बिटकॉइन कोर्स पर पैसा कैसे बनाएँ

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फैशन डिजाइनिंग में करियर कैसे बनाए: कैसे एक Proffesional फ़ैशन डिज़ाइनर बने।
फैशन डिजाइनिंग में करियर बनाना एक बहुत अच्छा विकल्प है। और फैशन डिजाइनर बनकर आप काफी पैसा कमा सकते हैं। फैशन डिजाइनर का प्रमुख कार्य ड्रेसस में नये नये डिजाइन देना है, जिससे की लोग उन्हें खरीदने के लिए प्रेरित हों। एक फैशन डिजाइनर जो कपड़े डिजाइन करता है वो वर्तमान में चल रहे फैशन के आधार पर होते हैं और वो वर्तमान बाजार में लोगो की पसंद और ना पसंद के आधार पर ही कपड़े डिजाइन करता है। इसलिए फैशन डिजाइनिंग में आने के लिए आपको बाजार के फैशन के बारे में पता होना चाहिए। साथ ही आपको कपड़ों, कपड़ों की सिलाई, कपड़ों के रंग और डिजाइन का भी ज्ञान होना चाहिए। तो चलिए जाने फैशन डिजाइनिंग में करियर कैसे बनाए।
फैशन डिजाइनिंग में करियर बनाने के लिए कुछ टिप्स
* दसवी (10th)के बाद से ही पूरी तरह से अपने मन को पक्का कर ले
अगर आपको फैशन डिजाइनिंग का काम बहुत अच्छा लगता है और आप लोग फैशन डिजाइनिंग में अपना करियर बनाना चाहते है तो आप लोग 10वी के बाद ही यह पक्का कर ले की आपको एक फैशन डिजाइनर ही बनना है। दसवी के बाद से ही आप अंदर ही अंदर इस बात के लिए खुद को पूरी तरह से तैयार कर ले की आपको एक फैशन डिजाइनर ही बनना है।
* दसवी के बाद अपने मकसद के हिसाब से अपना सब्जेक्ट्स और स्ट्रीम चुने
अगर आप सच में अपने Future में फैशन डिजाइनर का काम करना चाहते हैं तो पहले आपको यह पता लगाना होगा की फैशन डिजाइनिंग के काम के लिए आपको किन किन सब्जेक्ट्स के ऊपर स्टडी करना होगा या आपके मकसद के लिए क्या क्या सब्जेक्ट्स अनिवार्य है। फिर उन्हीं सब्जेक्ट्स के ऊपर आप स्टडी शुरू करे। लेकिन आप जिस भी सब्जेक्ट के उपर स्टडी करे उस सब्जेक्ट को पूरे दिल से और पूरी ईमानदारी के साथ Read करे ताकि आप फ्यूचर में एक बेस्ट फैशन डिजाइनर बनने के लिए तैयार हो सके।
कैसे करें शुरुआत
सबसे पहले आप अपने-आपको परखें की क्या वास्तव में आप फैशन डिजाइनिंग कर सकते हैं। क्योंकि यह एक क्रियेटिव फील्ड(Creative field) है, इसमें सीखना तो जरूरी है ही साथ ही इस कार्य में रूचि होना भी बहुत ज़रूरी है। अगर आपके दिमाग में कपड़ों के डिजाइन देखकर तरह-तरह के विचार आते हों, आप किसी कागज में उन डिजाइन्स को देखकर उसे कुछ अलग बनाने की कोशिश करते हों, आपको नये फैशन की जानकारी हो और आप फैशन डिजाइनिंग से संबंधित किताबें पढ़ने का शौक बिटकॉइन कोर्स पर पैसा कैसे बनाएँ रखते हों तो समझ लीजिए की आप फैशन डिजाइनर बनने के लिए ही बने हैं और आप इसे अपने करियर के रूप में ले सकते हैं।
कौन से कोर्स करें
आपको फैशन डिजाइनिंग में करियर बनाने के लिए किसी अच्छे और मान्यता प्राप्त संस्थान से फैशन डिजाइनिंग में डिग्री या सर्टिफिकेट लेना होगा। इसके लिए आपको सबसे पहले कम से कम 12वी की परीक्षा पास करनी होगी। कुछ प्रमुख फैशन डिजाइन कोर्सस हे- बी ए (ओनर्स) फैशन डिजाइनिंग, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन फैशन डिजाइन, बी ए (ओनर्स) इन फैशन एंड लाइफ स्टाइल बिजनेस मैनेजमेंट, फैशन एंड टेक्सटाइल डिजाइन, मास्टर ऑफ बिजनेस एड्मिनिस्ट्रेशन इन फैशन टेक्नोलॉजी, मास्टर इन फैशन टेक्नोलॉजी, डिप्लोमा इन फैशन टेक्नोलॉजी।
कौन से इंस्टीट्यूट करवाते हैं फैशन डिजाइनिंग कोर्स
