इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कौन सा चार्ट सबसे अच्छा है

स्टॉक मार्केट की जानकारी को फ़िल्टर कैसे करें।
स्टॉक मार्केट की ए बी सी डी याने की सारा नॉलेज होता है। इसे स्टेप-बाय-स्टेप फॉलो करना होता है। FII हमारे स्टॉक मार्केट में क्यों आतें है ? जवाब में कहतें है की, उनके पास नॉलेज और डिसिप्लिन होतीं है। कोई प्रकार अच्छा लगे तो उस पर फोकस होने से बाकी के नॉलेज को नजर-अंदाज किया जाना लाजमी है। इसलिये "शुरू से डिसिप्लिन के साथ स्टडी करना है।"
हम काफी सारा नॉलेज लेकर काम में जुटें है। इस बात पर हम पहले से ही सहमत है। लेकिन मेरा अनुभव है की बेसिक चीजों को नजर-अंदाज करके हम कॉम्प्लिकेटेड चीजों पर, तरीकों पर ध्यान देना शुरू कर सकतें है। इससे बाद में हमें नुकसान उठाना पड़ सकता है। तो बेसिक नॉलेज सारा क्लियर होना चाहिये। फोकस कहाँ करना है यह आगे चलकर एक्सप्लेन करेंगे।
अच्छा, तो बेसिक जानकारी में डी-मॅट अकाउंट ओपन करना, स्टॉक मार्केट का एनालिसिस करना। कौन-कौन से शेअर्स में हम ट्रेडिंग कर सकतें है। यह समझ लेना होता है। इसमें ही जोड़तें है की चार्ट समज़ना। शेअर के कीमतों के उतार-चढ़ाव को देखना। तो यह बेसिक जानकारी हमें पूरी तरह से समझ में आना महत्वपूर्ण होता है। निचे हम जानकारी के अच्छे माध्यमों के बारें में भी जरूर बात करने वाले है।
अब जरा यह देखतें है की हम क्या करतें है। हम पुरे स्टॉक मार्केट को समझ लेने की कोशिश करतें है। जैसे की कौन-सा आईपीओ आ रहा है। उसकी क्या खासियतें है। बैंकों के शेअर्स में क्या चल रहा है। सीमेंट शेअर्स क्यों भाग रहे है या गिर रहें है। और फार्मा सेक्टर में क्या हो रहा है। बिच में ही कहीं हम गोल्ड पर नजर डालतें है। जाहिर-सी बात है इससे हमारा ध्यान कहीं पर फोकस नहीं हो पायेगा। हर तरह की जानकारी ले-लेकर हमारा दिमाग थक जायेगा। और हमसे गलती होने की संभावना बढ़ जाएगी। नहीं समझे मेरी बात को?
तो आइये इसे और विस्तार से समज़तें है। स्टॉक मार्केट की जानकारी तो अनलिमिटेड हो सकतीं है। और हमारी समझ लेने की क्षमता मर्यादित है। तो ज्यादा-से -ज्यादा जानकारी हासिल करने से ज्यादा परिश्रम होकर हमें थकान होने लगतीं है।
इस थकान को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिये। क्योंकि इसके कारण हमें बड़े लॉस हो सकतें है। तो आइये इस पर कुछ सोल्यूशन ढूंढने की कोशिश करतें है।
स्टॉक मार्केट में फोकस कहाँ करना है
अच्छा, तो जैसे की ऊपर कहा था की हमें फोकस कहाँ करना चाहिये इस बारें में बात करेंगे।
स्टॉक मार्केट को शेअर बाजार कहा जाता है। बाजार है तो शोर-गुल होना तो तय है। बाजार में कई तरह की चीजें याने की शेअर्स बिकने के लिए लायी जाती है। और इनको खरीदने के लिए बायर्स भी आतें है। हम अपने मोबाइल या कम्प्यूटर से इंटर-नेट के माध्यम से, इस बाजार की भीड़ में याने की स्टॉक मार्केट में प्रवेश करतें है। अगर आप यहाँ तक पढ़ रहें है तो मतलब साफ़ है की, हममें कई समानताएँ है। यहाँ तक साथ रहने के लिए शुक्रिया। तो चलिये आगे बढ़ते हुए, हमें फोकस कहाँ करना है यह समज़तें है।
हमें, अपने लिये उपयोग में आने वाली जानकारी पर फोकस करना है। आसान है? जी हाँ! बिल्कुल आसान है। बशर्ते हम यह जानतें हो की हमारे लिये क्या उपयुक्त है और क्या नहीं। यहाँ देखेंगे की ट्रेडिंग और इन्व्हेस्टमेंट के लिये कौन-सी जानकारी महत्वपूर्ण होती है।
स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग के नजरिये से महत्वपूर्ण जानकारी
अगर हम ट्रेडिंग के नजरिये से देखना चाहेंगे तो करन्ट न्यूज़ और टेक्निकल एनालिसिस हमारे लिए उपयुक्त हो सकता है। और चार्ट्स को समज़ना होता है।
हमने ट्रेडिंग चुना है तो ट्रेडिंग के लिए एक सेक्टर को सिलेक्ट करेंगे। और उसमें से कुछ अच्छे व्होल्यूम वाले स्टॉक्स को ट्रॅक करेंगे। और एक बढ़िया ट्रेन्ड को फॉलो करते हुए स्टॉप लॉस लगाकर ट्रेडिंग करेंगे। सही है?
