आगे अनुबंध

बीसीसीआई जल्द करेगा सालाना अनुबंध का ऐलान, ये खिलाड़ी प्रमोशन की रेस में सबसे आगे
सूत्रों के अनुसार अंतिम सूची में शामिल 28 खिलाड़ियों के नामों में ज्यादा बदलाव नहीं होने जा रहा, लेकिन कुछ खिलाड़ियों की श्रेणियों में जरूर अदला-बदली हो सकती है.
खास बातें
- विराट कोहली बने रहेंगे ए+ ग्रेड में
- ए+ और ए ग्रेड में बढ़ेगी खिलाड़ियों की संख्या
- हर्षल पटेल और ऋतुराज गायकवाड़ों को पहली बार मिल सकता है अनुबंध
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) जल्द ही अगले सीजन के लिए अपने सालाना अनुबंधित खिलाड़ियों के नामों का ऐलान कर सकता है. अधिकारियों और शीर्ष सदस्यों के बीच खिलाड़ियों के नामों और उनके प्रदर्शन को लेकर विचार और चिंतन-मनन चल रहा है. फिलहाल बीसीसीआई (BCCI Annual Contract) के अनुबंध के तहत चार श्रेणिया हैं. इसके तहत ए+श्रेणी के खिलाड़ी को साल में सात करोड़, ए श्रेणी को पांच, बी को तीन और सी श्रेणी को साल में एक करोड़ रुपये का भुगतान किया जाता है. सूत्रों के अनुसार अंतिम सूची में शामिल 28 खिलाड़ियों के नामों में ज्यादा बदलाव नहीं होने जा रहा, लेकिन कुछ खिलाड़ियों की श्रेणियों में जरूर अदला-बदली हो सकती है. इसमें कोई शक नहीं कि पिछले साल की तरह ही रोहित, कोहली और बुमराह के ए+ श्रेणी में बने रहने की पूरी उम्मीद है. और यहां से सवाल यह है कि सालाना सात करोड़ के लिए केएल राहुल, ऋषभ पंत को बीसीसीआई प्रोन्नति देता है या नहीं. वहीं, सूत्र ने कहा कि बहस का एक बड़ा विषय चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे भी हैं.
सूत्र ने कहा कि इन दोनों को ए ग्रुप में बनाए रखने में कोच राहुल द्रविड़ की राय बहुत ही अहम होने जा रही है और सबकुछ द्रविड़ की ही राय पर निर्भर करेगा. और ऐस ही कुछ ईशांत शर्मा और हार्दिक पंड्या को लेकर भी निर्भर करेगा. ये दोनों ही पिछले साल खराब प्रदर्शन या चोट को लेकर जूझते रहे हैं.
ग्रुप ए में भी कुछ प्रमोशन होंगे. अभी तक ग्रुप बी में शामिल खिलाड़ियों में शारदूल ठाकुर इकलते ऐसे खिलाड़ी रहे हैं, जिन्होंने बेहतर प्रदर्शन किया है, तो ग्रुप सी में मोहम्मद सिराज ने बेहतर किया है. इसके आगे अनुबंध अलावा शुबमन गिल, हनुमा विहारी को भी प्रमोशन मिलने की उम्मीद है. वहीं, नए खिलाड़ियों में वेंकटेश अय्यर और हर्षल पटेल ऐसे खिलाड़ी आगे अनुबंध हैं, जिन्हें पहली बार अनुबंध मिल सकता है. चलिए पिछले सीजन की सूची पर नजर दौड़ा लें:
ग्रेड ए+: विराट कोहली, रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह
ग्रेड ए: आर. अश्विन, रवींद्र जडेजा, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, शिखर धवन, केएल राहुल, मोहम्मद शमी, ईशांत शर्मा, ऋषभ पंत, हार्दिक पंड्या
ग्रेड बी: ऋद्धिमान साहा, उमेश यादव, भुवनेश्वर कुमार, शारदूल ठाकुर, मयंक अग्रवाल
