डिजिटल विकल्प ट्रेडिंग

शेयर डीमेट खाता और आनलाइन शेयर ट्रेडिंग में बरते सावधानी: धोखाधड़ी आम बात
भारत में 1999 में शेयर की फिजिकल ट्रेडिंग बंद करते हुए पूरी प्रक्रिया को इलेक्ट्रॉनिक रूप दिया गया, जिसमें फिजिकल शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक फार्म में रखना भी शामिल था और इसके लिए डीमेट खाता बनाया गया.
हम आप आज के समय शेयर को भी बैंकों में जमा पैसे की तरह डीमेट खाते से उपयोग कर सकते हैं. नेट बैंकिंग की तरह डीमेट खाता भी लाग इन आईडी और पासवर्ड से चलता है और इसी तरह हमारा शेयर ट्रेडिंग आकंउट भी चलता है.
डिजिटल रुप में सहुलियत तो बहुत है लेकिन उतनी सावधानी भी जरूरी है.
कोविड काल में शेयर बाजार में भारी उछाल और निवेश के विकल्पों की कमी के कारण लोगों का शेयर बाजार की तरफ आकर्षित होना स्वाभाविक ही था.
और शेयर बाजार ने भी इसका भरपूर फायदा उठाते हुए कई कंपनियों को पैसे उगाहने में मदद की, साथ ही लाखों नए डीमेट खाते और शेयर ट्रेडिंग आकंउट खुल गए. न केवल लोग अपनी जमा पूंजी का निवेश शेयर बाजार में जमकर करने लगे, बल्कि कई शेयर एक्सपर्ट, ट्रेडिंग, ब्रोकर और डीमेट की दुकानें आनलाइन सोशल मीडिया पर खुल गई.
यही से शुरू हुआ शेयर बाजार में एक नए तरीके से धोखाधड़ी का कारोबार.
शेयर बाजार में धोखाधड़ी कोई नई बात नहीं है, इससे पहले भी हमने अनुभव किया है कि फर्जी डिमेट खातों के माध्यम से निवेश का घोटाला, फिर हाल में ही एक प्रतिष्ठित ब्रोकर कंपनी द्वारा डीमेट खाते में रखे शेयर को बिना शेयरधारकों से पूछे गिरवी रख देना. आज भी शेयरधारक अपने शेयर वापसी और नुकसान भरपाई की सालों बाद भी राह देख रहे हैं.
यह देश की विडम्बना ही तो है कि इतने सारे नियम कानून, नियामक एजेंसियों, सरकारी हस्तक्षेप के बावजूद व्यापक स्तर पर धोखाधड़ी हो रही है और लोगों के पास निवेश के विकल्प नहीं है.
हाल में ही देश की सबसे बड़ी ब्रोकिंग फर्म जेरोधा के को-फाउंडर और सीईओ नितिन कामथ ने ब्लॉग में लिखा है, “जब हमें नुकसान होता है तब हम किसी की भी सलाह मान लेते हैं. बाजार में बहुत सारे सलाहकार हैं जो निवेशक की मदद करते हैं. इनके बीच ही ऐसे कई धोखेबाज भी हैं जो सोशल मीडिया पर मार्केट एक्सपर्ट होने का दावा करते हैं और किसी निवेशक का शिकार करने की फिराक में रहते हैं.”
*मार्केट एक्सपर्ट या सलाहकार बनकर ये धोखेबाज आपकी मदद के नाम आपके डीमैट अकाउंट का लॉग-इन डिटेल्स ले लेंगे.*
इसके बाद ये आपके अकाउंट में गैर-वास्तविक ट्रेड्स का उपयोग करके एक नुकसान पैदा कर देते हैं और आपके पैसे को किसी अन्य ट्रेडिंग अकाउंट में भेज देते हैं.
इससे आपके लिए यह पता लगाना बहुत मुश्किल हो जाता है कि आपके अकाउंट में घोटाला हो चुका है.
सावधानी और ध्यानपूर्वक काम करना ही बचने का तरीका
1. निवेशक इसलिए ठगे जाते हैं, क्योंकि वे अपने अकाउंट का लॉग इन डिटेल्स दूसरों को दे देते हैं.
2. निवेशक के ट्रेडिंग अकाउंट से पैसे निकालने के लिए इलिक्विड ऑप्शंस या पेनी स्टॉक का इस्तेमाल करके फर्जी नुकसान दिखाया जा सकता है.
