स्टॉक एक्सचेंज की पसंद

कैसे इंडियन स्टॉक्स में इन्वेस्ट करें या ट्रेडिंग करें (Buy Indian Stocks, Trading Tips)
यह आर्टिकल लिखा गया सहयोगी लेखक द्वारा Marcus Raiyat. मार्कस रैयत एक U.K., फॉरेन एक्सचेंज ट्रेडर हैं और ये Logikfx के संस्थापक/CEO और इंस्ट्रक्टर भी हैं | लगभग 10 वर्षों के अनुभव के साथ मार्कस सक्रिय रूप से ट्रेडिंग फोरेक्स, स्टॉक्स और क्रिप्टो में भी माहिर हैं और CFD ट्रेडिंग, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट और क्वांटिटेटिव एनालिसिस में विशेषज्ञ हैं | मार्कस ने एस्टोन यूनिवर्सिटी से मैथमेटिक्स में BS की डिग्री हासिल की है | Logikfx में इनके काम के लिए इन्हें ग्लोबल बैंकिंग और फाइनेंस रिव्यु के द्वारा "बेस्ट फोरेक्स एजुकेशन एंड ट्रेनिंग U.K. 2021 के रूप में नामांकित किया गया था |
FREE Stock Market Course Online In Hindi – स्टॉक मार्केट कोर्स
यदि आप इन्वेस्टिंग और और ट्रेडिंग सीखना चाहते हैं तो आप यहां से सीखना शुरू कर सकते हैं हमारा पूरा प्रयास रहेगा कि हम सभी चीजें आपको सरल भाषा में बताएं :
> स्टॉकमार्केटकोर्सकिसकेलिएहै ?
1. जो स्टॉक एक्सचेंज की पसंद स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करना चाहते हैं।
2. जो ऑनलाइन पैसा कमाना पसंद करते हैं।
3. जिनके पास कैपिटल है और वह इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं।
4. जो रोज पैसा कमाना चाहते हैं।
> About Stock Market Course :
इस कोर्स में स्टॉक मार्किट के सभी फंडामेंटल बताये जायेंगे, हम दावा करते है की आप स्टॉक मार्किट में एक अच्छे ट्रेडर और इन्वेस्टर बन सकते है इस कोर्स में क्या शामिल है चलिए जानते है :
> Stock Market Basic Lessons :
> स्टॉकमार्केटक्याहै ?
स्टॉक मार्केट एक ऐसी जगह है जहां पर कंपनी के शेयर को खरीद और बेच सकते हैं। खरीद और बेच की प्रक्रिया एक ब्रोकर की सहायता से की जाती है।
> स्टॉकमार्केटकैसेकामकरताहै?
भारत में दो बड़े स्टॉक एक्सचेंज है – एक है NSE यानी National Stock Exchange और दूसरा है BSE यानी Bombay Stock Exchange. इन्ही स्टॉक एक्सचेंज में कंपनी लिस्ट होती है जिसके शेयर हम ब्रोकर की मदद से खरीदते और बेचते है।
> स्टॉककितनेप्रकारकीहोतेहै ?
यह चार प्रकार के होते है :
1. ग्रोथ स्टॉक (Growth stock)
2. मूल्य स्टॉक (Value stock)
3. लाभांश स्टॉक (Dividend stock)
4. चक्रीय स्टॉक (Cyclical stock)
> शेयरक्याहोतेहै ?
शेयर का मतलब है – हिस्सा। यदि हम स्टॉक मार्केट में किसी कंपनी का शेयर खरीद लेते हैं तो हम उस कंपनी के कुछ हिस्से के मालिक बन जाते हैं उदाहरण के लिए एक कंपनी अपने 10 लाख शेयर इशू करती है
और यदि हम उस 10 लाख शेयर में से 1 लाख शेयर खरीद लेते हैं तो हम उस कंपनी के हिस्से का कुछ प्रतिशत मालिक बन जाते हैं।
> ब्रोकरकौनहोताहै ?
ब्रोकर कोई इंसान, कोई संस्था कोई भी हो सकता है स्टॉक ब्रोकर ही शेयर को खरीदने और बेचने में हमारी सहायता करते हैं स्टॉक ब्रोकर एक तरह के दलाल होते हैं जो स्टॉक खरीदने और बेचने में हमारी मदद करते हैं हम डायरेक्ट कुछ भी खरीद और बेच नहीं सकते।
> ट्रेडिंगकितनेप्रकारसेहोतीहै ?
ट्रेडिंग मुख्य चार प्रकार की होती है :
1. Intraday Trading
2. Swing Trading
3. Short Term Trading
4. Long Term Trading
> NSE क्याहै
National Stock Exchange
> BSE क्याहै ?
