सफलता की कहानी

ओलंपिक व्यापार में व्यापार करने के लिए कदम

ओलंपिक व्यापार में व्यापार करने के लिए कदम
व्यापार महासंघ की ओर गौरांशी शर्मा का स्वागत करते हुए ।

नई दिल्ली में प्रगति मैदान में आयोजित 40 वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला में हरियाणा मंडप का ओलंपिक व्यापार में व्यापार करने के लिए कदम अवलोकन करते हुए हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय

चण्डीगढ़, 26 नवंबर —- हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि हरियाणा सरकार ने प्रदेश में विकास को नई दिशाएं दी हैं।
नई दिल्ली में प्रगति मैदान में आयोजित 40 वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला में हरियाणा मंडप के अवलोकन के दौरान हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ओलंपिक व्यापार में व्यापार करने के लिए कदम ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार जनभागीदारी की सरकार है। हरियाणा प्रदेश ने विभिन्न क्षेत्रों में अभूतपूर्व विकास किया है।सुशासन स्थापित हुआ है। कार्यप्रणाली में प्रदर्शिता स्थापित हुई है। भ्रष्टाचार को पूर्णरूप से समाप्त करने की ओर सरकार के सतत प्रयास रहते हैं।इसके लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल प्रशंसा के पात्र हैं।
हरियाणा के राज्यपाल ने कहा कि हरियाणा सरकार ने प्रदेश में मानव संसाधन को बेहतर बनाया है। कार्यप्रणाली में पारदर्शिता के लिए तकनीक का व्यापक उपयोग किया जा रहा है। हरियाणा सरकार की उद्योग नीति के परिणामस्वरूप प्रदेश में उद्यमिता व निवेश को गति मिली है। हरियााण प्रदेश ने विभिन्न क्षेत्रों विशेषकर उद्योग,आवास, विद्युत क्षेत्र में उल्लेखनीय उन्नति की है।
हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने हरियाणा मंडप का अवलोकन किया। अवलोकन के दौरान हरियाणा व्यापार मेला प्राधिकरण की मुख्य प्रशासक व महिला एवं बाल विकास विभाग की प्रधान सचिव डाॅ जी अनुपमा तथा हरियाणा व्यापार मेला प्राधिकरण की प्रशासक श्रीमती सोफिया दहिया भी मौजूद रही।
उल्लेखनीय है कि ‘ हरियाणा मंडप’ आगंतुकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।’आत्मनिर्भर भारत-आत्मनिर्भर हरियाणा’ विषयवस्तु के साथ हरियाणा प्रदेश गत वर्षों की भांति सक्रिय रूप से भागीदारी कर रहा है। हरियाणा मंडप में हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय व हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के संदेश प्रदेश सरकार के विजन के परिचायक है।
उल्लेखनीय है कि हरियाणा देश के सर्वाधिक प्रगतिशील राज्यों में शामिल है।हरियाणा प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में हुई उन्नति को हरियाणा मंडप में बेहतर रूप से प्रदर्शित किया गया है।”एक आदर्श निवेश गंतव्य-अंतहीन अवसर” के संदेश के साथ हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं आधारभूत संरचना विकास निगम के विभिन्न मेगा फूड पार्क,फुटवियर पार्क,आईएमटी व अन्य औद्योगिक क्षेत्रों का विवरण प्रदर्शित किया गया है। हरियाणा राज्य से होने वाले निर्यात को राज्य की प्रगति के रूप में प्रदर्शित किया गया है। हरियाणा का वर्ष 1967-68 में 4.5 करोड रूपये का निर्यात बढकर वर्ष 2020-21 में 1,74,572 करोड रूपए तक पहुंच गया।
हरियाणा कृषि एवं व्यवसाय निती , सूक्ष्म,लघु एवं मध्यम उद्योग निती. तथा हरियाणा उद्यम और रोजगार निती को भी प्रदर्शित किया हुआ है। ‘एक खंड-एक उत्पाद’ को हरियाणा सरकार के एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में प्रदर्शित किया गया है। एकीकृत विमानन हब को प्रदर्शित किया गया है।कौशल विकास प्रशिक्षण के मिशन के रूप में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का विवरण प्रदर्शित किया हुआ है।
उद्योगों की मांग व आवश्यकता के अनुसार तकनीकी शिक्षा के विकास को दर्शाया गया है। तकनीकी शिक्षा के विकास और तकनीकी विश्वविद्यालयों, इंजिनियरिंग काॅलेजों,बहुतकनीकी संस्थानों व अन्य संस्थानों का विवरण दिया हुआ है। इसके अतिरिक्त आईआईआईटी सोनीपत, आईआईएम रोहतक, नेशनल इंस्टीट्यूट आफ डिजाइन कुरूक्षेत्र व नैशनल इंस्टीट्यूट आफ फैशन टेक्नोलॉजी का विवरण दिया हुआ है।
विद्युत क्षेत्र में हरियाणा के विद्युत निगमों का लाभ में होने तथा ‘म्हारा गांव जगमग गांव’ योजना के परिणामस्वरूप हरियाणा के दस जिलों में चौबीस घंटे विद्युत आपूर्ति को दर्शाया गया है। हरियाणा के 5367 गांवों में 24 घंटे व 1658 गांवों में 16 घंटे से 18 घंटे विद्युत आपूर्ति का विवरण प्रदर्शित किया गया है। स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार विवरण दर्शाया गया है। हरियाणा को खेलों के एक हब के रूप में प्रदर्शित किया हुआ है। ओलंपिक व पैरालम्पिक के विजेता खिलाडियों को दी गई पुरस्कार राशि व अन्य सुविधाओं का विवरण दिया हुआ है।
परिवार पहचान-पत्र योजना का विस्तृत विवरण प्रदर्शित किया हुआ है। परिवार पहचान-पत्र बनाने वाला हरियाणा देश का प्रथम राज्य है। वालंटियर सेवा के विस्तार की दिशा में ‘समर्पण’ कार्यक्रम को शानदार रूप से प्रदर्शित किया हुआ है। केंद्र सरकार की योजनाओं को भी सही रूप में डिस्प्ले किया हुआ है।

