ईथर क्या है?

ईथर का सूत्र क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंसममित ईथर – जब ऑक्सीज़न परमाणु के दोनों ओर कार्बन परमाणु समान हो तथा एल्किल समूह भी समान हो तो एसे ईथर , सममित ईथर कहलाते हैं। जैसे-CH3-O-CH3 एक सममित ईथर है। 2। असममित ईथर – जब ऑक्सीज़न परमाणु के दोनों ओर एल्किल समूह असमान हो तो एसे ईथर , असममित ईथर कहलाते हैं।
Ether जल में Aviley क्यों होते हैं?
इसे सुनेंरोकेंक्योंकि ऐल्किल समूह के बड़े आकार के कारण ईथर में ऑक्सीजन परमाणु जल के साथ हाइड्रोजन आबन्ध नहीं बना पाता है।
क्या होता है जब ईथर HCl से क्रिया करता है?
इसे सुनेंरोकेंऐल्कोहॉल सांद्र HCl और ZnCl, (ल्यूकास अभिकर्मक) के साथ अभिक्रिया से कार्बधनायन बनाती है। कार्बधनायन जितना स्थायी होता है अभिक्रिया उतनी ही द्रुत होती है।
ईथर की प्रकृति क्या है?
इसे सुनेंरोकेंवह यौगिक जिनमें दो एल्किल अथवा ऐरिल समूह के मध्य एक ऑक्सीजन परमाणु उपस्थित होता है। उस यौगिक को ईथर (ether in ईथर क्या है? Hindi) कहते हैं। ईथर का सामान्य सूत्र R—O—R’ होता है। यदि ऑक्सीजन परमाणु से जुड़े दोनों एल्किल अथवा ऐरिल समूह एकसमान होते हैं तो उन्हें सममित ईथर कहते हैं।
क्या ईथर जल में अघुलनशील है?
इसे सुनेंरोकेंईथर पानी के साथ अंशत: मिश्र्य है और इसका 12 प्रतिशत के लगभग पानी में घुल जाता है। ईथर में भी पानी थोड़ा विलेय है।
फिनॉल में Oh कौन सा निर्देशक प्रभाव उत्पन्न करता है?
इसे सुनेंरोकेंइसका अणु फिनाइल समूह (−C6H5) और हाइड्रॉक्सिल समूह (−OH) के आबन्धन से बना होता है। यह अल्प मात्रा में अम्लीय होता है तथा इसे सावधानीपूर्वक काम में लेना पड़ता है क्योंकि इससे रासायनिक जलन पैदा हो सकती है। फिनॉल एक महत्वपूर्न रासायनिक यौगिक है जिसके द्वारा अन्य अनेकों पदार्थ या यौगिक बनाए जाते हैं।
प्र07 क फीनॉक्साइड आयन का स्थायित्व फीनॉल से अधिक क्यों है?
इसे सुनेंरोकेंफीनॉल में से प्रोटॉन के निकलने से प्राप्त हुआ फीनॉक्साइड आयन अनुनाद द्वारा स्थायित्व प्राप्त कर लेता है जबकि एथेनॉल में से प्रोटॉन के निकलने से प्राप्त एथॉक्साइड आयन, —C₂H₅ समूह के ‘+I’ प्रभाव के कारण अस्थायी होता है। इसलिए फीनॉल ऐथेनॉल से प्रबल अम्ल होती है।
डाई एथिल ईथर का सूत्र क्या होता है?
(C2H5)2Oडाइएथिल ईथर / सूत्र
आप ताज ईथर से क्या मतलब है?
इसे सुनेंरोकेंशब्दकोश में मुकुट ऐथर की परिभाषा एक प्रकार का चक्रीय ईथर है जिसमें कार्बन और ऑक्सीजन परमाणुओं की अंगूठी होती है, जिसमें प्रत्येक ऑक्सीजन परमाणु के बीच दो या दो से अधिक कार्बन परमाणु होते हैं।
आकाश तत्व को कैसे बढ़ाएं?