Bombay Stock Exchange
>> Stock Market Adavanced Lessons :
> फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग में अंतर
Conclusion : यह स्टॉक मार्केट कोर्स आपकी पूरी मदद करेगा ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट करने में। ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट के लिए क्या रणनीति होनी चाहिए यह सब आप इस कोर्स में सीखने वाले है।
> Frequently Asked Questions :
#1.शेयर कितने प्रकार के होते हैं?
Ans : तीन – Equity Share, Preference Share, DVR Share
#2. शेयर मार्केट में कितने सेक्टर होते हैं?
Ans : 11 प्रमुख सेक्टर है।
#3. सबसे सस्ता शेयर किसका है?
Ans : Trident, Urja Global, IRCON International, IRFC
#4. भारत में कितने शेयर बाजार है?
Ans : भारत में कुल 21 स्टॉक एक्सचेंज हैं।
#5. शेयर ट्रेडिंग का मतलब क्या होता है?
Ans : शेयर खरीदना और बेचना, को ट्रेडिंग कहते है।
#6 .शेयर का प्राइस कैसे बढ़ता है?
Ans : जब बाजार में आर्डर की कमी या बढ़ोतरी होती है।
#7. दुनिया का सबसे बड़ा शेयर बाजार कौन सा है तथा कहां स्थित है?
Ans : न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज जो अमरीका में है।
#8. भारत के शेयर स्टॉक एक्सचेंज की पसंद बाजार का क्या नाम है?
Ans : नेशनल स्टॉक एक्सचेंज।
#9. शेयर कहाँ से खरीद सकते है ?
Ans : स्टॉक मार्किट एप्लीकेशन से।
#10. शेयर की कीमत कैसे तय होती है?
Ans : यह निर्भर करता है की मार्किट में कंपनी कैसा परफॉर्म कर रही है उसके अनुसार शेयर के रेट बढ़ते और घटते है।
#11. डिलीवरी ट्रेडिंग क्या है?
Ans : डिलीवरी ट्रेडिंग में निवेशक जो भी शेयर खरीद लेता है वह एक दिन बाद उसे कभी भी बेच सकता है।
निवेशकों का शेयर बाजार पर भरोसा बढ़ा: 'शेयर बाजार यानी सट्टेबाजी' की मानसिकता खत्म हुई, स्टॉक मार्केट में अब रोजाना आ रहे 1 लाख से ज्यादा नए निवेशक
भारतीय शेयर बाजार में पिछले डेढ़ साल से लगातार तेजी देखी जा रही रही है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का इंडेक्स सेंसेक्स 60,000 अंक के करीब पहुंचते ही शेयर बाजार के प्रति लोगों का नजरिया बदल गया है। बाजार में तेजी के बाद निवेशकों का आकर्षण भी बढ़ा है। 20 सितंबर तक BSE पर रजिस्टर्ड निवेशकों की संख्या 8 करोड़ पहुंच गई है। पिछले एक साल में भारतीय शेयर बाजार में 2.54 करोड़ नए निवेशकों ने एंट्री ली। इस हिसाब से मार्केट में रोजाना (ट्रेडिंग के दिनों में) 1 लाख से ज्यादा नए निवेशक बाजार में जुड़ रहे हैं।
भारत में रिटेल पार्टिसिपेशन बढ़ने की शुरुआत
मारवाड़ी शेयर्स एंड फाइनेंस के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर केतन मारवाड़ी बताते हैं कि भारत में इन्वेस्टर्स स्टॉक एक्सचेंज की पसंद रियल एस्टेट अन्य इन्वेस्टमेंट की बजाय स्टॉक मार्केट में निवेश करना पसंद कर रहे हैं। वैश्विक स्तर पर इक्विटी, म्यूचुअल फंड स्टॉक एक्सचेंज की पसंद में इन्वेस्टर्स रेश्यो 35% के करीब है, जिसकी तुलना में भारत में केवल 5% है। भारत में अभी रिटेल पार्टनरशिप स्टॉक एक्सचेंज की पसंद बढ़ने की शुरुआत हुई है। आने वाले दिनों में शेयर बाजार में छोटे निवेशकों का फ्लो और बढ़ेगा।
अच्छे रिटर्न से लोग स्टॉक एक्सचेंज की पसंद आकर्षित हुए
लक्ष्मीश्री इन्वेस्टमेंट एंड स्टॉक ब्रोकिंग के गुजरात के हेट विरल मेहता ने बताया कि वर्तमान परिस्थितियों में इन्वेस्टर्स का विश्वास स्टॉक मार्केट पर बढ़ा है। पिछले सितंबर में सेंसेक्स 38,000 के आसपास था और अब 60,000 के करीब पहुंच गया है। इस अवधि के दौरान निवेशकों को शेयर बाजार से अच्छा रिटर्न मिला है, इसलिए जो ट्रेडिशनली फिक्स्ड डिपॉजिट या फिर असेट्स में निवेश करते थे, उनका रुझान भी अब शेयर बाजार की ओर होने लगा है। साल 2020-21 में 2.67 लाख करोड़ रुपए का विदेशी निवेश हुआ था, जबकि 2021-22 में सितंबर में ही 30,768 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है।