जहरीली हवा के लिए बदनाम चीन में विंटर ओलंपिक से पहले हवा की गुणवत्ता में कैसे सुधार हो गया?

How China air quality shows improvement: जहरीली हवा से घिरे रहने वाले चीन (China) के बीजिंग (Beijing) में सब कुछ साफ दिख रहा है. हवा की गुणवत्ता बेहतर हुई है. चीन ने कैसे सुधारी हवा की गुणवत्ता, कैसी थी इसकी योजना और अभी कितनी चुनौतियां बाकी हैं , जानिए इन सवालों के जवाब

जहरीली हवा के लिए बदनाम चीन में विंटर ओलंपिक से पहले हवा की गुणवत्ता में कैसे सुधार हो गया?

TV9 Bharatvarsh | Edited By: अंकित गुप्ता

Updated on: Feb 09, 2022 | 3:15 PM

जहरीली हवा से घ‍िरे रहने वाले चीन (China) के बीजिंग (Beijing) में सब कुछ साफ दिख रहा है. हवा की गुणवत्‍ता बेहतर हुई है. न दिखने वाले पहाड़ और हरी वादियां नजर आने लगी हैं, लोग राहत की ‘सांस’ ले सकते हैं. कई सालों से प्रदूषण के लिए बदनाम चीन में इन दिनों विंटर ओलंपिक गेम्‍स (Beijing Winter Olympics) चल रहे हैं. दुनियाभर के खिलाड़ी पहुंच मौजूद हैं. खेलों को ध्‍यान में रखते हुए बदनामी से बचने और हवा को साफ करने का यह काम रातों-रात नहीं हुआ है. इसके पीछे एक लम्‍बी योजना रही है. शिकागो के एनर्जी पॉलिसी इंस्‍टीट्यूट की रिसर्च रिपोर्ट में यह बताया गया है कि चीन ने कैसे हवा को साफ किया.

चीन ने कैसे सुधारी हवा की गुणवत्‍ता, कैसी थी इसकी योजना और अभी कितनी चुनौतियां बाकी हैं , जानिए इन सवालों के जवाब…

बीजिंग की हवा में कैसे हुआ सुधार, पहले इसे समझें?

