भारत में विदेशी मुद्रा व्यापार के लिए रणनीतियाँ

शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है?

शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है?
डिविडंड दो तरह के होते है, Interim Dividend और Final Dividend. ज्यादातर कंपनिया वित्त वर्ष के ख़त्म होने पर डिविडंड देती है, जिसे Final Dividend कहा जाता है। लेकिन कुछ कंपनिया साल के बिच में भी डिविडंड देती है जिसे Interim Dividend कहा जाता है।

dividend meaning in hindi

Dividend Paying Stocks in Sep: ये कंपनियां अपने शेयरहोल्डर्स को देंगी डबल मुनाफा, समझिए डिविडेंड का शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है? फंडा

डिविडेंड का मतलब होता है कंपनियों की कमाई के लाभ के कुछ हिस्से को शेयरहोल्डर्स के बीच बांटा जाता है. हिंदी में इसे लाभांश कहते हैं. यह लाभांश कंपनी के बोर्ड के डायरेक्टर तय करते हैं कि कंपनी के नेट प्रॉफिट का कितना प्रतिशत डिविडेंड में बांटा जाए.

शेयर बाजार में निवेश करने पर निवेशकों को एक तो शेयरों के वैल्यू पर कमाई होती है, वहीं एक और रास्ता होता है, जिससे उन्हें निवेश का फायदा मिलता है. शेयर बाजार में डिविडेंड एक टर्म होता है, जो निवेशकों को डबल फायदा दिलवा सकता है. डिविडेंड का मतलब होता है कंपनियों की कमाई के लाभ के कुछ हिस्से को शेयरहोल्डर्स के बीच बांटा जाता है. हिंदी में इसे लाभांश कहते हैं. वित्त वर्ष के अंत में कंपनियां अपने मुनाफे में से टैक्स और दूसरे खर्चों का पैसा अलग करने के बाद जो शुद्ध मुनाफा बनता है, उसमें से लाभांश अपने शेयरहोल्डर्स को देती हैं. यह लाभांश कंपनी के बोर्ड के डायरेक्टर तय करते हैं कि कंपनी के नेट प्रॉफिट का कितना प्रतिशत डिविडेंड में बांटा जाए.

डिविडेंड से जुड़ी कुछ अहम बातें जो आपको जाननी चाहिए

- कंपनियों के प्रॉफिट के कुछ हिस्से को पात्र शेयरहोल्डर्स के साथ शेयर करना डिविडेंड का डिस्ट्रीब्यूशन है. डिविडेंड का पेमेंट और अमाउंट कंपनी के बोर्ड डायरेक्टर तय करते हैं.

- प्रति शेयर पर मिलने वाले डिविडेंड या लाभांश को डिविडेंड यील्ड कहते हैं.

- ये डिविडेंड देना या न देना किसी भी कंपनी का अपना फैसला होता है. ये अनिवार्य नियम नहीं है. पब्लिक सेक्टर की अधिकतर कंपनियां अपने शेयरहोल्डर्स को डिविडेंड देती हैं. कुछ प्राइवेट कंपनियां भी डिविडेंड यील्ड देती हैं.

- यह डिविडेंड हर तिमाही के नतीजे के साथ दिया जाता है. कुछ कंपनियां साल की आखिरी तिमाही में एक बार ही डिविडेंड देती है, जिसे फाइनल डिविडेंड कहा जाता है.

- यह कंपनियों पर निर्भर करता है कि वो डिविडेंड कब देती हैं, कितना देती हैं और कितनी बार देती हैं. कुछ कंपनियां साल में एक बार तो कुछ दो-तीन बार भी दे सकती हैं.

इस महीने आ सकते हैं कुछ चर्चित कंपनियों के डिविडेंड

LIC Housing Finance

फाइनेंशियल सेक्टर की बड़ी पीएसयू कंपनी एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस इस महीने अपने शेयरहोल्डर्स को डिविडेंड यील्ड दे सकती हैं. BSE के मुताबिक, कंपनी ने प्रति शेयर पर 8.50 रुपये का डिविडेंड देने की घोषणा की है. कंपनी शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है? के शेयर 13 सितंबर को दोपहर 3.30 बजे 436.50 रुपये पर बंद हुए. इसमें 1.05 अंक या 0.24% की तेजी दर्ज हुई थी. इसका एक्स-डेट 19 सितंबर, 2022 है.

Zee Entertainment

मीडिया कॉन्गलोमरेट ज़ी एंटरटेनमेंट प्रति शेयर 3 रुपये का डिविडेंड देगी. इसका एक्स डेट 15 सितंबर और रिकॉर्ड डेट 16 सितंबर है. इसका शेयर इस दौरान 0.24% या 0.65 अंक की तेजी के साथ 271 रुपये प्रति शेयर पर दर्ज हुआ.

