सफलता की कहानी

रुझान कितने समय तक चलते हैं

रुझान कितने समय तक चलते हैं

Room Heaters: घर के लिए चाहिए परफेक्ट रूम हीटर, तो हमेशा याद रखें ये बातें

नई दिल्ली. सर्दी के मौसम ने दस्तक दे दी है, और लोग इससे बचने की तैयारी करने लगे हैं. ठंड से बचाव के लिए हीटर की डिमांड काफी बढ़ जाती है. लेकिन कई बार हमें समझ में नहीं आता है कि कौन सा हीटर हमारे लिए बेस्ट होगा. इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसी बातों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे रूम हीटर खरीदने से पहले ध्यान में रखना बेहद ज़रूरी, जिससे कि आप परफेक्ट तरीके से खरीदारी कर पाएं…

1)इन्फ्रारेड या हलोजन हीटर छोटी जगहों के लिए बनाए जाते हैं क्योंकि वे छोटे स्पेस को गर्म करते हैं. ये हीटर किफायती कीमत में आते हैं.

2)अगर आप मीडियम साइज़ के कमरों के लिए हीटर की तलाश कर रहे हैं, तो पंखे वाला हीटर एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है. अगर आपके घर में बच्चे हैं तो यह सुरक्षित भी है.

3)ऑयल हीटर बाकियों से काफी बेहतर हो सकते हैं. ऑयल हीटर कमरे को गर्म करने में काफी समय लेता है, लेकिन हीटर बंद होने के बाद भी कमरा लंबे समय तक गर्म रहता है.

4)रूम हीटर की वॉटेज और हीटिंग कपैसिटी को चेक कें. अगर आपके पास गर्म करने के लिए 100 वर्ग फुट है, तो 750 वाट का हीटर खरीदें.

5)जरूरत पड़ने पर हीटिंग को बढ़ाने या घटाने के लिए टेम्परेचर कंट्रोल नॉब वाले हीटर को खरीदने की कोशिश करें.

6)हमेशा सुनिश्चित करें कि आपके घर में उचित अर्थिंग हो. इसके अलावा, जांचें कि हीटर में बच्चों के लिए सुरक्षित रखने के लिए सुरक्षा जाल या ग्रिड मौजूद हो.

7)टाइमर वाले हीटर खरीदना सबसे अच्छा ऑप्शन हो सकता है, क्योंकि आप स्टार्ट टाइम और स्टॉप टाइम सेट कर सकते हैं. इस हीटर से एनर्जी की बचत की जा सकती है, और इस तरह बिजली के बिल को कम कर सकते हैं.

8)जब भी आप हीटर या कोई डिवाइस खरीदें तो ये सुनिश्चित करें कि उसमें ज़्यादा स्टार रेटिंग मौजूद हो. ज़्यादा स्टार का मतलब है ज़्यादा बचत.

9)अगर आप हीटर को अलग-अलग कमरों में ले जाने रुझान कितने समय तक चलते हैं की प्लानिंग कर रहे हैं, तो एक हल्का हीटर खरीदने पर विचार करें जिसे आसानी से एक हैंडल से उठाया जा सके. बाज़ार में कुछ हीटर व्हील के साथ भी आते हैं.

World bicycle Day 2022 : प्रोफेशन बदलकर खोला साइकिल शो रूम, जानिए 'द बाइसाइकिल कैफे' की कहानी

World bicycle Day 2022 :आज वर्ल्ड बाइसाइकिल डे है. इस दिन लोग साइकिल के बारे में एक दूसरे को जागरुक करते हैं.आज हम आपको ऐसे शख्स से मिलवाने जा रहे हैं.जिसके जीवन में साइकिल ने बड़ा बदलाव लाया है.