स्टॉक मार्केट इन्व्हेस्टमेंट के नजरिये से महत्वपूर्ण जानकारी
इन्व्हेस्टमेंट अलग-अलग सेक्टर की कम्पनीज में किया जाता है। इसलिए हमें उन सेक्टर्स को चुनना है। और उनके बारें में विस्तार से जानकारी हासिल करनी है। उनमें से जिन सेक्टर्स का फ्यूचर ब्राइट लगता है उनमें से अच्छी क्वालिटी की कम्पनीज को सिलेक्ट करना है। फिर उनको बिज़नेस न्यूज़ में ट्रैक करना है।
हमने जिन कम्पनीज को "निवेश" के लिये सिलेक्ट किया है उनमें थोड़ा-थोड़ा पैसा लगाना शुरू करना है। यह दोन प्रकार से किया जाता है।
1 ) एव्हरेज बायिंग करके निवेश करना
इसमें हम अच्छे अवसरों को चुनते हुए शेअर्स को गिरावट में थोड़ी-थोड़ी क्वान्टिटी में बायिंग करके अच्छे प्राइस पर निवेश कर सकतें है। ऐसा करने के लिए हमें जानकारी के मामलों में अप-टु- डेट रहना होता है।
बार अच्छे से स्टडी करके कम्पनीज इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कौन सा चार्ट सबसे अच्छा है को सिलेक्ट करने के बाद हम उनमें हर महीने तय समय पर तय क्वान्टिटी खरीद कर रेग्युलर बायिंग करते हुए निवेश कर सकतें है। इससे भी हम एव्हरेज ही करतें है। मगर यह करने के लिए स्टडी करते रहने की जरूरत नहीं होती। लेकिन हाँ, लम्बे समय में अपने इन्व्हेस्टमेंट पर नजर रखते हुए स्टडी करना महत्वपूर्ण होता है।
स्टॉक मार्केट के जानकारी के लिए फ़िल्टर
अच्छा तो दोस्तों, हमने स्टॉक मार्केट में अपने लिए ट्रेडिंग या इन्व्हेस्टमेंट करना चुना है। या दोनों में काम करना तय किया है। इससे महत्वपूर्ण जानकारी, जरुरी जानकारी, कम इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कौन सा चार्ट सबसे अच्छा है जरुरी जानकारी और इग्नोर करने जैसी बिना महत्व की जानकारी अलग-अलग होती है। और डिसिप्लिन्ड एक्टिव्हटी करना आसान हो जाता है। सही है ?
बात तो साफ़ है की ऐसा करने के लिये हमें स्टॉक मार्केट अच्छी समझ होना जरुरी है। FII हमारे स्टॉक मार्केट में क्यों आतें है ? इसका कारण यही है की वो स्टॉक मार्केट के बारें में अच्छी समझ रखतें है। तो आइये हम मिलकर यह कोशिश करतें है की इसे हमारे लिए आसान बनाएं।
महत्वपूर्ण जानकारी
अगर हमने ट्रेडिंग को करियर चुना है तो जिस सेक्टर में हम ट्रेडिंग करना चाहतें है उससे रिलेटेड जो डेली अप-डेट्स आतें है वह जानकारी हमारे लिये महत्वपूर्ण जानकारी होती है। ठीक है? इसके साथ ही हमने ट्रेडिंग के लिये सिलेक्ट की हुई कंपनियों के बारे में न्यूज़ पढ़ना है। इससे हम जिन "कंपनियों को ट्रेडिंग के लिए ट्रॅक करतें है" उनमे अच्छे अवसरों का पता चलता है। इन अ वसरों से हम अपने ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी के अनुसार मुनाफा कमा सकतें है।
जरुरी जानकारी
जरूरी जानकारी यह होती है कि हमने जिन शेयर्स को ट्रेडिंग के लिए चुना है उनके चार्ट पर सपोर्ट, रेजिस्टेंस और ट्रेन्ड लाइन को देखना और बाकी "सारा टेक्निकल एनालिसिस करना है।" शेअर्स की कीमतों के लेवल देखना है। और चार्ट पर ट्रेडिंग की पूरी तैयारी करना है। इससे हम चार्ट के साथ ट्रेडिंग के लिए तैयार होते है।
कम जरुरी जानकारी
कम जरूरी जानकारी मैं ऐसी जानकारी शामिल होती है जिसपर हमें नजर रखनी होती है। जैसे की हमें जिन शेअर्स में ट्रेडिंग करनी है उनके फ्यूचर्स और ऑप्शन्स का डाटा देखना। निफ़्टी, सेन्सेक्स में क्या चल रहा है यह देखना। और इससे यह पता लगाना की ओव्हर-ऑल स्टॉक मार्केट में क्या चल रहा है। ठीक है? वैसे तो कई बार शेअर्स निफ़्टी, सेन्सेक्स को फॉलो करतें है। लेकिन कई बार तो दोस्तों, यह जानकारी उतना प्रभाव नहीं डालती। इसलिए इसे कम जरुरी जानकारी कहके फ़िल्टर किया जा सकता है। क्योंकि निफ़्टी में साइड-वेज या डाउन ट्रेन्ड होने के बावजूद अच्छे न्यूज़ वाले शेअर्स की कीमतों में बढ़त होती है। और इसके उल्टा भी होता है की निफ़्टी में तेजी होने के बावजूद भी ख़राब न्यूज़ वाले शेअर्स में गिरावट होती है।
