इक्विटी शेयर के नुकसान

एशिया के अन्य बाजारों में सोल, टोक्यो, शंघाई और हांगकांग सभी के प्रमुख सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुए।
Paytm के शेयर में आई 8% की तेजी, 1200 रूपए के पार जाएगा भाव
पेटीएम के स्टॉक में 8 फ़ीसदी की तेजी दर्ज की गई।पेटीएम के स्टॉक में कारोबार के अंत में काफी तेजी देखी गई वहीं स्टॉक का भाव 7.06% से चढ़कर 5 दिन 6.90 रुपए पर बंद हुआ। ब्रोकरेज को उम्मीद है कि पेटीएम के स्टॉक आने वाले वक्त में और तेजी दिखाएंगे।
ICICI securities के मुताबिक पेटीएम का स्टॉक 1285 रुपए तक जा सकता है वहीं इसका टारगेट प्राइस का जिक्र करते हुए स्टॉक को ब्रोकरेज ओ नहीं बाय रेटिंग दी है। मतलब ब्रोकरेज ऐसे खरीदने की सलाह दे रहे हैं उनके मुताबिक मार्च सुधार की वजह से स्टॉक में तेजी की काफी उम्मीदें हैं।
अगले 12 महीनों के लिए विदेशी ब्रोकरेज टारगेट प्राइस 1100 रुपए तय किया है। 1 साल में पेटीएम का शेयर 1100 रुपए के पार जा सकता इक्विटी शेयर के नुकसान है। उन्होंने स्टाफ को बॉय रेटिंग दी है यानी कि वे इन स्टॉक्स को खरीदने की सलाह दे रहे हैं। गोल्डमैन सैक्स ने कहां है कि पेटीएम द्वारा किए गए नए खुलासों, फ्री कैश फ्लो और प्रॉफिट पर फोकस, कंपनी की सोच है।
किसी शेयर को खरीदने और बेचने पर कितने प्रकार से लगता है टैक्स, यहां जानिए पूरी डिटेल
- Himali Patel
- Publish Date - October 2, 2021 / 04:33 PM IST
सेंसेक्स 60,836 और निफ्टी 18,197 के स्तर तक गया. बाजार लगातार 5वें दिन बढ़त के साथ बंद हुए. सेंसेक्स 452 पॉइंट यानी 0.75% बढ़कर 60,737 पर और निफ्टी 170 पॉइंट यानी 0.94% की तेजी के साथ 18,162 के स्तर पर बंद हुआ था
भारतीय इक्विटी बाजार नई उचाईयों को छूता जा रहा है और अभी इसकी गिरावट या धीमा होने के कोई संकेत इक्विटी शेयर के नुकसान नहीं मिल रहे हैं. इस सितंबर में बीएसई सेंसेक्स पहली बार 60,000 का आकड़ा भी पार कर गया है. क्या आप ऐसे समय के दौरान इक्विटी शेयरों (Stock) के मालिक हैं या खरीदने का इक्विटी शेयर के नुकसान इरादा रखते हैं तो आपको शेयरों की बिक्री से जुड़े टैक्स प्रभावों के बारे में पता होना चाहिए.
शार्ट-टर्म पीरियड में होने वाला कैपिटल लॉस और गेन
यदि एक लिस्टेड इक्विटी शेयर एक्वीजीशन के 12 महीनों इक्विटी शेयर के नुकसान के भीतर बेचा जाता है, तो सेलर को शार्ट-टर्म कैपिटल गेन या शार्ट टर्म कैपिटल लॉस चुकाना पड़ सकता है. जब शेयरों को खरीदी गयी वैल्यू से अधिक कीमत पर बेचा जाता है, तो विक्रेता को शार्ट टर्म कैपिटल गेन चुकाना होता है और जब शेयरों को खरीदे गए मूल्य से कम कीमत पर बेचा जाता है, तो विक्रेता को शार्ट टर्म कैपिटल लॉस चुकाना पड़ता है.
यदि शेयर बाजार में कारोबार किए गए इक्विटी शेयरों को अधिग्रहण के 1 वर्ष के इक्विटी शेयर के नुकसान बाद बेचा जाता है, तो विक्रेता को इस पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन या लॉस पर टैक्स देना पड़ता है. 2018 के बजट की शुरुआत से पहले, इक्विटी शेयर अंडर सेक्शन 10 (38) के तहत लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स से फ्री थे.
2018 के फाइनेंशियल बजट के नए नियमों के अनुसार, यदि कोई विक्रेता इक्विटी शेयरों की बिक्री पर 1 लाख रुपये से अधिक का लॉन्ग टर्म लाभ अर्जित करता है, तो यह लाभ 10% के कैपिटल गेन टैक्स के अधीन आता है. इसके अलावा, यहां विक्रेता इंडेक्सेशन का लाभ नहीं उठा पाएगा. ये नियम 1 अप्रैल, 2018 को या उसके बाद किए गए लेन-देन पर लागू होता हैं.