रायपुर : पूरी दुनिया में हर साल 3 जून को वर्ल्ड बायसाइकिल डे (World bicycle Day 2022 ) मनाया जाता है, विश्व साइकिल दिवस के मौके पर हम आपको ऐसे शख्स से मिलवाने जा रहे हैं. जिसके जीवन में बायसाइकिल ने ही उनका प्रोफेशन बदल दिया. आज वो साइकिलिंग के साथ-साथ इसका व्यवसाय भी कर रहे हैं. पिछले 15 साल से मीडिया में काम कर रहे राघवेंद्र साहू पत्रकारिता का प्रोफेशन छोड़ने के बाद रायपुर में बाइसाइकिल कैफे का संचालन कर रहे हैं. ईटीवी भारत में इस खास मौके पर उनसे बातचीत की..

सवाल- आपने एक लंबा समय पत्रकारिता में दिया है लेकिन आपने अपना फील्ड क्यों बदला? जवाब- आज से 3 साल पहले मैं वर्ल्ड बाइसाइकिल डे के मौके पर अपनी बेटी के लिए साइकिल खरीदने गया था, और मुझे साइकिल पसंद आई और मैं साइकिल लेकर आ गया. उस दिन से जो लगातार साइकिलिंग करना शुरू की. जिसका सफर आज भी है. साइकिलिंग के कारण ही मैंने अपना प्रोफेशन बदला, कोरोना संक्रमण के दौरान मेरा वजन बढ़ने लगा था, वजन कम करने के लिए साइकिलिंग ही एक बेस्ट तरीका नजर आया, रोज एक घंटे साइकिलिंग करने के कारण मेरा वजन कम हो गया. साइकिलिंग करते करते जब फील्ड बदलने की बारी आई तो मैंने अपने पंसद की चीज को अपना प्रोफेशन बना लिया. 15 साल पहले जब मैं मीडिया में आया था तो पत्रकारिता मुझे बहुत पसंद थी, और आज जब मैं अपना प्रोफेशन बदला हूं तो मुझे साइकिलिंग करना बहुत पसंद है इसलिए मैं इस प्रोफेशन में आया (made cycling a profession) हूँ.सवाल- बाइसिकल का व्यवसाय कर पाना कितना चुनौतीपूर्ण रहा अपने रुझान कितने समय तक चलते हैं कैसे मार्केट रिसर्च की?

जवाब- साइकिलिंग करते-करते मुझे यह समझ आ गया था की सेहत के लिए यह फायदेमंद चीज . आज के दिनों में रोजाना शादी-ब्याह होते हैं. हजारों की संख्या में बच्चे पैदा होते हैं. बच्चों के पहले खिलौने के बाद अगर कोई इसके प्रति आकर्षित होता है तो वह साइकिल है. एक बच्चा कम से कम चार से पांच साइकिल इस्तेमाल करता है. मेरी खुद की बेटी के लिए मैंने साइकिल खरीदी थी, इसके अलावा शौकिया तौर पर भी लोग साइकिलिंग करते हैं, सेहत के लिहाज से और बढ़ते हुए पेट्रोल के दाम को देखते हुए लोगों का रुझान वापस साइकिल की ओर बढ़ा है, अगर हम रोजाना 30 से 40 मिनट साइकिलिंग करें तो डायबिटीज और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों से दूर रहा जा सकता है. साइकिलिंग करने से सेहत के लिए भी फायदा है और पेट्रोल के खर्च को बचाने के लिए भी फायदा (health benefits of cycling) है.सवाल- साइकिल का ट्रेंड किस तरह बदला है आज के समय में लाखों रुपए की भी साइकिल आती है सामान्य साइकल और महंगी कितना अंतर है? जवाब- साइकिल के लिए लोगों का रुझान भी बड़ा है और साइकिल में बहुत सारे प्रयोग लगातार हो रहे हैं. इसमें दाम भी मटेरियल के अनुसार बढ़ते है. बेसिकली तीन तरह की साइकिल होती है एमटीबी रोड बाइक और हाइब्रिड साइकिल . जो लाख रुपए के साइकिल आती है वह कार्बन फ्रेम से बनी हुई होती है. यह लाइट वेट साइकिल होती है जिनका वजन 7 से 8 किलो होता है, जितने लाइटवेट साइकिल होंगी. उतना कम मेहनत साइकिलिंग के लिए लगेंगी. सामान्य साइकिल 5000 से शुरू हो जाती और 10 लाख रुपए से भी ज्यादा की साइकिल आती है. रायपुर शहर में भी सवा लाख डेढ़ लाख रुपए की साइकिल आम बात है. रोड बाइक साइकिल बहुत महंगी आती है, साइकिल के दाम मटेरियल पर निर्भर करते हैं कि वह कार्बन फ्रेम से बनी हुई है या स्टील फ्रेम से या फिर एल्यूमीनियम फ्रेम . सामान्यता स्टील फ्रेम की साइकिल सस्ती आती है और कार्बन फ्रेम की साइकिल सबसे ज्यादा महंगी आती है. सवाल- साइकिलिंग ने आपके प्रोफेशन को ही बदल दिया अब तक आपने कितने किलोमीटर साइकिल चलाई है ?

