भारतीय रिज़र्व बैंक और क्रिप्टो करेंसी

हरि अनंत हरि कथा अनंता। और एकदम यही हाल पैसे का भी है। कहा भी है पैसा भगवान तो नहीं पर भगवान की कसम, भगवान से कम भी नहीं है। पैसे के अनेक रूप भी देखे गए हैं और देखे जा रहे हैं। अनाज और मसालों के लेनदेन से शुरू हुआ व्यापार फिर सोने, चांदी, तांबे, पीतल और अल्युमिनियम के सिक्कों से होता हुआ स्टील के सिक्कों और कागज के नोटों तक पहुँच चुका है।
ज्यादा दूर नहीं डिजिटल रुपया! पायलट प्रोजेक्ट में ICICI, HDFC समेत 5 बैंक शामिल
नई दिल्ली: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने खुदरा बाजार के लिए अपनी डिजिटल मुद्रा (डिजिटल रुपया) लाने के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट पर 5 बैंकों भारतीय रिज़र्व बैंक और क्रिप्टो करेंसी को शामिल किया है. द इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ये बैंक हैं – स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और एचडीएफसी बैंक.
रिपोर्ट में इस मामले से परिचित लोगों का हवाला देते हुए कहा गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक पायलट प्रोजेक्ट के लिए कुछ और बैंकों को जोड़ सकता है. यह प्रोजेक्ट जल्द ही शुरू होने की उम्मीद जताई गई है.
आरबीआई केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (CBDC) का परीक्षण करने के लिए एक-साथ 2 मोर्चों पर काम कर रहा है: एक थोक बाजार (wholesale market) के लिए, जिसके लिए एक पायलट प्रोजेक्ट पहले से ही चल रहा है, और दूसरा खुदरा अथवा रिटेल (CBDC-R) के लिए है.
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रिपोर्ट के अनुसार, एक व्यक्ति ने बताया, “NCPI (नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) और RBI की मदद से पायलट प्रोजेक्ट को चलाने के लिए 5 बैंकों को शॉर्टलिस्ट किया गया है. कुछ ग्राहक और व्यापारी खातों (Customer and Merchant Accounts) को जल्द ही रिटेल में डिजिटल रुपया भारतीय रिज़र्व बैंक और क्रिप्टो करेंसी पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए चुना जाएगा.”
कॉन्सेप्ट नोट में RBI ने दिया था ये सुझाव
पिछले महीने एक कॉन्सेप्ट नोट में, आरबीआई ने सुझाव दिया था कि वह 50,000 रुपये से कम मूल्य के CBDC खुदरा भुगतान को कोई नाम नहीं देने (anonymity) पर विचार भारतीय रिज़र्व बैंक और क्रिप्टो करेंसी कर रहा था, ठीक उसी तरह, जैसे लोग छोटी मात्रा में नकद लेनदेन करते समय करते हैं.
निजी क्रिप्टोकरेंसी के बढ़ते प्रचलन के बीच दुनिया में कई देश अपनी डिजिटल मुद्राएं लॉन्च करने पर विचार कर रहे हैं. यह भारतीय रिज़र्व बैंक और क्रिप्टो करेंसी उसी ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित होगा, जिस पर क्रिप्टोकरेंसी होती है. CBDC का उद्देश्य नकदी पर निर्भरता को कम करना है.
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RBI लॉन्च करेगी खुद की डिजिटल करेंसी, ये होंगे फायदे
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के डिप्टी गर्वनर टी. रविशंकर ने महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए कहा है कि रिजर्व बैंक अपनी खुद की डिजिटल करेंसी लॉन्च करने के लिए एक योजना पर काम कर रहा है। नई करेंसी को सेंटल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) कहा जाएगा। इस योजना को कई स्टेप्स में अमली जामा पहनाया जाएगा। सेंटल बैंक डिजिटल करेंसी की लॉन्चिंग के लिए रिजर्व बैंक इसे पायलट आधार पर थोक और खुदरा क्षेत्रों में जल्द पेश करने की प्रक्रिया में है। हालांकि इसके लिए सरकार को डिजिटल करेंसी लॉन्च करने से पहले उसके लिए देश के विदेशी भारतीय रिज़र्व बैंक और क्रिप्टो करेंसी मुद्रा कानून के साथ साथ आईटी नियमों में भी जरूरी बदलाव करने होंगे।
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CBDC से होंगे ये फायदे
सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी के जोखिम बेहद कम हैं परन्तु इसके कई फायदे होंगे। उदाहरण के लिए यह करेंसी लोगों को प्राइवेट डिजिटल करेंसी (या क्रिप्टोकरेंसी) की कीमतों में आने वाली उठापटक से बचाने में सहायता करेगी। इससे लोगों की कैश पर निर्भरता कम होगी और सेटलमेंट का जोखिम भी घट जाएगा।
वास्तव में सीबीडीसी सेंट्रल बैंक की ओर से जारी लीगल टेंडर होगा। फिएट करेंसी (जो अभी चलन में है) से इसका भारतीय रिज़र्व बैंक और क्रिप्टो करेंसी रूप अलग होगा परन्तु दोनों की आपस में अदला-बदली की जा सकेगी। हालांकि ऐसी स्थिति में कुछ विपरीत चीजों का भी सामना करना पड़ सकता है। उदाहरण के लिए बैंक से पैसे को अचानक से निकाल लेना। ऐसी स्थिति में बैंकों के सामने नकदी की शॉर्टेज हो सकती है।
Digital Rupee: RBI का ऐलान, आज से बड़े सौदों में डिजिटल रुपये का इस्तेमाल, पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च
डीएनए हिंदी: देश के अपने डिजिटल रुपये (Digital Rupee) का इंतजार खत्म होने जा रहा है. भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) के मुताबिक, 1 नवंबर यानी आज मंगलवार से बड़े भारतीय रिज़र्व बैंक और क्रिप्टो करेंसी सौदों में इस्तेमाल होने वाला डिजिटल रुपया लॉन्च हो रहा है. इसे फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लॉन्च किया जा रहा है और देश के कुल 9 बैंक ही फिलहाल इसमें पेमेंट या सेटलमेंट कर पाएंगे. रिजर्व बैंक के मुताबिक, इस डिजिटल रुपये का इस्तेमाल सबसे पहले सरकारी सिक्योरिटीज़ यानि सरकारी बॉन्ड आदि की खरीद बिक्री पर होने भारतीय रिज़र्व बैंक और क्रिप्टो करेंसी वाली निपटारे की रकम के तौर पर होगा. हालांकि RBI ने साथ ही ये भी कहा है कि महीने भर के भीतर रिटेल ट्रांजेक्शन (छोटे लेनदेन) के लिए भी भारतीय रिज़र्व बैंक और क्रिप्टो करेंसी भारतीय रिज़र्व बैंक और क्रिप्टो करेंसी डिजिटल रुपये को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लॉन्च कर दिया जाएगा.
Crypto vs RBI’s CBDC: कैसा होगा रिजर्व बैंक का ‘बिटकॉइन’, क्या होगी इसकी खासियत
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से देश में अपनी डिजिटल करेंसी लाने का फैसला लिया गया है। इस मामले में भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास का एक बयान भी सामने आया था। जिसके अनुसार आरबीआई दिसंबर तक अपने डिजिटल करेंसी के लिए पायलट प्रोजेक्ट लांच करने की तैयारियों में लगा हुआ है। इसके साथ ही शक्तिकांत दास का कहना था कि आरबीआई चरणबद्ध तरीके से देश में डिजिटल करेंसी लाने पर काम कर रहा है। इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि आरबीआई सेंट्रल बैंक की डिजिटल करेंसी को लेकर बहुत सचेत है। यह इसका नया प्रोडक्ट है और इसमें किसी तरह की गड़बड़ी की गुंजाइश नहीं छोड़ी जाएगी।