इस आर्टिकल में बताई गई शेयर मार्किट की सभी बुक्स अच्छे लेखक द्वारा लिखी गयी है आपको इन बुक्स को पढ़ने के बाद शेयर मार्केट की समझ काफी हद तक आ जाएगी

ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है

डिलीवरी ट्रेडिंग क्या है ? [निवेश करने के प्रक्रिया की जानकारी]

दोस्तों, क्या आप शेयर बाजार में निवेश करना चाहते है लेकिन बाजार के प्रतिदिन उतर चढ़ाव का जोखिम नहीं लेना चाहते है ? आपके लिए डिलीवरी ट्रेडिंग (Delivery Trading) एक बेहतर विकल्प है। यह निवेशकों में बहुत लोकप्रिय और सुरक्षित है।

डिलीवरी ट्रेडिंग में निवेशक शेयर को अपने डीमैट खाता में जमा करता है। डीमैट खाता (Demat Account) में निवेशक बिना किसी समय अवधि तक होल्ड करके रख सकता है और फिर इच्छानुसार कभी भी अपने शेयर को बेच सकता है। जैसे इंट्राडे ट्रेडिंग में, ट्रेडर्स को एक दिन के अंदर ही शेयर खरीदने या बेचने की प्रतिबद्धता है, लेकिन डिलीवरी ट्रेडिंग में शेयर खरीदने या बेचने के लिए कोई परिसीमा नहीं है। निवेशक दो दिन के अंदर या दो वर्षो बाद भी अपने शेयर को बेच सकता है।

निवेशक के पास पूर्ण अधिकार होता है की वह अपने इच्छा के अनुसार अपने शेयर को होल्ड या बेच सकता है। डिलीवरी आधारित ट्रेडिंग ऐसे निवेशकों के लिए अच्छा होता है जो ज्यादा जोखिम नहीं लेना चाहते है और लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट स्टॉक में मुनाफा बनाना चाहते हैं। डिलीवरी ट्रेडिंग में निवेशक को शेयर खरीदने से पहले उस कीमत के बराबर पैसे तैयार रखने होते है।

डिलीवरी ट्रेडिंग के नियम

आप डिलीवरी ट्रेडिंग में निवेश करना चाहते है तो आपको कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान देना आवश्यक है। यह आपको सही शेयर खरीदने में मदद करेगा। आप शेयर बाजार में नए है और किसी निपुण निवेशक सलाहकार की मदद चाहिए तो आप CapitalVIa Global Research Limited से संपर्क कर सकते है। आईये जानते है कुछ बुनियादी नियम के बारें में जिसका पालन शेयर खरीदते समय करना चाहिए।

  • सबसे पहले आपको कुछ कंपनी के fundamental Analysis के अध्यन करने के बाद एक सूचि तैयार करे।
  • भविष्य में उसके विकास, बैलेंस शीट आदि को ध्यान में रखकर अपने wishlist में शामिल करे।
  • अपने निवेश के जोखिम के अनुसार अपने डीमैट खाता में उतना धन संचित करे।
  • सही शेयर की कीमत देखकर शेयर को ख़रीदे।
  • बेचने के लिए सही समय की प्रतीक्षा करे ताकि आपको नुकसान नहीं हो।
  • टारगेट और स्टॉप लॉस अवश्य लगाए।
  • आपको पैसे अलग -2 कंपनियों में निवेश करे जिससे आपका जोखिम काम और रिटर्न्स अच्छा प्राप्त होगा।

डिलीवरी ट्रेडिंग कैसे करें?इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छा शेयर

कोई भी निवेशक डिलीवरी ट्रेडिंग को प्रक्रिया का चयन तभी करता है जब उसको long term के लिए निवेश करना है। डिलीवरी ट्रेडिंग में अपने कंपनियों के शेयर कोई खरीदते है और अपने डीमैट खाता में होल्ड करते है। आप अपने शेयर को जब अपने डीमैट इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छा शेयर खाता में रखना चाहे तो रख सकते है और जब आपको अपने शेयर कर अच्छा रिटर्न्स मिल रहा है तो आप उसको बेच इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छा शेयर सकते है। शेयर बेचने का निर्णय आप पर निर्भर है। अन्य इंट्राडे ट्रेडिंग के तरह आप बाध्य नहीं है।

डिलीवरी ट्रेडिंग में, आपके पास पर्याप्त धनराशि होनी चाहिए तभी आप शेयर को खरीद सकते है और बेचने के लिए भी आपके पास उतने शेयर होने चाहिए। डिलीवरी ट्रेडिंग में यदि आपका रणनीत अच्छी है तो आपको एक निश्चित अंतराल के बाद अच्छा रिटर्न्स प्राप्त होगा।