3. जैसे अपने बैंक खाते से जुड़े लॉगिन डिटेल्स हम किसी के साथ शेयर नहीं करते, वैसे ही अपने ट्रेडिंग खाते के लॉग-इन पासवर्ड भी शेयर नहीं करने चाहिए.
4. डीमैट अकाउंट से छेड़छाड़ का एक दूसरा तरीका फिशिंग फ्रॉड है.
5. आप आधिकारिक ब्रोकर वेबसाइटों और ऐप के अलावा कहीं भी लॉग इन डिटेल्स न भरें.
6. कभी भी अपने लॉगिन डिटेल्स किसी के साथ शेयर ना करें.
7. अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग नहीं समझते हैं, तो उसमें कभी ट्रेड न करें, भले ही कोई आपसे कुछ भी कहे.
8. यदि आपको ऑप्शंस की समझ है, तो यह जान लें कि जब इलिक्विड ऑप्शंस का ट्रेज होता है, तो आप उसकी फेयर वैल्यू इम्प्लॉइड वोलैटिलिटी का इस्तेमाल करके लिक्विड स्ट्राइक और उसकी अंडरलाइंग को बदल सकते हैं और यहीं धोखाधड़ी होती है.
9. अगर आपने किसी ऐसे व्यक्ति को अपने खाते की डिटेल्स दी है, जिसने इस तरह से आपका नुकसान किया है तो इसकी शिकायत आप पुलिस से कर सकते हैं.
10. आखिर में सावधानी ही सुरक्षा है और बिना आपकी जानकारी के कोई भी लेनदेन अमान्य होगा. साथ ही पैसे लेनदेन की सीमा जरूर तय करें ताकि कोई भी अधिकृत व्यक्ति आपके खाते में एक तय सीमा से ज्यादा का लेनदेन न कर सकें.
डिजिटल युग में हम आनलाइन कार्यों से नहीं बच सकते लेकिन इसका मतलब यह कतई नहीं होना चाहिए कि हम अपनी जमापूंजी आनलाइन फ्राड में लुटवाते रहे और सिस्टम डिजिटल विकल्प ट्रेडिंग को कोसते रहे.
हजारों बेरोजगार लोग आनलाइन हम और हमारे लेनदेन पर नजर रख रहे हैं और छोटी सी असावधानी हमारे लिए नुकसान कारक हो सकती है.
Cryptocurrency : ज्यादा तेजी से पैसे कमाने हैं तो जानिए क्यों डिजिटल संपत्ति में निवेश बेहतर रहेगा
Digital Asset Investment : पिछले कुछ सालों में कई क्रिप्टो कॉइन्स का जन्म हुआ है. इनकी बढ़ती संख्या के पीछे एक बड़ी वजह इनके निवेश से मिलने वाला जबरदस्त रिटर्न है. लेकिन क्या आपको डिजिटल असेट यानी डिजिटल संपत्ति में निवेश करना चाहिए?
Cryptocurrency : क्रिप्टो में निवेश करना कितना फायदेमंद है, ये सवाल बना हुआ है.
Cryptocurrency अपने शुरुआती सालों में आलोचनाओं, सवालों और मजाक का विषय भी बनी थी, लेकिन आज यह एक ट्रेडिंग और निवेश का पॉपुलर माध्यम बन चुकी है. ये बहुत कम वक्त में हुआ है. जब 2008 में आर्थिक मंदी ने दुनिया को अपने चपेट में ले लिया था, उसके बाद सबसे पुरानी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin जनवरी, 2009 में लॉन्चिंग हुई थी. बिटकॉइन को आज जितनी पॉपुलैरिटी हासिल करने और सबसे ऊंची हैसियत वाली डिजिटल संपत्ति बनने में 10 साल लग गए. पिछले कुछ सालों में इसकी उछाल को देखते हुए कई दूसरी क्रिप्टो कॉइन्स का जन्म हुआ है. इनकी बढ़ती संख्या के पीछे एक बड़ी वजह इनके निवेश से मिलने वाला जबरदस्त रिटर्न है. कोई हैरानी की बात नहीं है कि आज लाखों की संख्या में लोग क्रिप्टो बाजार का हिस्सा बन रहे हैं.