मंदी के बीच IPO में अच्छा रिटर्न
इन्वेस्ट अलाइन सिक्योरिटीज के को-फाउंडर गुंजन चौकसी के अनुसार शेयर बाजार में आई तेजी के साथ-साथ निवेशकों को IPO में अच्छा रिटर्न मिला है। कई कंपनियों की लिस्टिंग भी ऊंची रही और उनका शेयर प्राइस अभी भी अच्छा है। पिछले एक साल में ज्यादातर पब्लिक इश्यू में 10-300% तक का रिटर्न मिला है। इसके अलावा शेयर बाजार में अब युवा वर्ग जमकर निवेश कर रहा है। अब सब कुछ ऑनलाइन होने से 25-30 साल के युवा अपने दम पर ट्रेडिंग कर रहे हैं।
गुजरात में 21 लाख निवेशक बढ़े
गुजरात की बात करें तो BSE के आंकड़ों के मुताबिक, 20 सितंबर 2020 से 20 सितंबर 2021 के बीच शेयर बाजार में 21 लाख नए निवेशकों ने एंट्री की है। ऐसे निवेशकों की संख्या 73.26 लाख से बढ़कर 94.30 लाख हो गई है। यहां रोजाना 8,400 से ज्यादा नए निवेशक आ रहे हैं। आंकड़े बताते हैं कि चालू वित्तीय वर्ष में गुजरात में नए निवेशकों की संख्या में 11 लाख से अधिक की वृद्धि हुई है।
बाजार में निवेशकों के बढ़ने की मुख्य वजह
अकाउंट खोलने में आसानी: आज डीमैट और ट्रेडिंग खाता खोलना बहुत आसान है। टेक्नोलॉजी की मदद से इसके लिए ऑनलाइन एप्लिकेशन के साथ-साथ ई-KYC जैसे काम एक दिन में ही किए जा सकते हैं।
विकल्पों की उपलब्धता: मार्केट में फिनटेक कंपनियों के आने से निवेशक को उसकी पसंद और समझ के आधार पर शेयर बाजार में एंट्री करने के लिए ज्यादा विकल्प मिल रहे हैं।
कम चार्ज में कई सेवाएं: वित्तीय बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण ग्राहक बहुत कम शुल्क पर कई सेवाएं प्राप्त करने में सक्षम हैं। कंपनियां अपने ग्राहकों को डिस्काउंट ब्रोकरेज, फ्रिल अकाउंट, लो मेंटेनेंस समेत कई तरह के स्टॉक एक्सचेंज की पसंद लाभ दे रही हैं।
निवेशकों के लिए कई तरह के टूल्स: बीते कुछ समय में शेयर बाजार में या निवेशकों के लिए कई तरह के टूल्स आए हैं। ग्राहक अपना जोखिम लेने की क्षमता और समय के आधार पर अपनी पसंद के अनुसार निवेश कर सकते हैं।
TINA इफेक्ट: ब्याज दरों में लगातार गिरावट और ट्रेडिशनल असेट कैटेगिरी में भी कुछ खास रिटर्न न मिलने से निवेशकों में इक्विटी के अलावा 'दूसरा कोई विकल्प नहीं' TINA (There is No Alternative) ये मान्यता दृढ़ हुई है।
FOMO Effect: पिछले डेढ़ साल में शेयर बाजार में अलग-अलग कंपनियों और सेक्टर्स ने करीब 40-100% का रिटर्न दिया है। ऐसे में निवेशकों को इसका मुनाफा लेकर कुछ खोने का अहसास फियर ऑफ मिसिंग आउट (FOMO) होता है। इस वजह से कई नए निवेशकों ने शेयर बाजार में एंट्री की है।
जागरूकता: सेबी और रिजर्व बैंक सहित एजेंसियां इक्विटी में निवेश को लेकर फैली अफवाह को दूर करने के लिए लंबे समय से कई तरह के प्रोग्राम चला रही हैं। इन सबके चलते निवेशकों में इन्वेस्टमेंट को लेकर काफी जागरुकता आई है। साथ ही निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए कई नए नियम भी बनाए गए हैं।
समय की उपलब्धता: कोविड के समय में कई लोग घर से काम कर रहे हैं और इससे कर्मचारियों का काफी समय बचता है। खाली समय में निवेश द्वारा भविष्य के लिए सार्थक स्टॉक एक्सचेंज की पसंद बचत करने के साथ कई लोग इक्विटी ट्रेडिंग के साथ-साथ निवेश में भी हाथ आजमा रहे हैं।
टेक्नोलॉजी: नई पीढ़ी स्टॉक एक्सचेंज की पसंद टेक्नोलॉजी को अपनाने में बहुत तेज है और अपने तरीके से अकाउंट ऑपरेट करना चाहती है। इन सबके लिए वेब-आधारित एप्लिकेशन, मोबाइल एप्लिकेशन आदि ने ग्राहकों के लिए मार्केट रिलेटेड मैनेजमेंट को आसान बना दिया है। इसके अलावा सस्ते इंटरनेट के कारण छोटे शहरों के युवा भी शेयर बाजार में आ रहे हैं।
ऐसे होगी शेयर बाजार में सोने की इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग, निवेश से पहले जान लें सभी नियम
मानव सभ्यता के इतिहास से लेकर मौजूदा समय तक सोना इंसानों की पसंद रहा है. हर दौर में और हर देश में सोने की मांग रही है. बदलते समय के साथ सोने का रूप बदलता रहा है.