इक्विटी शेयरों से लाभ का टैक्सेशन
आपके टैक्स ब्रैकेट के बावजूद, शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन पर 15% टैक्स लगता इक्विटी शेयर के नुकसान है. शेयर बाजार में लिस्टेड इक्विटी शेयरों पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स पर 1 लाख रुपये तक के टैक्सेशन से छूट है. इक्विटी शेयरों की बिक्री पर 1 लाख रुपये से अधिक का लाभ 10% लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स के अधीन आता है और इस पर इंडेक्सेशन संभव नहीं होता है. यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि पूर्वगामी टैक्स दरें तभी लागू होती हैं जब लेनदेन पर सिक्योरिटी ट्रांसक्शन टैक्स (STT) का भुगतान किया जाता है.
इक्विटी शेयरों की बिक्री से किसी भी शार्ट टर्म कैपिटल लॉस को किसी भी पूंजीगत संपत्ति की बिक्री से किसी भी अल्पकालिक या दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ के खिलाफ ऑफसेट किया जा सकता है. यदि नुकसान को समायोजित नहीं किया जाता है, तो इसे अतिरिक्त आठ वर्षों के लिए आगे बढ़ाया जा सकता है और उन आठ वर्षों के दौरान किए गए किसी भी शार्ट टर्म या लॉन्ग टर्म पूंजीगत लाभ के खिलाफ ऑफसेट किया जा सकता है. लंबी अवधि के कैपिटल लॉस को किसी भी अन्य दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ के मुकाबले ऑफसेट किया जा सकता है और लंबी अवधि के लाभ के खिलाफ ऑफसेट करने के लिए लंबे समय तक पूंजी हानि को अगले आठ वर्षों तक आगे बढ़ाया जा सकता है.इक्विटी शेयर के नुकसान
काम की बात: राकेश झुनझुनवाला को इस साल कई शेयरों से उठाना पड़ा नुकसान, यहां जानें कौन से हैं ये शेयर
दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला ने जिन शेयरों में पैसा लगा रखा है उनमें से कई शेयर ऐसे हैं, जिन्होंने इस साल अब तक शानदार प्रदर्शन किया है, और उनकी वैल्यू दोगुना तक बढ़ गई है। वहीं कुछ शेयर ऐसे भी हैं जो 2020 में अंडर परफॉर्मर भी रहे हैं। इनमें निवेशकों को इस साल निगेटिव रिटर्न मिला है। आपको बता दें कि झुनझुनवाला शेयर बाजार के ऐसे खिलाड़ी हैं, जिनके पोर्टफोलियो पर दूसरे निवेशकों की नजर रहती है। हम आपको उन शेयरों के बारे में बता रहे हैं जिन्होंने इस साल अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है।
शेयर बाजार में नुकसान से बचने के 10 तरीके
लाभ और हानि शेयर बाजार के दो पहलू हैं शेयर बाजार में किसी को फायदा तो किसी को नुकसान होना तय है समय-समय पर निवेशकों को नुकसान भी उठाना पड़ता है किंतु यदि शेयर मार्केट में कुछ सावधानियां बरती जाएं तो होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है.
शेयर मार्केट में नुकसान से बचने के लिए टिप्स और तौर तरीके इंटरनेट पर आसानी से मिल जाएंगे यदि आपको शेयर बाजार में अनुभव और जानकारी इक्विटी शेयर के नुकसान नहीं है तो यह तौर तरीके और टिप्स किसी काम के नहीं हैं .
यदि आपको शेयर बाजार में होने वाले नुकसान से बचना है तो आपको शेयर मार्केट के बारे में जानकारी रखनी होगी बाजार इक्विटी शेयर के नुकसान के लिए आपको समय देना होगा
बाजार में लगातार आठवें दिन तेजी, सेंसेक्स, निफ्टी ने बनाया नया रिकॉर्ड
मुंबई, एक दिसंबर (भाषा) वैश्विक रुझानों और निवेशकों के समर्थन के दम पर घरेलू शेयर बाजारों में तेजी का सिलसिला लगातार आठवें दिन भी जारी रहने के साथ बृहस्पतिवार को दोनों प्रमुख सूचकांक नए रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुए।
बीएसई का 30 शेयरों वाला मानक सूचकांक सेंसेक्स 184.54 अंक यानी 0.29 प्रतिशत चढ़कर 63,284.19 अंक पर पहुंच गया जो इसका नया रिकॉर्ड है। कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 483.42 अंक बढ़कर 63,583.07 अंक की ऊंचाई तक भी पहुंच गया था।
इसी तरह एनएसई के सूचकांक निफ्टी ने भी नया रिकॉर्ड बनाया। निफ्टी 54.15 अंक यानी 0.29 प्रतिशत की बढ़त के 18,812.50 अंक पर बंद हुआ।
विश्लेषकों के मुताबिक, खरीद प्रबंध सूचकांक (पीएमआई) के सकारात्मक आंकड़े आने और सूचना प्रौद्योगिकी शेयरों में खरीदारी से भी बाजार को तेजी मिली।