तो यह कम जरुरी जानकारी होती है। इसपर ज्यादा फोकस करने की जरूरत नहीं होती है।
बिना महत्व की जानकारी (Unimportant Information)
बिना महत्व की जानकारी में, हम ऐसी जानकारी फिल्टर कर सकते हैं जो जानकारी हमारे ट्रेडिंग को बिल्कुल भी प्रभावित नहीं करती। जैसे की अगर हम बॅंकिंग सेक्टर में ट्रेडिंग कर रहे है। ऐसे में किसी आय टी कंपनी की कोई ब्रेकिंग न्यूज़ आती है। इस जानकारी को महत्व देने की जरूरत नहीं होती है। सफल फुल टाइम ट्रेडर बनने के लिए यह आवश्यक है।
स्टॉक मार्केट की जानकारी के बारें हमने में यह जाना
हमने चाहे ट्रेडिंग करना चुना हो या इन्व्हेस्टमेंट। स्टॉक मार्केट में सीखने के लिए बहुत कुछ होता है। स्टॉक मार्केट की जानकारी का उपयोग करके, अपने लिये पैसा कमाना है तो सबसे ज्यादा जरुरी होता है की, हम उस जानकारी को समझें। उसके बाद उसमें से हमारे काम की जानकारी फ़िल्टर करके निकालें और उसपर अच्छे-से काम करें।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कौन सा चार्ट सबसे अच्छा है
Stock Market Beginner Guide –
अगर आपको Trading कि ABCD भी पता नही तो ये Book आपको मदत करेगी इस Book मी ट्रेडिंग क्या हें ये आपण बिलकुल आसान भाषा में समजाया हें
ये Stock Market Beginner Guide आपको बिलकुल फ्री में मिलने वाली हे हमारी ट्रेडिंग कि पाठशाला E-book के सात… पर आपको जल्दी कराना होगा क्यूकी ये Limited Time के लिये हि Available हें
Stock Market की 15 Best Videos –
दोस्तों आपके लिए खास Selected विडियो हमने लाये है, ये वीडियो मे एक नए बन्दे को जो स्टॉक मार्केट के बारे मे ज्यादा जानकारी नहीं रखता या नहीं है। खास उन लोगो के लिए ये वीडियो लाये है
जब आप हमरी ट्रेडिंग की पाठशाला ईबुक पढेंगे और ये सभी वीडियो देखेंगे तो आपको Definitely सक्सेस मिलेगा।
इंट्राडे और डिलीवरी ट्रेडिंग के बीच अंतर को समझें
वारेन बफेट - वह वह व्यक्ति है जिसके बारे में बात करने पर अधिकांश लोग प्रेरित हो जाते हैंनिवेश. ज़रूर, आपने उसके बारे में सुना होगा, है ना? जब आप उनके निवेश पोर्टफोलियो को देखेंगे, तो आपको लंबी अवधि के शेयरों की एक श्रृंखला मिलेगी। और, यहीं से अपेक्षाकृत नए निवेशक भ्रमित होने लगते हैं। आखिरकार, लंबी अवधि के व्यापार के लिए एक पोर्टफोलियो बनाना हर किसी के बस की बात नहीं हो सकती है। यहीं से इंट्राडे और डिलीवरी-आधारित ट्रेडिंग के बीच चयन करने की दुविधा सामने आती है।
जबकि इन ट्रेडिंग प्रकारों के लिए रणनीतियाँ अलग हैं, वहीं अन्य महत्वपूर्ण पहलू भी हैं जिन्हें इंट्राडे और डिलीवरी के बीच के अंतर के बारे में बात करते समय ध्यान में रखा जाना चाहिए। आइए इन दोनों विकल्पों को एक साथ रखें और इस पोस्ट में उनके अंतरों का पता लगाएं।
इंट्राडे ट्रेडों को परिभाषित करना
इस ट्रेडिंग सिस्टम में ट्रेडिंग सत्र के भीतर स्टॉक खरीदना और बेचना शामिल है, जो उसी दिन होता है। यदि तुमविफल दिन के अंत तक आपकी स्थिति को स्क्वायर करने के लिए, विशिष्ट ब्रोकरेज योजनाओं के तहत आपका स्टॉक स्वचालित रूप से समापन मूल्य पर बेचा जाता है।
अधिकांश व्यापारी शेयरों की कीमत निर्धारित करके इस व्यापार की शुरुआत करते हैं और यदि वे लक्ष्य से कम व्यापार कर रहे हैं तो उन्हें खरीद लेते हैं। और फिर, लक्ष्य तक पहुंचने पर वे स्टॉक को बेच देते हैं। और, अगर स्टॉक के लक्ष्य तक नहीं पहुंचने की भविष्यवाणी है, तो व्यापारी इसे उस कीमत पर बेच सकते हैं जो सबसे अच्छी लगती है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लाभ
- आपको पूरी राशि का केवल एक निश्चित भाग का भुगतान करके शेयर खरीदने को मिलता है; इस प्रकार, आपको कम निवेश करने और अधिक लाभ प्राप्त करने को मिलता है