वरुण कुमार | Edited By: राघव वाधवा
Updated on: Feb 18, 2022 | 4:51 PM
मानव सभ्यता के इतिहास से लेकर मौजूदा समय तक सोना (Gold) इंसानों की पसंद रहा है. हर दौर में और हर देश में सोने की मांग (Gold Demand) रही है. बदलते समय के साथ सोने का रूप बदलता रहा है, लेकिन सोने के लिए लोगों की चाहत में कोई कमी नहीं देखी गई है. और अब तो कागज पर भी सोना बिकने की तैयारी पूरी हो चुकी है. सेबी ने शेयर मार्केट (Share Market) में इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड (Electronic Gold) रिसीट की ट्रेडिंग के लिए दिशानिर्देश जारी कर दिए हैं. सेबी ने अपने इन निर्देशों में तमाम अहम बातें स्टॉक एक्सचेंज की पसंद कही हैं. जैसे, EGR सेगमेंट में सोमवार से शुक्रवार तक ट्रेडिंग की जा सकेगी.
इसके तहत, सुबह 9 बजे से लेकर रात 11.55 तक स्टॉक एक्सचेंज ट्रेडिंग कर सकेंगे. दिवाली पर लक्ष्मी पूजन वाले दिन महूर्त ट्रेडिंग के लिए सभी स्टॉक एक्सचेंज, कॉमन ट्रेड का समय तय करेंगे और सेबी को इसकी सूचना देंगे. स्टॉक एक्सचेंज यह भी सुनिश्चित करेंगे कि उनके पास ट्रेडिंग अवर्स के दौरान रिस्क मैनेजमेंट सिस्टम और इंफ्रास्ट्रक्चर है.
सभी स्टॉक एक्सचेंज मिलकर छुट्टियों पर करेंगे फैसला
निर्देशों में सेबी ने कहा है कि सभी स्टॉक एक्सचेंज सामान्य हॉलीडे लिस्ट पर फैसला करेंगे और केंद्रीय और स्थानीय छुट्टियों को ध्यान में रखते हुए मार्केट को इसकी सूचना देंगे. छुट्टियों पर शाम 5 बजे के बाद स्टॉक एक्सचेंज, ट्रेडिंग की इजाजत दे सकते हैं, बशर्ते अंतरराष्ट्रीय मार्केट खुले हों. इसके अलावा सेबी की ओर से शेयर बाजार में EGR की खरीद और बिक्री से जुड़े ट्रांजैक्शन, थोक सौदों, कीमत दायरा आदि के प्रावधान भी निर्धारित किए गए हैं.
गौरतलब है कि वित्त मंत्रालय ने सिक्योरिटीज कॉन्ट्रैक्ट्स एक्ट 1956 के तहत इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीट्स यानी EGR को सिक्योरिटीज का दर्जा दे दिया. इसका मतलब यह कि अब आप शेयर्स की तरह ही गोल्ड में भी ट्रेडिंग कर सकेंगे. इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीट्स को हम स्टॉक एक्सचेंज की पसंद साधारण भाषा में पेपर गोल्ड भी कह सकते हैं. यह एक निवेश इंस्ट्रूमेंट है. शेयर्स की तरह EGR, डीमैट फॉर्म में रखे जाएंगे. खास बात यह है कि आप इन्हें जरूरत पड़ने पर फिजिकल गोल्ड में भी कन्वर्ट करा सकते हैं.