जवाब- मैंने इवेंट्स में पार्टिसिपेशन किया है. जब मैंने साइकिल इन की शुरुआत की थी तो उस दौरान बस्तर में दो पैडल सुपोषण पर आंदोलन (Movement on two pedal sutures) हुआ था. वहां के जिला प्रशासन द्वारा कुपोषण के खिलाफ जागरूकता लाने के लिए 95 किलोमीटर की साइकिलिंग इंवेट करवाया गया था.इस दौरान मैंने 95 किलोमीटर की राइड पूरी की .मैंने 100 किलोमीटर साइकिलिंग राइड पूरी की. बस्तर के बीहड़ इलाकों से पहाड़ी इलाकों से होकर गुजरना था. और लगातार मेरा पैशन बढ़ता गया. हर मौके पर आयोजन होते रहते हैं.सवाल- लॉकडाउन के दौरान लोगों का रुझान साइकिलिंग की ओर बढ़ा था. साइकिल की बिक्री भी बहुत हुई थी अभी कैसा मॉर्केट है? जवाब- कोविड के समय में लोगों में जागरूकता बढ़ी थी,उस समय जिम बंद था ,लोगों को वर्कआउट करने के लिए समस्या आ रही थी. उस दौरान घर में लोगों ने बैठकर जमकर खाना भी खाया है. जिससे उनका वजन बढ़ा, बाद में लोगों को सेहत की चिंता भी हुई. इस दौरान साइकिलिंग एक बेस्ट माध्यम था और लोगों ने जमकर साइकिलिंग की. जब आप पैदल चलते हैं तो आप एक निश्चित दूरी पर जाते हैं और सारे व्यू वहीं नजर आएंगे. लेकिन जब आप साइकिलिंग करते हैं तो अलग-अलग दिन आपका व्यू बदलता है. अलग-अलग जगहों पर जा सकते हैं.सवाल- आपकी दुकान में बहुत साइकिल के अलावा इतने सारे पौधे क्यों रखे हुए है?

जवाब- शुरुआत से ही ग्रीनरी और पर्यावरण को लेकर मेरा रुझान रहा है. मेरा मानना है कि जो लोग साइकिल चलाते हैं. वे कही पर्यावरण प्रेमी है. जब कोई साइकिल चलाता है. तो वह कार्बन का उत्सर्जन नहीं करता. साइकिल चलाकर कहीं ना कहीं पर्यावरण को सुरक्षित करने का काम करते हैं. अगर थोड़ा समय भी हम मोटर गाड़ी चलाना छोड़ कर साइकिल चलाएं तो पर्यावरण में बहुत सुधार आ जाएगा. साइकिल का शोरूम खोलने के बाद मेरा पहले दिन से ही यह मोटिव था, जो लोग साइकिल खरीद रहे हैं वे पर्यावरण बचाने की दिशा में काम कर रहे हैं. ऐसे लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए मैं अपनी ओर से पौधा गिफ्ट करता हूं, और इसके साथ एक गमला भी गिफ्ट करता हूं. ऐसा करने से मुझे खुशी मिलती है. साढ़े 6 महीने में मैंने 250 साइकिल सेल की है और 250 पौधे अब तक गिफ्ट किया है. हर साइकिल खरीदने वाले लोगों को मैं पौधा गिफ्ट करता हूं और आगे भी यह कार्य जारी रहेगा.