- यदि आपको लगता है कि किसी निश्चित कीमत की कीमत दिन में कहीं गिर सकती है, तो आप शेयर को बिना खरीदे ही बेच सकते हैं; इस तरह, आप कीमत के आधार पर बाद में स्टॉक खरीद सकते हैं और पर्याप्त लाभ कमा सकते हैं
- डिलीवरी-आधारित ट्रेडिंग की तुलना में, इंट्राडे में ब्रोकरेज कम होता है
इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान
- आप समय नहीं दे सकतेमंडी, और इस प्रकार के व्यापार में कोई भविष्यवाणी काम नहीं करती है; इस प्रकार, आपके पास कितना भी अच्छा पैसा क्यों न हो, आपके पास 24 घंटे से अधिक के लिए स्टॉक नहीं हो सकता है
- इस ट्रेडिंग में, आपको स्टॉक को पर रखने की सुविधा नहीं हैरिकॉर्ड करने की तारीख राइट्स इश्यू, बोनस, लाभांश, और बहुत कुछ
- आपको बेहद सतर्क रहना होगा और हर मिनट बाजार पर नज़र रखनी होगी
डिलीवरी-आधारित ट्रेडों को परिभाषित करना
जहां तक डिलीवरी ट्रेडों का संबंध है, खरीदे गए स्टॉक को इसमें जोड़ा जाता हैडीमैट खाता. जब तक आप बेचने का फैसला नहीं करते तब तक वे कब्जे में रहते हैं। भिन्नइंट्राडे ट्रेडिंग, इसकी कोई सीमित समयावधि नहीं है। आप अपने स्टॉक को दिनों, हफ्तों, महीनों या वर्षों में भी बेच सकते हैं।
डिलिवरी-आधारित ट्रेडिंग के लाभ
- अगर आपको लगता है कि कंपनी काफी अच्छा कर रही है तो आपको किसी स्टॉक में लंबे समय तक निवेश करने का फायदा मिलता है
- जोखिम इंट्राडे से कम है
डिलिवरी-आधारित ट्रेडिंग के नुकसान
- स्टॉक खरीदने के लिए आपको पूरी राशि का भुगतान करना होगा; इस तरह, जब तक आप अपने शेयर बेचने का निर्णय नहीं लेते, तब तक आपके फंड ब्लॉक हो जाते हैं
डिलीवरी और इंट्राडे दृष्टिकोण के बीच अंतर
अब जब आप इंट्राडे और डिलीवरी के अंतर को समझ गए हैं, तो यहां बताया गया है कि उनका व्यापार करने का तरीका भी अलग है:
वॉल्यूम ट्रेड
इसे एक दिन के भीतर किसी कंपनी के शेयर खरीदे और बेचे जाने की संख्या के रूप में परिभाषित किया जाता है। आमतौर पर अच्छी तरह से स्थापित और बड़े संगठनों के लिए उनकी विश्वसनीयता के कारण मात्रा अधिक होती है। इस प्रकार, यदि आप इंट्राडे चुन रहे हैं, तो विशेषज्ञ आपको इन ट्रेडों से चिपके रहने की सलाह देंगे।
लंबी अवधि के लिए कारोबार करने वालों के संदर्भ में, वे अस्थिरता के पहलू पर कम निर्भर करते हैं क्योंकि स्टॉक बेचने को तब तक के लिए टाल दिया जा सकता है जब तक कि यह आपके द्वारा निर्धारित लक्ष्य मूल्य तक नहीं पहुंच जाता।
कीमत के स्तर
दोनों ट्रेडों के लिए, मूल्य लक्ष्य निर्धारित करना एक आदर्श तरीका है। हालांकि, यह इंट्राडे ट्रेडों में बेहतर काम करता है क्योंकि ये अधिक समय के प्रति संवेदनशील होते हैं। इस पद्धति से, आप अधिक लाभदायक अवसर प्राप्त कर सकते हैं।
लंबी अवधि के ट्रेडों के लिए, आप निवेश की अवधि बढ़ा सकते हैं, भले ही आप लक्ष्य मूल्य से चूक गए हों। कई व्यापारी लक्ष्य को ऊपर की ओर संशोधित कर सकते हैं और लाभ प्राप्त करने के लिए लंबे समय तक स्टॉक रख सकते हैं।
निवेश का विश्लेषण
आमतौर पर, इंट्राडे ट्रेड तकनीकी संकेतकों पर आधारित होते हैं। ये स्टॉक के अल्पकालिक मूल्य आंदोलन को दर्शाते हैंआधार ऐतिहासिक मूल्य चार्ट के। इतना ही नहीं, बल्कि यह ट्रेडिंग इवेंट-संचालित भी हो सकती है। हालांकि, इनमें से कोई भी दृष्टिकोण दीर्घकालिक सफलता की गारंटी नहीं दे सकता है।
डिलीवरी-आधारित ट्रेडिंग के संबंध में, विशेषज्ञ सलाह देते हैंमौलिक विश्लेषण. इसका मतलब उन कंपनियों में निवेश करना है जिनके पास लंबी अवधि की भविष्यवाणी है। इसके लिए कंपनी के कारोबारी माहौल और आंतरिक संचालन के गहन विश्लेषण की जरूरत है। लेकिन ध्यान रखें कि किसी कंपनी की वित्तीय स्थिति को समझने के लिए आपको असंख्य संख्याओं और आंकड़ों से गुजरना होगा।
इंट्राडे और डिलीवरी ट्रेडिंग के बीच अंतर: आपको कौन सा चुनना चाहिए?
