फंजिबल टोकन

NFT क्या होती है?
यह एक क्रिप्टोग्राफिक टोकन होता है जो किसी भी यूनिक चीज को दर्शाने का कार्य करता है
NFT full form in Hindi
हिंदी में नॉन फंजिबल टोकन कहा जाता है जिसका अर्थ होता है अपूरणीय टोकन वर्तमान समय में यह पूरे विश्व में काफी ज्यादा चलन में है
NFT कैसे बनता है
यह सिर्फ ब्लॉकचेन पर ही कार्य करता है इसमें हर प्रकार की लेनदेन क्रिप्टो करेंसी के अनुसार ही होती हैं
NFT का इतिहास क्या है
इसकी सबसे पहले शुरुआत केविन मेककाय और अनिल डेश के द्वारा मई 2014 में की गई थी
Indian Business Mind
नॉइज ने भारत में अपनी नई स्मार्टवॉच Noise ColorFit Vision 2 को लॉन्च कर दिया है। कंपनी की यह वॉच बेहतरीन AMOLED डिस्प्ले और 7 दिन तक की बैटरी लाइफ के साथ आती है। इस वॉच की कीमत 2,999 रुपये है यह ब्लैक, ब्लू, ग्रीन और रोज गोल्ड कलर ऑप्शन में आने वाली इस वॉच की सेल 24 जून से शुरू होगी। इसे आप फ्लिपकार्ट के साथ नॉइज के ई-स्टोर से खरीद सकेंगे। नॉइज कलरफिट विजन 2 में हार्ट रेट और SpO2 सेंसर के साथ 40 से ज्यादा स्पोर्ट्स मोड दिए गए हैं। फीचर्स और स्पेसिफिकेशन्स :- कंपनी इस वॉच में 368x448 पिक्सल रेजॉलूशन के साथ 1.78 इंच का AMOLED डिस्प्ले दे रही है, वॉच साइड बटन के साथ आती है। इस बटन के जरिए यूजर आसानी से वॉच मेन्यू में नैविगेट कर सकते हैं। ऑल्वेज-ऑन डिस्प्ले से लैस इस वॉच में वॉटर रजिस्टेंट डिजाइन का इस्तेमाल किया गया है। यूजर की हेल्थ और फिटनेस को मॉनिटर करने के लिए इसमें कई जरूरी सेंसर और मोड दिए गए हैं। यह वॉच 24x7 हार्ट रेट सेंसर, SpO2 मॉनिटर और फंजिबल टोकन स्लीप ट्रैकर से लैस है। इसके अलावा कंपनी इसमें महिलाओं के लिए खास फीचर भी दे रही है, जो पीरियड्स को ट्रैक करता है। फिटनेस के लिए इस वॉच में
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अभिनेता अमिताभ बच्चन Non-fungible tokens कि दुनिया में कदम रखने वाले हैं
नॉन-फंजिबल टोकन (NFTs Non-fungible tokens) एक क्रिप्टोग्राफिक टोकन है जो किसी यूनिक चीज को दर्शाता है। किसी व्यक्ति के पास NFT के होने का मतलब है कि उनके पास एक यूनिक या एंटीक डिजिटल आर्ट वर्क है जो दुनिया में और किसी के भी पास नहीं है। NFT एक तरह के डिजिटल असेट्स होते हैं फंजिबल टोकन जो वैल्यू जनरेट करते हैं। ये यूनिक आर्ट पीस होते हैं और इसका हर टोकन भी अपने आप में यूनिक होता है।