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लेकिन एक बड़ा सवाल जो बना ही हुआ है, वो है कि क्या आपको डिजिटल असेट यानी डिजिटल संपत्ति में निवेश करना चाहिए? सीधा-सीधा पूछें तो क्या आपको बिटकॉइन या क्रिप्टो कॉइन में निवेश करना चाहिए? ये कॉइन्स बहुत ही वॉलेटाइल यानी अस्थिर होती हैं, जितनी जल्दी चढ़ती हैं, उतनी ही जल्दी गिर जाती हैं. और चूंकि क्रिप्टो एक ऐसी चीज है जो आपकी ऑनलाइन संपत्ति या डिजिटल संपत्ति बनती है, इसमें लेन-देन, स्टोरेज वगैरह सबकुछ ऑनलाइन होता है, तो फिर ऐसे क्या सेफ्टी फीचर्स हैं, जिनसे निवेशकों की संपत्ति सुरक्षित रह सकती है?
हां यह सही है कि अधिकतर कॉइन्स अस्थिर होती हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि जैसे-जैसे इन कॉइन्स की लोकप्रियता बढ़ेगी, उपयोगिता बढ़ेगी, लोग इन्हें स्वीकार करने लगेंगे, वैसे-वैसे क्रिप्टो बाजार में स्थिरता आ जाएगी. लेकिन सुरक्षा का क्या? क्रिप्टोकरेंसी का पूरा इकोसिस्टम ब्लॉकचेन तकनीक पर काम करता है, जोकि काफी नया है और अधिकतर लोग इस तकनीक से परिचित नहीं हैं.
हालांकि, टेक एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह तकनीक अपने आप में बहुत लोकतांत्रिक है और सुरक्षित है. यह डिजिटल ड्रिस्ट्रिब्यूटेड लेजर यानी डिजिटल बहीखाते के रूप पर आधारित है, जिसपर किसी एक व्यवस्था या संस्था का नियंत्रण नहीं नहीं होता है. यानी कि इसपर कोई भी, कैसा भी ट्रांजैक्शन कहीं से भी देख सकता है. हर ट्रांजैक्शन डेटा के तौर पर ब्लॉकचेन पर स्टोर रहता है और इससे कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकता है.
अब आते हैं डिजिटल संपत्ति में निवेश के फायदों पर. आखिर ऐसे क्या कारण हैं जो इन डिजिटल संपत्तियों को आकर्षक और फायदेमंद बनाते हैं.-
1. क्रिप्टो का बढ़ता बाजार
पिछले दो सालों में क्रिप्टोकरेंसी का बाजार जबरदस्त तेजी के साथ बढ़ा है. इसे ऐसे समझिए कि 2019 के अंत तक बिटकॉइन की कीमत 7,000 डॉलर यानी लगभग 5.18 लाख के आसपास थी, लेकिन आज इसकी कीमत $45,000 डॉलर यानी लगभग 33.34 लाख से ऊपर जा चुकी है. यहां तक कि इस साल फरवरी और अप्रैल में यह 60,000 डॉलर यानी लगभग 44.46 लाख से ऊपर पहुंच गई थी.
2. डिजिटल इकोसिस्टम
बस क्रिप्टोकरेंसी ही नहीं, महामारी के बाद पूरी दुनिया में ही अधिकतर क्षेत्रों में डिजिटल इकोसिस्टम को अपनाया जा रहा है. क्रिप्टोकरेंसी के साथ-साथ NFTs यानी नॉन-फंजिबल टोकन्स का भी चलन तेज है. इसके साथ ही क्रिप्टो कॉइन्स में निवेश करने के साथ-साथ टेक में दिलचस्पी रखने वाले अब इन कॉइन्स को जेनरेट करने की प्रक्रिया यानी माइनिंग में भी हिस्सा ले रहे हैं और माइनिंग के जरिए अच्छा पैसा बना रहे हैं.
3. जबरदस्त रिटर्न
क्रिप्टोकरेंसी का आकर्षण इसलिए भी सबसे ज्यादा माना जा सकता है क्योंकि रियल्टी सेक्टर की ही तरह इसमें भी निवेश आपको जबरदस्त रिटर्न देता है. हालांकि, रियल्टी सेक्टर डिजिटल विकल्प ट्रेडिंग की तरह जरूरी नहीं है कि क्रिप्टो में आप कोई बहुत बड़ा निवेश ही करें. आप एक छोटे निवेश से ही शुरू कर सकते हैं. वहीं, छोटे-छोटे अमाउंट में कई हिस्सों में निवेश कर सकते हैं.