ग्रेड सी: कुलदीप यादव, नवदीप सैनी, दीपक चाहर, शुबमन गिल, हनुमा विहारी, अक्षर पटेल, श्रेयस अय्यर, वॉशिंगटन सुंदर, युजवेंद्र चहल और मोहम्मद सिराज
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सनी लियोनी अनुबंध मामला : अदालत ने कार्यवाही पर रोक लगाई
कोच्चि, 16 नवंबर (भाषा) केरल उच्च न्यायालय ने राज्य पुलिस की अपराध शाखा द्वारा अभिनेत्री सनी लियोन और दो अन्य के खिलाफ अनुबंध की शर्तों का कथित तौर पर उल्लंघन करने के मामले में दर्ज प्राथमिकी पर आगे की कार्यवाही पर बुधवार को रोक लगा दी। न्यायमूर्ति जियाद रहमान ने अभिनेत्री की ओर से दायर याचिका पर गौर करते हुए यह निर्णय लिया। राज्य पुलिस की अपराध शाखा ने चार साल पहले कोझीकोड में मंच पर एक प्रस्तुति के लिए एक कंपनी के साथ अनुबंध की शर्तों का कथित तौर पर उल्लंघन करने को लेकर सनी लियोनी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
न्यायमूर्ति जियाद रहमान ने अभिनेत्री की ओर से दायर याचिका पर गौर करते हुए यह निर्णय लिया।
राज्य पुलिस की अपराध शाखा ने चार साल पहले कोझीकोड में मंच पर एक प्रस्तुति के लिए एक कंपनी के साथ अनुबंध की शर्तों का कथित तौर पर उल्लंघन करने को लेकर सनी लियोनी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
लियोनी ने केरल उच्च न्यायालय का रुख करते हुए अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को रद्द करने का अनुरोध किया था।
अभिनेत्री ने याचिका में अपने, अपने पति और उनके कर्मचारी के खिलाफ लगाए आरोपों को खारिज किया था और दावा किया था कि वे किसी भी अपराध में शामिल नहीं रहे।
अपराध शाखा ने एर्नाकुलम जिले के शियास कुंजुमोहम्मद की शिकायत पर मामला दर्ज किया था। कुंजुमोहम्मद कार्यक्रम के संचालक थे।
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वैश्विक कीमतों में गिरावट के कारण भारतीय चीनी मिलें आगे निर्यात अनुबंध नहीं कर रहीं: इस्मा
नयी दिल्ली, दो दिसंबर (भाषा) चीनी की वैश्विक कीमतों में कमी के कारण चालू विपणन वर्ष 2021-22 में भारतीय चीनी मिलें आगे कोई आगे अनुबंध निर्यात अनुबंध नहीं कर रही हैं। उद्योग निकाय इस्मा ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। इस्मा ने कहा कि स्थानीय गन्ना मूल्य में आगे अनुबंध वृद्धि और चीनी की मौजूदा घरेलू कीमतों (मिलों में) के कारण चीनी उत्पादन की उच्च लागत को देखते हुए, चीनी मिलें केवल तभी आगे आगे अनुबंध निर्यात के लिए वैश्विक बाजार में प्रवेश कर सकती हैं, जब अंतरराष्ट्रीय कीमतें लगभग 21 सेंट प्रति पाउंड तक बढ़ जायें। अभी यह 20
इस्मा ने कहा कि स्थानीय गन्ना मूल्य में वृद्धि और चीनी की मौजूदा घरेलू कीमतों (मिलों में) के कारण चीनी उत्पादन की उच्च लागत को देखते हुए, चीनी मिलें केवल तभी आगे निर्यात के लिए वैश्विक बाजार में प्रवेश कर सकती हैं, जब अंतरराष्ट्रीय कीमतें लगभग 21 सेंट प्रति पाउंड तक बढ़ जायें। अभी यह 20 सेंट (लगभग 12.73 रुपया) प्रति पाउंड (लगभग 0.45 किलो) से नीचे हैं।