इसे सुनेंरोकेंजब स्थूल सृष्टि की रचना होती है तब यह सबसे पहले शक्ति से उत्पन्न होता है और महाप्रलय के समय ही जब समस्त सृष्टि का अंत होता है तब यह शक्ति में ही विलीन हो जाता है। आकाश तत्व का सूक्ष्म विषय ”शब्द” है यानि ”शब्द” के माध्यम से ही आकाश तथा आकाश तत्व प्रधान वस्तुओं की जानकारी प्राप्त होती है।
आकाश का गुण क्या है?
इसे सुनेंरोकेंइनका अपना गुण गंध है, बाकी ऊपर के चारों गुण उनके पास हैं। हम सब पंचभूत निर्मित हैं, सो शब्द, स्पर्श, ताप, रस और गंध आपूरित हैं। लेकिन शब्द गुण आकाशी हैं। आकाश सब तरफ से आवृत्त करते हैं- ऊपर-नीचे, दाएं-बाएं, भीतर-बाहर।
आकाश का गुरु कौन है?
इसे सुनेंरोकेंआकाश तत्व के अधिपति ग्रह गुरु व देवता ब्रह्मा हैं।
आकाश वर्ष क्या है?
इसे सुनेंरोकेंआकाश – विकिपीडिया विकिपीडिया पर नारीवाद एवं लोककथाओं पर लेखन प्रतियोगिता, 2022 का आयोजन किया जा रहा है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित यह लेखन प्रतियोगिता 1 फ़रवरी से 31 मार्च तक चलेगी।
ईथर क्या है?
ईथर सलफ्यूरिकस (जिस नाम से यह चिकित्सा के क्षेत्र में विख्यात है) एथिल एल्कोहल और सलफ्यूरिक अम्ल के योग से बनाया जाता है। एथिल और ईथर दोनों ही शब्द लैटिन ईथर अथवा यूनानी एथीन शब्दों से निकले हैं, जिनका अर्थ ज्वलन या जलाना है। यह कहना कठिन है कि सबसे पहले ईथर किसने तैयार किया। 13 वीं शती का रसायनज्ञ, रेमंड लली, इसके बनाने की विधि से परिचित था। बाद को बेसिल वैलेंटाइन और वेलेरियस कॉर्डस के लेखों में भी ईथर और उसके गुणधर्मो का उल्लेख पाया जाता है। पर ईथर नाम इस द्रव्य को बाद में ही मिला। वस्तुत: 1730 ई. में जर्मनी के फ्रोबेन ने इसको ईथरियस स्पिरिटस नाम दिया।
रसायनशास्त्र की वर्तमान शब्दावली में उस वर्ग के समस्त यौगिकों को ईथर कहा जाता है जो पानी के अणु के दोनों हाइड्रोजनों को ऐलकिल मूलकों द्वारा प्रतिस्थापित करके बनते हैं। पानी के अणु का यदि एक ही हाइड्रोजन ऐलकिल मूलक द्वारा प्रतिस्थापित हो तो ऐलकोहल वर्ग के यौगिक बनते हैं
यहाँ (R) का अर्थ कोई ऐलकिल मूलक, जैसे (CH3) (C2H5),(C3H7), इत्यादि। इस रचना के अनुसार हम ईथरों को डाइऐलकिल आक्साइड भी कह सकते हैं। यदि किसी ईथर के अणु में दोनों ऐलकिल मूलक एक ही हों, अर्थात (R-R), तो इन्हें सरल ईथर कहा जाता है, पर यदि दोनों मूलक भिन्न भिन्न हो तो इन्हें मिश्रित ईथर कहते हैं। कुछ सरल ईथरों के क्वथनांक नीचे दिए जाते हैं-
ईथर सूत्र क्वथनांक
हमारा साधारण प्रचलित ईथर द्विएथिल ईथर है और यह एथिल ऐलकोहल और सलफ्यूरिक अम्ल के योग से तैयार किया जाता है। प्रसिद्ध रसायनज्ञ विलियमसन ने सर्वप्रथम उन सब अभिक्रियाओं का विस्तृत अध्ययन किया जिनके द्वारा ऐलकोहल ईथर में परिणत हो जाता है। पहले तो ऐलकोहल सल्फ्यूरिक अम्ल से संयुक्त होकर एथिल हाइड्रोजन सलफेट बनाता है-
(एथिल हाइड्रोजन सलफेट)
यह एथिल हाइड्रोजन सलफेट ऐलकोहल के दूसरे अणु से संयुक्त होकर ईथर देता है और सलफ्यूरिक अम्ल फिर मुक्त हो जाता है-
इस प्रकार अभिक्रिया दो पदों में समाप्त होती है। ऐलकोहल में जब सांद्र सलफ्यूरिक अम्ल मिलाया जाता है तो उष्मा उत्पन्न होती है और मिश्रण गरम हो उठता है। बाहर से गरम करके ताप और ऊँचा किया जाता है और ऐसा करने पर ईथर का आसवन आरंभ होता है। साथ ही साथ भभके में ऐलकोहल की धार सतत पड़ती जाती है। उष्मा इस प्रकार नियमित रखते हैं कि ताप 130° सें. के निकट स्थायी बना रहे। जब सलफ्यूरिक अम्ल के आयतन का पाँच गुना ऐलकोहल क्रिया कर चुकता है, तो ताप राप 141° सें. तक बढ़ा देते हैं। इस प्रकार जो ईथर मिलता है उसमें कुछ ऐलकोहल, कुछ सलफ्यूरिक अम्ल और कुछ पानी भी मिला होता है। कैलसियम क्लोराइड मिलाकर पानी अलग कर दिया जाता है और दो तीन बार पुन: आसवन करके शुद्ध ईथर प््त कर लिया जाता है।
ईथर (द्वि-एथिल ईथर) निरंग, पारदर्शक, वाष्पशील द्रव है, इसका वर्तनांक भी काफी ऊँचा है। इसमें एक विशिष्ट गंध होती है। इसके वाष्पों को अधिक देर तक सूँघा जाए तो निश्चेतना या ईथर क्या है? मूर्छा आ जाती है। यदि शरीर के किसी अंग पर ईथर डाला जाए तो वह शीघ्र उड़ जाता है और ठंडक प्रतीत होती है। इसका स्वाद आरंभ में तो जलता सा पर बाद में ठंडा सा प्रतीत होता है। 15.5° सें. ताप पर इसका आपेक्षिक घनत्व 0.72 है, अर्थात् यह पानी से हलका है। 34.6° पर यह उबलता है और हवा इसकी भाप से ढाई गुना भारी होती है। यदि द्रव को-129° सें. तक ठंडा किया जाए तो यह जमकर हिम बन जाता है। ईथर पानी के साथ अंशत: मिश्र्य है और इसका 12 प्रतिशत के लगभग पानी में घुल जाता है। ईथर में भी ईथर क्या है? पानी थोड़ा विलेय है। ईथर बहुत अधिक ज्वलनशील है। इसका वाष्प तत्काल आग पकड़ लेता है, अत: इसे आग से दूर रखना चाहिए। जब यह जलता है तो इसकी ज्वाला पीत श्वेत रंग की होती है। भारतवर्ष की ग्रीष्मऋतु के ताप पर यह उड़ जाता है, अत: इसे शीत कमरों में रखना आवश्यक है।
वसा, मज्जा और तेलों के घोलने के लिए ईथर बहुत ही अच्छा विलायक है और इस गुण के कारण ईथर का उपयोग रसायनशालाओं में विलायक के रूप में बहुत किया जाता है। तेलहनों की खली को यदि ईथर द्वारा क्षुब्ध किया जाए, तो खली का समस्त तेल ईथर में घुल जाएगा, और आसवन करके ईथर और तेल अलग किए जा सकेंगे। ईथर में आयोडीन, गंधक, फासफरस एवं स्ट्रिकनिन आदि ऐलकलायड भी विलेय हैं।
ईथर का उपयोग हिममिश्रण तैयार करने में भी किया जाता है। ठोस कार्बन डाइआक्साइड और ईथर के मिश्रण द्वारा अति नीचा ताप उपलब्ध हो सकता है।
यदि मनुष्य अथवा पशुओं को ईथर का सेवन कराया जाए, तो आरंभ में तो मादक उत्तेजना प्रतीत होती है पर थोड़ी देर में ही तंद्रा आने लगती है और शनै:शनै: चेतना सुप्त होने लगती है। इस गुण के कारण शल्यचिकित्सा के प्रारंभिक युग में ईथर का उपयोग संवेदनाहारी या निश्चेतक के रूप में किया जाने लगा था। बाद में यह पता चला कि इस कार्य के लिए क्लोरोफार्म अधिक उपयोगी है। सन् 1795 में डाक्टर पियरसन ने ईथर वाष्पों का प्रयोग दमा के रोगों के कष्टनिवारण में किया। ईथर द्वारा निश्चेतना उत्पन्न की जा सकती है, इस संबंध में ऐतिहासिक प्रयोग गॉडविन (1822), मिचेल (1832),जैक्सन (1833) एवं वुड और बेच (1834) के हैं। डाक्टर मॉर्टन ने 1846में पहली बार ईथर का प्रयोग दाँत निकालने में किया। इस प्रयोग की सफलता का समाचार लंदन में 17 दिसंबर, 1846 को पहुँचा और 22 दिसंबर को डॉ. रॉबिन्सन और लिस्टन ने शल्यकर्म में ईथर के प्रयोग को दोहराया। एक वर्ष तक शल्यकर्म में ईथर के उपयोग की धूम रही। इसके बाद ही एडिनबरा के सर जे.वाइ. सिंपसन ने क्लोरोफार्म में ईथर से भी अच्छे निश्चेतक गुणों का अनुभव किया। [1]
ईथर क्या है?
Please Enter a Question First
ऑक्ससीजन युक्त क्रियात्मक समूह वाले योगिक ( भाग -1 )
ईथर क्या होते हैं ? समझाइए। .
Updated On: 27-06-2022
UPLOAD PHOTO AND GET THE ANSWER NOW!
Solution : ऐसे यौगिक जिनमें दो समान या असमान ऐल्किल समूहों के मध्य एक ऑक्सीजन परमाणु विद्यमान होता है, ईथर कहलाते हैं।
उदाहरण-`CH_(3)-O-CH_(3), C_(2)H_(5)OCH_(3)` आदि।
ईथर (ETH) क्या है?
कुछ इथेरियम खरीदना चाहते हैं? इथेरियम और ETH को मिलाना आम है। इथेरियम ब्लॉकचेन है और ETH इथेरियम की प्राथमिक संपत्ति है। ETH वह है, जिसे आप शायद खरीदना चाहें। इथेरियम के बारे में अधिक जानकारी .
ETH के बारे में क्या अनोखा है?
इथेरियम पर कई क्रिप्टोकरेंसी ईथर क्या है? और बहुत सारे अन्य टोकन हैं, लेकिन कुछ चीजें हैं, जो केवल ETH से ही कर सकते हैं।
ETH, इथेरियम को मज़बूती देता है और सुरक्षित करता है
ETH इथेरियम की जीवनदायिनी है। जब आप ETH भेजते हैं या इथेरियम एप्लिकेशन का उपयोग करते हैं, तो इथेरियम नेटवर्क का उपयोग करने के लिए आपको ETH में शुल्क देना होगा। यह शुल्क ब्लॉक निर्माता के लिए प्रोत्साहन है, जो उन्हें आपके काम को संसाधित और सत्यापित करने के लिए दिया जाता है।
वैलिडेटर एथेरियम के रिकॉर्ड-कीपरों की तरह हैं — वे जांचते हैं और साबित करते हैं कि कोई भी धोखा नहीं दे रहा है। उन्हें लेनदेन के एक ब्लॉक का प्रस्ताव करने के लिए यादृच्छिक रूप से चुना जाता है। इस काम को करने वाले सत्यापनकर्ता को नए-जारी किए गए ETH की छोटी मात्रा के साथ पुरस्कृत भी किया जाता है।
वैलिडेटर काम करते हैं, और जो पूंजी वे दांव पर लगाते है ं, इस वजह एथेरियम सुरक्षित और केंद्रीकृत नियंत्रण से मुक्त रहता है। ETH, इथेरियम को मज़बूती प्रदान करता है .
जब आप अपने ETH को दांव पर लगाते हैं, तो आप एथेरियम को सुरक्षित करने और पुरस्कार अर्जित करने में मदद करते हैं। इस प्रणाली में, ETH खोने का खतरा हमलावरों को रोकता है। स्टेकिंग के बारे में अधिक जानकारी
इथेरियम क्या है?
यदि आप इथेरियम के बारे ईथर क्या है? में अधिक जानना चाहते हैं, तो ETH के पीछे की तकनीक, हमारा परिचय देखें।
ETH इथेरियम वित्तीय प्रणाली को मज़बूत बनाता है
भुगतान से संतुष्ट नहीं हैं, इथेरियम समुदाय एक संपूर्ण वित्तीय प्रणाली का निर्माण कर रहा है, जो पीयर-टू-पीयर और सभी के लिए सुलभ है।
इथेरियम पर पूरी तरह से अलग क्रिप्टोक्यूरेंसी टोकन जनरेट करने के लिए आप ETH को संपार्श्विक के रूप में उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा, आप ETH को उधार ले सकते हैं, उधार दे सकते हैं और अन्य ETH समर्थित टोकन पर ब्याज कमा सकते हैं।
DeFi पर अधिक
DeFi इथेरियम पर न िर्मित विकेंद्रीकृत वित्तीय प्रणाली है। यह अवलोकन बताता है कि आप क्या कर सकते हैं।
ETH के लिए उपयोग हर दिन बढ़ता है
इथेरियम प्रोग्राम करने योग्य है, इसलिए डेवलपर ETH को अनगिनत तरीकों से आकार दे सकते हैं।
2015 में, आप सभी ETH को एक इथेरियम खाते से दूसरे में भेज सकते थे। यहां पर कुछ चीजें दी गई हैं, जो आप आज कर सकते हैं।
-
– किसी को भुगतान करें या वास्तविक समय में धन प्राप्त करें। – आप बिटकॉइन सहित अन्य टोकन के साथ ETH को ट्रेड कर सकते हैं। – ETH और अन्य इथेरियम-आधारित टोकन पर। – एक स्थिर, कम-अस्थिर मूल्य वाली क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया तक पहुंच।
ETH कहां से प्राप्त करें
आप ETH को एक्सचेंज या वॉलेट से प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन विभिन्न देशों की अलग-अलग नीतियां हैं। उन सेवाओं को देखने के लिए जांचें, जो आपको ETH खरीदने की अनुमति देंगी।
ETH का मूल्य क्यों है?
विभिन्न लोगों के लिए अलग-अलग तरीकों से ETH का मूल्य होता है।
इथेरियम के उपयोगकर्ताओं के लिए, ETH मूल्यवान है क्योंकि यह आपको लेनदेन शुल्क का भुगतान करने देता है।
अन्य इसे मूल्य के डिजिटल स्टोर के रूप में देखते हैं क्योंकि नए ETH का निर्माण समय के साथ धीमा हो जाता है।
हाल ही में, ETH, इथेरियम पर वित्तीय ऐप के उपयोगकर्ताओं के लिए मूल्यवान हो गया है। ऐसा इसलिए है क्योंकि आप क्रिप्टो ऋणों के लिए या भुगतान प्रणाली के रूप में ETH को संपार्श्विक के रूप में उपयोग कर सकते हैं।
बेशक कई इसे बि टकॉइन या अन्य क्रिप्टोकरेंसी के समान निवेश के रूप में भी देखते हैं।