फर्स्‍टपोस्‍ट की रिपोर्ट के मुताबिक, 2013 में बीजिंग दुनिया के उन टॉप शहरों में था जो सबसे ज्‍यादा प्रदूषण की मार झेल रहे थे. राजधानी बीजिंग स्थि‍त थियानमेन स्‍क्‍वायर से इमारतें, पहाड़‍ियां और पेड़ नजर ही नहीं आते थे. शिकागो के एनर्जी पॉलिसी इंस्‍टीट्यूट की रिपोर्ट कहती है, चीन ने हवा की गुणवत्‍ता में सुधार लाने के लिए कई योजनाएं शुरू कीं. इन्‍हें सख्‍ती से लागू किया गया. जब जाकर हवा साफ हो पाई.

इन पांच पॉइंट पर चीन ने काम किया

1- ऐसे संयंत्र जो कोयले से चलाए जा रहे हैं और कार्बन का उत्‍सर्जन कर रहे हैं, उनके मानक तय किए गए.

2- सड़कों पर कारों और गाड़ि‍यों की संख्‍या में कमी की गई ताकि वाहनों से होने वाले उत्‍सर्जन को घटाया जा सके.

3- स्‍थानीय स्‍तर के अध‍िकारियों को हवा में सुधार करने की जिम्‍मेदारी तय की गई, इनके लक्ष्‍य तय किए गए.

4- घरों में जहां ओलंपिक व्यापार में व्यापार करने के लिए कदम ईधन के रूप में कोयले का इस्‍तेमाल हो रहा था, वहां इसे गैस और इलेक्ट्रिक इक्विपमेंट से बदला गया.

5-चीन हवा और सोलर एनर्जी का इस्‍तेमाल ईधन के तौर पर काम रहा है. इसे आगे बढ़ाने की दिशा में काम कर रहा है.

How China Air Quality Shows Improvement Before Beijing Winter Olympic 2022.

यह तस्‍वीर बीजिंग के उस दौर की है जब प्रदूषण इतना बढ़ गया था कि रेड अलर्ट जारी करना पड़ा था.

अभी चुनौती खत्‍म नहीं हुई है

बीजिंग में साफ हुई हवा अपने आप चीन के लिए एक चुनौती है. चुनौती कई मायनों में हैं. जैसे- अभी भी बिजली बनाने के लिए चीन कोयले पर निर्भर है. इसके बावजूद देश में जीरो कार्बन उत्‍सर्जन का लक्ष्‍य तय किया गया है. हवा को साफ करने की जो योजना बनाई गई है उसमें कारखानों को बंद करना भी शामिल है. जिसका सीधा असर व्‍यापार पर पड़ सकता है. इन सारे मामलों से चीन कैसे ओलंपिक व्यापार में व्यापार करने के लिए कदम निपटेगा, इसका जवाब अब तक सामने नहीं आया है.

बीजिंग की हवा कितनी साफ हुई?

तमाम कोशिशाें के बावजूद पिछले साल तक बीज‍िंग में वार्षिक औसत वायु प्रदूषण विश्‍व ओलंपिक व्यापार में व्यापार करने के लिए कदम स्‍वास्‍थ्‍य संगठन की गाइडलाइन के मुकाबले भी 6 गुना तक ज्‍यादा था. हालांकि वर्तमान में सुधार देखा जा रहा है.

फिनलैंड की संस्‍था सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्‍लीन एयर की रिपोर्ट कहती है, वर्तमान में बीजिंग के आसपास अभी भी कई ऐसी इंडस्‍ट्री हैं जहां कोयले का इस्‍तेमाल किया जा रहा है.

जहरीली हवा के लिए बदनाम चीन में विंटर ओलंपिक से पहले हवा की गुणवत्ता में कैसे सुधार हो गया?

How China air quality shows improvement: जहरीली हवा से घिरे रहने वाले चीन (China) के बीजिंग (Beijing) में सब कुछ साफ दिख रहा है. हवा की गुणवत्ता बेहतर हुई है. चीन ने कैसे सुधारी हवा की गुणवत्ता, कैसी थी इसकी योजना और अभी कितनी चुनौतियां बाकी हैं , जानिए इन सवालों के जवाब

जहरीली हवा के लिए बदनाम चीन में विंटर ओलंपिक से पहले हवा की गुणवत्ता में कैसे सुधार हो गया?