न ठीक से पढ़ाया, न नियम से जांचा

रतलाम। बुधवार को जिले के प्राथमिक व माध्यमिक स्कूलों के आकस्मिक निरीक्षण में स्पष्ट हो गया कि मां सरस्वती पोर्टल ने शिक्षकों को समय पर स्कूलों पहुंचाना तो शुरू कर दिया है लेकिन शिक्षकों का पढ़ाई कराने में रुझान कम है। निरीक्षण में न तो नियमानुसार पढ़ाया जाना मिला और न ही रुझान कितने समय तक चलते हैं कॉपियां ठीक से जांची मिलीं।

न ठीक से पढ़ाया, न नियम से जांचा

रतलाम। रतलाम। बुधवार को जिले के प्राथमिक व माध्यमिक स्कूलों के आकस्मिक निरीक्षण में स्पष्ट हो गया कि मां सरस्वती पोर्टल ने शिक्षकों को समय पर स्कूलों पहुंचाना तो शुरू कर दिया है लेकिन शिक्षकों का पढ़ाई कराने में रुझान कम है। निरीक्षण में न तो नियमानुसार पढ़ाया जाना मिला और न ही कॉपियां ठीक से जांची मिलीं। यहां तक गलत उत्तर लिखने पर भी कॉपियों पर शिक्षक ने हस्ताक्षर कर दिए। अन्य गलतियां भी उजागर हुईं। नतीजतन मौके पर संबंधितों को कारण बताओ नोटिस थमाए गए। वैसे बारिश की वजह से स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति भी कम दिखी।

जिले की बात तो दूर शहरी क्षेत्र के स्कूलों में ही हालत खराब नजर आई। रतलाम के स्कूलों के आकस्मिक निरीक्षण से अधिकारियों को पता चला कि शिक्षक-शिक्षिकाएं पढ़ाने के प्रति गंभीर नहीं है। पढ़ाई का पुराने चलताऊ ढर्रे में सुधार नहीं आ सका है। इसके चलते रतलाम शहर के पांच स्कूलों के निरीक्षण में चार को कारण बताओ नोटिस देना पड़े। केवल एक स्कूल को शाबासी मिली है।

बुधवार दोपहर करीब 1.30 बजे डीईएफ लाइन के माध्यमिक विद्यालय में पहुंचने पर एसडीएम सुनील कुमार झा को कामकाज अव्यवस्थित दिखाई दिया। बच्चों का कार्य आधा-अधूरा मिला। दरअसल उन्हें पढ़ाया ही नहीं गया था। इस पर संस्था प्रधान अब्दुल रफीक व शिक्षिका सिंधु शर्मा को कारण बताओ नोटिस दिया गया। करमदी रोड स्थित हर्ष प्राथमिक विद्यालय में भी शैक्षिक स्थिति संतोषजनक नहीं मिली। लगा कि बिना पढ़े ही बच्चों की कॉपियों में हस्ताक्षर कर दिए गए थे। कॉपियों में गलती सुधारने के निर्देश दिए। संस्था प्रधान सीमा शर्मा को नोटिस दिया। संबंधितों ने माफी भी मांगी लेकिन दल के सदस्यों पर उसका कोई असर नहीं हुआ। दल में सहायक परियोजना समन्वयक (जेंडर) सोहन शिंदे व बीआरसीसी आरएस दादोरिया थे।

संस्था प्रधान को नोटिस

भारती प्राथमिक विद्यालय हाट रोड का निरीक्षण जिला शिक्षा केंद्र के नवागत परियोजना समन्वयक जितेंद्र ठाकुर ने किया। यहां भी गड़बड़ियां मिली। इस पर संस्था प्रधान को नोटिस दिया गया। श्री ठाकुर के साथ सहायक परियोजना समन्वयक डॉ. राजेंद्र सक्सेना भी साथ थे।

