सफलता की कहानी

भारत में स्टॉकब्रोकर कैसे बनें?

भारत में स्टॉकब्रोकर कैसे बनें?

आप ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकते हैं?

लाखों शौकिया हर साल ऑनलाइन ट्रेडिंग में अपनी किस्मत आजमाते हैं, लेकिन अधिकांश अपनी पूरी क्षमता का एहसास करने में विफल रहते हैं और थोड़ा गरीब और बहुत समझदार हो जाते हैं। एक बात जो सभी असफल व्यक्तियों में समान होती है, वह यह है कि उनके पास अपने पक्ष में पैमाना बनाने के लिए आवश्यक मूलभूत जानकारी का अभाव होता है। लेकिन अगर कोई बाजार के रुझानों का अध्ययन करने के लिए पर्याप्त समय व्यतीत करता है, तो वे अपनी सफलता की बाधाओं को सुधारने के रास्ते पर अच्छी तरह से हो सकते हैं। अधिकांश निवेशक मूल्य परिवर्तन को प्रभावित करने वाले कारकों को समझे बिना संपत्ति खरीदते हैं। बाजारों को प्रभावी ढंग से व्यापार करना सीखना कार्रवाई का एक बेहतर तरीका है।

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स्टॉक ब्रोकर कौन होता है और इसका क्या काम है ?

Stock Broker Koun Hota Hai In Hindi : - दोस्तों कई बार आपको ऐसे ऐसे शब्द सुनने को मिल जाते है जिनका मतलब आपको पता नहीं होता है और आप उस शब्द का मतलब भी जानने की कोशिस करते रहते है तो आज हम आपको एक ऐसे ही शब्द " स्टॉक ब्रोकर " के बारें में बताने वाले है

Stock Brocker koun hota hai

आपने स्टॉक ब्रोकर शब्द जरुर सुना होगा और नही भी सुना है तो इस लेख को शुरू से लेकर के अंत तक पढ़ने के बाद आपको समझ में आ जायेगा

स्टॉक ब्रोकर कौन होता है ? Stock broker koun hota hai in hindi

स्टॉक ब्रोकर दो शब्दों " स्टॉक + ब्रोकर " से मिलकर बना है सबसे पहले हम ब्रोकर शब्द का मतलब जान लेते है

ब्रोकर शब्द को हम हिंदी में दलाल व बिचौलिया के नाम से जानते है, जब कोई दो पार्टियों के बीच किसी चीज का समझोता होता है तो वह समझोता ब्रोकर के माध्यम से ही होता है

इसे हम एक एग्जामपल से समझते है अगर दो पार्टियों के बीच किसी जमीन का समझोता हो रहा है और वह समझोता किसी तीसरे व्यक्ति के जरिये हो रहा है तो उस व्यक्ति को ही हम दलाल, बिचौलिया व ब्रोकर कहते है अब आप समझ ही गए होंगे तो अभी हम स्टॉक ब्रोकर का मतलब जान लेते है

स्टॉक ब्रोकर कोई कंपनी, फर्म, संस्था या व्यक्ति कोई भी हो सकता है लेकिन जब भी कोई इन्वेस्टर शेयर मार्केट से शेयर खरीदना चाहता है तो वह शेयर को स्टॉक एक्सचेंज से डायरेक्टली नही खरीद पाते है बल्कि उसको स्टॉक एक्सचेंजस में रजिस्टर्ड सदस्य स्टॉक ब्रोकरस की मदद लेनी पडती है क्योंकि यही ब्रोकर्स शेयर को खरीदने और बेचने के लिए मदद करते है

जब भी कोई स्टॉक ब्रोकर क्लाइंट को अपनी सर्विस देता है जैसे शेयर को खरीदना और बेचना इत्यादि तो इन सभी सर्विस को देने के लिए स्टॉक ब्रोकर क्लाइंट से कुछ फीस भी चार्ज करते है जिसे ब्रोकरेज कहा जाता है