फैशन डिजाइनिंग आज कल लोकप्रिय हो रहा है इसलिए हर जगह किसी ना किसी यूनिवर्सिटी या कॉलेज में फैशन डिजाइनिंग का कोर्स मिल जाता है। लेकिन फिर भी कुछ संस्थान ऐसे हैं जो फैशन डिजाइनिंग में जाने पहचाने हैं। इन संस्थानो के नाम है।
*युनाइटेड इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन अहमदाबाद
*इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ आर्ट एंड डिजाइन न्यू दिल्ली
*पर्ल अकादमी मुंबई
*पर्ल अकादमी जयपुर
*लिसा स्कूल ऑफ डिजाइन न्यू दिल्ली
*गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक फॉर वीमेन फरीदाबाद
*द टेक्नोलॉजिकल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्सटाइल एंड साइन्स भिवानी
*इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी बैंगलोर
फीस कितनी लगती है
फैशन डिजाइनिंग के अलग-अलग कोर्स की फीस अलग-अलग होती है। इसके साथ ही फीस, काफी हद तक इंस्टीट्यूट पर भी निर्भर करती है। मगर फिर भी फैशन डिजाइनिंग के कोर्स को करने के लिए आपको लगभग 50,000 रुपय प्रति वर्ष खर्च करने पड़ सकते हैं। फीस इससे ज्यादा भी हो सकती है।
कहां जॉब मिल सकता है
फैशन डिजाइनिंग के करियर में काफी ज़्यादा जॉब हैं और अच्छे फैशन डिजाइनर की बहुत डिमांड भी है। यदि आप में टैलेंट है और आप मेहनती हैं तो आप इस करियर में काफी उँचाइयो तक पहुंच सकते हैं। एक फ्रेशर के रूप में जब आप फैशन डिजाइनर की जॉब शुरू करते हैं तो आपको 15,000 से 20,000 रुपय प्रति महीने की जॉब मिल सकती है। उसके बाद आपके अनुभव के आधार पर आपकी सेलरी बढ़ती जाती है, जो कुछ वर्षों में ही 50,000 रुपय प्रति महीने तक पहुंच सकती है। यानी बिटकॉइन कोर्स पर पैसा कैसे बनाएँ अगर आपका काम अच्छा है तो दूसरी कंपनीज आपको अच्छी जॉब ऑफर करने के लिए तैयार रहती है।
फैशन डिजाइनर को जॉब देने वाली कंपनीज
वो कंपनीज जो फैशन डिजाइनर को जॉब देती है, उनमें से कुछ के नाम इस प्रकार है – अरविंद मिल्स, भारती वेलमर्ट, काइरोन, फबिंडिया, गेम्परो. इंडियन टेर्रैन, जस्ट लिनेन होम फैशंस, कार्ल इंटरनेशनल पी.वी.टी एल.टी.डी, नेक्स्ट स्टेप्स, पाल फैशंस. रिलायंस ब्रांड्स एल टी डी, श्री भारत इंटरनेशनल, टाटा इंटरनेशनल, विशाल मेगा इत्यादि।
आगे क्या Scope होता है
फैशन डिजाइनर्स के लिए आगे स्कोप बढ़ता ही जाता है। वे कंपनीज में तो अच्छी सेलरी के साथ Top Position पाते ही हैं साथ ही अगर चाहें तो खुद का फैशन डिजाइनिंग का बिजनेस भी शुरू कर सकते हैं। अनेक फैशन डिजाइनरस जैसे ऋतु बेरी, सत्या पॉल, तरुण थैलानी ने इस क्षेत्र में नाम कमाया है।
ऊपर दिए गये लेख को पढ़कर आप लोगो को यह अच्छी तरह से समझ में आ गया होगा की हम अपने फैशन डिजाइनिंग के सपने को पूरा करने के लिए क्या क्या तरीका अपना सकते हैं। अगर यह पोस्ट आपको पसंद आई तो इसको एक लाइक करें, कमेंट करें और ज्यादा से ज्यादा शेयर करे। मिलते हैं अगले आर्टिकल में।
क्यूआर कोड क्या होता हैं?, QR Code कैसे बनाये? जानिए QR Code से जुड़ी सभी जानकारी हिंदी में
आज हम जानेंगे क्यूआर कोड (QR Code) क्या होता है और कैसे बनाए पूरी जानकारी (What is QR Code In Hindi ) के बारे में क्यों कि आप ने QR Code के बारे में कहीं ना कहीं जरूर देखा या सुना होगा। यह एक छोटा सा बॉक्स होता है आपके मन में कभी न कभी यह जरूर आया होगा कि आखिर ये क्या होता है और इसे क्यों इस्तेमाल किया जाता है।
