फॉरेक्स मार्केट में निवेश कैसे करें

79,000 करोड़ रुपये बढ़ी शीर्ष कंपनियों के निवेशकों की संपत्ति
नई दिल्ली. सेंसेक्स की शीर्ष 10 में से नौ कंपनियो के मार्केट फॉरेक्स मार्केट में निवेश कैसे करें कैप में बीते सप्ताह सामूहिक रूप से 79,798.3 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई. सबसे अधिक लाभ में सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनियां टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और इन्फोसिस रहीं. बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 630.16 अंक या एक प्रतिशत चढ़ा. सेंसेक्स शुक्रवार को अपने नए सर्वकालिक उच्चस्तर 62,293.64 अंक पर बंद हुआ.
अडानी एंटरप्राइजेज को छोड़कर सेंसेक्स की शीर्ष 10 कंपनियों में अन्य सभी लाभ में रहीं. समीक्षाधीन सप्ताह में टीसीएस का बाजार पूंजीकरण 17,215.83 करोड़ रुपये बढ़कर 12,39,997.62 फॉरेक्स मार्केट में निवेश कैसे करें करोड़ रुपये पर पहुंच गया. इन्फोसिस के बाजार मूल्यांकन में 15,946.6 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई और यह 6,86,211.59 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.
अन्य कंपनियों का मार्केट कैप
रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप 13,192.48 करोड़ रुपये बढ़कर 17,70,532.20 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. वहीं, हिंदुस्तान यूनिलीवर का मूल्यांकन 12,535.07 करोड़ रुपये के उछाल के साथ 5,95,997.32 करोड़ रुपये रहा. आईसीआईसीआई बैंक का बाजार पूंजीकरण 6,463.34 करोड़ रुपये बढ़कर 6,48,362.25 करोड़ रुपये पर और भारती एयरटेल का 5,451.97 करोड़ रुपये के उछाल के साथ 4,71,094.46 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की बाजार हैसियत 4,283.81 करोड़ रुपये बढ़कर 5,42,125.54 करोड़ रुपये पर और एचडीएफसी की 2,फॉरेक्स मार्केट में निवेश कैसे करें 674.47 करोड़ रुपये की वृद्धि के साथ 4,87,908.63 करोड़ रुपये रही. एचडीएफसी बैंक का बाजार पूंजीकरण 2,034.73 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी के साथ 9,01,523.93 करोड़ रुपये रहा.
अडानी एंटरप्राइजेज इकलौती घाटे वाली कंपनी
शीर्ष 10 में से कवल अडानी एंटरप्राइजेज का बाजार मूल्याकंन ही नीचे आया. कंपनी का बाजार पूंजीकरण 13,281.01 करोड़ रुपये घटकर 4,44,982.34 करोड़ रुपये रह गया.
रिलायंस शीर्ष पर
बाजार पूंजीकरण के मामले में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम रही. उसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एसबीआई, एचडीएफसी, भारती एयरटेल और अडानी एंटरप्राइजेज का स्थान रहा.
फॉरेक्स रिजर्व बढ़ा
18 नवंबर, 2022 को खत्म हुए फॉरेक्स मार्केट में निवेश कैसे करें सप्ताह में भारत का फॉरेक्स रिजर्व 2.537 अरब डॉलर बढ़कर 547.252 अरब डॉलर पर पहुंच गया. यह लगातार दूसरा हफ्ता था जब इसमें बढ़ोतरी हुई है. आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, 11 नवंबर को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 14.72 अरब डॉलर बढ़कर 544.72 अरब डॉलर पर पहुंच गया था. ह अगस्त 2021 के बाद देश के विदेशी मुद्रा भंडार में समीक्षाधीन सप्ताह में सबसे तेज बढ़ोतरी हुई है.
Crypto Trading : कैसे करते हैं क्रिप्टोकरेंसी में निवेश और कैसे होती है इसकी ट्रेडिंग, समझिए
Crypto Trading : क्रिप्टोकरेंसी ट्रेड ब्लॉकचेन तकनीक पर काम करती है और निवेश को सुरक्षित रखने के लिए एन्क्रिप्शन कोड का इस्तेमाल करती है. आप अपने क्रिप्टो टोकन या तो सीधे बायर को बेच सकते हैं या फिर ज्यादा सुरक्षित रहते हुए एक्सचेंज पर ट्रेडिंग कर सकते हैं.
Cryptocurrency Trading : क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को लेकर है बहुत से भ्रम. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एन्क्रिप्शन के जरिए सुरक्षित रहने वाली एक डिजिटल करेंसी है. माइनिंग के जरिए नई करेंसी या टोकन जेनरेट किए जाते हैं. माइनिंग का मतलब उत्कृष्ट कंप्यूटरों पर जटिल गणितीय समीकरणों को हल करने से है. इस प्रक्रिया को माइनिंग कहते हैं और इसी तरह नए क्रिप्टो कॉइन जेनरेट होते हैं. लेकिन जो निवेशक होते हैं, वो पहले से मौजूद कॉइन्स में ही ट्रेडिंग कर सकते हैं. क्रिप्टो मार्केट में उतार-चढ़ाव का कोई हिसाब नहीं रहता है. मार्केट अचानक उठता है, अचानक गिरता है, इससे बहुत से लोग लखपति बन चुके हैं, लेकिन बहुतों ने अपना पैसा भी उतनी ही तेजी से डुबोया है.
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अगर आपको क्रिप्टो ट्रेडिंग को लेकर कुछ कंफ्यूजन है कि आखिर यह कैसे काम करता है, तो आप अकेले नहीं हैं. बहुत से लोग यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि वर्चुअल करेंसी में कैसे निवेश करें. हम इस एक्सप्लेनर में यही एक्सप्लेन करने की कोशिश कर रहे हैं कि आप क्रिप्टोकरेंसी में कैसे निवेश कर सकते हैं, और क्या आपको निवेश करना चाहिए.
क्रिप्टोकरेंसी क्या है?
क्रिप्टोकरेंसी क्या है, ये समझने के लिए समझिए कि यह क्या नहीं है. यह हमारा ट्रेडिशनल, सरकारी करेंसी नहीं है, लेकिन इसे लेकर स्वीकार्यता बढ़ रही है. ट्रेडिशनल करेंसी एक सेंट्रलाइज्ड डिस्टिब्यूशन यानी एक बिंदु से वितरित होने वाले सिस्टम पर काम करती है, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी को डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नॉलजी, ब्लॉकचेन, के जरिए मेंटेन किया जाता है. इससे इस सिस्टम में काफी पारदर्शिता रहती है, लेकिन एन्क्रिप्शन के चलते एनॉनिमिटी रहती है यानी कि कुछ चीजें गुप्त रहती हैं. क्रिप्टो के समर्थकों का कहना है कि यह वर्चुअल करेंसी निवेशकों को यह ताकत देती है कि आपस में डील करें, न कि ट्रेडिशनल करेंसी की तरह नियमन संस्थाओं के तहत.
क्रिप्टो एक्सचेंज का एक फॉरेक्स मार्केट में निवेश कैसे करें वर्चुअल माध्यम है. इसे प्रॉडक्ट या सर्विस खरीदने के लिए इस्तेमाल में लिया जा सकता है. जो क्रिप्टो ट्रांजैक्शन होते हैं. उन्हें पब्लिक लेज़र यानी बहीखाते में रखा जाता है और क्रिप्टोग्राफी से सिक्योर किया जाता है.
क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग कैसे होती है?
इसके लिए आपको पहले ये जानना होगा कि यह बनता कैसे है. क्रिप्टो जेनरेट करने की प्रक्रिया को माइनिंग कहते हैं. और ये काम बहुत ही उत्कृष्ट कंप्यूटर्स में जटिल क्रिप्टोग्राफिक इक्वेशन्स यानी समीकरणों को हल करके किया जाता है. इसके बदले में यूजर को रिवॉर्ड के रूप में कॉइन मिलती है. इसके बाद इसे उस कॉइन के एक्सचेंज पर बेचा जाता है.
कौन कर सकता है ट्रेडिंग?
ऐसे लोग जो कंप्यूटर या टेक सैवी नहीं हैं, वो कैसे क्रिप्टो निवेश की दुनिया में प्रवेश कर सकते हैं? ऐसा जरूरी नहीं है कि हर निवेशक क्रिप्टो माइनिंग करता है. अधिकतर निवेशक बाजार में पहले से मौजूद फॉरेक्स मार्केट में निवेश कैसे करें कॉइन्स या टोकन्स में ट्रेडिंग करते हैं. क्रिप्टो इन्वेस्टर बनने के लिए माइनर बनना जरूरी नहीं है. आप असली पैसों से एक्सचेंज पर मौजूद हजारों कॉइन्स और टोकन्स में से कोई भी खरीद सकते हैं. भारत में ऐसे बहुत सारे एक्सचेंज हैं तो कम फीस या कमीशन में ये सुविधा देते हैं. लेकिन यह जानना जरूरी है कि क्रिप्टो में निवेश जोखिम भरा है और मार्केट कभी-कभी जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखता है. इसलिए फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स निवेशकों से एक ही बार में बाजार में पूरी तरह घुसने की बजाय रिस्क को झेलने की क्षमता रखने की सलाह देते हैं.
यह समझना भी जरूरी है कि सिक्योर इन्वेस्टमेंट, सेफ इन्वेस्टमेंट नहीं होता है. यानी कि आपका निवेश ब्लॉकचेन में तो सुरक्षित रहेगा लेकिन बाजार में उतार-चढ़ाव का असर इसपर होगा ही होगा, इसलिए निवेशकों को पैसा लगाने से पहले जरूरी रिसर्च करना चाहिए.
क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल क्या है?
यह डिजिटल कॉइन उसी तरह का निवेश है, जैसे हम सोने में निवेश करके इसे स्टोर करके रखते हैं. लेकिन अब कुछ कंपनियां भी अपने प्रॉडक्ट्स और सर्विसेज़ के लिए क्रिप्टो में पेमेंट को समर्थन दे रही हैं. वहीं, कुछ देश तो इसे कानूनी वैधता देने पर विचार कर रहे हैं.