Southern Gas Limited

सदर्न गैस लिमिटेड प्रति शेयर 50 रुपये का डिविडेंड यील्ड देगा. इसका एक्स और रिकॉर्ड डेट दोनों ही 15 सितंबर हैं.

क्या है डिविडेंड पे आउट रेश्यो और शेयरधारकों के लिए इसे समझना क्यों है जरूरी?

डिविडेंड पे आउट रेश्यो से पता चलता है कि कंपनी ने आय में से कितना पैसा शेयरधारकों को दिया.

डिविडेंड पे आउट रेश्यो से पता चलता है कि कंपनी ने आय में से कितना पैसा शेयरधारकों को दिया.

डिविडेंड शेयर मार्केट में कमाई का काफी प्रचलित तरीका है. कई बार ऐसा होता है कि कंपनियां शेयरों में गिरावट को रोकने या फ . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : September 18, 2022, 08:20 IST
कंपनी द्वारा शेयरधारकों को मुनाफे का एक हिस्सा दिया जाना डिविडेंड कहलाता है.
डिविडेंड पे आउट रेश्यो यह बताता है कि कंपनी ने आय के मुकाबले कितना लाभांश शेयरधारकों दिया.
आप प्रति शेयर डिविडेंड को प्रति शेयर या से भाग कर के भी पे आउट रेश्यो निकाल सकते हैं.

नई दिल्ली. कंपनियां जब मुनाफे में से कुछ हिस्सा अपने शेयरधारकों को देती हैं तो उसे डिविडेंड यानी लाभांश कहा जाता है. इसके जरिए कंपनियां निवेशकों को शेयरों में निवेश के लिए आकर्षित करती हैं. डिविडेंड भी शेयर मार्केट में कमाई का काफी प्रचलित तरीका है. हालांकि, डिविडेंड देना कंपनियों के लिए कोई अनिवार्य नहीं होता है. इसी डिविडेंड से जुड़ा एक और टर्म है डिविडेंड पे आउट रेश्यो.

कंपनी शेयर के मार्केट प्राइस की तुलना में शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है? आपको कितना डिविडेंड मिला, ऐसे करें कैलकुलेट

डिविडेंड देना कंपनियों के लिए अनिवार्य नहीं होता है, फिर भी कुछ कंपनियां शेयरहोल्‍डर्स को डिविडेंड देती हैं. डिविडेंड मिलने से शेयरहोल्‍डर्स का मुनाफा तो समझ में आता है, लेकिन क्‍या आपने कभी सोचा है कि इससे कंपनियों का क्‍या फायदा होता है ?

जब कोई कंपनी साल भर में कमाए गए अपने मुनाफे का कुछ हिस्सा शेयरहोल्डर्स में बांटती है तो उसे डिविडेंड कहा जाता है. डिविडेंड भी शेयर मार्केट में कमाई का काफी प्रचलित तरीका है. हालांकि सभी कंपनियां शेयरधारकों को डिविडेंड नहीं देती हैं, क्‍योंकि डिविडेंड देना कंपनियों के लिए अनिवार्य नहीं होता है. ऐसी तमाम कंपनियां हैं जो मुनाफे की रकम को बिजनेस के विस्‍तार और ग्रोथ में लगा देती हैं.


क्‍यों डिविडेंड देती हैं कंपनियां

डिविडेंड से कंपनी का सीधेतौर पर कोई फायदा नहीं होता. लेकिन कई कंपनियां अपने मुनाफे में शेयरहोल्डर्स को भी हिस्सेदारी मानती हैं और उनकी खुशी और कंपनी पर भरोसा बनाए रखने के लिए डिविडेंड बांटती हैं. वहीं कई बार कंपनियां शेयरों में गिरावट को रोकने या फिर और अधिक शेयरधारकों को आकर्षित करने के लिए भी डिविडेंड बांटती हैं. इससे आकर्षित होकर ज्‍यादा से ज्‍यादा शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है? उस कंपनी के शेयरों में निवेश करते हैं और इससे कंपनी के शेयर्स के रेट्स में उछाल आता है. अगर शेयरहोल्‍डर्स को शेयर्स में कुछ घाटा भी हुआ है तो डिविडेंड से उस घाटे की भरपाई हो जाती है. ज्‍यादातर निवेशक ऐसी कंपनियों की तलाश में रहते हैं, जो ज्‍यादा से ज्‍यादा डिविडेंड देती हैं. यानी डिविडेंड के जरिए निवेशक कंपनी से जुड़ा रहता है और उसका भरोसा कंपनी पर बना रहता है.