इन्हें आपने किसी Advertisement Billboard या Product के पीछे जरूर देखा होगा लेकिन शायद ही कोई इसे स्कैन करके देखता है की आखिर QR Code के अंदर क्या होता है। आज के इस लेख में जानेंगे QR Code क्या होता हैं, QR Code कैसे बनाया जाता है, QR Code का इस्तेमाल कैसे करते है, आदि की सारी जानकारीयां विस्तार में जानने को मिलेंगी, इसलिये पोस्ट को लास्ट तक जरूर पढे़ं।
क्यूआर कोड क्या होता है? – What is QR Code Information in Hindi
QR Code क्या होता है
QR Code का का पूरा नाम “Quick Response Code” होता है और Japan ने सबसे पहले QR Code बनाया था| ये एक तरह का 2D Dimensional Encoding है इसके अंदर बहोत सारा डेटा स्टोर रहता है। Bar Code से जादा जानकारी हम QR Code में रख सकते है| computer Language में हम इसे Machine Readable Labels कहते है। जब भी आप QR Code कहीं देखे तो आप समझ जाइये के इस छोटे से कोड में बहोत सारी डेटा छुपा है और इस कोड को वही पढ़ सकता है जो इस कोड को स्कैनर करे।
QR Code का इस्तेमाल आज से 10 साल पहले बहुत कम हुआ करता था। लेकिन पिछले कुछ सालो से इसका इस्तेमाल जोरो सोरो से हर जगह होने लगा है जैसे : Payment, Promotion, Website, Personal Branding, Shop इत्यादि जैसे जगहों पर इस्तेमाल काफी बढ़ चूका है।
QR Code का फुल फॉर्म क्या होता है? – What Is QR Code Full Form In Hindi?
QR Code का Full Form Quick Response Code होता है। हिंदी में QR Code का फुल फॉर्म त्वरित प्रतिक्रिया कोड होता है।
क्यूआर कोड में क्या स्टोर कर सकते है? – What can I store in QR Code?
QR Code के अंदर आप बहोत सारी चीजें Store कर सकते हैं। जैसे किसी भी प्रकार के Text, Website URL, आदि को स्टोर कर सकते है। अगर आपके घर में Wi-Fi है तो उसका Username और Password भी स्टोर कर सकते हैं जो भी उस QR Code को बिटकॉइन कोर्स पर पैसा कैसे बनाएँ स्कैन करेगा वो आपके Wi-Fi से Connect होजायेगा।
आजकल QR Code हर एक जगह इस्तेमाल होते है अगर आप किसी को पैसे Transfer करते है तो उसके Paytm QR code को scane करके कर सकते है| अगर आप किसी दुकानदार को Paytm से पैसे देते है, तो आपको उसका QR Code स्कैन करना पड़ेगा आजकल तो BHIM UPI और Paytm सब QR Code का इस्तेमाल करते है।
क्यूआर कोड का आविष्कार किसने किया था? – Who invented the QR Code?
Denso-Wave की एक Subsidiary Company है Toyota Group उन्होंने ही सबसे पहले QR Code का आविष्कार किया और सन 1994 में Originally इसे डिजाईन किया गया था। अपने company के विभिन्न Parts को track करने, लेकिन धीरे-धीरे QR Code का इस्तेमाल और भी कंपनी करने लिए इसलिए इसे Commercialize करना पड़ा है।
Business में QR Code का क्या फायदा है?
QR Code क्या है ये आप ने जान लिए अब हम QR Code के फायदे जानेंगे| Bar Code के मुकाबले में QR Code जादा data store कर सकता है। QR Code के कोड को किसी भी angle से Scan करने पर बड़े ही आसानी से Proper Scan होजाता है| जबकि Bar Code में सम्भव नहीं था।
QR Code के data को Read करने के लिए QR Code reader का इस्तेमाल कर data read कर सकते है, जो की बिलकुल मुफ्त है। ऐसे बहुत सारी website है जहा से बिलकुल free में अपने हिसाब से QR Code बना सकते है।
फ्री में क्यूआर कोड कैसे बनाएं? – How to Create a Free QR Code?
क्यूआर कोड बनाना बहुत आसन है। क्यूआर कोड हम अपने फ़ोन या कंप्यूटर से Free में बना सकते है। इसके लिए आप नीचे दिए गए तरीके का इस्तेमाल करे
1 . सबसे पहले आपको एक कंप्यूटर या एंड्रॉयड फ़ोन होनी चाहिए जिसमे इंटरनेट की सुविधा हो
2 . आप अपने ब्राउज़र में Google.com खोले उसके बाद उसमें QR Code Generator लिख कर सर्च करे
3 . उसके बाद आपको ढेर सारी Website का लिस्ट आजायेगा जो आपको QR Code बना कर दे सकती है
4 . उन सब में से कोई एक उप्पर की वेबसाइट ओपन कर लीजिए
5 . उसके बाद उसमें Enter बिटकॉइन कोर्स पर पैसा कैसे बनाएँ Content का ब्लॉक होगा उसमें आप वो डेटा भरिये जिसका QR Code बनाना कहते है।
जैसे :-फ़ोन नंबर,वेबसाइट का लिंक,कोई सीक्रेट मैसेज,ईमेल,लोकेशन,कांटेक्ट,बिटकॉइन,ट्विटर,यूट्यूब,इवेंट और भी बहोत कुछ
6 . आप अपने मन के हिसाब से QR Code का कलर चेंज करसकते है , उसका डिज़ाइन भी चेंज करसकते है और अपना लोगो भी लगा सकते है
7 . उसके बाद आप Create QR Code पर क्लिक करके अपना QR Code Create करसकते हैं और उसे डाउनलोड करके सब के साथ शेयर करसकते है
यह जो QR Code है बहोत ही अच्छी चीज़ है Open-Source है Free-To-Use है कोई भी किसी भी चीज़ का QR Code बना सकता है अगर आप Whatsapp में देखे तो Computer पर Whatsapp इस्तेमाल करने के लिए आपको एक QR Code दी जाती है उस क्यूआर कोड के अंदर Encrypted key रहती है। तो जो भी वो की स्कैन करेगा Automatically उनके Server से Authenticate करके उसका Web Whatsapp खुल जायेगा तो यहां पर बहोत सारी चीजें होती है। अब आप अपना दिमाग लगाइये के आप किस चीजों में आप QR Code को इस्तेमाल करके Real Life प्रॉब्लम सॉल्व करसकते हो।
निष्कर्ष
आशा करते हैं कि आपको QR Code Details In Hindi की पूरी जानकारी प्राप्त हो चुकी होगी। अगर फिर भी आपके मन में QR Code Kya Hota Hai? (What Is QR Code In Hindi) और फ्री में क्यूआर कोड कैसे बनाएं? को लेकर कोई सवाल हो तो, आप बेझिझक Comment Section में Comment कर पूछ सकते हैं।
अगर यह जानकारी पसंद आया हो तो, जरूर इसे Share कर दीजिए ताकि QR Code Kaise Banaye बारे में सबको जानकारी प्राप्त हो।
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What is the full form of DBMS: Data Base Management System.
DBMS की फुल फॉर्म है : डाटा बेस मैनेजमेंट सिस्टम
डाटा बेस मैनेजमेंट सिस्टम एक सॉफ्टवेयर होता है. जो डाटा को स्टोर करता है और उस को अपने हिसाब से मैनेज भी करता है. DBMS तीन शब्दों से मिल कर बना होता है.
DB - डाटा बेस - Data Base
M - मैनेजमेंट - Management
S – सिस्टम - System
Data Base: डाटा का एक सियोजित (Organised) रूप होता है. जिसे हम किसी भी रूप में आसानी से इस्तिमाल कर सकते है. A database is an organised data collection. We can use and mange it easily. डाटा को हम विभिन रूप में सियोजित कर सकते है जैसे Table, Row, Column इस की सहायता से हम डाटा में जो चाहे आसानी से ढूंड सकते है. डाटा बेस का मुख्य मकसद बड़े डाटा को मैनेज करना होता है.