4. अलग से इनकम का स्रोत
डिजिटल संपत्ति में निवेश करके या अपना ऑनलाइन बिजनेस शुरू करके पैसे कमाना एक अच्छा विकल्प है. आप अपने काम और रेगुलर निवेश के साथ-साथ इनसे अलग से पैसा कमा सकते हैं.
Video : कॉफी एंड क्रिप्टो : क्रिप्टोकरेंसी में अच्छा क्या है? किस में कर सकते हैं ट्रेडिंग?
Paytm दे सकता है बिटकॉइन ट्रेडिंग का विकल्प, जानें क्या है पूरी खबर
डीएनए हिंदी. जब भारत में डिजिटल फाइनेंस की बात आती है तो पेटीएम का नाम सबसे पहले आता है. अब पेटीएम क्रिप्टोकरंसी की दुनिया में कदम रखने की भी तैयारी कर रहा है. पेटीएम ने बिटकॉइन्स में दिलचस्पी दिखाई है. हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान पेटीएम के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर मधुर देओरा ने कहा, ' हमारी कंपनी को बिटकॉइन्स से जुड़ी सेवाएं देने में कोई परेशानी नहीं है. हमें बिटकॉइन्स से जुड़ी आशंकाओं और अविश्वसनीयता को लेकर पूरी तरह सुनिश्चित होना है. यदि भारत सरकार क्रिप्टोकरन्सी को लेकर कोई निश्चित योजना या ढांचा या कानून जारी कर देती है तो हमारी कंपनी भी अपने सेक्टर में क्रिप्टोकरन्सी की सेवाओं की सुविधा देने लगेगी.
भारत में क्रिप्टोकरंसी की स्थिति
पहले भारत में क्रिप्टोकरंसी पर बैन था. मार्च 2020 में ये बैन हटा लिया गया था. अब क्रिप्टोकरंसी से जुड़ा बिटकॉइन लगातार भारत में पॉपुलर हो रहा है और इसमें लोग आगे बढ़कर निवेश कर रहे हैं. ऐसे में पेटीएम का क्रिप्टोकरंसी में निवेश और इससे जुड़ी सेवाएं शुरू करना काफी संभावनाएं बुलंद कर सकता है.
पेटीएम और क्रिप्टोकरन्सी
वर्तमान स्थिति में जो लोग क्रिप्टोकरंसी में निवेश करना चाहते हैं उनके पास इसमें निवेश करने को लेकर कोई सीधा और सरल प्लेटफॉर्म नहीं है. यदि पेटीएम इस क्षेत्र में कदम रखती है तो ये इस निवेश में दिलचस्पी लेने वाले लोगों के लिए काफी मददगार साबित हो सकता है. क्रिप्टोकरंसी के लिए पेटीएम बेहद काम की कंपनी साबित हो सकती है. रिपोर्ट्स के मुताबिक पेटीएम के पास क्रिप्टोकरन्सी की सभी सेवाओं को सपोर्ट करने की सुविधा मौजूद है.
Olymp Trade के साथ सप्ताहांत पर ट्रेडिंग
आह, सप्ताहांत! आराम, विश्राम का समय और… ट्रेडिंग? हाँ सही सुना आपने। सप्ताह में स्टॉक एक्सचेंजों के बंद रहते भी Olymp Trade ग्राहक लाभ के लिए प्रयास कर सकते हैं। यह न केवल संभव है, बल्कि आपके सोमवार से शुक्रवार के ट्रेडिंग से भी अधिक लाभदायक हो सकता है। कारण जानने के लिए आगे पढ़ें।
किस प्रकार की परिसंपत्तियां उपलब्ध हैं?
