निवेश की शुरूआत के लिए बेहतर समय

करना है बिना जोखिम के सुरक्षित निवेश! तो पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में invest कर पाएं अच्छा रिटर्न
आज के महंगाई भरे समय में एक सुरक्षित निवेश काफी जरूरी है। ऐसे में अगर आप जोखिम के बिना किसी ऐसी स्कीम में निवेश करना पसंद करते हैं जो आपको बेहतर रिटर्न दे तो आप पोस्ट ऑफिस की स्कीम्स में निवेश कर सकते हैं। देश में आज भी करोड़ों लोग पोस्ट ऑफिस की योजनाओं में निवेश करना पसंद करते हैं। अगर आप भी कम निवेश में अच्छा रिटर्न पाना चाहते हैं तो पोस्ट ऑफिस की ग्राम सुरक्षा योजना में निवेश कर सकते हैं।
वैसे तो बदलते समय के साथ इन्वेस्टमेंट के कई ऑप्शन्स लोगों को आसानी से मिल रहे हैं। इसमें म्यूचुअल फंड, स्टॉक मार्केट, क्रिप्टोकरेंसी में निवेश आदि कई ऑप्शन्स मौजूद है, लेकिन, इन सभी निवेश में मार्केट रिस्क शामिल होता है लेकिन, पोस्ट ऑफिस स्कीम में यह रिस्क नहीं है। अगर आप छोटे निवेश में 35 लाख रुपये का फंड इकट्ठा करना चाहते हैं तो पोस्ट ऑफिस की ग्राम सुरक्षा स्कीम में निवेश करें. इस स्कीम की खास बातों के बारे में जानते हैं।
इस स्कीम में निवेश करने के लिए आपकी उम्र 19 से 55 साल के बीच होनी चाहिए। इस स्कीम में मैच्योरिटी की राशि निवेशक के अधिकतम 80 साल की उम्र पर मिल सकती है। अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु स्कीम के मैच्योर होने से पहले हो जाती है तो ऐसी स्थिति में यह सारे पैसे नॉमिनी को दे दिए जाते हैं। इस योजना में निवेशक को पूरे 35 लाख रुपये मैच्योरिटी के रूप में मिलते हैं।
इस स्कीम में निवेशक कम से कम 10 हजार रुपये और ज्यादा से ज्यादा 10 लाख रुपये तक निवेश कर सकता है। इसके साथ ही आप हर महीने, तीन महीने, 6 महीने या सालाना के आधार पर प्रीमियम राशि का भुगतान कर सकते हैं। अगर कोई व्यक्ति प्रीमियम राशि का भुगतान करने में चूकता है तो उसे 1 महीने का अधिक समय दिया जाता है, जिससे आप प्रीमियम का भुगतान कर सकें।
अगर आप पोस्ट ऑफिस ग्राम सुरक्षा स्कीम में 19 साल की उम्र में 10 लाख रुपये का निवेश करते हैं तो आप 55 साल की उम्र तक मंथली प्रीमियम के रूप में 1515 रुपये, 58 साल की उम्र में 1463 रुपये और 60 साल के लिए 1411 देना होगा। इस निवेश पर आपको 55 साल की उम्र में 31.60 लाख रुपये, 58 साल के लिए 33.40 लाख रुपये और 60 साल के लिए मैच्योरिटी बेनिफिट करीब 35 लाख रुपये मिलेंगे। इस स्कीम का एक और सबसे बड़ा लाभ यह है कि आप इस स्कीम पर लोन सुविधा का भी लाभ उठा सकते हैं। लेकिन, लोन का लाभ उठाने के लिए आपको कम से कम 4 साल लगातार प्रीमियम भरना आवश्यक है।
UP में निवेश के लिए फरवरी में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का लोगो आज किया जाएगा जारी
Uttar Pradesh News: यूपी में निवेश और रोजगार बढ़ाने के लिए फरवरी 10-12 तक होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) का लोगो (logo) आज यानी मंगलवार को दिल्ली में जारी होगा. इसके साथ ही यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ निवेश और GIS की जानकारी के लिए ‘निवेश सारथी’ पोर्टल का शुभारंभ भी करेंगे. इस कर्टेन रेजर (curtain raiser) कार्यक्रम में यूपी के मंत्री, आला अधिकारी और उद्योग जगत की हस्तियां भी रहेंगी.