इसे भी हम एक एग्जामपल से समझते है अगर कोई व्यक्ति किसी भी कंपनी का शेयर खरीदना चाहता है तो वह शेयर को डायरेक्टली तो नहीं खरीद सकेगा बल्कि उसको किसी स्टॉक ब्रोकर यानि दलाल की सहाहता लेनी पड़ेगी और इसी दलाल के जरिये ही वह व्यक्ति उस कंपनी का शेयर खरीद सकेगा

अगर आपको यह नही पता की शेयर क्या होते है और इसे कैसे ख़रीदे तो हमने इस पर भी एक लेख लिखा उसे आप पढ़ सकते हैं

स्टॉक ब्रोकर (Stock Broker) कैसे बनें?

नमस्कार! दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि स्टॉक ब्रोकर कैसे बनें? जो छात्र 12वीं कक्षा में कॉमर्स के विषय की पढ़ाई करते हैं और अगर वह चाहें तो स्टॉक ब्रोकर बन कर अपना एक शानदार कैरियर बना सकते हैं क्योंकि आज हमारे देश में शेयर मार्केट इंडस्ट्री में काफी ज्यादा वृद्धि हुई है जिसकी वजह से रोजगार के बहुत सारे अवसर इस क्षेत्र में योग्य उम्मीदवारों के लिए उपलब्ध हुए हैं। इसीलिए अगर आप भी इस फील्ड में जाना चाहते हैं तो हमारे आज के इस आर्टिकल को सारा पढ़ें और जानें स्टॉक ब्रोकर बनने की पूरी प्रक्रिया के बारे में।

स्टॉक ब्रोकर क्या होता है (what is Stock Broker in Hindi)

यहां आपको बता दें कि स्टॉक ब्रोकर फाइनेंसियल मार्केट का एक ऐसा एक्सपर्ट होता है जो उन लोगों को स्टॉक मार्केट के बारे में उचित राय देता है जो इसमें अपना निवेश करना चाहते हैं। बता दें कि हर इंसान को शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट करने के बारे में जानकारी नहीं होती है जिसकी वजह से उन्हें काफी पैसों का नुकसान हो जाता है। तो ऐसे में अगर किसी प्रोफेशनल की राय ले ली जाए तो उससे फायदा ही होता है। इसीलिए अपने ग्राहकों की जगह पर स्टॉक ब्रोकर पैसा लगाते हैं जिससे कि उन्हें मुनाफा अधिक हो और नुकसान होने का खतरा ना के बराबर हो।

स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए प्रक्रिया क्या है

अब आपको यहां जानकारी दे दें कि जो व्यक्ति स्टॉक ब्रोकर बनना चाहते हैं उन्हें इसके लिए सबसे पहले अपनी 12वीं कक्षा को कॉमर्स विषय के साथ पास करना अनिवार्य है फिर उसके बाद उन्हें चाहिए कि वह अपना ग्रेजुएशन कॉमर्स, इकोनॉमिक्स, फाइनेंस या फिर बिजनेस मैनेजमेंट में करें। इसके अलावा कैंडिडेट अगर चाहे तो वह स्टॉक मार्केट से संबंधित कोई कोर्स किसी अच्छे संस्थान से करने के बाद भी वह स्टॉक ब्रोकर के रूप में काम कर सकता है‌।

योग्यता

स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए किसी भी कैंडिडेट में जो योग्यताएं होनी चाहिए उनकी जानकारी इस प्रकार से है-

  • कैंडिडेट ने किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से बीकॉम किया हो।
  • या फिर कैंडिडेट ने अपना भारत में स्टॉकब्रोकर कैसे बनें? ग्रेजुएशन फाइनेंस में किया होना चाहिए।
  • या उम्मीदवार ने एमबीए किया हो।
  • शेयर मार्केट की अच्छी जानकारी।
  • अंग्रेजी भाषा के साथ-साथ कंप्यूटर की जानकारी भी होना जरूरी है।