यहां तक कि जब पारंपरिक एक्सचेंज बंद रहते हैं, तब भी विकेंद्रीकृत बाजार होते हैं जो 24/7 संचालित रहते हैं। यहां वे परिसंपत्तियां दी गई हैं जो सप्ताहांत में Olymp Trade प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हैं:
OTC (ओवर द काउंटर) परिसंपत्तियां
Olymp Trade ग्राहकों को EUR/USD, AUD/USD, GBP/USD, सोना, NZD/USD, USD/CAD, USD/CHF, USD/JPY सहित 8 OTC परिसम्पत्तियों पर ट्रेड करने की पेशकश करता है। इन परिसंपत्तियों पर Fixed Time Trades मोड में ट्रेडिंग उपलब्ध है।
क्रिप्टो मुद्राएं
क्रिप्टो बाजार कभी नहीं सोता है, न ही यह सप्ताहांत या छुट्टियों में बंद होता है। इसलिए यह सुस्त दोपहर में ट्रेडिंग के लिए उपयुक्त है। Olymp Trade में आपके लिए उपलब्ध परिसंपत्तियों की एक विस्तृत सूची में से चयन करें: Bitcoin और Ethereum जैसे आम परिसंपत्तियों से लेकर बेसिक ऑल्टकॉइन सूचकांक जैसी डिजिटल परिसंपत्ति तक।
कम्पोज़िट सूचकांक
ये परिसंपत्तियां एक साथ कई परिसंपत्ति कीमतों को ट्रैक करती हैं, और उच्च अस्थिरता के बदले में अधिक डिजिटल विकल्प ट्रेडिंग लाभप्रदता प्रदान करती हैं। Olymp Trade ट्रेडर्स को निम्नलिखित विकल्प प्रदान करता है:
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— यह सूचकांक एशिया के वित्तीय साधनों में मूल्य परिवर्तन को ट्रैक करता है: USD/SGD, USD/JPY, Hang Seng। — यह यूरोप के वित्तीय साधनों के लिए लक्षित है: EUR/USD, USD/CHF, Euro Stoxx, FTSE 100।
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— यह सूचकांक उन वित्तीय साधनों को ट्रैक करता है जो किसी भी क्षेत्र से बंधे नहीं हैं: सोना, Brent, गैस, इत्यादि।
लेकिन सप्ताहांत पर ट्रेड क्यों?
यह वास्तव में एक अच्छा सवाल है: जब आप आराम कर सकते हैं तो ट्रेड क्यों करें? वैसे इसके कई अच्छे कारण हैं। आइए देखते हैं कि इनमें से कोई आपको आकर्षित करता है या नहीं।
शांत और सुकून
सबसे पहले, सप्ताहांत शांति से बाजार का विश्लेषण करने का समय है। आमतौर पर कोई बड़ी कीमत गतिविधि नहीं होती है और बहुत कम ध्यान भंग होता है। विशेष रूप से यह भी सच है कि यदि आप उन ट्रेडरों में से हैं जो दिवसीय काम करते हैं और आप सप्ताह के दिन के दौरान ट्रेडिंग के लिए अधिक समय समर्पित नहीं कर पाते हैं। घर और परिवार के दायित्व भी रास्ते में आड़े आ सकते हैं, इसलिए अधिकतर लोगों के लिए सप्ताहांत में प्लेटफार्म पर कुछ निर्बाध ढंग से आमने-सामने होने का एकमात्र अवसर होता है।
विश्लेषण का समय
जिस शांत समय के बारे में हम बात कर रहे हैं वह रणनीतियों का अभ्यास करने और बाजार का विश्लेषण करने का भी सही समय हो सकता है। उस परिश्रम का फल समयोचित ट्रेडिंग के रूप में तुरंत आ सकता है या उनमें विलम्ब हो सकता है। उम्मीद है, आप पहले से ही Olymp Trade द्वारा प्रस्तुत पेंडिंग ऑर्डर विकल्प के बारे में जानते हैं और उपयोग करते हैं। सोमवार को स्टॉक एक्सचेंज में लाइव जाने वाली परिसंपत्ति में ऑर्डर देने के लिए आप रविवार को तकनीकी या मौलिक विश्लेषण करने के लिए जितना समय लेना चाहते हैं उतना समय व्यतीत कर सकते हैं।
उच्च लाभप्रदता
अंतिम लेकिन महत्वपूर्ण है: सप्ताहांत सामान्य समय से अधिक लाभ कमाने के अवसर प्रदान करता है। हम Olymp Trade प्लेटफॉर्म पर हैप्पी आवर्स के डिजिटल विकल्प ट्रेडिंग डिजिटल विकल्प ट्रेडिंग बारे में बात कर रहे हैं। समय-समय पर, आप देखेंगे कि OTC परिसंपत्तियों पर लाभ में वृद्धि हुई है।
Starter स्टेटस ट्रेडर्स के लिए — 82% तक
Advanced स्टेटस ट्रेडर्स के लिए — 85% तक
Expert स्टेटस ट्रेडर्स के लिए — 92% तक
सुनिश्चित करें कि आप आगामी हैप्पी आवर्स के सभी नवीनतम अपडेट प्राप्त करने के लिए Olymp Trade Facebook या Twitter को फॉलो कर रहे हैं।
सप्ताहांत पर लाभ कमाने के कोई अन्य तरीके?