10 लाख करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के जरिए यूपी सरकार में 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखा गया है. यूपी सरकार ने 13 देशों के औद्योगिक मंत्रियों को निमंत्रण भेजा है. कई देशों में निवेश के लिए उद्यमियों को आकर्षित करने के लिए रोड शो का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें खुद मुख्यमंत्री योगी और दोनों डिप्टी सीएम केशव मौर्य और बृजेश पाठक शामिल होंगे.
निमंत्रण पत्र में यूपी में हाल के समय में हुई औद्योगिक प्रगति की विस्तृत जानकारी भी दी गई है. UAE, जापान, जर्मनी, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका, ब्राजील, बेल्जियम, कनाडा, थाईलैंड जैसे देशों से यूपी में निवेश की उम्मीदें हैं. खास बात ये है कि इन देशों में खुद मुख्यमंत्री और यूपी के दोनों डिप्टी सीएम रोड शो करके निवेश का माहौल बनाने वाले हैं.
इसकी तैयारी की जिम्मेदारी सम्भालने वाले यूपी के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ का कहना है,
अब तक 24 सेक्टर में 47 कम्पनियों ने निवेश के प्रस्ताव दिए
इंवेस्टर समिट की घोषणा अभी हुई है और 1 लाख करोड़ के निवेश के प्रस्ताव यूपी सरकार को मिल चुके हैं. अब तक मिले प्रस्ताव में 24 सेक्टर में 47 कम्पनियों ने निवेश करने के लिए प्रस्ताव भेजा है. इसमें सोलर पॉवर, हेल्थ केयर, डेफेंस, एजुकेशन, डेयरी, फूड प्रोसेसिंग, पेट्रोलियम, आईटी, फर्टीलाइजर, रियल इस्टेट, बैंकिंग और फाइनैंस जैसे क्षेत्र हैं, जिसमें बड़ी कम्पनियों ने निवेश की इच्छा जतायी है. यूपी के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ का कहना है कि ‘निवेशकों के हित को यूपी सरकार प्राथमिकता देती है।साथ ही यूपी में युवाओं को रोज़गार के लिए हम प्रतिबद्ध हैं."
दरअसल, यूपी में निवेश आकर्षित करने और रोजगार देने के लिए पहले देश भर के उद्यमियों को आमंत्रित किया जा चुका है. 2018 में पहला इंवेस्टर समिट आयोजित किया गया था, जिसमें देश की नामचीन कम्पनियों ने शिरकत की थी. 2018 में हुए समिट में 4.68 लाख करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट पर एमओयू (MoU) साइन हुए थे. उसी साल निवेश के समझौतों को हकीकत में बदलने के लिए ‘ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी’ ’ हुई जिसमें उन समझौतों में से 61 हजार करोड़ रुपये के निवेश की शुरुआत हुई. 2019 में दूसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन किया गया. इसमें 67 हजार रुपये के प्रस्तावों को अमली जामा पहनाया गया.
योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में इस साल 80 हजार करोड़ की योजनाओं को तीसरे ग्राउंड ब्रेकिंग के जरिए हकीकत में बदला गया.