ज़रूर, इंट्राडे ट्रेडिंग लुभाने लगती है, लेकिन यह सभी के लिए नहीं है। जैसा कि ऊपर उल्लेख किया गया है, आपको सफलता हासिल करने के लिए हर मिनट बाजार पर नजर रखनी होगी। साथ ही, इस प्रकार को चुनना आपको तकनीकी पहलुओं, जैसे कि एल्गोरिदम और चार्ट पर निर्भर रहने के लिए मजबूर करेगा। इस प्रकार, यदि आप इस दृष्टिकोण से सहज नहीं हैं, तो आपको इस ट्रेडिंग प्रकार से दूर रहना चाहिए।
दूसरी ओर, यदि आप कुछ घंटों का निवेश करके जल्दी पैसा कमाना चाहते हैं, तो डिलीवरी-आधारित ट्रेडिंग आपके लिए एक बढ़िया विकल्प नहीं है क्योंकि इस प्रकार के लिए बहुत धैर्य की आवश्यकता होती है। इसके साथ ही इसमें फंडामेंटल अप्रोच की मदद से पैसा लगाने की भी जरूरत होती है।
Best Virtual trading apps 2022: वर्चुअल स्टॉक ट्रेडिंग ऐप्स, मनीभाई, चार्ट मंत्रा, दलाल स्ट्रीट
भारत में वर्चुअल स्टॉक ट्रेडिंग सीखने के लिए 4 सबसे अच्छे ऐप्स और साइट्स
- Date : 21/07/2022
- Read: 3 mins Rating : -->
- Read in English: 4 Best Virtual Trading Apps in India in 2022
क्या आप वर्चुअल स्टॉक ट्रेडिंग का अभ्यास करना चाहते हैं? इन ऐप्स को आज़माएं और अपनी ट्रेडिंग की रणनीतियों के बारे में अधिक जानें।
Virtual trading apps in India: क्या भारत के सबसे अच्छे वर्चुअल स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग ऐप या स्टॉक मार्केट सिमुलेटर की तलाश है? हमने वर्चुअल स्टॉक ट्रेडिंग सीखने के लिए कुछ बेहतरीन ऐप तैयार किए हैं।
इस पोस्ट में, हम आपकी मेहनत की कमाई को जोखिम में डाले बिना भारत में वर्चुअल स्टॉक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के बारे में जानने के लिए सबसे अच्छे वर्चुअल स्टॉक ट्रेडिंग ऐप पर चर्चा करेंगे। तो आइए एक नज़र डालते हैं।
भारत में सबसे अच्छे वर्चुअल स्टॉक ट्रेडिंग ऐप्स
मनीभाई
मनीभाई मनी कंट्रोल द्वारा संचालित भारत में सबसे अच्छे वर्चुअल स्टॉक ट्रेडिंग ऐप में से एक है। यह प्लेटफॉर्म एक करोड़ रुपये की इंट्राडे ट्रेडिंग की लिमिट के साथ पोर्टफोलियो अकांउट में इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कौन सा चार्ट सबसे अच्छा है 1 करोड़ रुपये का वर्चुअल मनी प्रदान करता है। आप इस वर्चुअल मनी का इस्तेमाल म्यूचुअल फंड्स, बॉन्ड्स और सावधि जमा में निवेश करने के लिए कर सकते हैं। इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके, आप लिमिट ऑर्डर, मार्केट ऑर्डर, जीटीडी ऑर्डर, शॉर्ट सेलिंग, जीटीसी ऑर्डर और स्क्वायर ऑफ बना सकते हैं।
मनीभाई के साथ स्टॉक ट्रेडिंग सीखें और निवेश की चुनौतियों को जीतें। आप इस प्लेटफॉर्म पर गूगल, फेसबुक, ई-मेल आईडी या मोबाइल नंबर से साइन अप कर सकते हैं। आपको केवल इस ऐप/प्लेटफ़ॉर्म पर एक नया अकाउंट बनाना होगा।
चार्ट मंत्रा
इकोनॉमिक टाइम्स-बैक्ड चार्ट मंत्रा एक और प्रमुख वर्चुअल स्टॉक ट्रेडिंग गेम है। इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके, आप तकनीकी रूप से शेयर बाजार का विश्लेषण कर सकते हैं और निवेश करने की कला सीख सकते हैं। यह प्लेटफॉर्म गेम खेलने के लिए वर्चुअल कैश के रूप में 1 लाख रुपये प्रदान करता है। हालांकि, आप एक बार में एक से ज्यादा स्टॉक पर इस गेम को नहीं खेल सकते हैं। आप चार्ट मंत्रा से गूगल आईडी या फेसबुक के माध्यम से जुड़ सकते हैं।
दलाल स्ट्रीट
दलाल स्ट्रीट वर्चुअल स्टॉक ट्रेडिंग सीखने के लिए भारत के सबसे अच्छे वर्चुअल स्टॉक मार्केट प्लेटफॉर्म्स में से एक है। यह एक तरह का इंवेस्टमेंट जर्नल है जो आपको एक बार रजिस्टर करने और अपने अकांउट से साइन अप करने के बाद वर्चुअल मनी के रूप में 10 लाख रुपये प्रदान करता है। इस पेपर ट्रेडिंग या वर्चुअल ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के बारे में इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कौन सा चार्ट सबसे अच्छा है सबसे अच्छी बात यह है कि यह उपयोगकर्ताओं को रीयल-टाइम ट्रेडिंग एक्स्पीरियंस का अनुभव देता है।