खुशी है कि आपने पूछा! आप वास्तव में Weekend Cup में सहभागी होकर दुनिया भर के ट्रेडर के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं। यह एक साप्ताहिक ट्रेडिंग प्रतियोगिता है जहां आप प्राइज पूल के अपने हिस्से के लिए और अन्य अधिक के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं। यदि आप टूर्नामेंट कार्य और सामुदायिक लक्ष्यों को पूरा करते हैं, तो आप अतिरिक्त XP और जोखिम-मुक्त ट्रेड भी अर्जित कर सकते हैं।
आप वही कम्पोजिट सूचकांक, क्रिप्टो, और OTC परिसंपत्तियों में ट्रेड करेंगे, आपके पास सामान्य समय से दोगुना लाभ जीतने का मौका होता है, और कुछ अधिक भी! सहभागी होने और अपने ट्रेडिंग कौशल दिखाने का मौका न चूकें। Weekend Cup के लिए अभी साइन अप करें!
Digital Gold : डिजिटल गोल्ड क्या है? इसमें निवेश से पहले जान लें ये महत्वपूर्ण बातें
सोना निवेश का सबसे सुरक्षित साधन है। कोरोना काल में डिजिटल सोना में काफी निवेश बढ़ा है। यहां जानिए यह क्या है। इसमें कैसे निवेश कैसे करें। यहां जानिए सब कुछ।
नई दिल्ली: बहुत सारे लोगों के लिए डिजिटल सोना (Digital Gold) पीली धातु में निवेश करने का एक नया अवसर बन गया है। कोरोनो वायरस की इस स्थिति के दौरान, चूंकि लोग ज्वैलरी स्टोर और गोल्ड डीलर्स के डिजिटल विकल्प ट्रेडिंग पास जाने से हिचकिचाते हैं, इसलिए ऑनलाइन सोने की खरीद में सक्षम होना एक सही समाधान बन गया है।
डिजिटल गोल्ड क्या है?
डिजिटल सोना ऑनलाइन खरीदा जा सकता है और ग्राहक की ओर से विक्रेता द्वारा इंश्योर्ड वाल्ट्स में संग्रहीत किया जाता है। आपको बस इंटरनेट, मोबाइल बैंकिंग की जरूरत है और आप कहीं भी, कभी भी, डिजिटल रूप से सोने में निवेश कर सकते हैं। आप कई मोबाइल ई-वॉलेट जैसे पेटीएम, गूगल पे और फोनपे से डिजिटल गोल्ड में निवेश कर सकते हैं। एचडीएफसी सिक्योरिटीज और मोतीलाल ओसवाल जैसे ब्रोकरों के पास भी डिजिटल सोने के निवेश का विकल्प है। वर्तमान में, भारत में डिजिटल गोल्ड की पेशकश करने वाली तीन कंपनियां हैं- ऑग्मॉन्ट गोल्ड लिमिटेड, एमएमटीसी-पीएएमपी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड सुरक्षित ब्रांड के साथ राज्य द्वारा संचालित एमएमटीसी लिमिटेड और स्विस फर्म एमकेएस पीएएमपी और डिजिटल गोल्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड संयुक्त सेफगोल्ड ब्रांड है।
पेटीएम, जी-पे आदि जैसी ऐप्स और वेबसाइटें केवल मेटल ट्रेडिंग कंपनियों जैसे सेफगोल्ड और एमएमटीसी पीएएमपी के लिए एक मंच प्रदान करती हैं। एक बार जब आप डिजिटल गोल्ड में निवेश करते हैं, तो ये ट्रेडिंग कंपनियां भौतिक सोने की एक समान मात्रा खरीदती हैं और इसे सुरक्षित वाल्टों में आपके नाम से संग्रहीत करती हैं। पेटीएम, गूगल-पे आदि जैसी ऐप्स और वेबसाइटें केवल मेटल ट्रेडिंग कंपनियों जैसे सेफगोल्ड और एमएमटीसी पीएएमपी के लिए एक मंच प्रदान करती हैं। एक बार जब आप डिजिटल गोल्ड में निवेश करते हैं, तो ये ट्रेडिंग कंपनियां फिजिकल गोल्ड की बराबर मात्रा खरीदती हैं और इसे सुरक्षित वाल्टों में आपके नाम से संग्रहीत करती हैं।