टाटा ग्रुप के 13 शेयर जो निवेशकों को कर रहे मालामाल, कम समय में दिया 1400% तक का तगड़ा रिटर्न
अगर आप भी निवेश के लिए टाटा ग्रुप के शेयरों की तलाश कर रहे हैं तो आज हम आपके लिए टाटा ग्रुप की उन कंपनियों के शेयरों की लिस्ट लेकर आए हैं जिन्होंने अपने निवेशकों को इस साल FY22 में शानदार रिटर्न दिया है।
Tata Group Stock performance: टाटा ग्रुप के शेयर रिटर्न के मामले में शानदार माना जाता रहा है। यही वजह है कि शेयर बाजार में निवेश के लिए टाटा ग्रुप के शेयरों को हमेशा से बेहतर विकल्प के तौर पर देखा गया है। यहां तक कि बाजार के दिग्गज खिलाड़ी भी टाटा ग्रुप (Tata group) के शेयरों पर दांव लगाना पसंद करते हैं। पिछले साल एक इंटरव्यू में राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) ने टाटा ग्रुप के शेयर (Tata group stocks) को भगवान का आशीर्वाद कहा था। खुद बिग बुल के पास टाटा ग्रुप के कई शेयर हैं।
अगर आप भी निवेश के लिए टाटा ग्रुप के शेयरों की तलाश कर रहे हैं तो आज हम आपके लिए टाटा ग्रुप की उन कंपनियों के शेयरों की लिस्ट लेकर आए हैं जिन्होंने अपने निवेशकों को इस साल FY22 में शानदार रिटर्न दिया है। ये शेयर अब तक 100 पर्सेंट से ज्यादा उछल चुके हैं और संभावित मल्टीबैगर शेयरों की लिस्ट में अपनी जगह बना चुके हैं। आइए देखते हैं लिस्ट.
1. Automotive Stampings and Assemblies Ltd: ऑटोमोटिव स्टैम्पिंग्स एंड असेम्बलीज़ लिमिटेड वित्त वर्ष 2022 में अब तक स्टॉक 1339.52 प्रतिशत बढ़कर 480.80 रुपये हो गया है। 31 मार्च 2021 तक कंपनी के शेयर 33.4 रुपये पर थे, जो 25 मार्च 2022 को बढ़कर 480.80 रुपये पर पहुंच गए।
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2. Tata Teleservices (Maharashtra) Ltd: टाटा टेलीसर्विसेज (महाराष्ट्र) लिमिटेड यानी TTML के शेयर वित्त वर्ष 22 में अब तक 1088.3 प्रतिशत बढ़ा है। यह स्टॉक 31 मार्च 2021 को 14.1 रुपये प्रति शेयर के भाव से बढ़कर 25 मार्च 2022 तक 167.55 रुपये पर पहुंच गए। इस दौरान इस शेयर ने करीबन 1088.3 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।
3. Nelco Ltd: नेल्को लिमिटेड के शेयर वित्त वर्ष 22 में अब तक स्टॉक 277.2 प्रतिशत बढ़ा है। 31 मार्च 2021 को इस शेयर की कीमत 188.6 रुपये थी जो अब बढ़कर 25 मार्च 2022 तक 711.40 रुपये पर पहुंच गया है।
4. Tayo Rolls Ltd: टायो रोल्स लिमिटेड के शेयर वित्त वर्ष 22 में अब तक 237.76 प्रतिशत बढ़ा है। यह स्टॉक 25 मार्च 2022 निवेश की शुरूआत के लिए बेहतर समय को 128.35 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गए, जो 31 मार्च, 2021 को 38 रुपये प्रति शेयर के स्तर पर थे।
5. Tata Elxsi Ltd: टाटा एलेक्सी निवेश की शुरूआत के लिए बेहतर समय लिमिटेड के शेयर वित्त वर्ष 22 में अब तक 213.73 प्रतिशत भागा है। यह स्टॉक 31 मार्च 2021 को 2693.4 रुपये पर थे, जो अब बढ़कर 25 मार्च 2022 को 8,450 रुपये पर आ गए।
6. Oriental Hotels Ltd: ओरिएंटल होटल्स लिमिटेड के शेयर वित्त वर्ष 22 में अब तक 171.21 प्रतिशत बढ़कर 61.70 रुपये पर पहुंज गए हैं। 31 मार्च 2021 को इस शेयर की कीमत 22.75 रुपये थी।
7. Automobile Corporation of Goa Ltd: ऑटोमोबाइल कॉर्पोरेशन ऑफ गोवा लिमिटेड के शेयर FY22 में अब तक 142.57 प्रतिशत भागा है। 25 मार्च, 2022 को यह स्टॉक 987 रुपये पर पहुंच गए जो 31 मार्च 2021 को 406.9 रुपये थे।
8. Tinplate Company Of India Ltd: टिनप्लेट कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड के शेयर वित्त वर्ष 2012 में अब तक स्टॉक 137.51 प्रतिशत बढ़कर 160.5 रुपये हो गया है, जो 25 मार्च, 2022 को 381.20 रुपये से 31 मार्च 2021 तक था।
9. Tejas Networks Ltd: तेजस नेटवर्क्स लिमिटेड के वित्त वर्ष 2012 में अब तक, स्टॉक 142.39 प्रतिशत बढ़कर 25 मार्च, 2022 को 386 रुपये हो गया है, जो 31 मार्च, 2021 को निवेश की शुरूआत के लिए बेहतर समय 159.25 रुपये था।
10. Artson Engineering Ltd: आर्टसन इंजीनियरिंग लिमिटेड के शेयर वित्त वर्ष 22 में अब तक 147.4 प्रतिशत बढ़ा है। 25 मार्च 2022 को निवेश की शुरूआत के लिए बेहतर समय कंपनी के शेयर 97.35 रुपये पर पहुंच गए जो 31 मार्च 2021 को 39.35 रुपये पर थे।
11. Tata Power: टाटा पावर कंपनी लिमिटेड के शेयर FY22 में अब तक 134.01 प्रतिशत भागा है। 25 मार्च 2022 को कंपनी के शेयर 241.50 रुपये पर पहुंच गए जो 31 मार्च 2021 को 103.2 रुपये पर थे।
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12. The Indian Hotels Company Ltd: द इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड के शेयर वित्त वर्ष 22 में अब तक 111.07 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। कंपनी के शेयर 25 मार्च 2022 को 226.90 रुपये पर बंद हुए जो कि 31 मार्च 2021 को 107.5 रुपये प्रति शेयर के स्तर पर थे।
13. Titan: टाइटन के शेयर 31 मार्च 2021 को 1558.05 रुपये पर थे जो अब 25 मार्च 2022 को 2,530 रुपये पर बंद हुए हैं। इस दौरान कंपनी के शेयर ने 62.39 निवेश की शुरूआत के लिए बेहतर समय पर्सेंट का जोरदार रिटर्न दिया है।
खराब सौदे के वर्षो बाद बचतकर्ताओं को ब्याज दर बढ़ने से बड़ी राहत
शेयर बाजार 21 घंटे पहले (27 नवंबर 2022 ,19:15)
© Reuters. खराब सौदे के वर्षो बाद बचतकर्ताओं को ब्याज दर बढ़ने से बड़ी राहत
