क्रिप्टो बैन

वहीं रिपोर्टस के अनुसार क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े बिल को सरकार क्रिप्टो बैन ‘द क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021’ के नाम से संसद में पेश कर सकती है। माना जा रहा है कि क्रिप्टो बैन यह बिल बिटकॉइन सहित दूसरी क्रिप्टो में निवेश करने वालों के लिए नई परेशानी खड़ी कर सकता है। अगर सरकार क्रिप्टो पर प्रतिबंध लगाने का फैसला करती है, तो बैंक और आपके क्रिप्टो एक्सचेंजों के क्रिप्टो बैन बीच लेनदेन बंद हो जाएगा। आप कोई क्रिप्टो खरीदने के लिए अपनी स्थानीय मुद्रा को परिवर्तित नहीं कर पाएंगे। इसके साथ ही आप उन्हें भुना भी नहीं पाएंगे।
क्रिप्टोकरेंसी: वित्तमंत्री बोलीं-आरबीआई चाहता है क्रिप्टो पर बैन पर इसके लिए वैश्विक सहयोग जरूरी
देश की वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने एक बार फिर क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बड़ा बयान दिया है। वित्तमंत्री ने सोमवार को 18 जुलाई को संसद में बोलते हुए कहा है कि सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर पाबंदी लगाना चाहती है पर इसके लिए उसे दूसरे देशों के सहयोग की भी जरूरत पड़ेगी।
वित्तमंत्री ने कहा है कि क्रिप्टोकरेंसी पर सख्त नियम बनाने और इसके इस्तेमाल पर रोक लगाने की पैरवी आरबीआई भी करता रहा है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में एक लिखित सवाल का जवाब देते हुए कहा है कि RBI देश की मौद्रिक और फिस्कल स्टैबिलिटी के लिए क्रिप्टोकरेंसी को खतरा बता चुका है। आरबीआई की ओर से इस सेक्टर के लिए कानून बनाने की सिफारिश की गई है। देश के केंद्रीय बैंक का मानना है कि इस पर तत्काल रोक लगाई जानी चाहिए।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर नहीं लगेगा बैन! कानून के दायरे में लाने की तैयारी, अगले बजट में हो सकती है बड़ी घोषणा
Highlights भारत सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर बैन की बजाय इसके बाजार को कानूनी दायरे में लाने के बारे में विचार कर रही है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अगले साल बजट में इस संबंध में अहम घोषणा की जा सकती है। हाल के महीनों में भारत में क्रिप्टोकरेंसी का बाजार तेजी से बढ़ा है।
नई दिल्ली: भारत सरकार अगले साल फरवरी में आने वाले बजट में क्रिप्टोकरेंसी को विनियमित करने संबंधी बड़ी घोषणाएं कर सकती है। भारत में हाल के वर्षों में क्रिप्टोकरेंसी में निवश का बाजार बढ़ा है और ऐसे में इसके लिए कानूनी ढांचा ला सकती है।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर बैन की खबर से बिटकॉइन में आई गिरावट
नई दिल्ली। भविष्य की करेंसी कही जा रही क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) को मोदी सरकार के बड़े ऐलान के बाद तगड़ा झटका लगा है, क्योंकि भारत सरकार क्रिप्टो करेंसी (cryptocurrency) पर बैन लगाने की तैयारी में है। सभी निजी क्रिप्टोकरेंसीज को बैन किया जा सकता है। बकायादा भारत सरकार संसद के शीतकालीन सत्र में इस बारे में बिल लेकर आएगी। इसी बीच बैन की खबर आते ही मंगलवार को सभी प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी धड़ाम हो गईं। ज्यादातर में 15 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी गई।
इस खबर के आने क्रिप्टो बैन के बाद मंगलवार को बिटकॉइन (Bitcoin) में करीब 15 फीसदी, Ethereum में 12 फीसदी, Tether में करीब 6 फीसदी और यूएसडी कॉइन में करीब 8 फीसदी की गिरावट देखी गई. भारत में बिटकॉइन कीमत 15 क्रिप्टो बैन फीसदी गिरकर 40,28,000 रुपये, एथरम की कीमत 3,05,114 रुपये, टीथर की कीमत करीब 76 रुपये, कारडानो की कीमत करीब 137 रुपये तक पहुंच गई।
Cryptocurrency Ban: रोक लगाने की तैयारी में क्रिप्टो बैन सरकार! जानिए प्रतिबंध के बाद आपकी क्रिप्टो करेंसी का क्या होगा?