डिजिटल गोल्ड में निवेश से पहले जानने के लिए मुख्य बातें
नियामक की अनुपस्थिति: डिजिटल सोने में निवेश का सबसे बड़ा जोखिम यह है कि प्रोडक्ट के लिए कोई नियामक नहीं है। जब आप डिजिटल सोना खरीदते हैं, तो निर्माता आपके नाम से बराबर राशि का सोना खरीदता है। यह सोना किसी थर्ड पार्टी या विक्रेता के वॉल्ट में एमएमटीसी-पीएएमपी के मामले में जमा किया जाता है। सामान्य परिस्थितियों में, कोई ट्रस्टी को यह देखने के लिए नियुक्त किया जाता है कि निवेशक द्वारा खरीदे गए सोने के अनुरूप सोने की मात्रा और शुद्धता बनाए रखी गई या नहीं। हालांकि, ट्रस्टी ठीक से काम कर रहा है, तो इसकी देखरेख करने वाला कोई नियामक नहीं है। जबकि, गोल्ड ईटीएफ के मामले में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) है, सोने के बांड के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) नियामक है।
जीएसटी लागत के बोझ बढ़ता है: जब आप डिजिटल सोना खरीदते हैं, तो आपको फिजिकल सोने को खरीदने के मामले में 3 प्रतिशत माल और सेवा कर (जीएसटी) का भुगतान करना होगा।
होल्डिंग चार्ज: अगर आप फोनपे का उपयोग करके सेफगोल्ड से सोना खरीद रहे हैं, तो यह संभावना है कि आपको स्टोरेज चार्ज का भुगतान करना पड़ सकता है। ये निम्नानुसार हैं: पहले दो वर्षों के लिए कोई चार्ज नहीं। अगर आपकी पहली खरीद की तारीख से दो साल के अंत में सोने की मात्रा 2 ग्राम से कम है, तो प्रति माह 0.05 प्रतिशत का चार्ज लिया जाता है। अगर एमएमटीसी-पीएएमपी प्लेटफॉर्म से सोना खरीदा जाता है, तो भंडारण चार्ज नहीं लगता है।
डिलीवरी और बनाने का चार्ज : डिजिटल गोल्ड के फायदों में से एक यह है कि यह सोने की फिजिकल डिलीवरी लेने का विकल्प प्रदान करता है। तो, आपको डिलीवरी चार्ज देना पड़ सकता है।
इसके अलावा, अगर आप अपने डिजिटल सोने के निवेश को फिजिकल सोने में परिवर्तित कर रहे हैं तो इसमें कुछ चार्ज भी देने पड़ सकते हैं। निवेशक या तो कागज को सोने की बार या सिक्कों में बदल सकते हैं। यह उल्लेखनीय है कि सिक्कों के मामले में, एक अतिरिक्त डिजाइन चार्ज का भुगतान करना पड़ सकता है।
निवेश की अवधि सीमा: आम तौर पर, इन डिजिटल गोल्ड प्रोडक्ट्स की अधिकतम होल्डिंग अवधि होती है, जिसके बाद निवेशक को सोने की डिलीवरी लेनी होती है या इसे वापस बेचना पड़ता है। उदाहरण के लिए, एमएमटीसी-पीएएमपी निवेशकों को खरीदे गए सोने को अनिवार्य रूप से डिलीवरी करना या बेचना होगा। पांच साल के बाद निवेशक को एमएमटीसी-पीएएमपी द्वारा तय अतिरिक्त चार्ज का भुगतान करना होगा, अगर डिलीवरी नहीं ली जाती है। हालांकि, पांच साल के बाद, आपको या तो इसे सोने के सिक्कों में बदलना होगा या इसे बेचना होगा। अपने खाते को निष्क्रिय बनाने से बचने के लिए, आपको कम से कम हर छह महीने में एक लेनदेन करना होगा। इसी तरह अगर आप फोनपे का उपयोग करके सेफगोल्ड से सोना खरीद रहे हैं, तो सोना अधिकतम 7 वर्षों के लिए रखा जा सकता है। जबकि गोल्ड ईटीएफ को जब तक चाहें तब तक रख रकते हैं।
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