नई दिल्ली, 27 नवंबर (आईएएनएस)। बचतकर्ताओं के लिए यह लंबे इंतजार के बाद जीत का एहसास हुआ है। वर्षो तक अपने बैंक खातों और एफडी पर लगभग कुछ भी नहीं पाने के बाद बचतकर्ता अंतत: मुद्रास्फीति के साथ तालमेल बिठाने के करीब आ रहे हैं। नए जारी किए गए बॉन्ड खरीदने के लिए निवेशकों को उच्च ब्याज भुगतान के साथ पुरस्कृत किया जा रहा है।विशाल चंडीरामणि, मैनेजिंग पार्टनर, प्रोडक्ट्स और सीओओ, ट्रस्टप्लूटस वेल्थ ने कहा कि आपूर्ति श्रृंखला की बाधाओं, रूस-यूक्रेन संघर्ष, और उच्च कच्चे और खाद्य कीमतों जैसे कारणों से विश्व स्तर पर मुद्रास्फीति बढ़ रही है, वैश्विक केंद्रीय बैंकों को ब्याज दरों को उच्चतम स्तर तक बढ़ाने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
नतीजतन, बैंकों और एनबीएफसी ने भी एफडी और बॉन्ड पर दरों में बढ़ोतरी की है। इसके अतिरिक्त, घरेलू मोर्चे पर बैंकों को ऋण वृद्धि में तेजी को पूरा करने के लिए अपने पूंजीकरण स्तर को बढ़ाने की जरूरत होगी। यह एफडी और बॉन्ड जारी करने पर दी जा रही दरों में और योगदान देगा। चंडीरामणि ने कहा कि निश्चित आय में निवेशकों के लिए उच्च प्रतिफल को लॉक करने का यह एक अच्छा समय है, क्योंकि कुछ महीनों/तिमाहियों के बाद मुद्रास्फीति कम हो सकती है और निश्चित आय निवेश पर सकारात्मक वास्तविक रिटर्न का लाभ मिलना शुरू हो सकता है।
फिक्स्ड डिपॉजिट की तुलना में बॉन्ड बेहतर रिटर्न देते हैं। फिनवे एफएससी के सीईओ रचित चावला ने कहा कि महंगाई के दौर में भी फिक्स्ड डिपॉजिट निवेश का सुरक्षित तरीका है। हालांकि, फिक्स्ड डिपॉजिट या स्थिर बैंक खाते से रिटर्न बॉन्ड में निवेश की तुलना में काफी कम हो सकता है।
इस समय बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट पर लगभग 5.5 फीसदी का रिटर्न मिल सकता है, ठीक उसी तरह जिस तरह पोस्ट ऑफिस डिपॉजिट पर सालाना 6.7 फीसदी का रिटर्न मिल सकता है। हालांकि आर्थिक मंदी के दौरान भी बॉन्ड, विशेष रूप से सरकारी बॉन्ड में रणनीतिक निवेश उपयोगी हो सकता है।
उन्होंने कहा कि किसी बॉन्ड में प्रभावी ढंग से निवेश करने का एक तरीका यह है कि इसे मैच्योरिटी की तारीख तक होल्ड करके रखा जाए और उस पर ब्याज की रकम वसूल की जाए। बॉन्ड से प्रभावी ढंग से बचाने का एक और तरीका है कि उन्हें रणनीतिक रूप से सही समय पर उसमें निवेश की गई प्रारंभिक राशि की तुलना में अधिक कीमत पर बेच दिया जाए। याद रखने वाली महत्वपूर्ण बात यह है कि बॉन्ड पर ब्याज दरों में विपरीत संबंध होता है और अगर ब्याज दरें बढ़ती हैं तो बॉन्ड की कीमतों में गिरावट की संभावना अधिक होती है, क्योंकि नए बॉन्ड की तुलना में इसका कूपन कम मूल्यवान होता है। मुद्रास्फीति के दौरान भी बॉन्ड में निवेश करने के लाभों में सुरक्षा, अनुमानित आय धारा और विविधीकरण शामिल हैं।
ट्रस्ट एमएफ के सीईओ संदीप बागला ने कहा कि ब्याज दरें बचतकर्ता की क्रय शक्ति को बनाए रखने के लिए हैं। यदि कीमतें एक निश्चित दर से बढ़ रही हैं, जिसे मुद्रास्फीति दर कहा जाता है, तो ब्याज दरें आम तौर पर मुद्रास्फीति दर से अधिक होनी चाहिए। बचतकर्ताओं को मुद्रास्फीति के खिलाफ पर्याप्त रूप से मदद दी जाती है और इस प्रकार उत्पन्न बचत को उत्पादक क्षेत्रों में परिवर्तित किया जा सकता है, जिससे स्वस्थ आर्थिक विकास दर बनी रहती है।