आयु सीमा

अब यहां आपको यह बता दें कि जो कैंडिडेट स्टॉक ब्रोकर बनना चाहते हैं इसके लिए उन्हें चाहिए कि वह 20-21 वर्ष की आयु तक इस क्षेत्र में जा सकते हैं। हालांकि इस इंडस्ट्री में जाने के लिए कैंडिडेट की कोई आयु सीमा नहीं है लेकिन फिर भी यह जरूरी है कि वह अपना ग्रेजुएशन करने के बाद ही इस फील्ड में अपना कैरियर बनाएं।

स्टॉक ब्रोकर बनने के कैरियर संभावनाएं क्या है

स्टॉक ब्रोकर बनने के बाद किसी भी व्यक्ति के सामने कैरियर के बहुत सारे विकल्प आ जाते हैं जहां पर वह काम कर सकता है जैसे कि स्टॉक ब्रोकिंग फर्म, म्यूच्यूअल फंड रिसर्च सेंटर, इन्वेस्टमेंट बैंक्स, पेंशन फंड, इन्वेस्टमेंट बैंकर, फाइनेंशियल एडवाइजर इत्यादि के रूप में कैंडिडेट अपना फ्यूचर बना सकते हैं।

वेतन

जब कोई व्यक्ति स्टॉक ब्रोकर बन जाता है तो उसके बाद उसे नौकरी की शुरुआत में ही हर महीने 30,000 से लेकर 40,000 तक का वेतन आसानी से मिल जाता है। लेकिन अगर कैंडिडेट में योग्यता है तो वह उसके आधार पर हर महीने लाखों रुपए भी कमा सकता है क्योंकि शेयर मार्केट में पर कोई कैंडिडेट उचित रणनीति के साथ काम करे तो वह आसानी के साथ काफी पैसा हासिल कर सकता है।

स्टॉक ब्रोकर के कार्य

  • स्टॉक एक्सचेंज और निवेशकों के बीच में एक कड़ी की तरह होता है।
  • शेयर मार्केट में अपने ग्राहक के सभी लेनदेन वाले कामों की देखरेख करने का काम करता है।
  • ग्राहक को शेयर मार्केट से संबंधित उचित राय देता है।
  • अपने क्लाइंट के लिए स्टॉक मार्केट में उन जगहों पर इन्वेस्टमेंट करता है जहां पर उन्हें लाभ ज्यादा हो।
  • शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव को समझ कर उसी के अनुसार खरीद-फरोख्त करें।
  • ग्राहक को सही टाइम पर सही गाइडेंस देने का काम करना।

निष्कर्ष

दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल Stock Broker कैसे बनें? इस लेख के माध्यम से हमने आपको जानकारी दी कि स्टॉक ब्रोकर क्या होता है और उसमें कितनी योग्यता होनी आवश्यक है। साथ ही साथ हमने इस आर्टिकल के माध्यम से यह जानकारी भी दी कि स्टॉक ब्रोकर बनने की प्रक्रिया क्या होती है और जब कोई कैंडिडेट स्टॉक ब्रोकर बन जाता है तो तब उसे हर महीने कितने रुपए तक का वेतनमान मिलता है।

इसके अलावा हमने यह भी बताया कि जो कैंडिडेट Stock Broker के रूप में काम करता है तो उसे इस पद पर रहते हुए कौन-कौन से कार्य करने होते हैं। वैसे अगर देखा जाए तो शेयर मार्केट में कैरियर बनाना कोई मुश्किल काम नहीं है क्योंकि अगर कैंडिडेट को शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव की समझ हो तो वह इंडस्ट्री में काफी आगे तक जा सकता है।

अगर आपको हमारे द्वारा दी गई है जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे अपने उन दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें जो 12वीं के बाद Stock Broker बनने के इच्छुक हैं।