यह वर्चुअल ट्रेडिंग ऐप आपको आपकी ट्रेडिंग की रणनीतियों पर चर्चा करने की भी अनुमति देता है, जो दूसरों के अनुभवों से सीखकर आपके कौशल को बढ़ाने में मदद करता है।
वॉल स्ट्रीट सर्वाइवर
वॉल स्ट्रीट सर्वाइवर केवल सामग्री के माध्यम से शिक्षण की अवधारणा पर विश्वास नहीं करता। उनकी राय में, शिक्षा की तुलना में, निवेश एक मज़ेदार, चुनौतीपूर्ण और संभावित रूप से लाभकारी गतिविधि की तरह है। आप वॉल स्ट्रीट सर्वाइवर प्लेटफॉर्म पर इसके सामयिक और नवीनतम स्टॉक डेटा के कारण वर्चुअल मनी के साथ वर्चुअल ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का वास्तविक अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।
यदि आप ट्यूटोरियल के माध्यम से अपने ज्ञान को बढ़ाना चाहते हैं, शेयर बाजार के क्षेत्र में अपने कौशल और निर्णय लेने में सुधार करना चाहते हैं, और नई स्टॉक मार्केटिंग की रणनीतियों को खोजना चाहते हैं, तो ऊपर बताए गए प्लेटफॉर्म बहुत उपयोगी हो सकते हैं। और एक बार जब आप शेयर बाजार के तकनीकी पहलुओं में महारत हासिल कर लेते हैं, तो आप पैसा कमाने के लिए वास्तविक ट्रेडिंग कर सकते हैं।
अब, चूंकि आपको वर्चुअल स्टॉक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स के कई सारे विकल्प मिलते हैं, तो आप स्टॉक ट्रेडिंग के बारे में सीखना शुरू कर सकते हैं और शेयर बाजार के रियल-लाइफ अनुभव को प्राप्त कर सकते हैं।
Virtual trading apps in India: क्या भारत के सबसे अच्छे वर्चुअल स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग ऐप या स्टॉक मार्केट सिमुलेटर की तलाश है? हमने वर्चुअल स्टॉक ट्रेडिंग सीखने के लिए कुछ बेहतरीन ऐप तैयार किए हैं।
इस पोस्ट में, हम आपकी मेहनत की कमाई को जोखिम में डाले बिना भारत में वर्चुअल स्टॉक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के बारे में जानने के लिए सबसे अच्छे वर्चुअल स्टॉक ट्रेडिंग ऐप पर चर्चा इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कौन सा चार्ट सबसे अच्छा है करेंगे। तो आइए एक नज़र डालते हैं।
भारत में सबसे अच्छे वर्चुअल स्टॉक ट्रेडिंग ऐप्स
मनीभाई
मनीभाई मनी कंट्रोल द्वारा संचालित भारत में सबसे अच्छे वर्चुअल स्टॉक ट्रेडिंग ऐप में से एक है। यह प्लेटफॉर्म एक करोड़ रुपये की इंट्राडे ट्रेडिंग की लिमिट के साथ पोर्टफोलियो अकांउट में 1 करोड़ रुपये का वर्चुअल मनी प्रदान करता है। आप इस वर्चुअल मनी का इस्तेमाल म्यूचुअल फंड्स, बॉन्ड्स और सावधि जमा में निवेश करने के लिए कर सकते हैं। इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके, आप लिमिट ऑर्डर, मार्केट ऑर्डर, जीटीडी ऑर्डर, शॉर्ट सेलिंग, जीटीसी ऑर्डर और स्क्वायर ऑफ बना सकते हैं।
मनीभाई के साथ स्टॉक ट्रेडिंग सीखें और निवेश की चुनौतियों को जीतें। आप इस प्लेटफॉर्म पर गूगल, फेसबुक, ई-मेल आईडी या मोबाइल नंबर से साइन अप कर सकते हैं। आपको केवल इस ऐप/प्लेटफ़ॉर्म पर एक नया अकाउंट बनाना होगा।
चार्ट मंत्रा
इकोनॉमिक टाइम्स-बैक्ड चार्ट मंत्रा एक और प्रमुख वर्चुअल स्टॉक ट्रेडिंग गेम है। इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके, आप तकनीकी रूप से शेयर बाजार का विश्लेषण कर सकते हैं और निवेश करने की कला सीख सकते हैं। यह प्लेटफॉर्म गेम खेलने के लिए वर्चुअल कैश के रूप में 1 लाख रुपये प्रदान करता है। हालांकि, आप एक बार में एक से ज्यादा स्टॉक पर इस गेम को नहीं खेल सकते हैं। आप चार्ट मंत्रा से गूगल आईडी या फेसबुक के माध्यम से जुड़ सकते हैं।
दलाल स्ट्रीट
दलाल स्ट्रीट वर्चुअल स्टॉक ट्रेडिंग सीखने के लिए भारत के सबसे अच्छे वर्चुअल स्टॉक मार्केट प्लेटफॉर्म्स में से एक है। यह एक तरह का इंवेस्टमेंट जर्नल है जो आपको एक बार रजिस्टर करने और अपने अकांउट से साइन अप करने के बाद वर्चुअल मनी के रूप में 10 लाख रुपये प्रदान करता है। इस पेपर ट्रेडिंग या वर्चुअल ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के बारे में सबसे अच्छी बात इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कौन सा चार्ट सबसे अच्छा है यह है कि यह उपयोगकर्ताओं को रीयल-टाइम ट्रेडिंग एक्स्पीरियंस का अनुभव देता है।
यह वर्चुअल ट्रेडिंग ऐप आपको आपकी ट्रेडिंग की रणनीतियों पर चर्चा करने की भी अनुमति देता है, जो दूसरों के अनुभवों से सीखकर आपके कौशल को बढ़ाने में मदद करता है।
वॉल स्ट्रीट सर्वाइवर
वॉल स्ट्रीट सर्वाइवर केवल सामग्री के माध्यम से शिक्षण की अवधारणा पर विश्वास नहीं करता। उनकी राय में, शिक्षा की तुलना में, निवेश एक मज़ेदार, चुनौतीपूर्ण और संभावित रूप से लाभकारी गतिविधि की तरह है। आप वॉल स्ट्रीट सर्वाइवर प्लेटफॉर्म पर इसके सामयिक और नवीनतम स्टॉक डेटा के कारण वर्चुअल मनी के साथ वर्चुअल ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का वास्तविक अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।
यदि आप ट्यूटोरियल के माध्यम से अपने ज्ञान को बढ़ाना चाहते हैं, शेयर बाजार के क्षेत्र में अपने कौशल और निर्णय लेने में सुधार करना चाहते हैं, और नई स्टॉक मार्केटिंग की रणनीतियों को खोजना चाहते हैं, तो ऊपर बताए गए प्लेटफॉर्म बहुत उपयोगी हो सकते हैं। और एक बार जब आप शेयर बाजार के तकनीकी पहलुओं में महारत हासिल कर लेते हैं, तो आप पैसा कमाने के लिए वास्तविक ट्रेडिंग कर सकते हैं।
अब, चूंकि आपको वर्चुअल स्टॉक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स के कई सारे विकल्प मिलते हैं, तो आप स्टॉक ट्रेडिंग के बारे में सीखना शुरू कर सकते हैं और शेयर बाजार के रियल-लाइफ अनुभव को प्राप्त कर सकते हैं।
Intraday Ke Liye Stock Kaise Chune? – इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए बेस्ट शेयर कैसे चुने ?
दोस्तो इंट्राडे ट्रेडिंग तो आपको पता ही होगा जिसमें हम जिस दिन स्टॉक खरीदते हैं उसी दिन हमको उसे बेचना होता है यानी एक ही दिन में हम खरीदते हैं और बेचते हैं जिसे हम इंट्राडे ट्रेडिंग बोलते हैं। जो भी नए ट्रेडर्स होते है उनको दरअसल हमेशा यहीं प्रॉब्लम रहती है कि Intraday Ke इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कौन सा चार्ट सबसे अच्छा है इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कौन सा चार्ट सबसे अच्छा है Liye Stock Kaise Chune?, उस स्टॉक में ऐसा कौन सा क्राइटेरिया होना जरूरी है जिसे हमको इंट्राडे ट्रेडिंग करते वक्त मुनाफा हो। इस पोस्ट में हम आपको ऐसी सटीक स्ट्रेटजी के बारे में बताने वाले हैं की फिर चाहे आपका बाजार में तजुर्बा कितना भी सिमित क्यों ना हो।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए शेयर कैसे चुने :
इंट्राडे ट्रेडिंग करते वक्त आपको पहले दिन ही अगले दिन की तैयारी करनी होती है, यानी आज मार्केट 3:30 बजे बंद हो रहा है, तो मार्केट बंद होने के बाद आप मार्केट का ट्रेंड चेक कर सकते हैं की अगले दिन मार्केट कैसा परफॉर्म करेगा। अगर आप मार्केट के हिसाब बिहेवियर रखेंगे तो आप अच्छा प्रॉफिट वाला ट्रेड ले पाएंगे।
1) न्यूज़ के आधार पर स्टॉक चुने :
दोस्तों अगर आप स्टॉक मार्केट में शार्ट टर्म में पैसा कमाना चाहते हो, तो आपके लिए न्यूज़ बहुत काम की चीज होगी,क्योंकि शॉर्ट टर्म में न्यूज़ का सीधा असर स्टॉप पर पड़ता है। अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग करते हो तो आपको न्यूज़ से हमेशा अपडेटेड रहना होगा,दोस्तों हमेशा किसी भी कंपनी के बारे में पॉजिटिव या नेगेटिव न्यूज़ आती रहती है और उस न्यूज़ का असर स्टॉक पर जरूरत पड़ता है। समझो अगर किसी कंपनी का तिमाही रिजल्ट बहुत ही पॉजिटिव आता है, उस कंपनी का स्टॉक रिजल्ट आने के बाद तुरंत ऊपर भागने लगता है यह आपने जरूर नोटिस किया होगा उसी तरह अगर कोई नेगेटिव न्यूज़ होती है तो उस कंपनी में लोअर सर्किट लग जाता है। तो आप न्यूज़ के आधार पर इंट्राडे के लिए शेयर चुन सकते हो अगर किसी स्टॉक के बारे में पॉजिटिव न्यूज़ है वैसे स्टॉक पर नजर रखें और जब भी यह न्यूज़ आती है तो उस स्टॉक का चार्ट देखें और अगर वहां पर एक्शन आपको दिख रहा है तो तुरंत आप वहां पर पैसा लगा सकते हैं।
2) Top Gainers & Top Loosers स्टॉक चुने :
NSE इंडिया की वेबसाइट पर जाएं और वहां पर जब मार्केट शुरू होता है तब वहां पर हर 1 घंटे में आप कब कौन से शेयर Top Gainer में चल रहे हैं और कौन से शेयर Top Looser चल रहे हैं यह देखिए आप वहां पर फोकस करके टॉप High Momentum Stocks निकाल सकते हैं। अगर Top Gainer में चल रहे हैं और चार्ट में कहीं पर एक्शन दिख रहा है तो आप ले सकते हो। Top Looser में चल रहे हैं और चार्ट में ब्रेकआउट दिखा रहा है तो आप वहां पर सेल कर सकते हैं। लेकिन सिर्फ चार्ट Alow करे तभी ऐसा करें।
3) सेक्टर के आधार पर स्टॉक चुने :
ट्रेडिंग के दिन आप देखें कि किस सेक्टर में तेजी दिख रही है, समझो अगर आज ऑटो सेक्टर में तेजी है समझो ऑटो सेक्टर का बजाज ऑटो स्टॉक ऊपर भाग रहा है और उसी के साथ टाटा मोटर्स भी ऊपर भाग रहा है, मतलब एक सेक्टर के दो या तीन स्टॉक ऊपर भाग रहे हैं। तो आप उसी सेक्टर के और दूसरे स्टॉक्स के ऊपर नजर रखें, उनका चार्ट देखे अगर आप ऐसा करते हैं तो आपको ऐसा स्टॉक जरूर मिल जाएगा जो अभी ऊपर भागने वाला।
4) निफ़्टी 50 के स्टॉक चुने :
जो लोग शेयर मार्किट में नए है उनको हमेशा यह सवाल रहता है की कम रिस्क के साथ Intraday Ke Liye Stock Kaise Chune? इसीलिए यह टिप सिर्फ उन लोगों के लिए जो शेयर मार्केट में बिल्कुल नए जो कि अपना पैसा खोना नहीं चाहते और कम रिस्क के इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कौन सा चार्ट सबसे अच्छा है साथ इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते हैं। तो नए ट्रेडर क्या कर सकते हैं कि निफ्टी में 50 स्टॉक्स होते हैं। उनमें से पहले 20 स्टॉक्स के ऊपर आप ट्रेड ले सकते हैं, इन स्टॉक में आपको ज्यादा परेशानी नहीं होगी क्योंकि इन स्टॉक्स में हमेशा एक्शन और हमेशा वॉल्यूम रहता है,नए ट्रेडर्स के लिए यह सबसे आसान तरीका है। निफ़्टी 50 के 50 स्टॉक्स आप NSE की वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं. जिसकी लिंक आपको नीचे मिल जाएगी ।
5) सबसे ज्यादा लिक्विडिटी स्टॉक चुने :
इंट्राडे ट्रेडिंग में आप को सबसे ज्यादा लिक्विडिटी वाले स्टॉक सुनने हैं,लिक्विडिटी का मतलब होता है उस स्टॉक में सबसे ज्यादा खरीदने वाले और बेचने वाले होते हैं, अगर किसी स्टॉक में लिक्विडिटी कम है, और आप उसे बेचने की कोशिश करते हैं तो आप उसे नहीं बेच पाते क्योंकि आप जब बेचते हैं तो उसी टाइम आपको खरीदने वाला भी मिलना चाहिए, तो ज्यादा लिक्विडिटी वाले स्टॉक का यही फायदा होता है की आपको खरीदने वाला और बेचने वाला जल्दी मिल जाता है, जो भी बड़ी कंपनियां होती है जैसे कि टाटा,रिलायंस इन कंपनियों के स्टॉक में लिक्विडिटी बहुत ज्यादा होती है, इनको आप लार्ज कैप स्टॉक भी कह सकते हैं, तो अगर आप नए ट्रेडर है तो आपको इस मुसीबत का सामना ना करना पड़े कि आपको बेचने वाला ही ना मिले या खरीदने वाला ही ना मिले तो आपको हमेशा लिक्विडिटी स्टॉक की तरफ जाना चाहिए ।
मेरी राय :
दोस्तों अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग करते हो तो आपको स्टॉप लॉस के बारे में जरूर पता होना चाहिए,जब भी आप इंट्राडे ट्रेडिंग करें तो हमेशा आपका टारगेट सेट करें की आपको कितना मुनाफा कमाना है किस प्राइस पर आप स्टॉक बेचना चाहते हैं यानी अगर मैंने XYZ स्टॉक ₹300 का लिया है और मैंने उसका टारगेट ₹315 का सेट किया है और स्टॉप लॉस ₹290 का सेट किया है मतलब अगर यह स्टॉक ₹290 के निचे आता है तो में बेचके बहार निकल जाऊंगा । कहने का मतलब सिर्फ यही है की हमेशा अपना टारगेट और स्टॉप लॉस सेट करें जिससे आप जोखिम से बच पाएंगे।
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