यदि आप शेयर बाजार में नए और आप सही शेयर खरीदने का निर्णय नहीं सकते है तो आपको सेबी रजिस्टर्ड निवेशक सलाहकार के परामर्श से आपको शेयर को खरीदने चाहिए। इससे शेयर बाजार के जोखिम काम हो सकता है।

डिलीवरी ट्रेडिंग के फायदे

डिलीवरी आधारित ट्रेडिंग सरल और सुरक्षित निवेश है इसके साथ -2 अन्य सुविधाएं है।

लॉन्ग टर्म निवेश

डिलीवरी आधारित ट्रेडिंग का सबसे बड़ा फ़ायदा है की आप शेयर को होल्ड कर सकते है, आप किसी समय अंतराल में बाध्य नहीं है।

उदाहरण : मान लीजिए कि अपने किसी कंपनी के शेयर में निवेश किया है और इसे होल्ड रखते हैं। कुछ समय बाद वह कंपनी या व्यवसाय आपको पॉजिटिव रिटर्न्स देता है, तो आप उस इन्वेस्ट में बने रह सकते हैं। लेकिन आपको कोई लाभ दिखाई नहीं देता है, तो आप उस शेयर को कभी भी बेचकर अपने पोजीशन से बाहर हो सकते हैं।

सुरक्षित

जब डिलीवरी आधारित ट्रेडिंग के माध्यम से शेयर खरीदते है तो आप वह शेयर बेचने के लिए समय के बाध्य नहीं है। यह आपके जोखिम की संभावना को इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छा शेयर काम करता है और आपके निवेश को सुरक्षित रखता है।

उदाहरण : मान लीजिए कि अपने किसी कंपनी के शेयर में निवेश किया है और किसी भी कारन से शेयर का दाम अगले दिन गिर जाता है। आप वह शेयर होल्ड रख कर सही समय का इंतज़ार कर सकते हैं। जब शेयर के दाम आपके निवेश किये राशि से ज्यादा है तो आप शेयर बेचकर मुनाफा अर्जित कर सकते है। इसलिए यह शेयर सुरक्षित है।

Intraday trading – इंट्राडे ट्रेडिंग

जब मार्केट 9 बजकर 15 मिनिट में शुरू होता है. और 3 बजकर 30 इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छा शेयर मिनिट मे बंद होता है. उस टाइम के अंदर आप जो कोई भी शेअर्स खरीद लेते है. या बेज देते है उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है. यांनी की आपको इसी टाइम के अंदर शेअर्स खरीद लेना है और बेच देना है. अब हम जानते है इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान

इंट्राडे ट्रेडिंग मे आपको शेअर बाजार के उतार-चढाव के बारे मे पता होना बेहात जरुरी है. इंट्राडे ट्रेडिंग से अगर अच्छे स्टॉक का शेअर्स आप खरीद लेते है तो आप 8000 रुपये per day से भी ज्यादा कमा सकते हो

इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान

इंट्राडे ट्रेडिंग मे जितना फायदा होता है उतना ही रिक्स और loss होता है,इस ट्रेडिंग मे आपको कोई ये नही बताएगा आखिर इंट्राडे मे ट्रेडिंग कैसे करे अगर आपके पास knowledge नही है और आप नये हो तो मेरी ये राय रहेगी आपके लिए ये ट्रेडिंग नही है. क्युकी नये लोग सबसे पहले यही ट्रेडिंग करना शुरू करते है और बाद में उनको असफलता मिलती है अब हम जानते है स्विंग ट्रेडिंग

इस ट्रेडिंग मे कोई भी स्टॉक खरीदकर कुछ दिनो मे या कुछ हप्तो के अंदर बेच सकते हो इसे स्विंग ट्रेडिंग कहा जाता है .इसे ट्रेडिंग किंग भी कहा जाता है. ये ट्रेडिंग इंट्राडे की तरह नही है लेकिन इसमे आप अपना टारगेट प्राईस लगाकर loss और profit को आसानी से झेल सकते हो

स्विंग ट्रेडिंग के फायदे

अगर आप नये हो तो सुरुवात मे आपको यही ट्रेडिंग करनी चाहिए तभी आप अच्छा स्टॉक select कर पाओगे और शेअर मार्केट के उतार और चढाव के बारे मे आसानी से और बारीकीसे जान पाओगे

स्विंग ट्रेडिंग मे अगर आप अच्छे स्टॉक को नही चुन, पाओगे तो आपको लॉस ही होगा क्यूकी इस ट्रेडिंग मे अच्छे स्टॉक को चूनना बेहद जरूरी है ताकी आप ज्यादा दिन तक अच्छे से स्टॉक मे invest कर सके

Intraday Trading Vs Delivery Trading: जानें इंट्राडे तथा डिलीवरी ट्रेडिंग में क्या अंतर है

शेयर मार्केट में निवेश करना वर्तमान दौर में बेहद आसान बनता जा रहा है, लेकिन यहाँ निवेश करने के एक से अधिक विकल्प उपलब्ध हैं, जिनके बारे में एक निवेशक के तौर पर आपके लिए जानना आवश्यक है। उदाहरण के लिए कुछ शेयर मार्केट ट्रेडिंग अल्पकालिक अवधि के लिए होती हैं, जबकि कुछ ट्रेडिंग लंबी अवधि के निवेश के रूप में की जाती हैं।

हालाँकि शेयर बाज़ार में निवेश के कुछ अन्य तरीके भी हैं जैसे फ्यूचर एवं ऑप्शन में निवेश आदि, किन्तु आज इस लेख में हम मुख्यतः अवधि के आधार पर शेयर मार्केट में करी जाने वाली ट्रेडिंग के विषय में समझेंगे। इस प्रकार शेयर बाजार में दो तरीके से ट्रेडिंग करी जा सकती हैं, जिन्हें हम इंट्राडे ट्रेडिंग या डिलीवरी आधारित ट्रेडिंग (Intraday Trading Vs Delivery Trading) इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छा शेयर के रूप में जानते हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) क्या है?

जब कोई ट्रेडर या निवेशक एक ही ट्रेडिंग दिन के भीतर शेयरों की खरीद और बिक्री करता है, तो इसे इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) कहा जाता है। इस प्रकार की ट्रेडिंग में शेयरों को कम समय में लाभ कमाने के उद्देश्य से खरीदा जाता है, लंबी अवधि के निवेश के रूप में नहीं।

इंट्राडे ट्रेडिंग में किसी ट्रेडिंग दिन में शेयर की कीमत में हुए परिवर्तन के आधार पर ट्रेडर लाभ अर्जित करते हैं, गौरतलब है कि, डिलीवरी ट्रेडिंग के विपरीत यहाँ कोई ट्रेडर किसी शेयर को पहले बेचकर बाद में खरीद भी सकते हैं। ऐसा उस स्थिति में किया जाता है, जब ट्रेडर को किसी शेयर की कीमतों में गिरावट का अंदेशा होता है, ऐसे में ट्रेडर दिन की शुरुआत में शेयर बेच देते हैं तथा दिन के मध्य या अंत में जब शेयर के दाम गिर जाएं तो उसे खरीद लेते हैं।

Target Kya Hai

जब आप कम दाम में शेयर खरीदते है तो आप एक अनुमान लगाते है कि यह शेयर मैंने 100 रूपए प्रति शेयर कि कीमत पर ख़रीदा है और इसको में 105 रूपए प्रति शेयर कि कीमत पर बेच दुगा .

इसी को हम Sell Out Target कहते है . ट्रेडिंग के लिए आप जैसे ही शेयर खरीदते है ठीक वैसे ही शेयर पर बेचने का टारगेट लगा देना चाहिए.

इससे जैसे ही उस शेयर कि कीमत आपके तय किये गए टारगेट तक पहुंचेगी, आपके शेयर अपने आप बिक जायेंगे और आपके खाते में मुनाफे के पैसे जामा हो जायेंगे .

शेयर पर टारगेट लगाना क्यों जरुरी है

शेयर मार्किट में शेयर कि कीमत मिनट के अन्दर बढती और घटती है. इस कारण से कई बार हमारे ज्यादा लालच के चलते हम Target नहीं लगते और सोचते है कि जब शेयर कि कीमत और ज्यादा हो जायगी तब बेच देंगे .

लेकिन देखते ही देखते शेयर कि कीमत घटना शुरू हो जाती है और बाद में हमे पछतावा होता है .

Stop Loss Kya Hai

जब हम शेयर मार्किट से शेयर खरीदते है तो हमे शेयर कि कीमत का कोई सटीक आंकड़ा पता नहीं होता, हम सिर्फ अनुमान पर ही ट्रेडिंग करते है .

उदाहरण के लिए आपने एक कंपनी के शेयर को 150 रूपए प्रति शेयर कि कीमत से ख़रीदा और उस पर Stop Loss नहीं लगाया.

इसके बाद उस शेयर कि कीमत अचानक से एकदम घटना शुरू हो गई, जितने में आप शेयर को बेच पाते, इतने में उसके शेयर कि कीमत 150 रूपये प्रति शेयर से 100 रूपए प्रति शेयर हो गई .

इससे आपको कुछ ही मिनट में 50 रूपए प्रति शेयर का नुकसान हो गया . वही आपने अगर अपने शेयर पर 140 रूपए प्रति शेयर का stop loss लगाया होता तो आपके शेयर अपने आप 140 रूपए प्रति शेयर कि कीमत पर बिक जाते .

तब आपको सिर्फ 10 रूपए प्रति शेयर का नुकसान होता .