अभिनेता अमिताभ बच्चन अमेज़न एलेक्सा के बाद अब नॉन- फंजिबल टोकन ( Non-fungible tokens) की दुनिया में कदम रखने वाले हैं। अमिताभ बच्चन के आर्टवर्क Non-fungible tokens बियॉन्ड लाइफ डॉट क्लब पर लॉन्च होंगे। इन्हें रीति एंटरटेनमेंट गॉर्जियन लिंक डॉट आईओ के साथ मिलकर बनाएगा। बॉलीवुड के शहंशाह ऐसे प्रोजेक्ट पर काम करने वाले पहले अभिनेता बन गए हैं।
रीति ग्रुप के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अरुण पांडे ने कहा कि इस उद्यम के पीछे हमारी सबसे बड़ी प्रेरणा कलाकारों, सेलेब्स और एथलीटों को विश्व स्तर पर सशक्त बनाना है और साथ ही प्रशंसकों को अच्छा कंटेंट उपलब्ध कराना है।
रीति ग्रुप स्पोर्ट्स मार्केटिंग, फिल्मों, मनोरंजन और टैलेंट मैनेजमेंट की दुनिया में एक प्रमुख ब्रांड है, जो एमएस धोनी, केएल फंजिबल टोकन राहुल और भुवनेश्वर कुमार जैसे प्रसिद्ध क्रिकेक्टरों के नामों का प्रतिनिधित्व करता है। कंपनी के पास DR क्रिकेट 7, Fit7, इंस्पायर्ड एंटरटेनमेंट, रांची रेज़, चेन्नईयिन FC, और SEVEN (MS Dhoni ) जैसे लोकप्रिय स्पोर्ट्स ब्रांड भी हैं।
NFT kya hain (Full form) एनएफटी क्या हैं कैसे काम करता हैं फ़ायदे नुक़सान
आजकल डिजिटलाइजेशन के दौर में कमाई के लिए नई तकनीकें और नए प्रयोग अक्सर सामने आते हैं। एनएफटी यानि नॉन फंजिबल टोकन भी इसी दिशा से संबंधित है। एनएफटी के माध्यम से गेम, पेंटिंग्स, एल्बम, मीम, म्यूजिक इत्यादि को बेचा जा रहा है, पर आश्चर्य कि बात ये है की लोग इन चीजों को छू नहीं सकते बस डिजिटल स्पेस में देख सकते फिर भी उनके द्वारा इतने पैसे डिजिटल एसेट्स के लिए चुकाए क्यूं जा रहे हैं। दोस्तों, नई पीढ़ी के लिए एनएफटी का कांसेप्ट बेहद दिलचस्प है। एनएफटी वर्चुअल रियलिटी, सोशल मीडिया और क्रिप्टो करेंसी का बेजोड़ मेल है। हम इस आर्टिकल के माध्यम आपको बताएंगे आखिर एनएफटी आजकल सुर्खियों में क्यूं बना हुआ है और इसकी क्या खास बाते हैं। तो इस दिलचस्प जानकारी के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
Table of Contents
एनएफटी NFT Full form, quick view
पूरा नाम | नॉन फंजिबल टोकन |
कब हुआ शुरू | शुरुआत साल 2014 से हुई है |
पहली एनएफटी किसने बेची | केविन मैककॉय एवं अनिल दास द्वारा |
उद्देश्य | एनएफटी डिजिटल एसेट्स की तरह काम करते हैं जिनसे वैल्यू जेनरेट किया जाता है |
खास बात | एनएफटी हमेशा ही यूनीक होते हैं |
एनएफटी (NFT) क्या है?