प्रमुख चीनी संगठन ने एक बयान में कहा कि इस साल अब तक, भारतीय चीनी मिलों ने पहले ही 35 लाख टन चीनी के निर्यात के लिए अनुबंध किया है और इसमें से अधिकांश पर तब हस्ताक्षर किए गए थे जब कच्ची चीनी की वैश्विक कीमतें 20-21 सेंट प्रति पाउंड के दायरे में चल रही थीं।
चीनी विपणन वर्ष अक्टूबर से सितंबर तक चलता है।
भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) ने कहा, ‘‘हालांकि, कच्ची चीनी के वैश्विक कीमतों के 20 सेंट से नीचे की गिरावट और अब लगभग 18.6 सेंट प्रति पाउंड रहने के साथ, भारतीय चीनी मिलें आगे के निर्यात अनुबंधों पर हस्ताक्षर करने के लिए आगे नहीं आ रही हैं।’’
चीनी के 35 लाख टन के निर्यात की खेप के लिए किए गए अधिकतर निर्यात अनुबंध महाराष्ट्र और कर्नाटक की चीनी मिलों ने किये हैं।
इस्मा ने आगे कहा कि देश के पश्चिमी और दक्षिणी हिस्सों की तुलना में उत्तर भारत में चीनी की एक्स-मिल कीमतें थोड़ी अधिक हैं, और इसलिए उत्तरी क्षेत्र से कई निर्यात अनुबंध नहीं हो पाए हैं।
इस्मा के अनुसार, चालू 2021-22 विपणन वर्ष के नवंबर तक पहले दो महीनों में देश भर में चीनी का उत्पादन 47.21 लाख टन तक पहुंच गया है, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 43.02 लाख टन था।
पश्चिमी भारत में गन्ने की पेराई जल्दी शुरू होने के कारण अब तक का उत्पादन अधिक है।
महाराष्ट्र में चीनी का उत्पादन इस साल नवंबर तक बढ़कर 20.34 लाख टन हो गया, जो एक साल पहले की समान अवधि में 15.79 लाख टन था।
उत्तर प्रदेश में चीनी का उत्पादन पहले के 12.65 लाख टन के मुकाबले 10.39 लाख टन यानी कम रहा, जबकि कर्नाटक में, उत्पादन बढ़कर 12.76 लाख टन हो गया, जो पहले 11.11 लाख टन था।
इस्मा ने कहा कि अन्य सभी राज्यों में भी पेराई का काम शुरू हो गया है और पेराई की गति तेज हो रही है।
उद्योग निकाय ने कहा कि एथेनॉल निर्माताओं ने 2021-22 एथेनॉल वर्ष (दिसंबर-नवंबर) के लिए हाल ही में खोली गई बोलियों में 414 करोड़ लीटर एथेनॉल की आपूर्ति तेल विपणन कंपनियों को करने की पेशकश की हैं।
इस्मा ने यह भी साझा किया कि तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) ने और 142 करोड़ लीटर एथेनॉल के लिए दूसरा अभिरुचि पत्र जारी किया है जिसके लिए बोली जमा करने की अंतिम तिथि इस साल तीन दिसंबर तक है।
न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने खत्म कर दिया ट्रेंट बोल्ट का अनुबंध, कैसा होगा उनका आगे का करियर
न्यूजीलैंड क्रिकेट (NZC) बोर्ड ने ट्रेंट बोल्ट के अनुरोध पर उनका अनुबंध खत्म कर दिया है। जानिए कैसा होगा उनका आगे का अन्तर्राष्ट्रीय करियर..
उस क्रिकेट खिलाड़ी के नाम 548 अंतरराष्ट्रीय विकेट दर्ज हैं, इनमें 317 विकेट उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में, 169 विकेट सफेद आगे अनुबंध बॉल से वनडे में जबकि 62 विकेट टी-20 में चटका चुके हैं, ऐसे खिलाड़ी के साथ क्रिकेट बोर्ड ने अनुबंध खत्म कर दिया, जब वह अपनी टीम के साथ दूसरे देश के दौरे पर है। पारिवारिक सदस्यों के साथ समय बिताने को इसकी वजह बताया जा रहा आगे अनुबंध है।
कीवी टीम के स्टार तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट के साथ क्रिकेट बोर्ड का अनुबंध खत्म:
वर्तमान समय में वेस्टइंडीज दौरे पर पहुँचे न्यूजीलैंड टीम के स्टार तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट के अनुरोध पर न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने उनका अनुबंध खत्म कर दिया। इस पर न्यूजीलैंड क्रिकेट (NZC) के CEO डेविड व्हाइट ने कहा, ” हमने ट्रेंट बोल्ट की स्थिति का सम्मान किया है। वो अपने खेल के प्रति ईमानदार हैं। बेशक पूर्ण अनुबंध वाले खिलाड़ियों की सूची में अब उनका ना होना हमें खलेगा, लेकिन हम उन्हें भविष्य की शुभकामनाएं देते हैं।”
अनुबंध खत्म होने के बाद कैसा होगा ट्रेंट बोल्ट का आगे का अन्तरराष्ट्रीय करियर?
न्यूजीलैंड टीम के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास नहीं लिया है, बल्कि बोल्ट के अनुरोध पर ही क्रिकेट बोर्ड ने उनका अनुबंध खत्म किया है। अनुबंध खत्म होने के बाद भी वे आगे अनुबंध आगे कुछ मैचों में अपनी तेज गेंदबाजी का जलवा दिखा सकते हैं, जब वह अपने परिवार के साथ फुर्सत में रहेंगे तब उनका सलेक्शन टीम में किया जा सकता है।
अनुबंध खत्म होने पर बोल्ट ने दिया यह बयान:
क्रिकेट की दुनिया में 12 सालों तक दुनियाभर में बल्लेबाजों पर हावी होने वाले तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट का अनुबंध खत्म होने पर कहना है, अपने देश के लिए क्रिकेट खेलना मेरा सपना था, जो पूरा हुआ। मैंने ये काम पिछले 12 सालों से कर रहा हूं। ये फैसला मैंने अपनी पत्नी और 3 बच्चों के लिए लिया है। मेरा परिवार मेरे लिए प्रेरणा का काम करता है और यही वजह है कि मैं उन्हें सबसे पहले रखता हूं।”
ट्रेंट बोल्ट का अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर:
न्यूजीलैंड टीम के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट का क्रिकेट करियर शानदार रहा है, उन्होंने अपने 12 साल के करियर में कुछ 78 टेस्ट मैच खेलते हुए 27.49 की औसत से 317 विकेट हासिल कर चुके हैं, वही उन्होंने 93 वनडे मुकाबले में 25.21 की औसत से 169 विकेट चटका चुके हैं, जबकि वो टी20 अन्तर्राष्ट्रीय मैचों में शानदार प्रदर्शन करते हुए 44 मैचों में 22.69 की औसत से 62 विकेट अपने नाम कर चुके हैं।
भारत सरकार
केन्द्रीय वाणिज्य और उद्योग तथा रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि भारत सरकार श्रेष्ठ टेक्नोलॉजी के साथ अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों को भारत आकर निवेश करने के लिए मजबूती और विश्वास प्रदान करने के लिए चौतरफा सुझावों को ध्यान में रखे हुए है। लंदन में कल रात प्रवासी भारतीयों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय समुदाय ने भारत और ब्रिटेन की अर्थव्यवस्थाओं में योगदान देकर भारत को गौरवान्वित किया है और दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत बनाया है।