एसडीएम ने जवाहर माध्यमिक विद्यालय में निरीक्षण किया। यहां पर सब कुछ व्यवस्थित मिला। सौहार्दपूर्ण वतावरण रहा। निरीक्षण के रुझान कितने समय तक चलते हैं रुझान कितने समय तक चलते हैं तनाव के बावजूद सभी सामान्य दिखाई दिए। स्कूल में एसडीएम का मिठाई से स्वागत किया गया।

अच्छे काम पर शाबासी

शाम को एसडीएम प्रोन्नात प्राथमिक विद्यालय जिला शिक्षा केंद्र पहुंचे। यहां पर सभी कुछ व्यवस्थित नजर आया। बच्चों से लघुत्तम व महत्तम जाना, अंग्रेजी की पढ़ाई भी देखी। नमूना कॉपियों को देख प्रसन्नाता व्यक्त की। कापियां कवर व नाम की स्लिप के साथ व्यवस्थित थीं। शासकीय स्कूल में बेहतर व्यवस्था पर दल के सदस्यों ने आश्चर्य भी व्यक्त किया। बाद में अच्छे काम के लिए शाबाशी दी गई। इस दौरान कुमुद व्यास, नीलिमा सोहणी, तस्लीन शेख मौजूद थीं।

धामनोद में तीन जगह कमी

शहरी क्षेत्र धामनोद में जिला पंचायत में परियोजना अधिकारी महेश चौबे ने धामनोद क्षेत्र के पांच स्कूलों का निरीक्षण किया। बालक माध्यमिक विद्यालय, कन्या प्राथमिक विद्यालय तथा प्रोन्नात प्राथमिक विद्यालय टंकी चौराहा में शैक्षिक गतिविधियां व्यवस्थित नहीं मिली। इस पर तीनों जगह संबंधितों को कारण बताओ नोटिस दिए गए। कन्या प्राथमिक विद्यालय बस स्टैंड व बालिका माध्यमिक विद्यालय में कार्य व्यवस्थित मिला। दल में जनशिक्षक सुरेंद्रसिंह कराड़ भी थे।

स्कूलों में गए दलों ने प्रत्येक विषय की दस-दस उत्तर पुस्तिकाओं के नमूने लिए। दल देखा कि कितने पाठ पढ़ाए गए हैं और कितने रुझान कितने समय तक चलते हैं पढ़ाए जाने थे? कितने पाठों के प्रश्न हल किए गए हैं और कितने पाठों के प्रश्न उत्तर जांचें गए हैं। कितने पाठों के प्रश्नों के उत्तर में गलती का सुधार किया है।

पहुंचा दल, स्कूल बंद

बुधवार को स्कूलों के आकस्मिक निरीक्षण के तहत आदिवासी अंचल बाजना जनपद के सीईओ एसएस बघेल के दल को नदी रुझान कितने समय तक चलते हैं पार कर स्कूल का निरीक्षण करने जाना पड़ा। लगातार बारिश के कारण तेलनी नदी उफान पर थी। रपट पर घुटने तक पानी होने से दल को जान जोखिम में डालकर पार करना पड़ी। दल नदी पार कर जब संगेसरा माध्यमिक विद्यालय पहुंचे तो पता चला कि स्कूल के दो दिन से ताले नहीं खुले हैं। इसी तरह प्राथमिक विद्यालय मरगूल व सिंगत में निरीक्षण के दौरान पाठ्यक्रम अपूर्ण मिला। विद्यार्थियों को पढ़ना-लिखना नहीं आया। इस पर दोनों विद्यालय के प्रमुखों को शोकाज नोटिस दिया है।

सभी स्कूलों का होगा निरीक्षण

बुधवार को हुए स्कूलों के आकस्मिक निरीक्षण की कार्रवाई अब जिले के हरे प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालयों में होगी। कमियां मिलने पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।