Management : डाटा का सही रूप से मैनेजमेंट मतलब डाटा को किस तरह मैनेज किया जाए. डाटा मैनेजमेंट कहलाता है. या आप इस तरह भी समझ सकते है की बड़े डेटाबेस को किस तरह हैंडल किया जाए. इस को डाटा मैनेजमेंट कहते है. डेटाबेस मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर के दुवारा होता है. डाटा को मैनेज करने के लिए बोहत सरे सॉफ्टवेयर इस समय मौजूद है. इस के बारे में हम आगे पड़ेगे।
System : हर प्रकार के डाटा को मैनेज करने के लिए एक सिस्टम के ज़रूरत होते है. जिसे हम एक सॉफ्टवेयर या एक विशेष प्रकार के प्रोग्रामिंग लैंग्वेज भी कह सकते है. वैसे तो हर सॉफ्टवेयर एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में ही लिखा होता है. क्यों के बिना किसे प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के कोई सॉफ्टवेयर नही बन सकता. उस के लिए सॉफ्टवेयर इंजीनियर की ज़रूरत पड़ती है. Software Engineer का प्रोफेशन भी बोहत अच्छा होता है आप उस में भी अपना भविष्ये बना सकते है इस के लिए आप को MCA (Master Of Computer Application) का कोर्स करना होगा.
Database Management System DBMS के बौहत सारे Softwares मार्किट में है जैसे MySQL, Oracle, Sybase, MongoDB, PostgreSQL,Informix, SQL Server. इस के अलावा भी बौहत सारे है. यह सब से ज़ादा इस्तिमाल होने वाले सॉफ्टर है.
डाटा हमें बहुत सारी जगाहों से मिलता है. यह डाटा कभी-कभी बहुत अच्छी Condition में होता है. जिसे आराम से पढ़ा जा सकता है और समझा जा सकता है. लेकिन कभी-कभी यह डाटा बहुत ही खराब कंडीशन में होता है. जिसे पढ़ा जा सकता है लेकिन उसे समझने के लिए हमे उसे एक meaning full data बनाना पड़ता है. इसे लिए हमे DBMS सॉफ्टवारे की ज़रूरत पड़ती है. Database Management System में आप को अच्छी जॉब भी मिल सकती है.
DBMS कैसे काम करता है?
मान लीजिए कि हम ऑनलाइन कोई फॉर्म भर रहे है उस फॉर्म के अंदर हम जो कुछ जानकारी भरे गे जैसे हमारा नाम, हमारा मोबाइल नंबर, Email ID, Address. यह सारी जानकारी फॉर्म submit करने के बाद उस वेबसाइट में DBMS के द्वारा सेफ हो जाएगी और वह इसका इस्तेमाल आसानी से कोई भी जानकारी प्राप्त करने के लिए कर सकते हैं. अगर आप किसी यूनिवर्सिटी का फॉर्म भर रहे हैं तो उसमें भरी गई सारी जानकारी उस यूनिवर्सिटी के लिए एक डाटा है. जब बहुत सारे Student यूनिवर्सिटी का फॉर्म भरते हैं तो वो सब डाटा DBMS के दुवारा हैंडल होता है
DBMS के कितने तरह के होते है.
DBMS क्या है. What is DBMS? आप को समझ आ गया होगा। DBMS को चार भागो में बाटा गया है. चारो को हम Detail में पड़ेगे.
1 - Relational Database
2 -Object Oriented Database
3 - Network Database
4 - Hierarchical Database
1 - Relational Database kya hai? What is Relational DBMS? OR what is RDBMS?
यह एक ऐसे डेटाबेस सिस्टम होता है जो डाटा को स्टोर या सेफ करता है एक फरमाते में जिसे हम Stractured Format कहते है. RDMS में डाटा Table, Row और Column में बौहत अच्छी तरह से Stractured हो जाता है. हर table में कुछ value होती है या डाटा होता है जिसे आसानी से पड़ा या search किया जा सकता है.
2 -Object Oriented Database kya hai?
Object Oriented Database में डाटा एक Object के रूप में मिलता है.यह instance value को स्टोर करता है. अगर हम इस के functionality की बात करे तो इस में Object Oriented Programming का इस्तिमाल किया जाता है.
3 - Network Database
Network Database 1960 में खोजा गया. जब डाटा ग्राफ में present किया जाता है तो उसे Network Database कहा जाता है. इस में parent और child डाटा बनाया जा सकता है.
4 - Hierarchical Database
Hierarchical Database में डाटा को एक Tree या आप कह सकते है की एक stracture की तरह दिखाया जाता है. जैसी एक पेड़ के जड़े नीचे तक होते है उसे तरह Hierarchical Database में सब डाटा एक के साथ एक जुड़ा होता है.
उधारण के लिए मान लीं जिए की अगर आप किसे कंपनी में काम करते है तो सब से ऊपर कंपनी का मालिक होता है फिर manager और फिर जो वर्कर काम करते है. तो कंपनी का मालिक पैरेंट हुआ बाकि उस के नीचे वाले सब चाइल्ड हुए.