प्रवासी भारतीयों के साथ एक घंटे की बातचीत के दौरान वाणिज्य मंत्री ने नवनिर्वाचित सरकार की रणनीति और उसकी प्राथमिकताओं की जानकारी दी। अपने पहले कार्यकाल के दौरान सरकार की प्राथमिकता आवास, बिजली, रसोई गैस और वित्तीय समावेशन जैसी आम आदमी की मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करना था, जिसका सबसे निचले स्तर के नागरिक के जीवन पर भी प्रभाव पड़ा और अंतर देखने को मिला।
श्री पीयूष गोयल ने भारत दिवस के कार्यक्रम को बेहद महत्वपूर्ण बताया, जिसमें वह वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन द्वारा केन्द्रीय बजट-2019-10 में वित्तीय कंपनियों के लिए घोषित प्रोत्साहनों की जानकारी दे सकेंगे। वाणिज्य मंत्री भारत दिवस के कार्यक्रमों को 15 जुलाई की शाम संबोधित करेंगे, जहां वित्तीय कंपनियों के विचारक भी शामिल आगे अनुबंध होंगे। उन्होंने कहा कि वे भारत के वित्तीय क्षेत्र खासतौर से गुजरात के गांधीनगर के नजदीक, गुजरात अंतर्राष्ट्रीय वित्त टेक-सिटी की चर्चा करेंगे।
ब्रिटेन और अमरीका के साथ व्यापार के बारे में वाणिज्य और उद्योग मंत्री ने कहा कि भारत आमने-सामने बैठकर दोनों देशों के साथ साझा बैठक आगे अनुबंध स्थल का पता लगाएगा। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से प्रत्येक पक्ष के लिए समझौता करना काफी कठिन है, लेकिन व्यावसायिक कारोबार अथवा एक अच्छा समझौता करते समय किसी भी परेशानी को दूर करना असंभव नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक देश को अपने राष्ट्रीय हितों, वैधानिक प्रभुसत्ता और अपने नागरिकों की रक्षा करनी चाहिए।
श्री पीयूष गोयल ने कहा कि एफटीए ने 2009-10 में भारत में प्रवेश किया और इनमें से कुछ परेशानी खड़ी कर रहे हैं, जिसके कारण अब भारत पुराने बोझ को उतार कर आगे बढ़ने के लिए अमरीका की तरफ देख रहा है।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री ने कहा कि ब्रिटेन की अपनी तीन दिन की यात्रा के दौरान उन्होंने सरकार के नेताओं और अधिकारियों के साथ यह जानकारी प्राप्त करने के लिए बातचीत की कि ब्रिटेन किस दिशा और समय सीमा में ब्रेक्सिट होने की तरफ देख रहा है। भारत ब्रिटेन के साथ गहरे अनुबंध के लिए अगला कदम उठाने के उद्देश्य से बातचीत कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रक्रिया तेजी से चल रही है, ताकि ब्रेक्सिट के प्रभावी होने पर हम तेजी से काम करने के लिए तैयार हैं।
वर्तमान आरसीईपी बातचीत के आगे अनुबंध संबंध में वाणिज्य और उद्योग मंत्री ने कहा कि भारत उचित समझौते के लिए कार्य कर रहा है, जो देश के हितों की रक्षा करेगा और अनुचित बाजार पहुंच की इजाजत नहीं देगा। आज के बाद कोई भी समझौता अथवा वाणिज्य व्यापार समझौता भारत के हितों, देश की प्रभुसत्ता की आवश्यकताओं और नागरिकों के हितों की कीमत पर नहीं होगा।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री ने बताया कि उनका मंत्रालय समुची प्रक्रिया में तेजी लाने और पेटेंट कार्यालय को कारगर बनाने का प्रयास कर रहा है। 2014 में पिछले 7 वर्ष का संचित कार्य पड़ा था। उन्होंने बताया कि अब से सभी पेटेंट आवेदन सार्वजनिक किए जाएंगे और पारदर्शिता बनाकर रखी जाएगी।
आईपीआर प्रवर्तन के बारे में श्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत को काफी लम्बा रास्ता तय करना है, क्योंकि इस समय प्रक्रिया काफी धीमी है। आईपीआर के आस-पास समूचे ढांचे को मजबूत बनाने की जरूरत है, ताकि अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों में भारत आकर श्रेष्ठ टेक्नोलॉजी के साथ निवेश करने के संबंध में विश्वास पैदा किया जा सके।