कोविड-19 की शुरुआत में यह आशंका थी कि उत्पादन, कमाई, खर्च आदि में गिरावट के कारण अर्थव्यवस्थाओं में भारी गिरावट आएगी। केंद्रीय बैंकरों ने अर्थव्यवस्थाओं को चालू रखने के लिए बेताब बोली में वित्तीय प्रणाली को भर दिया और मुद्रास्फीति के नीचे दरों में कटौती की।
भारतीय बचतकर्ताओं के लिए जश्न का पल आ सकता है। बागला ने कहा कि बचतकर्ताओं के साथ खराब सौदा हुआ, क्योंकि उनकी बचत मुद्रास्फीति से कम अर्जित हुई और वास्तविक दरें नकारात्मक हो गईं। उच्च चल निधि, आपूर्ति पक्ष के झटकों और तंग श्रम बाजारों के कारण वैश्विक मुद्रास्फीति में वृद्धि हुई। केंद्रीय बैंकों को तेजी से दरें बढ़ानी पड़ीं और भारतीय बचतकर्ता जो अपनी बचत पर 3-4 फीसदी कमा रहे थे, अब बाजार दर 7-7.25 फीसदी के करीब पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय बचतकर्ता के लिए यह जश्न का क्षण हो सकता है, बशर्ते मुद्रास्फीति 5-5.50 फीसदी पर आ जाए।
यदि मुद्रास्फीति उच्च बनी रहती है, तो बचतकर्ता उच्च नाममात्र दर अर्जित करेगा, लेकिन प्रतिफल की वास्तविक दर कम रहेगी। उन्होंने कहा कि ब्याज दरों को मुद्रास्फीति के साथ जोड़कर देखा जाना चाहिए, क्योंकि यह महत्वपूर्ण है कि ब्याज दरें अपेक्षित मुद्रास्फीति से अधिक हों, ताकि बचत करने वाले को सकारात्मक वास्तविक प्रतिफल प्राप्त हो सके। प्रोफिसिएंट इक्विटीज के संस्थापक और निदेशक मनोज कुमार डालमिया ने कहा कि जैसे-जैसे ब्याज दरें बढ़ती हैं और बॉन्ड पर प्रतिफल बढ़ता है, निवेशकों को हाल ही में जारी किए गए बॉन्ड पर बेहतर दर मिल रही है।
एसएजी इंफोटेक के एमडी अमित गुप्ता ने कहा कि कुछ बेहतरीन निवेशों में बेहतरीन गुणवत्ता वाले कॉर्पोरेट बॉन्ड, पीएसयू और बैंक बॉन्ड और बेहतरीन क्षमता के सरकारी बॉन्ड शामिल हैं। मेरा सुझाव है, यदि आप एक निवेशक हैं जो 2-3 साल की होल्डिंग अवधि वहन कर सकते हैं। आपको निश्चित रूप से डायनेमिक बॉन्ड फंडों में अपना एक्सपोजर बढ़ाना चाहिए। क्योंकि वे आपको मध्यम और लंबी अवधि के बॉन्ड पर बढ़ती यील्ड से महत्वपूर्ण लाभ प्राप्त करने का मौका दे सकते हैं।
उन्होंने कहा, इसके अलावा, अस्थिर खर्चो और खर्च पर अचानक निर्णय लेने के मामले में आजीविका बेहतर होगी। इस अस्थिर स्थिति में बदलती बाजार स्थितियों के जवाब में पोर्टफोलियो स्थिति को समायोजित करने की स्वतंत्रता डायनेमिक बॉन्ड फंड को लंबी अवधि के लिए बेहतर निवेश बनाती है।
इस बदलते परिवेश में फ्लोटिंग-रेट फंड और कम-मैच्योरिटी फंड शायद बुद्धिमान विकल्प हैं। उन्होंने कहा कि चल निधि को पंप करने के लिए आरबीआई द्वारा की गई कोई भी कार्रवाई इन फंडों के लिए फायदेमंद होनी चाहिए।