TV9 Bharatvarsh | Edited By: अंकित गुप्ता

Updated on: Feb 09, 2022 | 3:15 PM

जहरीली हवा से घ‍िरे रहने वाले चीन (China) के बीजिंग (Beijing) में सब कुछ साफ दिख रहा है. हवा की गुणवत्‍ता बेहतर हुई है. न दिखने वाले पहाड़ और हरी वादियां नजर आने लगी हैं, लोग राहत की ‘सांस’ ले सकते हैं. कई सालों से प्रदूषण के लिए बदनाम चीन में इन दिनों विंटर ओलंपिक गेम्‍स (Beijing Winter Olympics) चल रहे हैं. दुनियाभर के खिलाड़ी पहुंच मौजूद हैं. खेलों को ध्‍यान में रखते हुए बदनामी से बचने और हवा को साफ करने का यह काम रातों-रात ओलंपिक व्यापार में व्यापार करने के लिए कदम नहीं हुआ है. इसके पीछे एक लम्‍बी योजना रही है. शिकागो के एनर्जी पॉलिसी इंस्‍टीट्यूट की रिसर्च रिपोर्ट में यह बताया गया है कि चीन ने कैसे हवा को साफ किया.

चीन ने कैसे सुधारी हवा की गुणवत्‍ता, कैसी थी इसकी योजना और अभी कितनी चुनौतियां बाकी हैं , जानिए इन सवालों के जवाब…

बीजिंग की हवा में कैसे हुआ ओलंपिक व्यापार में व्यापार करने के लिए कदम सुधार, पहले इसे समझें?

फर्स्‍टपोस्‍ट की रिपोर्ट के मुताबिक, 2013 में बीजिंग दुनिया के उन टॉप शहरों में था जो सबसे ज्‍यादा प्रदूषण की मार झेल रहे थे. राजधानी बीजिंग स्थि‍त थियानमेन स्‍क्‍वायर से इमारतें, पहाड़‍ियां और पेड़ नजर ही नहीं आते थे. शिकागो के एनर्जी पॉलिसी इंस्‍टीट्यूट की रिपोर्ट कहती है, चीन ने हवा की गुणवत्‍ता में सुधार लाने के लिए कई योजनाएं शुरू कीं. इन्‍हें सख्‍ती से लागू किया गया. जब जाकर हवा साफ हो पाई.

इन पांच पॉइंट पर चीन ने काम किया

1- ऐसे संयंत्र जो कोयले से चलाए जा रहे हैं और कार्बन का उत्‍सर्जन कर रहे हैं, उनके मानक तय किए गए.

2- सड़कों पर कारों और गाड़ि‍यों की संख्‍या में कमी की गई ताकि वाहनों से होने वाले उत्‍सर्जन को घटाया जा सके.

3- स्‍थानीय स्‍तर के अध‍िकारियों को हवा में सुधार करने की जिम्‍मेदारी तय की गई, इनके लक्ष्‍य तय किए गए.

4- घरों में जहां ईधन के रूप में कोयले का इस्‍तेमाल हो रहा था, वहां इसे गैस और इलेक्ट्रिक इक्विपमेंट से बदला गया.

5-चीन हवा और सोलर एनर्जी का इस्‍तेमाल ईधन के तौर पर काम रहा है. इसे आगे बढ़ाने की दिशा में काम कर रहा है.

How China Air Quality Shows Improvement Before Beijing Winter Olympic 2022.

यह तस्‍वीर बीजिंग के उस दौर की है जब प्रदूषण इतना बढ़ गया था कि रेड अलर्ट जारी करना पड़ा था.

अभी चुनौती खत्‍म नहीं हुई है

बीजिंग में साफ हुई हवा अपने आप चीन के लिए एक चुनौती है. चुनौती कई मायनों में हैं. जैसे- अभी भी बिजली बनाने के लिए चीन कोयले पर निर्भर है. इसके बावजूद देश में जीरो कार्बन उत्‍सर्जन का लक्ष्‍य तय किया गया है. हवा को साफ करने की जो योजना बनाई गई है उसमें कारखानों को बंद करना भी शामिल है. जिसका सीधा असर व्‍यापार पर पड़ सकता है. इन सारे मामलों से चीन कैसे निपटेगा, इसका जवाब अब तक सामने नहीं आया है.

बीजिंग की हवा कितनी साफ हुई?

तमाम कोशिशाें के बावजूद पिछले साल तक बीज‍िंग में वार्षिक औसत वायु प्रदूषण विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन की गाइडलाइन के मुकाबले भी 6 गुना तक ज्‍यादा था. हालांकि वर्तमान में सुधार देखा जा रहा है.