रिजर्व बैंक के ब्याज दरों पर निर्णय, विधानसभा चुनावों के नतीजों से तय होगी बाजार की दिशा

नई दिल्लीः भारतीय रिजर्व बैंक के ब्याज दरों पर निर्णय से इस सप्ताह मुख्य रूप से स्थानीय शेयर बाजारों की दिशा तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय जताई है। उनका कहना है कि इसके अलावा वैश्विक रुझान और विदेशी कोषों की गतिविधियां भी बाजार को दिशा देंगी। बाजार निवेशकों की निगाह सप्ताह के दौरान राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजों पर भी रहेगी। स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लि. के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ‘‘वैश्विक संकेतों की वजह से बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहेगा।

हालांकि, बाजार भागीदारों की निगाह घरेलू संकेतकों मसलन रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक के नतीजों तथा गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों के नतीजों पर भी रहेगी। विधानसभा चुनावों के नतीजे आठ दिसंबर को आएंगे।'' मीणा ने कहा कि वैश्विक मोर्चे पर अमेरिका में बॉन्ड पर प्रतिफल और डॉलर इंडेक्स में गिरावट आई है और आगे बाजार की इसपर भी नजर होगी। वृहद आर्थिक मोर्चे पर सोमवार को सेवा क्षेत्र के लिए खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई)के आंकड़े आएंगे।

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘‘निवेशक बेसब्री से विधानसभा चुनावों के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं।'' बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 574.86 अंक या 0.92 प्रतिशत के लाभ में रहा। सैमको सिक्योरिटीज में बाजार परिदृश्य प्रमुख अपूर्व सेठ का मानना है कि इस सप्ताह शेयर बाजारों के लिए सबसे बड़ा घटनाक्रम रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा है। कोटक सिक्योरिटीज लि. के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट-तकनीकी अनुसंधान अमोल अठावले ने कहा कि बाजार के लिए आगे दो प्रमुख घटनाक्रम रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा और दिसंबर के मध्य में होने वाली फेडरल रिजर्व की बैठक है। इनसे तय होगा कि निकट भविष्य में निवेशकों का ‘मूड' कैसा रहने वाला है।

उन्होंने कहा कि इसके साथ ही ब्रेंट कच्चे तेल के दाम और रुपये का उतार-चढ़ाव भी बाजार की दिशा के लिए महत्वपूर्ण रहेगा। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि बाजार की दिशा रिजर्व बैंक की मौद्रिक बैठक के नतीजे से तय होगी। नायर ने कहा कि ऊंचे मूल्यांकन, फेडरल रिजर्व की बैठक और चीन में कोविड अंकुशों की वजह से आगामी सप्ताहों में बाजार में काफी उतार-चढ़ाव रहेगा। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा शोध प्रमुख दीपक जसानी ने कहा कि सात दिसंबर को रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा बैठक के नतीजों से पता चलेगा कि आगे देश में ब्याज दरों का रुख कैसा रहने वाला है।

सबसे ज्यादा पढ़े गए

देश में कोविड-19 के 253 नए मामले, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 4,597 रही

देश में कोविड-19 के 253 नए मामले, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 4,597 रही

आज का पंचांग- 3 दिसंबर , 2022

आज का पंचांग- 3 दिसंबर , 2022

दिल्ली में डीटीसी बस ने ऑटो रिक्शा को टक्कर मारी, चार घायल

दिल्ली में डीटीसी बस ने ऑटो रिक्शा को टक्कर मारी, चार घायल

आज सिंगापुर के लिए रवाना होंगे तेजस्वी, 5 दिसंबर को होने वाला है Lalu Yadav का किडनी ट्रांसप्लांट

आज सिंगापुर के लिए रवाना होंगे तेजस्वी, 5 दिसंबर को होने वाला है Lalu Yadav का किडनी ट्रांसप्लांट

बिहार में नहीं थम रहा जहरीली शराब का कहर, अब वैशाली में प्रिंसिपल सहित 3 लोगों की गई जान

रेटिंग: 4.78
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 79
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *