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बिटकॉइन क्या है

बिटकॉइन क्या है
Wazirx, Unocoin, binance जैसी सेवा प्रदाता कंपनियों से आप ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा कर आप आसानी से बिटकॉइन खरीद और बेच सकते हो. इसके लिए आपको इन कंपनी में अपना अकाउंट बनाना होगा जो डिजिटली वेरीफाई होगा, फिर आपके बैंक से लिंक होगा फिर आप इस वॉलेट की मदद से आप बिटकॉइन खरीद और बेच सकते हैं. https://bitcoin.org/en/

बिटकॉइन क्या है

बिटकॉइन क्या है – WHAT IS BITCOIN

Table of Contents

क्रिप्टो करेंसी – crypto currency बिटकॉइन के बारे में जानने से पहले आपको क्रिप्टो करेंसी के बारे में जानना पड़ेगा. क्रिप्टो करेंसी के पहले आपको मुद्रा के बारे में जानना पड़ेगा. पहले के जमाने में सामान, वस्तुओं का लेनदेन वस्तुओं या जानवरों के द्वारा होता था. समय बदला बिटकॉइन क्या है धीरे-धीरे व्यापार बढ़ने लगा तो देशों के बीच में होने लगा, विश्व स्तर पर पहुंचने लगा तो हर देश की अपनी अपनी मुद्राएं होने लगी. मुद्रा पहले सिक्के में हुआ करती थी फिर उनके देश के करेंसी अलग बनने लगी फिर इसे विश्व में मान्यताएं मिलने लगी. इस प्रकार हर देश के अलग-अलग करंसी बनी जैसे भारत की करेंसी बिटकॉइन क्या है रुपया है. अधिकतर जगह डॉलर चलता है. यूरोप में यूरो चलता है.

BITCOIN क्या है ?

बिटकॉइन एक आभासी मुद्रा (currency) है. आभासी मुद्रा यानी जिस currency को हम छू नहीं सकते और ना ही देख सकते हैं. मुद्रा जैसे पैसा, रुपया, डॉलर को हम छू सकते हैं लेकिन आभासी मुद्रा इसी के विपरीत होती है Cryptocurrency जिसे हम छू नहीं सकते हैं और ना ही देख सकते हैं।

Bitcoin सबसे पहली Cryptocurrency थी जिसकी शुरुआत 3 जनवरी 2009 को हुई थी. कहा जाता है इसके संस्थापक सोतशी नाकामोतो (Satoshi Nakamoto) हैं। इसके अलावा और भी अन्य सारी Cryptocurrency है – रेड कॉइन, सिया कॉइन, एसवाईएस कॉइन (सिस्कोइन), वॉइस कॉइन आदि।

बिटकॉइन ट्रेडिंग डिजिटल वॉलेट (Digital wallet) के जरिए होती है. … दुनियाभर की गतिविधियों के हिसाब से बिटकॉइन की कीमत घटती बढ़ती रहती है. पूरी तरीके से डिजिटली कंट्रोल (Digitally controlled currency) होने वाली करंसी है. बिटकॉइन ट्रेडिंग का कोई निर्धारित समय नहीं होता है.

बिटकोइन को कैसे खरीदे?

बिटकॉइन खरीदने के नियम है.इसे एक उचित माध्यम से ही ख़रीदा और बेचा जा सकता है.

  • इसके लिए सामान्य बैंकिंग नियम के अनुसार परिचय पत्र ID प्रूफ होना अनिवार्य है.
  • आपका किसी भी पारंपरिक बैंक में खाता होना अनिवार्य है.
  • बिटकॉइन क्या है बिटकॉइन क्या है
  • आपके पास पेन कार्ड होना अनिवार्य है.
  • बिट कोइन को आप ऑनलाइन खरीद बेच सकते है.

बिटकॉइन वास्तव में एक माइनिंग की प्रक्रिया को कहते है जैसे खदानों से सोना, चांदी, खनिज, कोयला निकला जाता है वैसे ही बिटकॉइन को उच्च गड़ना वाले कंप्यूटर से संचालित किया जाता है.

बिटकॉइन की लोकप्रियता

सन 2011 में बिटकॉइन की लोकप्रियता बढ़ने लगी थी। लोग धीरे-धीरे इसका इस्तेमाल करने लगे थे. चूँकि इस मुद्रा से लोगों का पैसा दिन दुगना रात चोगुना बढ़ रहा था. सरकार या किसी बैंक की इस में दखलअंदाजी नहीं होती. दूसरी प्रतिस्पर्धी कंपनी भी बाजार में आ रही थी औ बिटकोइन का मूल्य बढ़ रहा था.

लेकिन मार्च 2020 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय बिटकॉइन क्या है ने कहा की इस पर कानून बनना चाहिय. अभी आरबीआई ने फिर एक बार कहा था कि वे भारत की ख़ुद की क्रिप्टो करेंसी को लाने और उसके चलन को लेकर विकल्प तलाश रही है. सरकार के भविष्य के फ़ैसले को लेकर एक नज़रिया यह भी बेहद निर्णायक होगा कि भारत में इस मुद्रा का कैसे इस्तेमाल होगा. सरकार ने साफ़ किया है कि वे क्रिप्टो करेंसी को रखने वालों को इसे बेचने के लिए वक़्त देगी. इसका कोई आधिकारिक आंकड़ा नहीं है कि कितने भारतीयों के पास क्रिप्टो करेंसी है या कितने लोग इसमें व्यापार करते हैं लेकिन कई मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि करोड़ों लोग डिजिटल करेंसी में निवेश कर रहे हैं और महामारी के दौरान इसमें बढ़ोतरी हुई है.

बिटकॉइन क्या है? 1 बिटकॉइन कितने रुपए का आता है? क्या है इसका भविष्य

बिटकॉइन क्या है: Digital लेनदेन का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है। कई लेनदेन डिजिटल करेंसी के रूप में भी होता है। इसके साथ ही इन्टरनेट की दुनिया में और अपने आसपास आपने क्रिप्टोकरेंसी के बारे में तो जरुर सुना होगा। कई तरह की क्रिप्टोकरेंसी आज के टाइम में इन्टरनेट पर उपलब्ध है जैसे DogeCoin, BitCoin इत्यादि। ऐसी ही क्रिप्टोकरेंसी की सूची में बिटकॉइन भी एक ऐसी ही करेंसी है। हम आज इस आर्टिकल में इसी करेंसी के बारे में बताने जा रहे है। उम्मीद करते है आपको यह लेख पसंद आएगा।

बाज़ार में कई तरह की क्रिप्टोकरेंसी होती है, यह बिटकॉइन भी कुछ इस तरह की ही एक क्रिप्टोकरेंसी है। बिटकॉइन की जब शुरुआत हुई थी तब इसकी प्राइस इतनी कम थी की आप एक चिप्स के पैकेज की रेट में इसे खरीद सकते थे। आज इस एक बिटकॉइन की रेट उतनी है की उसमे आप आज एक बड़ा और Luxary फ्लैट खरीद सकते है।

BitCoin की कीमत कितनी है?

इस बिटकॉइन की शुरुआत में इसकी कीमत तक़रीबन 50 रूपये थी परन्तु आज के समय में इसकी कीमत तक़रीबन 23,47,739 रूपये के आसपास है। बिटकॉइन की किमत रोजाना बढ़ रही है। वर्तमान में इसकी कीमत तक़रीबन 23 लाख के आसपास थी जो की काफी कम है क्योंकि इससे पहले यह कीमत 50 लाख के आसपास हो चुकी थी।

अगर हम बात करे इस क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य की तो यह भारत मी ही नही बल्कि पूरी दुनिया में लेनदेन का एक जरिया बन चुकी है। इस क्रिप्टो करेंसी की अपनी एक अलग वैल्यू और अपनी एक अलग ही ब्रांड वैल्यू है। इसके साथ ही इस इसका भविष्य भी काफी सुरक्षित है।

भारत ने बिटकॉइन क्या है भी अपनी खुद की क्रिप्टो करेंसी ला रहा है। इसके बाद इस करेंसी का भविष्य क्या हो सकता है इसके बारे में अभी कुछ नही कहा जा सकता है। भारत के अलावा और भी कई देश है जहा पर इस क्रिप्टोकरेंसी को एक लीगल अस्सेस्ट माना जा चूका है।

बिटकॉइन का भारत में भविष्य –

भारत में इसका भविष्य भी फिलहाल तो सुनहरा दिखाई दे रहा है। इस करेंसी में भारत में लोग निवेश करते है। इसके अलावा भारत में इस पर 30 प्रतिशत टैक्स की घोषणा की गई है। अगर कोई इसमें भारत में निवेश करता है तो उसे 30 प्रतिशत तक का टैक्स देना पड़ सकता है फिर चाहे उसे नुकसान हो या लाभ। हालांकि भारत सरकार ने यह भी घोषणा की है की भारत अपनी खुद की करेंसी लाएगा जिसके बाद शायद इसका इस्तेमाल भारत में कम हो जाए।

बिटकॉइन जो की भारत में ही नही बल्कि विश्व में भी काफी महत्वपूर्ण डिजिटल बन चुकी है। अब कई लोगो के मन में यह सवाल आता होगा की इस बिटकॉइन का मालिक कौन है ? आईये जानते है इसके मालिक के बारे में।

इस करेंसी को 2008 में एक सॉफ्टवेर के रूप में Develope किया गया था। इस सॉफ्टवेर को डिजाईन करने का श्रेय सातोशी नाकामोतो को जाता है। ऐसा माना जाता है की वर्तमान में हम जिस सॉफ्टवेर का इस्तेमाल करते है उसका मालिक सातोशी है और इस एक बिटकॉइन 10 करोड़ सातोशी के बराबर है। सातोशी नाकमोतो को ही इस बिटकॉइन का फाउंडर माना जाता है।

बिटकॉइन किस देश की करेंसी है?

Bitcoin किस देश की कंपनी है इसको जानने से पहले हम इस बात के बारे में जान लेते है की BitCoin नेशनल है या इंटरनेशनल है। BitCoin एक इंटरनेशनल डिजिटल करेंसी है जिसका इस्तेमाल डिजिटल करेंसी के रूप में होता है और इस करेंसी की मदद से कई लेनदेन ऑनलाइन होते है।

बिटकॉइन किस देश की कंपनी है, वैसे तो इस करेंसी के फाउंडर जापान देश का है और इस हिसाब से इस करेंसी को भी जापान देश का ही माना जाता है परन्तु बिटकॉइन को किसी भी देश की करेंसी नही माना गया है। यह एह डिजिटल और इंटरनेशनल करेंसी है और इसका इस्तेमाल पूरी दुनिया के साथ भारत में भी होता है।

बिटकॉइन क्या है? | what is bitcoin?

bitcoin

बिटकॉइन (Bitcoin), एक प्रकार की क्रिप्टो करेंसी (cryptocurrency )है | इसे एक वर्चुअल करेंसी या एक डिजिटल करेंसी कहा जाता है, यानि ये एक प्रकार का पैसा है जो पूरी तरह से आभासी है। यह एक ऐसी करेंसी है जिसे कोई नहीं देख सकता यह वर्चुअल रूप में पाई जाती है। इसे इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में सिक्योर करके रखते हैं।

यह ऑनलाइन पैसे की तरह है। आप इसका उपयोग उत्पादों और सेवाओं को खरीदने के लिए कर सकते हैं, लेकिन कई दुकानें अभी तक बिटकॉइन स्वीकार नहीं करती हैं और कुछ देशों ने इसे पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया है।

बिटकॉइन को 2009 में एक गुमनाम डेवलपर या डेवलपर्स के समूह द्वारा बनायीं गई है जिन्हे सातोशी नाकामोटो नाम से जाना जाता है ।

बिटकॉइन (Bitcoin) कैसे काम करता है?

बिटकॉइन नेटवर्क की मूल क्रिप्टोक्यूरेंसी, जिसे बिटकॉइन (बीटीसी) कहा जाता है|

बिटकॉइन एक पीयर-टू-पीयर नेटवर्क पर चलता है जहां उपयोगकर्ता – आम तौर पर ऐसे व्यक्ति या संस्थाएं जो नेटवर्क पर अन्य लोगों के साथ बिटकॉइन का आदान-प्रदान करना चाहते हैं , लेनदेन को लिखने और मान्य करने के लिए बिचौलियों की मदद की आवश्यकता नहीं होती है। उपयोगकर्ता अपने कंप्यूटर को सीधे इस नेटवर्क से कनेक्ट कर सकते हैं और इसमें सार्वजनिक लेज़र को डाउनलोड कर सकते हैं जिसमें सभी ऐतिहासिक बिटकॉइन लेनदेन दर्ज किए जाते हैं।

यह सार्वजनिक खाता “ब्लॉकचैन” नामक एक तकनीक का उपयोग करता है, जिसे “वितरित खाता तकनीक” भी कहा जाता है। ब्लॉकचेन तकनीक वह है जो क्रिप्टोक्यूरेंसी लेनदेन को अपरिवर्तनीय, पारदर्शी तरीके से सत्यापित, संग्रहीत और ऑर्डर करने की अनुमति देती है। एक भुगतान प्रणाली के लिए अपरिवर्तनीयता और पारदर्शिता अत्यंत महत्वपूर्ण प्रमाण-पत्र हैं जो शून्य विश्वास पर निर्भर हैं।

बिटकॉइन का उपयोग कैसे किया जाता है?

बिटकॉइन को शुरू में पीयर-टू-पीयर भुगतान पद्धति के रूप में डिजाइन और जारी किया गया था। हालांकि, इसके बढ़ते मूल्य और अन्य ब्लॉकचेन और क्रिप्टोकरेंसी से प्रतिस्पर्धा के कारण इसके उपयोग के मामले बढ़ रहे हैं।

अपने बिटकॉइन का उपयोग करने के लिए, आपके पास एक क्रिप्टोक्यूरेंसी वॉलेट होना चाहिए। वॉलेट आपके स्वामित्व वाले बिटकॉइन की निजी कुंजी रखते हैं, जिसे लेनदेन करते समय दर्ज करने की आवश्यकता होती है। बिटकॉइन को कई व्यापारियों, खुदरा विक्रेताओं और दुकानों पर माल और सेवाओं के भुगतान के साधन के रूप में स्वीकार किया जाता है।

क्रिप्टोक्यूरेंसी स्वीकार करने वाले स्टोर आमतौर पर एक संकेत प्रदर्शित करते है जो कहता है कि “बिटकॉइन यहां स्वीकार किया जाता है”, लेन-देन को क्यूआर कोड और टचस्क्रीन ऐप के माध्यम से अपेक्षित हार्डवेयर टर्मिनल या वॉलेट पते से नियंत्रित किया जा सकता है। एक ऑनलाइन व्यवसाय इस भुगतान विकल्प को अपने अन्य ऑनलाइन भुगतान विकल्पों में जोड़कर आसानी से बिटकॉइन स्वीकार कर सकता है।

बिटकॉइन की कीमत किसपर निर्धारित रहती है?

बिटकॉइन केंद्रीय बैंक द्वारा जारी नहीं किया जाता है या सरकार द्वारा समर्थित नहीं है; इसलिए, मौद्रिक नीति उपकरण, मुद्रास्फीति दर, और आर्थिक विकास माप जो आमतौर पर मुद्रा के मूल्य को प्रभावित करते हैं, बिटकॉइन पर लागू नहीं होते हैं। बिटकॉइन मूल्य को स्टोर करने के लिए उपयोग की जाने वाली वस्तु के रूप में अधिक कार्य करता है, इसलिए निम्नलिखित कारक इसकी कीमत को प्रभावित करते हैं:

  • बिटकॉइन की आपूर्ति और इसके लिए बाजार की मांग
  • खनन प्रक्रिया के माध्यम से बिटकॉइन बनाने की लागत
  • प्रतिस्पर्धी क्रिप्टोकरेंसी की संख्या
  • इसकी बिक्री और उपयोग को नियंत्रित करने वाले विनियम
  • मीडिया और समाचार

मैं बिटकॉइन की सबसे छोटी राशि क्या खरीद सकता हूं?

बिटकॉइन खरीदने/बेचने के लिए न्यूनतम ऑर्डर आकार 0.00000001 बीटीसी है।

क्या होती है Bitcoin की हार्ड लिमिट, क्यों दुनिया में बस 2.1 करोड़ बिटकॉइन ही बनाए जा सकते हैं, जानते हैं?

क्या होती है Bitcoin की हार्ड लिमिट, क्यों दुनिया में बस 2.1 करोड़ बिटकॉइन ही बनाए जा सकते हैं, जानते हैं?

दुनिया में 21 मिलियन Bitcoin ही माइन किए जा सकते हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

2009 में अस्तित्व में आने के बाद से क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) ने लंबा सफर तय किया है. 2010 में कभी 10,000 बिटकॉइन्स में 2 पिज़्जा खरीदे गए थे और आज बिटकॉइन का मार्केट कैप क्रिप्टो बाजार में सबसे ज्यादा है. इसकी कीमत आज 67,000 डॉलर यानी 54 लाख के ऊपर पहुंच चुकी है. ऐसे में कह सकते हैं कि बिटकॉइन का कायापलट हो चुका है. हालांकि, एक चीज है, जो नहीं बदली है, वो है बिटकॉइन माइनिंग की हार्ड लिमिट.

अब तक कितने बिटकॉइन क्या है बिटकॉइन क्या है बिटकॉइन माइन किए जा चुके हैं?

अब तक 18.78 मिलियन बिटकॉइन माइन किए जा चुके हैं. यानी कि दुनिया में कभी भी जितने भी बिटकॉइन रहेंगे उसका लगभग 83 फीसदी हिस्सा अब तक माइन किया जा चुका है और ये हिस्सा सर्कुलेशन में है. मतलब अब बस लगभग 2 मिलियन बिटकॉइन ही माइनिंग के लिए रह गए हैं.

अगर सबकुछ ऐसा ही रहा तो, एक दशक में 97 फीसदी बिटकॉइन माइन किए जा चुके होंगे. लेकिन बाकी के तीन फीसदी कॉइन अगली एक शताब्दी में माइन हो पाएंगे. इस हिसाब से आखिरी बिटकॉइन सन् 2140 के आसपास माइन किया जाएगा. माइनिंग के धीमा होने के पीछे की वजह एक प्रकिया है, जिसे हाविंग यानी halving कहते हैं. जिस रेट पर बिटकॉइन जेनरेट किए जाते हैं, यह प्रक्रिया उस रेट को हर चार साल पर 50 फीसदी घटा देती है.

इस हार्ड लिमिट से बिटकॉइन को क्या फायदा होता है?

सीधा हिसाब है- जो चीज जितनी कम होगी, उसकी कीमत उतनी ज्यादा होगी. हां कीमत मांग पर निर्भर करती है. चूंकि क्रिप्टो की दुनिया में 21 मिलियन बिटकॉइन ही होंगे, लेकिन दिलचस्पी बढ़ने पर निवेशको की संख्या बढ़ेगी, यानी मांग बढ़ेगी. और मांग बढ़ेगी तो इस क्रिप्टोकरेंसी की कीमत भी बढ़ेगी.

अगर थ्योरी में देखें तो हां यह संभव है. लेकिन इसके लिए बहुत बड़े स्तर पर लोगों की सहमति लेनी होगी. जरूरत होगी कि अधिकतम बिटकॉइन निवेशक अपनी बिटकॉइन की पूंजी की कीमत को कम करने को तैयार हो जाएं, लेकिन ऐसा सोच पाना मुश्किल है कि कोई भी क्रिप्टो में अपने निवेश में ऐसा करके अपना नुकसान कराना चाहेगा.

bitcoin

पिछले कुछ सालों में कैसा रहा है बिटकॉइन का सफर?

अर्थशास्त्री अभी तक इस बात पर स्टडी कर रहे हैं कि हार्ड लिमिट का बिटकॉइन पर क्या असर हुआ है, लेकिन लॉन्च होने के एक दशक बाद तक इसकी कीमतें अप्रत्याशित ढंग से बढ़ी हैं. 2009 में एक ब्लॉक की माइनिंग से 50 बिटकॉइन जेनरेट किए जा बिटकॉइन क्या है सकते थे, लेकिन उस वक्त इसकी कीमत कम थी. एक साल बाद यानी 2010 में एक शख्स ने दो पिज़्जा खरीदने के लिए 10,000 बिटकॉइन चुकाया था.

2012 में यानी कि लॉन्चिंग के चार साल बाद पहली बार ‘halving' की प्रक्रिया हुई, जिसक बाद हर ब्लॉक से 25 बिटकॉइन जेनरेट होने लगे. इससे इस कॉइन की वैल्यू बढ़ी. 2013 के अंत तक इसकी कीमत 200 डॉलर थी. दूसरी 'halving' 2016 में हुई, जब एक ब्लॉक की माइनिंग से 12.5 बिटकॉइन जेनरेट होने लगे. 2020 में अगली 'halving' के बाद एक ब्लॉक से 6.25 बिटकॉइन जेनरेट होने लगे.

पिछले साल के शुरुआती महीनों में बिटकॉइन की कीमत लगभग 10,000 डॉलर थी और यह अप्रैल में 65,000 डॉलर के पार चली गई, जिसके बाद इसने तेज गिरावट देखा. हालांकि अगस्त, 2021 में यह करेंसी फिर से 50,000 के ऊपर के लेवल को छूने में कामयाब रही. इसके बाद अक्टूबर में न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर बिटकॉइन फ्यूचर के तौर पर एक्सचेंज ट्रेडेड फंंड की शुरुआत होने से इसने बीते एक महीने में 65,000 से लेकर 67,000 डॉलर तक का सफर तय कर लिया है. बिटकॉइन की माइनिंग जितनी कठिन हुई है, इसकी कीमतें उतनी ही उछली हैं.

बिटकॉइन (Bitcoin) कैसे काम करता है?

बिटकॉइन नेटवर्क की मूल क्रिप्टोक्यूरेंसी, जिसे बिटकॉइन (बीटीसी) कहा जाता है|

बिटकॉइन एक पीयर-टू-पीयर नेटवर्क पर चलता है जहां उपयोगकर्ता – आम तौर पर ऐसे व्यक्ति या संस्थाएं जो नेटवर्क पर अन्य लोगों के साथ बिटकॉइन का आदान-प्रदान करना चाहते हैं , लेनदेन को लिखने और मान्य करने के लिए बिचौलियों की मदद की आवश्यकता नहीं होती है। उपयोगकर्ता अपने कंप्यूटर को सीधे इस नेटवर्क से कनेक्ट कर सकते हैं और इसमें सार्वजनिक लेज़र को डाउनलोड कर सकते हैं जिसमें सभी ऐतिहासिक बिटकॉइन लेनदेन दर्ज बिटकॉइन क्या है किए जाते हैं।

यह सार्वजनिक खाता “ब्लॉकचैन” नामक एक तकनीक का उपयोग करता है, जिसे “वितरित खाता तकनीक” भी कहा जाता है। ब्लॉकचेन तकनीक वह है जो क्रिप्टोक्यूरेंसी लेनदेन को अपरिवर्तनीय, पारदर्शी तरीके से सत्यापित, संग्रहीत और ऑर्डर करने की अनुमति देती है। एक भुगतान प्रणाली के लिए अपरिवर्तनीयता और पारदर्शिता अत्यंत महत्वपूर्ण प्रमाण-पत्र हैं जो शून्य विश्वास पर निर्भर हैं।

बिटकॉइन का उपयोग कैसे किया जाता है?

बिटकॉइन को शुरू में पीयर-टू-पीयर भुगतान पद्धति के रूप में डिजाइन और जारी किया गया था। हालांकि, इसके बढ़ते मूल्य और अन्य ब्लॉकचेन और क्रिप्टोकरेंसी से प्रतिस्पर्धा के कारण इसके उपयोग के मामले बढ़ रहे हैं।

अपने बिटकॉइन का उपयोग करने के लिए, आपके पास एक क्रिप्टोक्यूरेंसी वॉलेट होना चाहिए। वॉलेट आपके बिटकॉइन क्या है स्वामित्व वाले बिटकॉइन की निजी कुंजी रखते हैं, जिसे लेनदेन करते समय दर्ज करने की आवश्यकता होती है। बिटकॉइन को कई व्यापारियों, खुदरा विक्रेताओं और दुकानों पर माल और सेवाओं के भुगतान के साधन के रूप में स्वीकार किया जाता है।

क्रिप्टोक्यूरेंसी स्वीकार करने वाले स्टोर आमतौर पर एक संकेत प्रदर्शित करते है जो कहता है कि “बिटकॉइन यहां स्वीकार किया जाता है”, लेन-देन को क्यूआर कोड और टचस्क्रीन ऐप के माध्यम से अपेक्षित हार्डवेयर टर्मिनल या वॉलेट पते से नियंत्रित किया जा सकता है। एक ऑनलाइन व्यवसाय इस भुगतान विकल्प को अपने अन्य ऑनलाइन भुगतान विकल्पों में जोड़कर आसानी से बिटकॉइन स्वीकार कर सकता है।

बिटकॉइन की कीमत किसपर निर्धारित रहती है?

बिटकॉइन केंद्रीय बैंक द्वारा जारी नहीं किया जाता है या सरकार द्वारा समर्थित नहीं है; इसलिए, मौद्रिक नीति उपकरण, मुद्रास्फीति दर, और आर्थिक विकास माप जो आमतौर पर मुद्रा के मूल्य को प्रभावित करते हैं, बिटकॉइन क्या है बिटकॉइन पर लागू नहीं होते हैं। बिटकॉइन मूल्य को स्टोर करने के लिए उपयोग की जाने वाली वस्तु के रूप में अधिक कार्य करता है, इसलिए निम्नलिखित कारक इसकी कीमत को प्रभावित करते हैं:

  • बिटकॉइन की आपूर्ति और इसके लिए बाजार की मांग
  • खनन प्रक्रिया के माध्यम से बिटकॉइन बनाने की लागत
  • प्रतिस्पर्धी क्रिप्टोकरेंसी की संख्या
  • इसकी बिक्री और उपयोग को नियंत्रित करने वाले विनियम
  • मीडिया और समाचार

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