नई दिल्ली। जैसे ही क्रिप्टो करेंसी पर बैन की खबर सामने आई है। उसके बाद से ही क्रिप्टो में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। बिटकॉइन, इथीरियम सहित सभी क्रिप्टो में गिरावट दर्ज की गई है। बतादें कि केंद्र सरकार प्राइवेट क्रिप्टो करेंसी (Private Cryptocurrency) पर रोक क्रिप्टो बैन लगाने की तैयारी में है और इसको लेकर 29 नवंबर से शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र में सरकार क्रिप्टो करेंसी पर बिल (Bill on Cryptocurrency) पेश कर सकती है।
10 करोड़ से अधिक लोगों ने किया हुआ है निवेश
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारत में 10 कोरोड़ से अधिक लोगों ने क्रिप्टो करेंसी में निवेश किया हुआ है। ऐसे में वे तमाम लोग परेशान हैं, जिन्होंने क्रिप्टो करेंसी में अपना पैसा लगा रखा है। अगर आपने भी क्रिप्टो करेंसी में निवेश किया हुआ है या करने में रूचि रखते हैं तो ये खबर आपके लिए बेहद काम की है।
बैन होगी Cryptocurrency? इससे निवेशकों पर क्या पड़ेगा असर? यहां जानिए कुछ जरूरी बातें.
क्रिप्टोकरेंसी बैन होने वाली हैं. बीते क्रिप्टो बैन दिन ये खबर आते ही हर तरफ आग की तरह फैल गई। खबर आई कि मोदी सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने की तैयारी में हैं। जिसके लिए केंद्र की तरफ संसद के शीतकालीन सत्र में एक बिल लाने की तैयारी हो रही है। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि सरकार सभी प्राइवेट क्रिप्टो करेंसी पर बैन लगाने जा रही हैं और वो खुद की एक आधिकारिक क्रिप्टोकरेंसी लेकर आएगी।
निवेशकों को लग सकता है तगड़ा झटका
ऐसे में वो लोग जिन्होंने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश किया हुआ है, उनकी टेंशन बढ़ गई। अगर सरकार ने क्रिप्टो करेंसी पर पूरी तरह से बैन लगा दिया तो निवेशकों की परेशानी बढ़ सकती है। एक रिपोर्ट ये बताती हैं कि ऐसा होने क्रिप्टो बैन पर देश की लगभग 8 फीसदी आबादी को झटका लग सकता है। क्योंकि इन लोगों ने कई तरह की डिजिटल मुद्राओं में निवेश क्रिप्टो बैन किया हुआ है।
रिपोर्ट की मानें तो अभी के समय में निवेशकों ने करीब 70 हजार करोड़ रुपये कई प्रचलित डिजिटल करेंसी लगाए हुए हैं। ऐसे में सरकार अगर क्रिप्टो करेंसी पर बैन लगा देती हैं, तो ये भारतीय निवेशकों को परेशानी में डाल सकता है।
क्या होती है क्रिप्टोकरेंसी?
ये एक तरह की डिजिटल करेंसी होती है। मतलब जैसे क्रिप्टो बैन नोट या फिर सिक्के को हाथ में लेते हैं, इसमें ऐसा नहीं होता। इस करेंसी का कोई फिजिकल एग्जीस्टेंस नहीं होता है, ये डिजिटल होती हैं। और क्रिप्टोग्राफी से इनको सिक्योर किया जाता है। हर क्रिप्टोकरेंसी एक यूनिक प्रोग्राम कोड से बनती है, जिससे इसकी कॉपी बनाना या धोखाधड़ी कर पाना नामुमकिन सा ही है।
दुनियाभर में इस वक्त 7 हजार से भी अधिक कई तरह के क्रिप्टो कॉइन चलन में हैं। जबकि 2013 तक तो केवल एक ही क्रिप्टोकरेंसी हुआ करती थीं। ये क्रिप्टोकरेंसी थीं Bitcoin। बिटकॉइन आज भी भारत समेत दूसरे देशों में काफी ज्यादा पॉपुलर है।
आखिर कौन-सा बिल ला रही सरकार?
दरअसल, केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार जल्द शुरू होने वाले संसद के शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ा बिल पेश करेगीं। बिल का नाम है क्रिप्टोकरेंसी एंड रेग्युलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल 2021। बिल के तहत सरकार अपनी आधिकारिक क्रिप्टो करेंसी लाने की तैयारी कर रही है। जानकारी ऐसी है कि सरकार 26 नवंबर को ये बिल पेश करने वाली है, जिसमें ही ये पता चल पाएगा कि क्या केंद्र पूरी तरह से इन क्रिप्टो करेंसी पर बैन लगा रही है या फिर कुछ शर्तों के साथ ट्रेडिंग की इजाजत मिलेगी?
क्या हो सकता है इसका असर?
भारत सरकार अगर क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने का फैसला करती है तो Bitcoin समेत दूसरी सभी डिजिटल मुद्राओं निवेश करने वालों के लिए बड़ी परेशानी हो सकती है। सरकार क्रिप्टो पर बैन लगाने का फैसला करती है तो इसके बाद बैंक और आपके क्रिप्टो एक्सचेंजों के बीच लेनदेन बंद हो जाएगा। आप क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए अपनी स्थानीय मुद्रा को परिवर्तित नहीं कर पाएंगे और न ही उन्हें भुना पाएंगे।