एनएफटी का मतलब नॉन फंगिबल टोकन होता है। इसकी शुरुआत साल 2014 से हुई है।जब भी कोई चीज डिजिटली इंटरनेट पर मौजूद होती है तो ये संभव है कि उसकी नकल या कॉपी भी इंटरनेट पर मौजूद हो। पर एनएफटी की एक खास बात है। एनएफटी हमेशा ही यूनीक होते हैं। उनके साथ एक यूनीक आईडी कोड जुड़ा होता है। अगर कोई व्यक्ति ये बोलता है कि उसके पास एनएफटी मौजूद है तो इसका मतलब ये है कि उसके पास एक यूनिक डिजिटल वर्क है जो दुनिया में और किसी के पास मौजूद नहीं है। ये एनएफटी डिजिटल एसेट्स की तरह काम करते हैं जिनसे वैल्यू जेनरेट किया जाता है। इसे दो लोग आपस में एक्सचेंज नही कर सकते। इससे जुड़ा हर टोकन यूनिक होता है। सामान्य भाषा में अगर एनएफटी को समझें तो जब आप ब्लॉक चेन पर किसी आर्ट वर्क के ओनरशिप के लिए रजिस्ट्रेशन ( पंजीकरण) करवा लेते हैं तो ये एनएफटी कहलाता है।
एनएफटी का महत्व
दोस्तों, अपने एसेट्स या क्रिएशन पर मालिकाना हक किसे पसंद नही होता है। मालिकाना हक आपके क्रिएशंस को यूनिक बनाते हैं और कोई दूसरा व्यक्ति उसे अपना नही बता सकता या उसकी कॉपी नहीं बना सकता है। अगर ब्लॉकचेन या डिजिटल वर्ल्ड में भी ये सुविधा मिले तो भला इससे कौन परहेज करेगा। एनएफटी का प्रयोग डिजिटल एसेट्स को यूनिक बनाता है और इसका मालिक केवल एक इंसान ही हो सकता है। एनएफटी कलाकारों के लिए एक बड़ी मदद से कम नहीं है। एनएफटी के जरिए उनके आर्टवर्क की यूनिकनेस और ओनरशिप हमेशा ही सुरक्षित रहती है। इसके अलावा गौर करने वाली बात ये है कि आर्टिस्ट अपने काम को एनएफटी के माध्यम से मोनेटाइज भी कर सकते हैं। एनएफटी को बेचनेवाले इंसान पर ये निर्भर करता है कि उसे पेमेंट किस प्रकार की करेंसी में चाहिए।
एनएफटी का इतिहास क्या है?
- एनएफटी यानि Non Fungible Token का अस्तित्व सर्वप्रथम मई 2014 में आया था।
- पहला एनएफटी केविन मैककॉय एवं अनिल दास द्वारा बनाया गया था।
- ये ईथेरियम ब्लॉकचेन तकनीक पर बेस्ड सिद्धांत पर काम करता है।
क्या बनाता है एनएफटी को यूनिक?
आपको बता दे कि दो एनएफटी कभी मेल नहीं खा सकते हैं। जब कोई भी इंसान एनएफटी को खरीदता है तो उसे एक सर्टिफिकेट भी मिलता है जो कि ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी से जुड़ा हुआ होता है। कोई भी व्यक्ति मीम, पेंटिंग, वीडियो, म्यूजिक एल्बम, गेम इत्यादि से जुड़े अपने क्रिएशंस को एनएफटी में बदल सकता है। यूनिक आई डी कोड होने के कारण एनएफटी से जुड़े फर्जी काम नही हो सकते हैं।
एनएफटी से कैसे कमाए पैसे?
- एनएफटी से पैसे कमाने के लिए कई पॉपुलर प्लेटफॉर्म्स मौजूद हैं। यहां आपको अपनी क्रिएशंस को स्टोर करना होगा। इसके बाद जब आपकी क्रिएशन सेल होगी तब आपको रॉयल्टी मिलेगी।
- बिटकॉइन कैश प्लेटफार्म, ethereum ब्लॉकचैन प्लेटफार्म फॉर एनएफटी जैसे प्लेटफार्म्स की मदद से कमाई की जा सकती है। हाल ही में लॉन्च हुए प्लेटफार्म जैसे कि Foundation, Rarible, Wazirx NFT आदि की मदद से भी पैसे कमाए जा सकते हैं।
- ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी मिंटिंग में मदद करती है। यहां मिंटिंग करने के लिए आपको कुछ फीस चुकानी होती है। इस स्टेप को करने के लिए एक क्रिप्टो एक्सचेंज अकाउंट की आवश्यकता होती है।
- क्रिप्टो एक्सचेंज अकाउंट बनाने के लिए बहुत सारे प्लेटफार्म मौजूद हैं जहां KYC एवं अन्य जानकारियों को देने के बाद अकाउंट वेरिफिकेशन होता है।
- वेरिफिकेशन के बाद एक वॉलेट की आवश्यकता होगी। ये वॉलेट ट्रस्ट वॉलेट या मेटा मास्क वॉलेट होता है।इस वॉलेट में कुछ अमाउंट होता है।
- जब आप ethereum प्लेटफार्म से जुड़ जाएंगे तो अपनी कृति पर मालिकाना अधिकार पाने के लिए डिजिटल साइन करना होता है।
- एनएफटी से पैसे कमाने के लिए एक बात का ध्यान रखना जरूरी है कि आप जब अपने क्रिएशंस को मोनेटाइज करने का सोचे तो ध्यान रखें कि उस वक्त कौनसी चीज या आर्ट ट्रेंड कर रहा है। ट्रेंड्स को ध्यान में रख कर क्रिएशंस बनाने पर मोनेटाइजेशन के चांसेज बढ़ जाते हैं और आपको इससे फायदा मिलता है।
एनएफटी और बिटकॉइन कैसे हैं अलग?
दो बिटकॉइन एक्सचेंज किए जा सकते हैं क्यूंकि इनकी कीमत एक जैसी होगी,जबकि एनएफटी के केस में ऐसा नहीं हो सकता। एनएफटी से जुड़ा टोकन यूनिक होता है। दो एनएफटी को एक दूसरे से एक्सचेंज नहीं कर सकते हैं। ऐसा कहा जा सकता है कि बिटकॉइन अगर एक डिजिटल एसेट है तो एनएफटी एक यूनिक डिजिटल एसेट है। एनएफटी में क्रिएशन या एसेट के ऊपर स्वामित्व स्थापित किया जा सकता है।
एनएफटी और क्रिप्टो करेंसी कैसे हैं अलग?
एनएफटी और क्रिप्टो करेंसी में भिन्नता होती है। आपको बता दे कि जहां एनएफटी डिजिटल एसेट्स के तौर पर देखे जा सकते हैं वहीं क्रिप्टो करेंसी एक डिजिटल करेंसी है। इस तरह की करेंसी को पेमेंट से जुड़े कामों में प्रयोग में लाया जाता है जबकि एनएफटी किसी को प्रोडक्ट ओनरशिप दिलवाने के विचार से बनाया जाता है।
क्यों है एनएफटी चर्चा में?
एनएफटी की शुरुआत भले ही 2014 में हुई हो पर आजकल ये चर्चा का विषय बना हुआ है। चलिए आपको एनएफटी से जुड़े कुछ ऐसे उदाहरण बताते हैं जिन्होंने एनएफटी को लाइमलाइट में ला दिया है:
- डिजिटल आर्टिस्ट माइकल विंकलमैन ने फंजिबल टोकन अपनी एक एनएफटी को 69.3 मिलियन डॉलर्स में बेच दिया था।
- ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोरसे का पहला ट्वीट एनएफटी के रूप में 2.9 मिलियन डॉलर्स में बेचा था।
- वीडियो गेम सुपर मारियो से संबंधित एक कार्टरिज 11.58 करोड़ में बिक गया था।
- साल 2015 में आया एक मीम 38 लाख रुपए में बिका था।
भारत में एनएफटी
बात भारत में एनएफटी के प्रचलित होने की करें तो धीरे धीरे ये भारतीयों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। उदाहरणस्वरूप, भारतीय मूल के नागरिक विग्नेश सुंदरेशन ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी से संबंधित बिजनेस करते हैं और डिजिटल आर्टिस्ट माइकल विंकलमैन की एक पेंटिंग को इन्होंने 69.3 मिलियन डॉलर में खरीदा था।माना जा रहा कि फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन भी एनएफटी को लॉन्च करने की तैयारी में हैं। बताया गया है कि उनकी एनएफटी में अमिताभ के ऑटोग्राफ वाले पोस्टर्स शामिल रहेंगे। इनके अलावा अभिनेता सलमान खान, क्रिकेटर दिनेश कार्तिक ने भी एनएफटी बनाने की पहल की है। ऐसी खबर भी है कि भारत में एनएफटी को लोगों तक पहुंचाने वाली पहली कंपनी क्रिप्टो एक्सचेंज बनेगी।
NFT क्या हैं? (NFT in Hindi)
NFT मतलब हैं कि Non-Fungible Token जो कि अभी इसका कंसेप्ट लोगों में नया हैं। तो आज हम इस टर्म के बारे में आपको पुरी जानकारी देनेवाले हैं ताकी आप जान सके कि Non Fungible Token क्या होते हैं और कैसे काम करती हैं।
नाॅन फंजिबल टोकन क्या हैं? ( What is NFT Hindi? )
इससे पहले हम Fungible का अर्थ समजते हैं। अगर आपके मित्र के पास सौ रुपयों का एक नोट हैं और आपके पास 50-50 रुपयों के दो नोट हैं तो आप उसे अदला बदली भी कर लेते हैं तो कोई फर्क नहीं पडेगा इसे Fungible कहा जाता हैं।
हम एक और उदाहरण से समझाते हैं अगर आपको एक घड़ी चाहिये तो वह आप 200 से 1000 रुपयों तक मार्केट में ले सकते हैं लेकिन वहीं घड़ी अगर आपके माॅ ने आपको दी हैं तो यह अनमोल होगी उसकी किंमत आपके लिये करोंड़ों में होगी ऐसी ही चीजों को हम Non Fungible कह सकते हैं।
अब हम समझते हैं कि Non Fungible क्या होता हैं। समझ लिजियें अगर आप महेंद्रसिंह धोनी के नाम कि एक टिशर्ट मार्केट से लेनी है तो इसकी किंमत बहुत कम होगी लेकिन वहीं टिशर्ट को धोनी ने वर्ल्ड कप के दौरान पहना हुआ था तो उसकी व्हाल्यु बहोत ज्यादा होगीं। इसी टिशर्ट कि मानो महेंद्रसिंह धोनी डिजीटल ओनरशीप बनाते हैं तो उसे हम Non Fungible Token अर्थात NFT कह सकतें हैं। यह एक ऐसा टोकन होगा जिसका रेप्लिका यानी काॅपी बनना नामुमकिन होगा अर्थात यह एक टोकन बन जायेगा।
अगर आपको क्रिकेट कि नाॅलेज नहीं है तो उसकी व्हाल्यु आपको नहीं समझ आयेगा लेकिन जो क्रिकेट कि समज रखता हैं उसके लिये इसकी व्हाल्यु बहोत ज्यादा होगी।
अमिताभ बच्चन और सलमान खान लाॅन्च करेंगे अपनी एनएफटी ( NFT by Salman & Amitabh)
अगर आप खबरें पढ़ते हो या देखते हो तो आपको शायद मालुम होगा की हमारे भारत के दो बड़े सेलिब्रिटीज अमिताभ बच्चन और सलमान खान भी अपनी NFT Launch करने कि तयारी में इससे आप अंदाजा लगा सकते हो की आगे आनेवाले दिनों में यह चींज कितनी बढ़नेवाली हैं।
ब्लाॅकचेन कैसे काम करता हैं? ( How Blockhain exactly Works? )
हम पुरा ब्लाॅकचेन यहां पे नहीं बतायेंगे इसके लिये आप हमारे क्रिप्टोकरेंसी रिलेटेड पोस्ट को पढ़कर जान सकते हैं।
ब्लाॅकचेन समजने के लिये हम एक उदाहरण लेते हैं। अगर हम आम लेने जाते हैं तो हमारे यहा महाराष्ट्र में सबसे पहले हम आम बेचनेवाले से रत्नागिरी के आम की मांग करते हैं और हमें वो यह रत्नागिरी के आम हैं यह बोल के दे भी देता हैं लेकिन यहां पर कहीं पर भी हमें पता नहीं चलता की वह रत्नागिरी के ही हैं की और कोई दुसरी जगह से लाकर वह हमें रत्नागिरी आम के नाम से बेच रहा हैं। अगर इसे ब्लाॅकचेन आधारित चलाया जाये तो हम पता कर सकेंगे कि यह रत्नागिरी के आम हैं या नहीं इतना ही नहीं हम इसे कौनसे पेढ से निकाला हैं यह भी हम ब्लाॅकचेन से पता कर सकेंगे। जैसे हम क्युआर कोड का इस्तमाल करते हैं जैसे ही हम क्यु आर कोड स्कैन करते हैं तो उसी दुकानदार का नाम हमें दिखता हैं वैसे ही ब्लाॅकचेन में फ्राॅड होने की संभावना बहुत कम होती हैं।
एनएफटी कैसे काम करता हैं? ( How NFT works? )
यह काम करेगा ब्लाॅकचेन पर, आपको लगेगा यानी Cryptocurrency पर। यह बहुत बड़ी लोगों में गलत फैमी है कि क्रिप्टोकरेंसी मतलब ब्लाॅकचेन ऐसा बिल्कुल भी नहीं हैं। ब्लाॅकचैन के आधार बनी एक साॅफ्टवेयर पर सब क्रिप्टो काम करता हैं यानी ब्लाॅकचेन एक युजर केस पर यह काम करता हैं। क्रिप्टोकरेंसी ब्लाॅकचेन का एक छोटासा हिस्सा हैं।
इसको समझने के लिये आपको हम उदाहरण देते हैं वर्ल्ड फेमस फुटबॉल स्टार और सेलिब्रिटीज मेसी और रोनाल्डों ने अभी अभी अपनी एनएफटी को लाॅन्च कर दिया हैं और इतना ही नहीं बल्की उससे ढेर सारा फंजिबल टोकन पैसा भी कमा चुके हैं।
कुछ दिनों पहले हि एक नाॅर्मल दिखनेवाला विडिओ 48 करोंड़ में बिका हैं इससे आप अंदाजा लगा सकते हो कि NFT Future में क्या होनेवाला हैं।
और एक विडिओ गेम में किसीने विडिओ गेम के अंदर जमीन खरिद ली हैं। आप लोगों को लग रहा होगा कि ये लोग पागल तो होंगे या इसके पिछे कोई बहुत बड़ा कंसेप्ट हैं।
एनएफटी कैसे काम करता है या करेगा इसके लिये हम एक उदाहरण लेते तो जिससे आप अच्छे-से समझ जायेंगे कि एनएफटी का फंडा क्या हैं।
आपको संदिप माहेश्वरी तो पता हि होगें जो कि इमेज़ बाजार के फाऊंडर हैं। अगर भारत में या बाहर के देश में किसी को संदिप महेश्वरी जी कि साईट कि इमेजेस इस्तमाल करनी है तो यह उनको अलग अलग पैकेजस देते हैं जिससे उस पॅकेज के तहत बहोत सारी इमेंजस कमर्शियल कामों के लिये इस्तमाल कर सकेंगा और इसके लिये पॅकेज लेनेवालों को कुछ राॅयल्टी देनी पड़ेगी इससे ही संदिप माहेश्वरी जी का बिजनेस चलता हैं। अगर दुसरा कोई इसका इस्तमाल बड़े तौर पर करता हैं तो संदिप माहेश्वरीजी कि कंपनी उसपर केस डाल सकती हैं यानी आप मान सकते हैं कि यह एक प्रकार कि एनएफटी का अच्छा उदाहरण हैं एनएफटी का सही में एक अर्थ निकाला जायें तो 'पेटेंट' यानी किसी चींज का अधिकार होना यह भी बोल सकते हैं।
एनएफटी बनाने में क्या बाधा आ सकती हैं? (Problem for NFT)
वैसे देखा जाये तो अभी इसका प्रसार होने में काफी वक्त हैं। लेकिन इसमें फंजिबल टोकन बहुत चीजे ऐसी हैं जिससे इसमें बहुत-सी बाधाये हैं।
अगर आप उपर दिये गये रत्नागिरी आम का उदाहरण में अगर आप जानते भी हो कि यह रत्नागिरी का ही हैं या यह किस पेड़ से तोडा गया हैं तो भी लेनेवालों को इसे जानने में ज्यादा इंटरेस्ट नहीं होगा और वह जानके भी वह क्या करेगा और इसे ब्लाॅकचेन में लाने से उल्टा ग्राहक को ज्यादा पैसे खर्चने पड़ेगें इसलिये इसकी भी बहुत-सी लिमिटेशन्स हैं।
इसलिये काफी जगह इसका कोई फायदा नहीं होगा और इतना प्रसार अभी तक हमारे देश में तो अभी नहीं हुआ हैं।
और एक चीज अगर आप एन एफ हुसेन की पेंटिंग और दुसरी वैसी ही पेंटिंग में आपको फर्क पुछा जाये तो आपको दोनों समान ही लगेंगी इसलिये एनएफटी में आपको उसकी व्हाल्यु भी पता होनी बहुत महत्त्वपूर्ण हैं अगर ऐसा नहीं हैं तो आपके साथ इसमेंं बड़ा फ्राॅड भी हो सकता हैं।
एनएफटी के फ़ायदे क्या हैं? ( Benefits of NFT)
दरअसल यह एक पेंटेट कि तरह काम करेंगा यह एक प्रकार का एसेट होगा जिसका इस्तमाल करके आप लाखों रुपये क्या पायेंगे। आपके पास ऐसी कोई स्किल है या चींज हैं जिसकी डिमांड और सप्लाई काफी ज्यादा हैं उसकी अगर एनएफटी बनाकर रखोंगे तो आप उसकी राॅयल्टी या ट्रेडिंग से खुब पैसे कमा सकते हैं।
हमारी राय ( NFT se paise Kaise kamaye)
आजकल जो एनएफटी बन रहीं हैं वह इथेरियम प्लॅटफाॅर्म से बन रहीं हैं अगर आप अपनी कोई चींज या एस्टेट की एनएफटी करना चाहते है तो आपको उसके लिये रजिस्टर करना पड़ेगा और अभी NFT Market के हिसाब से एनएफटी रजिस्टर करने के लिये आपको 30 से 35 हजार रुपयें देने पड़ रहें हैं। इसलिये किसी भी चीज की एनएफटी निकालने के लिये आपको मार्केट में उसकी डिमांड और सप्लाई को समजना बहुत जरुरी हैं। जबतक आपको एनएफटी कि पुरी जानकारी ना हो तब तक आप इसकी ना सोचें तो ही बेहतर रहेगा।
FAQ:
Q: NFT का लाॅग फंजिबल टोकन फाॅर्म क्या हैं?
Ans: NFT मतलब "नाॅन फंजिबल टोकन" होता हैं।
Q: NFT कैसे बनाएं?
Ans: इसके लिये आपको किसी एनएफटी प्लॅटफाॅर्म पर जाकर रजिस्टर करना होगा इससे एक व्हाल्यु क्रियेट हो जायेगी।
Q: NFT से पैसे कैसे कमाये?
Ans: यह लगभग पेटेंट और राॅयल्टी के जैसी काम करता हैं जिससे आप पैसा कमा सकते हो या आप इसमे ट्रेड करके या इसे भांडे पर देकर भी पैसे कमा सकते हैं।
एक छोटी सी गलती और NFT बेचने वाले को लग गया 2.24 करोड़ का चूना
नई दिल्ली: पिछले कुछ समय से मार्केट में एनएफटी यानी नॉन फंजिबल टोकन खूब चर्चा में है, जिसे ऑनलाइन फंजिबल टोकन खरीदा और बेचा जाता है. हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें एक छोटी सी गलती की वजह से 2.27 करोड़ रुपये की कीमत वाला बोर्ड एप यॉच क्लब (Bored Ape Yacht Club) नॉन फंगिबल टोकन (NFT) सिर्फ 2.27 लाख रुपये में बिक गया.
क्या है BAYC एनएफटी?
बता दें कि बोर्ड एप यॉच क्लब (Bored Ape Yacht Club) नॉन फंगिबल टोकन (NFT) युग लैब्स द्वारा बनाए गए 10000 यूनिक वानरों (Unique Bored Apes) का एक लोकप्रिय संग्रह है. अब तक इस संग्रह की बिक्री आधा बिलियन डॉलर से ज्यादा हो चुकी है.
टाइपिंग की गलती से हुआ भारी नुकसान
सीएनईटी के हवाले से इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के अनुसार, बोर्ड ऐप यॉच क्लब नॉन फंगिबल टोकन (NFT) को 75 ईथर (ETH) के लिए 3 लाख डॉलर यानी करीब 2.27 करोड़ रुपये फंजिबल टोकन में लिस्ट किया जाना था, लेकिन एनएफटी के मालिक मैक्सनॉट से टाइपिंग में गलती हुई और 75 ईटीएच के बजाय 0.75 ईटीएच की लिस्टिंग मूल्य दर्ज कर दिया. इसके बाद एनएफटी को 3000 डॉलर यानी करीब 2.27 लाख रुपये में बेचा गया.
गलती सुधारने से पहले किसी ने खरीद लिया
मैक्स ने बताया कि यह घटना एकाग्रता (Concentration) में कमी के कारण हुई. उन्होंने कहा कि वह हर दिन बहुत सारी चीजों की लिस्टिंग करता है, लेकिन ठीक से ध्यान नहीं देने की वजह से यह गलती हो गई. इससे पहले कि मालिक अपनी गलती को ठीक करने की कोशिश करता, किसी ने बहुत कम कीमत पर एनएफटी को खरीद लिया.
खरीदार ने एक्स्ट्रा चुकाए 25.86 करोड़ रुपये
सस्ते में मिल रहे बोर्ड एप यॉच क्लब (Bored Ape Yacht Club) नॉन फंगिबल टोकन (NFT) को खरीदने के लिए खरीददार ने लेन-देन को तेजी से पूरा करने के लिए अतिरिक्त 34 हजार डॉलर यानी करीब 25.86 करोड़ रुपये का भुगतान किया था.
क्या होता है एनएफटी?
एनएफटी यानी नॉन फंजिबल टोकन (NFT) फंजिबल टोकन उसे कहा जाता है, जिसका फिजिकल तौर पर लेन-देन न हो यानी हाथों से लेन-देन न किया जा सके. उदाहरण के तौर पर बात करें तो 100 रुपये का नोट फिजिबल एसेट है, क्योंकि हम उसे हाथों में ले सकते हैं. ठीक इसके उलट नॉन फंजीबल एसेट होते हैं. दरअसल, एनएफटी का लेन-देन नहीं होता, इसलिए ये बिटकॉइन जैसी डिजिटल करेंसी से भी बिल्कुल अलग है. एनएफटी (NFT) की मदद से किसी भी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर मौजूद पेंटिंग, ऑडियो, पोस्टर या वीडियो को आसानी से खरीदा-बेचा जा सकता है. इसके बदले डिजिटल टोकन मिलते हैं. इन डिजिटल टोकन्स को ही एनएफटी कहा जाता है.