एक वास्तविक मनी ट्रेडिंग खाता कैसे खोलें

हिंदी

मनी ट्रेडिंग या करेंसी ट्रेडिंग विदेशी मुद्राओं में होने वाली ट्रेडिंग है। इसे फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग भी कहा जाता है। यह इस तथ्य पर आधारित है कि एक दूसरे के सापेक्ष मुद्राओं के मूल्य में उतार-चढ़ाव होता रहता है और इस प्रकार ट्रेडर्स मूल्य अंतर का मुद्रीकरण करना चाहते हैं। मुद्रा बाजार या फ़ॉरेक्स बाजार मात्रा के आधार पर दुनिया में सबसे बड़ा है, स्टॉक या कमोडिटीज से भी बहुत आगे है।

फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग मुद्राओं की कीमत की खोज करने में मदद करता है। बिजनेस भी मुद्रा मूल्यों में उन उतार-चढ़ाव से बचने के लिए फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग में लगे रहते हैं, जो बिजनेस करने की लागत को काफी हद्द तक प्रभावित कर सकते हैं, खासकर उन संस्थाओं के लिए जो विदेशी ट्रेड में शामिल रहती हैं। जैसा की स्टॉक्स के साथ है, फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए एक ट्रेडिंग खाते की आवश्यकता होती है जिससे मुद्राओं को खरीदने या बेचने का आर्डर दिया जा सके। हालांकि, स्टॉक या कमोडिटीज के उलट, भारत में मनी ट्रेडिंग के लिए डीमैट खाते की आवश्यकता नहीं होती है। केवल एक फ़ॉरेक्स त्त्रडिंग खाते और एक बैंक खाते की जरूरत होती है। सबसे लोकप्रिय ब्रोकरेज फर्म भारत में आसान फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए ऑनलाइन ट्रेडिंग खातों की सुविधा प्रदान करते हैं।

मनी ट्रेडिंग क्या है

इससे पहले कि कोई भारत में एक फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग खाते खोलने की प्रक्रिया को समझे, मनी ट्रेडिंग की मूल बातें जल्दी से समझ लेना उपयोगी होगा क्योंकि मनी ट्रेडिंग गतिविधि की ख़ास प्रकृति एक ट्रेडिंग खाता खोलने की आवश्यकताओं को प्रभावित करती है और उसे एक मानक स्टॉक ट्रेडिंग खाते से अलग बनाती है।

जैसा कि पहले बताया गया है, फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग या मनी ट्रेडिंग अनिवार्य रूप से मुद्राओं की खरीद और बिक्री है। चूंकि यह एक और मुक्त बाजार ट्रेडिंग गतिविधि है, इसलिए किसी को डीमैट खाते का उपयोग करने में सक्षम होने के बजाय अलग से एक फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग खाते की आवश्यकता क्यों होती है? इसका उत्तर भारत में फ़ॉरेक्स लेनदेन का करने के तरीके में छुपा है। किसी को उस मुद्रा की वास्तविक डिलीवरी लेने की आवश्यकता नहीं होती है जिसमें वह ट्रेड क्योंकि सभी लेनदेन नकद में होते हैं। दूसरी ओर, एक डीमैट खाता इलेक्ट्रॉनिक रूप में इक्विटी, ऋण इत्यादि को रखने के लिए उपयोग किया जाता है। (डीमैट डिमटेरियलाइज्ड का छोटा रूप है)। यही कारण है कि कोई व्यक्तिभारत में मनी ट्रेडिंग के लिए एक मानक डीमैट खाते का उपयोग नहीं कर सकता है और उसे एक अलग ऑनलाइन मनी ट्रेडिंग खाता खोलने की आवश्यकता होती है।

भारत में असली मनी ट्रेडिंग खाता कैसे खोलें

भारत में मनी ट्रेडिंग के लिए ट्रेडिंग खाता खोलने का पहला कदम भारतीय सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड या SEBI के साथ पंजीकृत एक सम्मानित ब्रोकर खोजना है। SEBI वह नियामक है जो भारत में मुद्रा ट्रेडिंग की देखरेख करता है। हालांकि, यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि स्टॉक्स के उलट, भारत में मनी ट्रेडिंग में अधिक कड़ाई का पालन किया जाता है। इसका कारण यह है कि किसी भी देश की मुद्रा इसकी कानूनी निविदा होती है और इसकी संप्रभुता का प्रतीक होती है, और अधिकांश देश उन लेन-देन को ध्यान में रखते हैं जो उनकी मुद्रा का उपयोग करके किए जा सकते हैं।

भारतीय मुद्रा बाजार में, उदाहरण के लिए, कुछ साल पहले तक ऐसा कोई भी लेनदेन करना मना था जिसमें INR को मूल मुद्रा के रूप में शामिल नहीं किया गया हो। (मुद्रा लेनदेन बेस मुद्रा और उद्धृत मुद्रा के साथ जोड़े में होता है)। केवल 2015 में ही RBI ने कुछ क्रॉस मुद्रा जोड़े (उदाहरण भारत में स्टॉकब्रोकर कैसे बनें? के लिए USD-GBP या USD-JPY) का कारोबार करने की अनुमति दी थी। मुद्रा ट्रेडिंग मानदंडों का उल्लंघन विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के तहत कार्रवाई आमंत्रित कर सकता है। यही कारण है कि केवल एक प्रतिष्ठित और SEBI के साथ पंजीकृत ब्रोकर के साथ मनी ट्रेडिंग खाता खोलना आवश्यक है।

सही ब्रोकर को शॉर्टलिस्ट करते समय एक अन्य पैरामीटर कमीशन और लेनदेन शुल्क है। एक ब्रोकर द्वारा लगाए गए ऊँचे कमीशन और लेनदेन शुल्क किसी के भी मार्जिन का नुक्सान कर सकते हैं। उचित शोध करना और उस ब्रोकर का चयन करना जरूरी है जो ट्रेडिंग खाते में किसी की कमाई को बढाने के लिए न्यूनतम ब्रोकरेज शुल्क लेता है। कमीशन और लेनदेन शुल्क के अतिरिक्त, ब्रोकर अक्सर खाते का रखरखाव शुल्क भी लेते हैं।

सभी लोकप्रिय ब्रोकरों के नामों और लेनदेन शुल्क, खाता रखरखाव शुल्क आदि जैसे विभिन्न ओवरहेड लागतों को सूचीबद्ध करने वाली ट्रैकिंग शीट बनाने की सलाह दी जाती है। कोई व्यक्ति इस तरह के मार्जिन की पेशकश की, और खाते के लिए आवश्यक न्यूनतम खाता शेष राशि जैसी विभिन्न ब्रोकरों की विभिन्न अन्य सुविधाओं की तुलना कर सकते हैं। इस तरह कोई व्यक्ति ट्रेडिंग खाता खोलने के लिए सबसे अधिक लागत प्रभावी मंच पर ध्यान केन्द्रित सकते हैं।

ऊपर बताए गए मापदंडों के अनुसार एक अच्छे ब्रोकर को चुनने के बाद, किसी व्यक्ति को संबंधित ब्रोकर द्वारा प्रदान किया गया एक आवेदन फॉर्म या ट्रेडिंग खाता खोलने का फॉर्म भरना होगा। इसके अलावा, उस व्यक्ति को KYC (अपने ग्राहक को जानें) आवश्यकताओं को पूरा करना होगा। इनमें संबंधित दस्तावेजों की प्रतियां साझा करनाशामिल है जैसे – पासपोर्ट या आधार कार्ड जैसे फोटो आईडी, निवास प्रमाण जैसे मतदाता कार्ड या बिजली बिल, और वित्तीय/आय प्रमाण जैसे नवीनतम टैक्स रिटर्न, फॉर्म-16, आदि की एक प्रति।

सभी रूपों को विधिवत जमा करने के बाद, संबंधित ब्रोकर फोन पर या व्यक्तिगत रूप से अंतिम सत्यापन कर सकता है। सत्यापन पूरा हो जाने के बाद, आपका ऑनलाइन ट्रेडिंग खाता मनी ट्रेडिंग के लिए तैयार है। प्रतिष्ठित ब्रोकरेज फर्मों के साथ, पूरी प्रक्रिया आमतौर पर कुछ दिनों के भीतर पूरी हो जाती है और परेशानी से मुक्त होती है। यह इसका एक और कारण है कि क्यों किसी को बाजार में एक अच्छी प्रतिष्ठा वाले ब्रोकरेज फर्म को चुनना चाहिए।

मनी ट्रेडिंग या फॉरेक्स ट्रेडिंग दुनिया की सबसे लोकप्रिय ट्रेडिंग गतिविधियों में से एक है जो वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि अधिकांश बिजनेस गतिशील रूप से उतार-चढ़ाव वाले मूल्यों के साथ विभिन्न राष्ट्रीय मुद्राओं से बने बाजार में आना चाहते हैं। ट्रेडर्स के लिए, मूल्य में यह अंतर, जिसे स्प्रेड कहा जाता है, ऐसे अवसर प्रदान करता है कि वे जिनको अपने लाभ के लिए भुनाने का प्रयास करते हैं।

मनी ट्रेडिंग बाजार की तेजी से आगे बढ़ने वाली प्रकृति के कारण, यह जरूरी है कि किसी व्यक्ति के पास एक ऑनलाइन मनी ट्रेडिंग खाता हो जो तेजी से बदलते बाजार गतिविधियों से सामंजस्य बना के रखे। मनी ट्रेडिंग की संवेदनशील प्रकृति के कारण, यह जरूरी है कि एक सही ब्रोकर को ढूँढा जाए और मनी ट्रेडिंग शुरू करने से पहले सभी KYC आवश्यकताओं को पूरा करा जाए। एक प्रतिष्ठित ब्रोकर के साथ ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट खोलना एक भारत में स्टॉकब्रोकर कैसे बनें? सरल प्रक्रिया है जिसमें आवेदन पत्र भरना और आवश्यक KYC दस्तावेज जमा करना शामिल है।

Stock Broker बनकर कमाएं पैसा, जानिए क्या है तरीका?

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Stock Broker Kya Hota Hai Kaise Bane अपने पैसे को कई गुना बढ़ाने के लिए लोग शेयर मार्केट में पैसा लगाते हैं. वहीं कई लोग शेयर मार्केट में स्टॉक ब्रोकर बनना चाहते हैं जो उम्मीद से भी ज्यादा कमाते हैं. आपने इनपर बनी कई सारी फिल्मे देखी होगी और उनमें इनकी कमाई भी देखी होगी. वैसे यदि आप शेयर मार्केट में काम करना चाहते हैं और एक बढ़िया स्टॉक ब्रोकर बनना चाहते हैं तो इस लेख में आपको स्टॉक ब्रोकर कैसे बने? (How to become stock broker?) इस सवाल का जवाब जरूर मिलेगा. इसके साथ ही इससे संबन्धित अन्य सवालों के जवाब भी मिलेंगे.

शेयर मार्केट क्या है? (What is the Share market?)

शेयर मार्केट में जाकर Stock Broker बनने से पहले एक सबसे बेसिक चीज जान लेते हैं कि Share Market Kya Hota Hai?

Share Market एक ऐसा मार्केट है जहां पर कंपनियों के शेयर बेचे और खरीदे जाते हैं. कंपनियाँ अपने वैल्यूशन के हिसाब से अपने शेयर जारी करती है और कई निवेशक और आम जनता इन्हें खरीदती है. जिसके एवज में निवेशक पैसे देता है और कंपनी हिस्सेदारी देती है. ये सारा काम जिस मार्केट में हो रहा है उसे शेयर मार्केट कहा जाता है.

स्टॉक ब्रोकर क्या होता है? (Stock Broker Meaning and Definition in Hindi)

अब स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए पहले ये जानना जरूरी है कि Stock broker kya hota hai? तो इसे एक उदाहरण से समझते हैं.

सबसे पहले कोई कंपनी अपने शेयर को बेचना चाहती है. तो वो पहले उसे सभी जगह से रजिस्टर्ड करवाएगी, सेबी से परमिशन लेगी और फिर शेयर मार्केट में अपने शेयर देगी. ये शेयर वो शेयर मार्केट में मौजूद उन कंपनियों को देती है जो इन शेयर को बेचने और खरीदने का काम करते हैं.

अब इन्हीं कंपनियों में वो कर्मचारी होते हैं जो निवेशकों को ये बताते हैं कि ‘सर एक बढ़िया शेयर आया है. आप इसे खरीद लीजिये. आगे चलकर इसका भाव आसमान को छूएगा.’ सामने वाला इनसे प्रभावित होकर या अपना निर्णय लेकर उन शेयर को खरीद लेता है.

तो ये जो निवेशक को प्रभावित करने वाला व्यक्ति है वही स्टॉक ब्रोकर कहलाता है. किसी शेयर को खरीदने और बेचने में इनका महत्वपूर्ण योगदान होता है. असल में देखा जाए तो किस कंपनी के शेयर बेचने है और किसके खरीदने हैं ये इन पर ही निर्भर रहता है. एक आम व्यक्ति शेयर मार्केट की इतनी ज्यादा समझ नहीं रखता इसलिए लोग स्टॉक ब्रोकर की बातों पर विश्वास करके अपना पैसा लगा देते हैं.

स्टॉक ब्रोकर का काम क्या होता है? (Stock broker job description)

  • एक स्टॉक ब्रोकर का काम होता है शेयर को खरीदना और बेचना.
  • जब भी कोई नई कंपनी अपने शेयर लेकर आती है तो स्टॉक ब्रोकर ही होते हैं जो कई बड़े निवेशकों को इनके शेयर में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं. वहीं शेयर को खरीदने का कार्य भी इन्हीं का होता है.
  • यदि कोई निवेशक शेयर को बेच रहा है तो उसे खरीदने वाले भी स्टॉक ब्रोकर ही होते हैं. हालांकि ये सारा काम अपनी कंपनी या फर्म के लिए करते हैं जिनके संबंध सीधे उन कंपनियों से होते हैं जो अपने शेयर उतार रही है.
  • इसके अलावा नए निवेशक तलाशना और उन्हें निवेश के लिए प्रोत्साहित करना भी एक स्टॉक ब्रोकर का काम होता है.
  • एक स्टॉक ब्रोकर को निवेशक का Demat account open करना और जरूरी कागजी कार्यवाही करना पड़ती है.

स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए जरूरी योग्यता (Stock Broker Qualifications)

स्टॉक ब्रोकर हर व्यक्ति नहीं बन सकता. इसके लिए आपके पास कुछ विशेष गुण होने चाहिए.

– स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए शेयर मार्केट का अच्छा ज्ञान और अनुभव होना चाहिए.
– किसी कंपनी का शेयर कब ज्यादा भाव में जाएगा और कब कम में जाएगा इसकी दूरदर्शिता होनी चाहिए.
– निवेशकों को कन्वेन्स करने की कला होनी चाहिए. इसके लिए आपको निवेशकों के साथ अच्छे संबंध बनाने होंगे जिनसे उनका विश्वास आप पर रहे.
– बिजनेस के कानून की जानकारी होनी चाहिए.
– बिजनेस में कौन सा मोड़ आने पर शेयर को नुकसान होगा इस बात की जानकारी होनी चाहिए.
– मेहनती और वफादार होना चाहिए.