फिनलैंड की संस्‍था सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्‍लीन एयर की रिपोर्ट कहती है, वर्तमान में बीजिंग के आसपास अभी भी कई ऐसी इंडस्‍ट्री हैं जहां कोयले का इस्‍तेमाल किया जा रहा है.

करेंट अफेयर्स – 03 मार्च 2022

विश्व वन्यजीव दिवस (World wildlife day) 2022 –

प्रतिवर्ष 3 मार्च को विश्व वन्यजीव दिवस मनाया जाता है। यह दिवस दुनिया भर में लुप्त हो रही वन्य जीव व वनस्पति की प्रजातियों के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से मनाया जाता है। इस दिवस पर विश्व स्तर पर जागरूक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। हर साल यह दिवस एक विशेष थीम के साथ मनाया जाता है, जिसका चयन संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा किया जाता है। इस वर्ष की थीम ‘Recovering key species for ecosystem restoration’ है।

दिनांक 3 मार्च, 1973 को लुप्त हो रही वन्य प्रजातियों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को प्रतिबंधित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन (CITES) अपनाया गया था। फिर दिनांक 20 दिसंबर, 2013 को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 63वें सत्र में 3 मार्च को वर्ल्ड वाइल्डलाइफ डे मनाने की घोषणा ओलंपिक व्यापार में व्यापार करने के लिए कदम की गई। पहला विश्व वन्यजीव दिवस 3 मार्च, 2014 को मनाया गया था। यह दिवस वन्यजीव अपराध के खिलाफ लड़ने के लिए तुरंत प्रभाव से कदम उठाने का आह्वान करता है जिसका पर्यावरण, आर्थिक और सामाजिक प्रभाव व्यापक है।

ऑपरेशन गंगा (Operation Ganga) –

हाल ही में भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन गंगा’ (Operation Ganga) नाम से एक एयरलिफ्ट प्रोग्राम शुरू किया है। इस ऑपरेशन के तहत यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों और नागरिकों को सकुशल यूक्रेन से भारत लाया जा रहा है।

रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रामक रवैया अपनाने पर दोनों देशों के बीच युद्ध जैसी भयानक स्थिति उत्पन्न हो गई है। दिनांक 27 फरवरी, 2022 को विदेश मंत्रालय ने यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकालने में सहायता के लिए 24×7 नियंत्रण केंद्र स्थापित किए। सहायता संपर्क के लिए एक ट्विटर हैंडल ‘ओपगंगा हेल्पलाइन’ (OpGanga Helpline) भी शुरू किया गया है। इस बहु-आयामी निकासी ऑपरेशन में लगभग 20,000 भारतीय छात्रों और नागरिकों को पोलैंड, हंगरी, रोमानिया और स्लोवाक गणराज्य (Slovak Republic) के साथ सीमा पार करने वाले बिंदुओं के माध्यम से निकाला जा रहा है।

46वाँ सिविल लेखा दिवस –

इस वर्ष 02 मार्च को 46वाँ सिविल लेखा दिवस (Civil Accounts Day) मनाया गया। इस दिवस पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर, जनपथ, नई दिल्ली में किया गया। इस अवसर पर वित्त और कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) मुख्य अतिथि रही।

वित्त मंत्री सीतारमण ने व्यापार करने में आसानी और डिजिटल इंडिया इको-सिस्टम के हिस्से के रूप में एक प्रमुख ई-गवर्नेंस पहल – इलेक्ट्रॉनिक बिल (ई-बिल) प्रसंस्करण प्रणाली शुरू की है। यह कदम पारदर्शिता, दक्षता और एक फेसलेस-कागज रहित भुगतान प्रणाली को बढ़ाने की दिशा में है।

भारतीय सिविल लेखा सेवा (ICAS) के बारे में:

यह भारत सरकार के लिए वित्तीय प्रबंधन सेवाओं के वितरण में मदद करता है जैसे – भुगतान सेवाएँ, कर संग्रह प्रणाली का समर्थन करता है, सरकार-व्यापी लेखांकन, वित्तीय रिपोर्टिंग कार्य करता है, बजट अनुमान तैयार करता है और केंद्र सरकार के नागरिक मंत्रालयों में आंतरिक लेखा परीक्षण करता है।

