विदेशी मुद्रा व्यापार प्रणाली

घोटाले के दलालों से बचना

घोटाले के दलालों से बचना
कुलपति के खिलाफ की गई नारेबाजी, फूंका पुतला

शहडोल। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ने सोमवार को पं. शंभूनाथ शुक्ला विश्वविद्यालय में सहायक प्राध्यापक
भर्ती प्रक्रिया को गलत बताते हुए विश्वविद्यालय का घेराव किया। एनएसयूआई ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए
युनिवर्सिटी का घेराव कर गेट पर जमकर नारेबाजी की। पंडित एसएन शुक्ला विश्वविद्यालय में हाल ही में 24

विदेशी मुद्रा व्यापार के साथ शामिल घोटाले की खोज

जबकि विदेशी मुद्रा (विदेशी मुद्रा) निवेश एक वैध प्रयास है और घोटाला नहीं है, बहुत सारे घोटाले ट्रेडिंग फॉरेक्स के साथ जुड़े हुए हैं। कई उद्योगों के साथ, नए शिकारियों का लाभ उठाने के लिए बहुत सारे शिकारी वहां मौजूद हैं। नियामकों ने पिछले कुछ वर्षों में सुरक्षा को मजबूत किया है और बाजार में काफी सुधार हुआ है, जिससे इस तरह के घोटाले बढ़ते जा रहे हैं।

विदेशी मुद्रा व्यापार में मुद्राओं के जोड़े का व्यापार शामिल है उदाहरण के लिए, कोई व्यक्ति अमेरिकी डॉलर के लिए यूरो का आदान-प्रदान कर सकता है। 2019 के सितंबर में, 1 यूरो का मूल्य $ 1.09 से लेकर लगभग $ 1.12 तक था। तो, एक व्यापारी जिसने $ 112 के लिए 100 यूरो का आदान-प्रदान किया, जब डॉलर का मूल्य उच्च होता है, तो यूरो के लिए उन $ 112 का आदान-प्रदान करके लाभ कमा सकता है जब डॉलर का मूल्य प्रति यूरो $ 1.09 पर वापस गिरता है। इस तरह के लेन-देन का परिणाम 3% से कम का शुद्ध लाभ होगा, जो संभवतः दलाल के कमीशन द्वारा मिटा दिया जाएगा।

विदेशी मुद्रा एक वैध प्रयास है। आप एक वास्तविक व्यवसाय के रूप में घोटाले के दलालों से बचना विदेशी मुद्रा व्यापार में संलग्न हो सकते हैं और वास्तविक लाभ कमा सकते हैं, लेकिन आपको इसे इस तरह से व्यवहार करना चाहिए। फॉरेक्स ट्रेडिंग को एक गेट-रिच-ओवरनाइट व्यवसाय के रूप में न देखें, चाहे आप हाइप-अप फॉरेक्स ट्रेडिंग गाइड में पढ़ सकते हैं।

विनिमय दरें अस्थिर हैं और अप्रत्याशित रूप से ऊपर या नीचे जा सकती हैं। जब कमीशन दलालों के लिए लेन-देन से लेन-देन होता है, तो पैसा बनाने के लिए व्यापारी के पक्ष में विनिमय दरों में महत्वपूर्ण बदलाव की आवश्यकता होती है। उच्च लाभ संभव है, लेकिन यह ऐसा बाजार नहीं है जहां किसी को भी त्वरित और आसान नकदी की उम्मीद करनी चाहिए।

क्या एक घोटाले बनाता है?

विदेशी मुद्रा व्यापार पहली बार 1990 के दशक के अंत में खुदरा व्यापारियों के लिए उपलब्ध हो गया था। घोटाले के दलालों से बचना पहले कुछ वर्षों में रातोंरात दलालों के साथ सूखा पड़ा था जो बिना किसी सूचना के पॉप अप करने और फिर दुकान बंद करने के लिए लग रहे थे।

आम भाजक यह था कि ये दलाल गैर-पंजीकृत देशों में आधारित थे। जबकि कुछ संयुक्त राज्य घोटाले के दलालों से बचना अमेरिका में हुए थे, बहुसंख्यक विदेशों में उत्पन्न हुए थे, जहां ब्रोकरेज स्थापित करने की एकमात्र आवश्यकता कुछ हजार डॉलर की फीस थी।

एक खराब-संचालित दलाली के बीच एक अलग अंतर मौजूद है, जो जरूरी नहीं कि एक घोटाला है, और एक धोखाधड़ी है। यहां तक ​​कि खराब रनिंग ब्रोकरेज खेल से बाहर ले जाने से पहले लंबे समय तक चला सकते हैं।

घोटाले के निवेशकों के कुछ सामान्य उदाहरणों में मंथन और दलालों को शामिल करना चाहिए जो केवल जोखिम को कम करते हैं। मंथन में ऐसे दलाल शामिल हैं जो कमीशन बनाने के एकमात्र उद्देश्य के लिए अनावश्यक ट्रेडों को निष्पादित करते हैं।

इसके अतिरिक्त, कुछ दलाल अक्सर विदेशी मुद्रा बाजार के माध्यम से जल्दी और आसानी से बहुत सारे पैसे बनाने के लिए निवेशकों की क्षमता को कम कर देते हैं। वे आम तौर पर नए निवेशकों का शिकार करते हैं जो यह नहीं समझते कि विदेशी मुद्रा व्यापार वह है जो शून्य-राशि के खेल के रूप में जाना जाता है। जब किसी मुद्रा का दूसरी मुद्रा के विरुद्ध मूल्य मजबूत होता है, घोटाले के दलालों से बचना तो दूसरी मुद्रा को आनुपातिक रूप से कमजोर होना चाहिए।

स्कैम होने से कैसे बचें

पहला कदम ब्रोकरेज के मुख्यालय के स्थान की जांच करना और शोध करना है कि यह व्यापार में कितना समय रहा है और उन्हें कहां विनियमित किया गया है। अधिक बेहतर।

यदि आपको लगता है कि आपको घोटाला किया जा रहा है, तो अमेरिकी कमोडिटी फ्यूचर्स ट्रेडिंग कमीशन से संपर्क करें।

दलाली के साथ निवेश करने से पहले, यह पता लगाने का सरल कार्य कि आपको किसे कॉल करना चाहिए, यदि आपको लगता है कि आपको घोटाला किया गया है, तो आप सड़क पर बहुत सारे संभावित दिल का दर्द बचा सकते हैं। यदि आप किसी को कॉल करने के लिए नहीं पा सकते हैं क्योंकि ब्रोकरेज एक गैर-विनियमित क्षेत्राधिकार में स्थित है, तो यह आमतौर पर एक लाल झंडा और एक संकेत है जो अधिक विनियमित विकल्प खोजने के लिए सबसे अच्छा है।

AHMEDABAD : जमीन दिलाने के नाम पर दलाल ने बुजुर्ग के साथ की ३८ लाख की धोखाधड़ी

एक जमीन दलाल और उनके छह साथीदारों ने नकली जमीन बचने वाले और फर्जी राजस्व अॉफिसर का उपयोग करके ३८ लाख रुपये की धोखाधड़ी किए जाने की शिकायत ओढव मं रहते ७२ वर्षीय स्टील के उत्पादक ने पुलिस के समक्ष दर्ज कराई थी । २००९ की डील के लिए फर्जी उप-रजिस्ट्रार अॉफिस भी बनाई जाने की बात घोटाले के दलालों से बचना उसने बताई । पीड़ित कमताप्रसाद चौधरी ने खुद यह घोटाले की जांच की और ओढव पुलिस का संपर्क किया इसके करीब १३ वर्ष बाद रविवार को शिकायत दर्ज की थी ।
ओढव के विजयपार्क मं रहते चौधरी ने अपनी शिकायत मं मुख्य आरोपी बाबू देसाई उनको लंब समय से पहचानते होने का उल्लेख किया । देसाई भी ओढव के निवासी है । अप्रैल, २००९ मं देसाई ने चौधरी को अहमदाबाद जिले के दसक्रोई तहसील के भरकुंडा गांव मं करीब १३ बीघा जमीन मामले मं बताया था । यह जमीन राजी ठाकोर नाम की विधवा महिला की मालिकी की थी । राजी ठाकोर के पति का निधन २००१ मं और उनकी सास का निधन २००९ मं हुई होने का देसाई ने चौधरी को कहा था ।
देसाई ने जमीन की कीमत करीब र्सिफ ३० लाख रुपये होने का कहा था । चौधरी को कीमत कम लगने पर वह जमीन खरीदने के लिए तैयार हुए थे । देसाई और उनके साथियों ने उनका संपर्क राजी ठाकोर के साथ कराया था और सौदा निश्चित हुआ । चौधरी के बताये अनुसार, महिला ढोंगी थी, चौधरी ने शिकायत मं कहा था कि, देसाई उनको सरसपुर मं एक जगह पर ले गया था और वह उप-रजिस्ट्रार की अॉफिस होने का कहा था । वहां पांच गवाहों की मौजूदगी मं बिक्री दस्तावेज पर हस्ताक्षर किया गया था । शिकायत के अनुसार, देसाई ने तलाटी के तौर पर एक व्यक्ति के साथ परिचय कराया और चौधरी को कहा था कि यह व्यक्ति जमीन जमीन की मालिकी की रजिस्ट्रेशन कराने मं मदद करेगा ।
चौधरी ने मई और जून २००९ के बीच जमीन के लिए ३० लाख रुपया और स्टैम्प ड्‌यूटी, नोटरी फीस तथा ब्रोकर के कमिशन के लिए ८ लाख चुकाया था । जबकि चौधरी ने जमीन के रजिस्ट्रेशन कराने के लिए जिला कलेक्टर का संपर्क किया तब उन्होंनेे आपत्ति दर्ज करायी थी । वह असली राजी ठाकोर थे ।

Bangladesh

भीषण हादसा : बांग्लादेश में रेल फाटक के पास ट्रेन से टकराई बस, 12 की मौत, छह घायल

ढाका। बांग्लादेश घोटाले के दलालों से बचना में शनिवार को एक रेलवे फाटक पर एक ट्रेन ने बस में टक्कर मार दी। इस घटना में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। मीडिया में आई खबरों से यह जानकारी मिली है। बांग्लादेशी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना जॉयपुरहाट जिले में पुरानापोइल … Read more

बांग्लादेश हमारी नेबरहुड फर्स्ट नीति का एक प्रमुख स्तंभ : PM मोदी

नई दिल्‍ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने वर्चुअल शिखर समिट में हिस्सा लिया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विजय दिवस के तुरंत बाद आज की हमारी मुलाकात विशेष महत्व रखती है। एंटी-लिबरेशन ताकतों पर बांग्लादेश की ऐतिहासिक जीत को आपके साथ विजय दिवस के रूप में मनाना हमारे … Read more

जनवरी में बांग्लादेश का दौरा करेगी वेस्टइंडीज

ढाका। बंगलादेश और वेस्टइंडीज के बीच अगले साल जनवरी में तीन वनडे और दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जाएगी। क्रिकेट वेस्टइंडीज छोटा दौरा करना चाहती थी इसलिए दोनों देशों के बोर्ड ने टी-20 सीरीज को हटाने का फैसला किया। दोनों टीमों के बीच वनडे सीरीज 20 जनवरी से शुरू होगी जिसका पहला और दूसरा … Read more

बांग्लादेश ने 1600 रोहिंग्या शरणार्थियों को एक अलग सुदूर द्वीप भेजा

ढाका । बांग्लादेश ने मानवाधिकार संगठनों के ऐतराज के बावजूद शुक्रवार को 1600 रोहिंग्याओं के पहले समूह को ‘बेहतर रहन-सहन’ के लिए एक सुदूर द्वीप पर भेज दिया। इन संगठनों का ऐतराज इस द्वीप के चक्रवात और जलवायु परिवर्तन की चपेट में आने घोटाले के दलालों से बचना की आशंका पर आधारित है। रोहिंग्या म्यामांर के जातीय अल्पसंख्यक समुदाय हैं … Read more

फेसबुक पर फैली अफवाह के बाद से बांग्लादेश में हिन्‍दू आए निशाने पर, कई घरों में लगाई आग

ढाका। बांग्लादेश (Bangladesh) में चरमपंथियों ने फेसबुक (Facebook) पर इस्‍लाम के बारे में नकारात्मक टिप्पणी किए जाने की अफवाह के चलते यहां रह रहे हिन्‍दुओं को अपने निशाने पर (the target of Hindu) ले लिया है। कोमिला जिले में इस्‍लामिक कट्टरपंथियों की उग्र भीड़ ने हिंदू समुदाय के कई घरों में लूटपाट करने के बाद … Read more

बांग्लादेश: कट्टरपंथियों ने हिंदुओं के कई घरों में लगाई आग

ढाका। बांग्लादेश में कट्टरपंथियों की भीड़ ने फ्रांस का समर्थन करने पर कोमिला में हिंदू समुदाय के कई लोगों के घरों में तोड़फोड़ करने के बाद आग लगा दी। इन लोगों का आरोप है घोटाले के दलालों से बचना कि एक स्थानीय हिंदू ने फेसबुक पर फ्रांस का विरोध करने वाले एक पोस्ट को लेकर कथित तौर पर नकारात्मक टिप्पणी … Read more

बांग्लादेश में तीन बार कोरोना से संक्रमित हुआ एक डॉक्टर

ढाका । बांग्लादेश (Bangladesh) में एक डॉक्टर (doctor) पिछले छह महीनों के दौरान तीन बार कोविड-19 ( corona) से संक्रमित हुआ है। इस खबर से वैज्ञानिक भी हैरान हैं और वह इस तरह की संभावना से इनकार कर रहे हैं। डॉक्टर दास पहली बार अप्रैल में कोरोना से संक्रमित पाए गए थे। इसके बाद काम … Read more

बांग्लादेश में फ्रांसीसी सामानों का बहिष्कार

– डॉ. रमेश ठाकुर बांग्लादेश में फ्रांसीसी सामानों का बहिष्कार। पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश की सड़कों पर बीते दो दिनों से हाय-हाय के नारे गूँज रहे हैं। विरोध के नारे अंदरूनी किसी मसले को लेकर नहीं, बल्कि फ्रांस घोटाले के दलालों से बचना के राष्ट्रपति के खिलाफ लोग आक्रोशित होकर लगा रहे हैं। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैको के इस्लाम पर … Read more

पैगंबर घोटाले के दलालों से बचना मोहम्मद कार्टून विवादः बांग्लादेश में भारी भीड़ उमड़ी, मैक्रों को इस्लाम का दुश्मन बताया

ढाका। फ्रांस में पैगंबर मोहम्मद के कार्टून छपने के बाद से शुरू हुआ तूफान खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के कार्टून प्रकाशित करने के फैसले का बचाव किया था जिसे लेकर मुस्लिम दुनिया से तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। बांग्लादेश में फ्रांस के खिलाफ हजारों … Read more

फ्रांस में कट्टरपंथियों पर कार्रवाई शुरू की, मुस्‍लिम देश विरोध में आए

पेरिस । फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (French President Emmanuel Macron) द्वारा इस्लामी आतंकवाद (Islamic terrorism) को लेकर दिए बयान के बाद कई मुस्लिम देशों (Muslim countries) ने फ्रांस (France) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सऊदी अरब, कुवैत, जॉर्डन और कतर में फ्रांसीसी उत्पादों का बहिष्कार शुरू हो गया है। जबकि पाकिस्तान और बांग्लादेश में … Read more

एनएसयूआई ने किया विश्वविद्यालय का घेराव

कुलपति के खिलाफ की गई नारेबाजी, फूंका पुतला

शहडोल। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ने सोमवार को पं. शंभूनाथ शुक्ला विश्वविद्यालय में सहायक प्राध्यापक
भर्ती प्रक्रिया को गलत बताते हुए विश्वविद्यालय का घेराव किया। एनएसयूआई ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए
युनिवर्सिटी का घेराव कर गेट पर जमकर नारेबाजी की। पंडित एसएन शुक्ला विश्वविद्यालय में हाल ही में 24

सहायक प्राध्यापकों की भर्ती की गई है, जिसमें भ्रष्टाचार और घोटाले के आरोप लगेे हैं। भर्ती प्रक्रिया पर विभिन्न
संगठन तथा आवेदक सवाल उठाते चले आ रहे हैं। सोमवार को भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ने विश्वविद्यालय का
घेराव किया और कुलपति के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए पुतला फूंका।
एनएसयूआई के नेताओं ने कहा कि यूनिवर्सिटी में सहायक प्राध्यापकों की भर्ती में घोटाला किया गया है। इन भर्तियों
को निरस्त करने की इन्होंने मांग की है, उल्लेखनीय है कि इसके पहले समस्त स्थाई प्राध्यापक संघर्ष मोर्चा तथा
अतिथि विद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा के द्वारा आरोप लगाया गया है कि भर्ती प्रक्रिया में रोस्टर का पालन
नहीं किया गया और कुलपति ने अपने चहेतों को बिना स्क्रीनिंग प्रक्रिया का पालन किए हुए भर्ती कर लिया है। इसी
तरह की मांग को लेकर एनएसयूआई ने भी अपनी आवाज बुलंद की।
एनएसयूआई ने आरोप लगाया कि भर्ती प्रक्रिया में जमकर अनियमितता और भ्रष्टाचार किया गया है। एनएसयूआई
के जिलाध्यक्ष विक्रम सिंह के नेतृत्व में तथा जिला समन्वयक आशीष तिवारी की अगुवाई में विश्वविद्यालय का
घेराव किया गया। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन में पंडित एस.एन. शुक्ला विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ
आवाज उठाते हुए कहा कि न केवल भर्ती घोटाला हुआ है बल्कि परीक्षा परिणाम में भी छात्रों के साथ अन्याय किया
गया।
प्राध्यापक भर्ती के मुद्दे को लेकर एक घंटे तक एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय के गेट पर जमकर
हंगामा किया। इस दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा और यूनिवर्सिटी के अंदर किसी को भी घुसने नहीं दिया गया।
गेट पर ही नारेबाजी और कुलपति का पुतला जलाया, इस दौरान एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष के अलावा पूर्व जिला
अध्यक्ष सुमित गुप्ता, जिला समन्वयक आशीष तिवारी, सौरभ तिवारी, मयंक सिंह, आशीष द्विवेदी, शुभम सोंधिया,
प्रमोद पटेल, सिमरन कौर, ऋषभ द्विवेदी, अमन मिश्रा, शुभम सिंह, सत्यम, आकाश सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता
मौजूद रहे।

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