अब आप सोच रहे होंगे कि 10 रूपए प्रति शेयर का नुकसान उठाना ही क्यों हम 150 रूपए या 149 रूपए प्रति शेयर कि कीमत का भी stop loss लगा सकते है.

Intraday Trading Tips in Hindi

एक सफल इंट्राडे ट्रेडर बन कर ट्रेडिंग करने के लिए आपको कुछ जरुरी बातो को हमेशा ध्यान में रखना है .

  1. कभी भी एक ही शेयर पर बार बार ट्रेडिंग न करे .
  2. ट्रेडिंग में मुनाफा ज्यादा होने पर Lucky Day समझ कर ज्यादा ट्रेडिंग न करे .
  3. किसी भी व्यक्ति कि सलाह पर ट्रेडिंग न करे अपना खुद का रिसर्च करे फिर ट्रेड करे .
  4. ट्रेडिंग में एक साथ ज्यादा पैसे न लगाये .
  5. इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयर को कभी hold करके न रखे .
  6. बंद होती हुई कंपनी के शेयर न ख़रीदे .
  7. Lucky Number या Lucky Name वाली कंपनी के शेयर न ख़रीदे .

यह छोटी छोटी सी कुछ बात है. जो लोग भावनाओ में आ कर भूल जाते है और खुद का नुकसान कर बैठते है . इंट्राडे ट्रेडिंग करने का मकसद एक दिन में ट्रेडिंग करके मुनाफा कमाना होता है . न कि एक दिन में करोड़ पति बनना तो आप ऐसा न करे .

Kaise Stock Market Mein Nivesh Kare

इस बुक को सीएनबीसी आवाज टीवी चैनल द्वारा लांच किया गया है और इस बुक में आपको भारतीय शेयर मार्केट के बारे में ओर अच्छे से समझ पाएंगे क्योंकि इसमें शेयर मार्केट से जुड़ी सारी बातें सारी बुनियादी बातों को सरल व आसान शब्दों में समझाया गया है

इस बुक के द्वारा आप शेयर मार्किट का विश्लेषण करना सीख पाएंगे और किसी स्टॉक में निवेश करने से पहले क्या ध्यान रखना चाहिए इसके अलावा शेयर मार्केट में निवेश के दौरान होने वाली गलतियों कैसे बचे और यह कैसे काम करता है इसके बारे में ओर अच्छे से समझ पाएंगे

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ट्रेडनीति – कैसे बने सफल प्रोफेशनल ट्रेडर

Share Market Books for Beginners in Hindi – यह बुक शेयर बाजार में रूचि रखने वाले व नए इन्वेस्टर के लिए सबसे बेस्ट बुक मानी जाती है क्योंकि यह बुक भारतीय लेखक द्वारा लिखी गयी है और इनका नाम युवराज कलशेट्टी है और इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छा शेयर इस बुक की खास बात यह भी है कि इसमें आपको एक ही बुक में शेयर बाजार से जुड़ी सारी जानकारी सरल व आसान भाषा में मिल जाएगी जिससे नए इन्वेस्टर को शेयर बाजार से जुड़ी चीजों को समझना बहुत ही आसान हो जाएगा

इस बुक में आप सीखेंगे कि सही स्टॉक को चुनाव व शेयर बाजार के रिस्क को कैसे समझ सकेंगे और सही समय पर स्टॉक चुनना सीखेंगे और इसके अलावा यह भी सीखेंगे फंडामेंटल एनालिसिस कैसे करे व टेक्निकल एनालिसिस के बारे में भी सीखेंगे

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रिच डैड पुअर डैड

Rich Dad Poor Dad Book In Hindi

दोस्तों यह बुक नए इन्वेस्टर के लिए या फिर जो लोग इन्वेस्ट करना चाहते है उनके लिए यह बुक बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है क्योकि इस बुक में पैसों का मैनेजमेंट करने के लिए अच्छे तरीके बताए गए हैं और इस बुक के लेखक के रूप में सर्वाधिक विख्यात रॉबर्ट कियोसाकी ने पूरे संसार के करोड़ों लोगों से पैसे संबंधी सोच को चुनौती दी और उनके सोचने के नज़रिये को बदल दिया और उन्होंने इस बुक को 1997 में लेखा था रिच डैड पुअर डैड की बुक अंतरराष्ट्रीय बेस्ट सेलर के लिस्ट में शामिल रही है

आप इस बुक को पढ़कर आपको पैसे के समझ अच्छे से आ जाएगी जिससे आप जान पाएंगे कि पैसों को अपने लिए इस्तेमाल करके अमीर कैसे बन सकते है जिससे कि भविष्य में आपको पैसे से संबंधित किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी और इस बुक में फाइनेंस से जुड़ी सारी बातें अच्छे से बताई गई है इसलिए आपको इस बुक को एक बार जरूर पढ़ना चाहिए

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