विश्व श्रवण दिवस-2022 :-

प्रतिवर्ष 3 मार्च को ‘विश्व श्रवण दिवस’ दुनिया भर में मनाया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य बहरापन और सुनने की क्षमता में हो रही हानि को रोकने के उपाय और इसके प्रति देखभाल की जागरूकता को बढ़ावा देने पर विचार करना है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुख्यालय में आयोजित होने वाले इस दिवस के विषय का चयन भी WHO द्वारा किया जाता है। वर्ष 2022 में वर्ल्ड हियरिंग डे की थीम “To hear for life, listen with care” है।

विश्व श्रवण दिवस- 2022 पर WHO “जीवन के लिए सुनना, ध्यान से सुनना” के विषय के साथ जीवन भर अच्छी सुनवाई बनाए रखने के साधन के रूप ओलंपिक व्यापार में व्यापार करने के लिए कदम में सुरक्षित सुनने के महत्त्व पर ध्यान केंद्रित करेगा।

कोटा के व्यापार जगत ने किया ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता गौरांशी का अभिनंदन

व्यापार महासंघ की ओर गौरांशी शर्मा का स्वागत करते हुए ।

कोटा। कोटा व्यापार महासंघ की ओर से गुरुवार को छावनी स्थित एक होटल में ओलंपिक बैडमिंटन ब्राजील डैफ में स्वर्ण पदक विजेता गौरांशी शर्मा का अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर व्यापार एवं उद्योग जगत की 150 संस्थाओं के पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों एवं सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारियों ने गौरांशी का शॉल, शील्ड, दुपट्टा, साफा एवं माल्यार्पण कर स्वागत किया।

महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने बताया कि स्वर्ण पदक विजेता गौरांशी शर्मा ने देश के साथ-साथ कोटा जिले का नाम भी रोशन किया है। यह रामगंजमंडी के प्रतिष्ठित व्यापारी की बेटी है और व्यापार जगत के परिवार से जुड़ी हुई है। इसने पूरे देश के व्यापारियों एवं उद्यमियों का नाम भी ओलंपिक व्यापार में व्यापार करने के लिए कदम गौरवान्वित किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकारों को इस तरह की उभरती प्रतिभाओं को निरंतर प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। जिससे इनकी प्रतिभाओं में बढ़ोतरी हो सके और विश्व में होने वाली हर प्रतिस्पर्धा में वह देश का नाम रोशन कर सकें।

इस अवसर पर शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रविंद्र त्यागी ने कहा कि हम कोटा व्यापार एवं उद्योग जगत और सभी वर्गों के साथ मिलकर राज्य के मुख्यमंत्री एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल से मांग करेंगे कि स्वर्ण पदक विजेता गौरांशी शर्मा को प्रोत्साहन देने एवं उसकी निरंतरता बनाए रखने के लिए इसे प्रोत्साहन राशि उपलब्ध कराई जाए।

दी एसएसआई एसोसियेसन के संस्थापक अध्यक्ष गोविंदराम मित्तल ने कहा कि गौरांशी शर्मा द्वारा विश्व के पटल पर जो उपलब्धि हासिल की है उससे हाड़ौती का हर व्यक्ति अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहा है। इस बालिका ने पूरे विश्व में हाडौती एंव कोटा जिले का नाम रोशन किया है।

यह भी रहे मौजूद
इस सम्मान समारोह में स्वर्ण पदक विजेता गौरांशी शर्मा का अभिनंदन करने वालों में कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सत्यभान सिंह, उपाध्यक्ष नंदकिशोर शर्मा, कोषाध्यक्ष राजेंद्र कुमार जैन, सचिव यश मालवीय, बोर्ड के चेयरमैन भुवनेश लाहोटी, प्रमोद गौतम, दी एसएसआई एसोसिएशन के अध्यक्ष राजकुमार जैन, चिराग पटेल, राजेश गुप्ता, महावीर जैन, अचल पोद्दार, अनिल मूंदड़ा, अमरजीत सिंह चावला, देवेंद्र कुमार जैन, भगवान बिरला, अशोक लड्ढा, गुजराती समाज के संरक्षक जीडी पटेल, माहेश्वरी सेवा संस्थान के अध्यक्ष प्रमोद भंडारी आदि मौजूद थे। गौरांशी के दादा प्रमोद शर्मा, दादी रामगंजमंडी नगर पालिका की पूर्व चेयरमेन हेमलता शर्मा सहित उसके परिजनों ने भी समारोह में शिरकत की।

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