डिविडेंड हर तिमाही के नतीजे के साथ दिया जाता है. ये कंपनियों शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है? पर निर्भर करता है कि वो डिविडेंड कब देती हैं, कितना देती हैं और कितनी बार देती हैं. कुछ कंपनियां साल में एक बार तो कुछ दो-तीन बार भी दे सकती हैं. डिविडेंड आपके अकाउंट में कैश में भी आ सकता है या फिर एडिशनल स्टॉक में रिइन्वेस्टमेंट के तौर पर भी मिल सकता है.


आपको कितना डिविडेंड मिला ?

प्रति शेयर पर मिलने वाले लाभांश को डिविडेंड यील्ड कहते हैं. डिविडेंड यील्ड का इस्तेमाल ये पता करने में होता है कि कंपनी शेयर के मार्केट प्राइस की तुलना किसी कंपनी ने आपको कितना डिविडेंड‍ दिया है. उदाहरण से समझिए जैसे -

राजू की कंपनी है A और श्‍याम की कंपनी है B. राजू की कंपनी ने भी 40 रुपए डिविडेंड दिया और श्‍याम की कंपनी ने भी 40 रुपए डिविडेंड दिया. लेकिन मार्केट प्राइस के हिसाब से किस कंपनी ने ज्‍यादा डिविडेंड दिया, इसका पता ऐसे लगेगा. मान लीजिए A का शेयर प्राइस 1000 रुपए और B का शेयर प्राइस 2000 रुपए है. 40X100/1000 = 4% और 40X100/2000 = 2% . इस तरह राजू की कंपनी ने 4 प्रतिशत और श्‍याम की कंपनी ने 2 प्रतिशत डिविडेंड दिया.

कैसे खोजे डिविडंड देने वाली कंपनिया ?


आप लोगो की आसानी के लिए मैंने निचे BSE की एक लिंक दे रखी है, उसमे से आप डिविडंड देने वाली कंपनीया मिल जाएगी।

Dividend Meaning in Hindi

Dividend Meaning in Hindi

  • इस लिंकपर क्लिक करे।
  • अब खुले हुए पेज में From Date और To Date भरे।
  • Purpose के सामने के बॉक्स में से Dividend चुने।

डिविडंड से अच्छा लाभ कैसे उठाए ?

आम तौर पर कंपनिया अपने शेयरधारको को ही डिविडंड देती है, यानी अगर आपके पास किसी कंपनी के शेयर लंबे समय से पड़े है तो कंपनी साल मे एक या दो बार आपको डिविडंड देगी। dividend meaning in hindi

लेकिन एक एसा भी रास्ता है, जिस से की आप डिविडंड देने वाली कंपनी के शेयर को लंबे समय तक बिना रखे आप डिविडंड ले सकते है।

क्या है यह तरीका ?

जैसे हमने शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है? ऊपर जाना की कंपनिया डिविडंड देने से पहले डिविडंड की record date जाहीर करती है, उस दिन ही चेक किया जाता है, की किन किन व्यक्तिओ के डिमेट खाते मे उस कंपनी के शेयर पड़े है।

फिर उसी हिसाब से उन व्यक्तिओ को डिविडंड दिया जाता है और आप जानते है की शेयर बाज़ार मे शेयर खरीदने के दो दिन मे आपके डिमेट खाते मे शेयर आ जाते है। dividend meaning in hindi

एसे मे आप एसा कर सकते है, की जीस कंपनी ने डिविडंड देने की record date जाहीर कर दी हो उसकी record date के 3 से 4 दिन (working days) पहले आप उस कंपनी का शेयर खरीद सकते है, जिस से उसकी record date से पहले आपके डिमेट खाते मे उसके शेयर आ जाएंगे। और आप उस कंपनी से डिविडंड लेने के हकदार बन जाएंगे। dividend meaning in hindi

Dividend से जुड़े हुए आपके सवाल और उसके जवाब :

डिविडेंड का मतलब क्या होता है?

डिविडेंड का मतलब होता है लाभांश। डिविडेंड को हमने इस आर्टिक्ल मे विस्तार से उदाहरण के साथ समजाया है।

डिविडेंड कैसे मिलता है?

डिविडंड की राशि को सीधे शेयर धारक के बैंक के खाते में जमा कर दिया शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है? जाता है।

शेयर पर लाभांश कैसे मिलता है?

