प्रत्यक्ष विदेशी निवेश

विनिर्माण क्षेत्र सबसे ज्यादा बढ़ा एफडीआई
मंत्रालय की ओर जारी एक बयान में कहा गया है, ‘‘भारत ने वित्त वर्ष 2021-22 में 83.57 अरब अमेरिकी डॉलर की अब तक की सर्वाधिक सालाना एफडीआई आवक दर्ज की है.’’ इससे पहले वित्त वर्ष 2020-21 में 81.97 अरब डॉलर का एफडीआई आया था. मंत्रालय ने कहा है, ‘‘भारत विनिर्माण क्षेत्र में विदेशी निवेश के लिए एक पसंदीदा देश के रूप में तेजी से उभर रहा है.’’ विनिर्माण क्षेत्र के एफडीआई में 76 फीसदी की जोरदार बढ़ोतरी देखने को मिली है. 2020-21 के 12.09 अरब डॉलर प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की तुलना में 2021-22 में इस क्षेत्र ने 21.34 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश हासिल किया है.
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश
वित्त वर्ष 2009-10 के दौरान भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का कुल अंतप्र्रवाह 25,888 मिलियन डॉलर रहा। औद्योगिक नीति विभाग के अनुसार अगस्त 1991-मार्च 2010 के मध्य भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का कुल अंतप्र्रवाह 1,32,428 मिलियन प्रत्यक्ष विदेशी निवेश डॉलर रहा है।
सेवा क्षेत्र जिसमें वित्तीय और गैर-वित्तीय सेवाएं शामिल हैं, ने देश में आये हुए कुल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश इक्विटी का 21 प्रतिशत प्राप्त किया। देश में वित्त वर्ष 2009-10 के दौरान इस क्षेत्र में कुल 4,392 मिलियन अमेरिकी डॉलर का अंतप्र्रवाह रहा। विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के मामले में निर्माण क्षेत्र जिसमें परिवहन और राष्ट्रीय राजमार्ग शामिल हैं, में कुल 2,868 मिलियन अमेरिकी डॉलर का विदेशी निवेश प्राप्त हुआ। प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के मामले में इस क्षेत्र का दूसरा स्थान रहा। इस मामले में हाउसिंग व रियल इस्टेट का स्थान तीसरा रहा जिसने कुल 2,844 मिलियन अमेरिकी डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्राप्त किया। दूरसंचार क्षेत्र में इस वित्त वर्ष के दौरान कुल 2,554 मिलियन अमेरिकी डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आया।
FDI के मामले में भारत ने बनाया नया रिकॉर्ड, 83.57 अरब डॉलर का आया प्रत्यक्ष प्रत्यक्ष विदेशी निवेश विदेशी निवेश
- News18Hindi
- Last Updated : May 20, 2022, 20:05 IST
नई दिल्ली. दुनियाभर के निवेशकों के लिए भारत निवेश का पसंदीदा स्थल बन चुका है. यहां का बड़ा बाजार न सिर्फ उन्हें आकर्षित करता है, बल्कि अर्थव्यवस्था में बेहतर ग्रोथ की संभावना भी उन्हें यहां निवेश के लिए प्रेरित करती है. यही वजह है कि महामारी के बावजूद भारत में विदेशी निवेश लगातार बढ़ रहा है. वित्त वर्ष 2021-22 में तो देश में रिकॉर्ड प्रत्यक्ष विदेश निवेश यानी एफडीआई (FDI) आया.
विदेशी निवेश में तेजी के उपाय
भारत में निवेश में रुचि रखने वाले विदेशी निवेशकों के प्रस्तावों को सरकार जल्द मंजूरी देने की व्यवस्था तैयार करने जा रही है। सूत्रों के अनुसार रणनीतिक लिहाज से महत्त्वपूर्ण निवेशकों के निवेश प्रस्तावों के लिए अलग से त्वरित व्यवस्था स्थापित करने पर विचार हो रहा है। इनमें सॉवरिन वेल्थ और पेंशन फंड आदि होंगे जो प्रत्यक्ष विदेशी निवेश एक बार में 3,000 करोड़ रुपये से अधिक निवेश करना चाहते हैं। सरकार इस संबंध में आगामी 1 फरवरी को पेश होने वाले बजट में घोषणा कर सकती है।
इस व्यवस्था के तहत विदेशी फंडों प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को आवेदन के तीन दिनों के अंदर ही सरकार से प्रतिक्रिया मिल जाएगी, जिससे उनके प्रस्ताव तेजी से आगे बढ़ पाएंगे। इसके साथ ही यह व्यवस्था निवेशकों और विभिन्न सरकारी विभागों के बीच समन्वय एवं संपर्क सूत्र के तौर पर भी काम करेगी। इससे यह प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आसानी होगी कि विदेशी फंड किसी भी स्तर पर विचाराधीन प्रस्ताव का मुद्दा इसी व्यवस्था के तहत संबंधित क्षेत्र के नियामक, मंत्रायलों या विभाग के साथ उठा सकते हैं।
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 24 प्रतिशत बढ़ा
नई दिल्ली: देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफ.डी.आई.) सालाना आधार पर 24 प्रतिशत बढ़कर 22.43 अरब डालर रहा। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने आज यह जानकारी दी। वर्ष 2013 में जनवरी-सितंबर के दौरान यह 18.07 अरब डालर था।
मंत्रालय के अनुसार देश में अप्रैल 2000 से सितंबर 2014 तक कुल एफ.डी.आई. 345.29 अरब डालर रहा। इसमें शेयरपूंजी प्रवाह, आय का पुनर्निवेश तथा अन्य पूंजी निवेश शामिल है। रक्षा क्षेत्र में एफ.डी.आई. को उदार बनाने से प्रौद्योगिकी आने की उम्मीद है। इससे उत्पादन आधार बढ़ाने में मदद मिलेगी तथा विनिर्माण क्षेत्र को गति मिलेगी एवं रोजगार सृजन होगा। सरकार ने अगस्त में रक्षा क्षेत्र में कुछ शर्तों के साथ मंजूरी मार्ग के जरिए 49 प्रतिशत तक एफ.डी.आई. की अनुमति दी।
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DPIIT ने बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) को प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 49 फीसदी से बढ़ाकर 75 फीसदी करने के सरकार के फैसले का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है.
डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड (DPIIT) ने मंगलवार को प्रत्यक्ष विदेशी निवेश बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) को 49 फीसदी से बढ़ाकर 75 फीसदी करने के सरकार के फैसले का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. विभाग द्वारा जारी एक प्रेस नोट के मुताबिक, फैसला फेमा (फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट) की तारीख से प्रभावी होगा.
बीमा संशोधन विधेयक, 2021 संसद द्वारा मार्च में पारित किया गया था. बिल द्वारा बीमा एक्ट, 1938 में संशोधन किया गया था. बीमा क्षेत्र में एफडीआई को साल 2015 में 26 फीसदी से बढ़ाकर 49 फीसदी किया गया था. FDI की सीमा को बढ़ाने का एलान 1 फरवरी को केंद्रीय बजट 2021-22 में हुआ था.