स्टॉक ब्रोकर कैसे बनें? (How to Become a Stock Broker?)

स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए आपको ग्रेजुएट होना जरूरी है.

1) आप बिजनेस से संबन्धित किसी कोर्स में ग्रेजुएशन कर सकते हैं. जैसे कॉमर्स, मैनेजेमेंट, इक्नोमिक्स आदि. यदि आप पोस्ट ग्रेजुएट भी हैं तो भी आप अच्छे स्टॉक ब्रोकर बन सकते हैं.

2) ग्रेजुएशन के दौरान आप शेयर मार्केट को अच्छी तरह से जानें. इसके उतार-चढ़ाव को देखें.

3) शेयर मार्केट की बारीकियों को सीखें. इसकी हर टर्म को अच्छे से जाने.

4) लोगों के साथ बात करने के तरीके को सुधारें और विश्वासपात्र संबंध बनाने की कोशिश करें.

5) ग्रेजुएशन पूरा होने के बाद आप स्टॉक ब्रोकिंग या कैपिटल मार्केट से संबन्धित कोर्स कर सकते हैं. इसमें आपको शेयर मार्केट की बारीकियाँ सीखने को मिलेगी.

6) इन कोर्स को करने के बाद आप किसी अच्छी Stock Broking Company के साथ जुड़ें और कुछ वर्षों का अनुभव लें.

7) Stock Broking Company Job के दौरान ही आप इस क्षेत्र में माहिर हो जाते हैं. आप यदि अच्छा प्रदर्शन करेंगे तो कंपनी आपको खुद एक स्टॉक ब्रोकर के रूप में हायर कर लेगी.

स्टॉक ब्रोकर की कमाई कितनी होती है? (Stock Broker Average Salary)

एक स्टॉक ब्रोकर की कमाई (Stock broker earning) की कोई सीमा नहीं है. यदि आप एक फ्रेशर के तौर पर किसी Stock Broking Company में Job करते हैं तो शुरुआती तौर पर आपको 10 से 30 हजार रुपये तक सैलरी मिल सकती है. लेकिन जैसे-जैसे आपका अनुभव बढ़ेगा, आपकी कमाई बढ़ती रहेगी. आप हर साल 7-8 लाख रुपये तक कमा सकते हैं.

इस सैलरी के अलावा यदि आपके पास पैसा है तो आप खुद भी निवेश करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. क्योंकि आप इस भारत में स्टॉकब्रोकर कैसे बनें? फील्ड के बारे में अच्छे से जानते हैं तो आप ये अनुमान लगा सकते हैं कि किस शेयर में पैसा लगाना आपके लिए फायदेमंद रहेगा.

स्टॉक ब्रोकर का करियर काफी सारी संभावनाओं से भरा है. इसमें कमाई की कोई सीमा नहीं है. आपने कई फिल्में देखी होगी जिनमें एक स्टॉक ब्रोकर अपने स्टॉक बेचने की कला से ही करोड़ों रुपये छाप देता है. इसका सबसे अच्छा उदाहरण ‘हर्षद मेहता’ है. हर्षद मेहता ने अपने दिमाग के बल पर शेयर मार्केट को एक अलग ही रुख दिया और बैंक से काफी घोटाला किया. लेकिन आखिर में ये पकड़े गए.

आप सही तरीके से अच्छे शेयर में पैसा लगाकर खुद भी मुनाफा कमा सकते हैं. आप स्टॉक ब्रोकर होकर खुद भी मुनाफा कमा सकते हैं और दूसरों को भी मुनाफा कमाकर दे सकते हैं. लेकिन याद रहे शेयर मार्केट रिस्क से भरा है. इसमें कब क्या हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता. इसलिए इसमें खुद का पैसा सोच-समझकर लगाए.

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