शेयर पर लाभांश पाने के लिए रिकॉर्ड डेट के दिन आपके पास उस कंपनी के शेयर होने चाहिए जिस से आपको लाभांश चाहिए।

निष्कर्ष :

तो दोस्तों यह था Dividend Meaning in Hindi की पूरी जानकारी। आशा करता हु यह जानकारी आप के लिए उपयोगी साबित होगी। अगर उपयोगी है, तो इसे दुसरो के साथ भी Share करे ताकी वह भी Dividend का लाभ उठा सके।

अगर आप शेयर बाज़ार से जुड़ी एसी ही जानकारी की Update free मे चाहते है, तो नीचे दिए गए Blue Color के (Subscribe to Updates) के Button को Click करके जो स्क्रीन खुलेगी उसमे yes का विकल्प select कर दीजिए।

क्या है डिविडेंट (What is Dividend)

कंपनी द्वारा अपने शेयरधारकों को किये जाने वाले नकद भुगतान को लाभांश (Dividend) कहते है. अगर आप सामान्य स्टॉक के साथ प्रिफर्ड शेयरों में भी निवेश करते हैं तो आप लाभांश प्राप्त करने के हक़दार हैं. कंपनी के स्टॉक में निवेश करते समय आप लाभांश के भुगतान का विकल्प चुन सकते हैं.

जब आप सामान्य स्टॉक में निवेश करते हैं तो शेयरों की कीमत बढ़ने पर कंपनी लाभांश के रूप में एक बड़ी राशि का भुगतान करती है, वहीं पसंदीदा या मुख्य (Preferred) स्टॉक में भुगतान एक पूर्व निर्धारित लाभांश(Dividend) का किया जाता है. Preferred Stock की स्थिति में लाभांश भुगतान मान्य स्टॉक या कंपनी बांडों की तुलना में अक्सर ज्यादा होता है. सामान्य शेयरधारकों को दिया जाने वाला Dividend विभिन्न कंपनियों के अनुसार अलग-अलग होता है. अगर अभी स्टॉक की कीमतों में कोई गिरावट होती है और नुकसान होता है, तो लाभांश भुगतान उस नुकसान को भी कम करता है. यह अस्थिरता और पोर्टफोलियो जोखिम को कम करने में मदद करता है.

कैसे किया जाता है Dividend का भुगतान

डिविडेंट का निर्धारण प्रति शेयर के मूल्य के आधार निर्धारित है. डिविडेंट की घोषणा के बाद एक विशेष तिथि की इसका भुगतान कंपनी करती है. इस तिथि को देय तिथि कहा जाता है. जब कंपनी लाभ कमाती है तो अपने लाभ को बचाकर रखती है और उसको अपने शेयर धारकों में वितरित करने के फैसला करती है. कंपनी के निदेशक मंडल की मंजूरी के बाद भुगतान के लिए शेयर के मूल्य, देय तिथि और रिकॉर्ड तिथि को जारी करती है. डिविडेंट छह प्रकार के होते हैं, जो इस प्रकार है –

अधिकांश कंपनियां इस प्रकार के डिविडेंट का भुगतान करती हैं. यह नकद भुगतान है जिसे सीधे कंपनी से शेयरधारक के खाते में भेजा जाता है. आमतौर पर भुगतान इलेक्ट्रॉनिक रूप से किया जाता है, लेकिन कभी-कभी भुगतान चेक के माध्यम से भी किया जा सकता है.

स्टॉक डिविडेंट (Stock dividend)

शेयरधारकों के लिए नए शेयर जारी करके स्टॉक लाभांश का भुगतान किया जाता है. सामान्य शेयरों में निवेश करने वाले लोग स्टॉक लाभांश भुगतान का विकल्प चुन सकते हैं. इस डिविडेंट को Cash dividend से बेहतर माना जाता है. कंपनी शेयरधारकों की अपनी इच्छा के अनुसार स्टॉक डिविडेंट को नकदी में परिवर्तित करने का विकल्प देती है.

कंपनियां शेयरधारकों को लाभांश के रूप में भौतिक संपत्ति, अचल संपत्ति और अन्य के रूप में गैर मौद्रिक भुगतान भी कर सकती है.

Scrip dividend

जब कंपनी के पास डिविडेंट जारी करने के लिए पर्याप्त राशि नहीं होती है तो कंपनी स्क्रिप (Scrip) डिविडेंट जारी कर्ट सकती शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है? है, यह एक तरह का वादा है, जो भविष्य में किसी तिथि को भुगतान करने की गारंटी देता है.

जब कोई कंपनी बिज़नेस बन कर रही होती है तो वह अपने शेयरधारकों को liquidating dividend के रूप में भुगतान करती हैं. शेयरधारकों को उस कंपनी द्वारा किया गया यह अंतिम भुगतान होता है यह भुगतान शेयर की संख्या के आधार पर किया जाता है.

रेटिंग: 4.59
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 406
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *