ब्रोकरेज चार्ज क्या है

ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट अकाउंट में मुख्य अंतर यही है कि ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से हम shares को खरीदने और बेचने का ऑर्डर देते है तथा इसमें हम shares को खरीदने के लिए पैसे को जमा रख सकते है , जबकि डीमैट अकाउंट में हम पैसे को जमा नहीं रख सकते यह हमें ख़रीदे गए shares को स्टोर करने अर्थार्त रखने की सुविधा प्रदान करता है !
ब्रोकरेज चार्ज क्या है
Pune, Maharashtra, India: देखा जाए तो शेयर बाजार में ज़्यादातर निवेशक नयी पीड़ी के लोग है जो पहली बार इन्वेस्ट कर रहे है, और कुछ ऐसे भी है जो छोटे शहरों से पहली बार निवेश कर रहे है। इसके वजह से किफायती सेवाओं की ज़रूरत बढ़ी है। डिस्काउंट ब्रोकर्स को इससे फायदे हुए है। उनकी सेवाएं इन सारी ज़रूरतों को पूरा करती है और निवेशक भी इसका लाभ उठा रहे हैं।
निपुण और असरदार सेवाएं
इन अनेक स्टॉकब्रोकरों की भीड़ में अपनी अलग पहचान बना रहा है बजाज फाइनेंशियल सिक्यूरिटीज़ लिमिटेड बिएफएसएल (BFSL)। बिएफएसएल बजाज फाइनेंस लिमिटेड की 100% सब्सिडियरी है जिसके पास एक अनोखा ब्रोकिंग मॉडल है जो निवेशकों के लिए न सिर्फ ट्रेडिंग आसान बनाता है पर किफायती दरों पर ब्रोकरेज और एमटीएफ (MTF) की सेवा भी देता है।
निवेशक बिएफएसएल (BFSL) के साथ इक्विटी ट्रेडिंग (डिलीवरी और इंट्राडे), डेरिवेटिव ट्रेडिंग और मार्जिन ट्रेडिंग फाइनेंसिंग (MTF) का लाभ उठा सकते हैं। अपने रिटेल ऑनलाइन ग्राहकों और HNI / अल्ट्रा HNI ग्राहकों को अच्छे फाइनेंशियल सर्विसेस प्रदान करना इसकी प्राथमिकता है।
Stock broker कंपनियों के शेयरों में क्यों बढ़ गई खरीदारी
पिछले 1 वर्ष से शेयर मार्केट में निवेशकों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है लाखों की तादात में डीमेट अकाउंट प्रतिदिन खोले जा रहे हैं जिससे ब्रोकर कंपनियों की आमदनी बढ़ती जा रही है मौजूदा समय में कुछ रिसर्च ब्रोकरेज चार्ज क्या है तो nifty50 बैंक निफ़्टी बैंकिंग और फार्मा सेक्टर को छोड़कर ब्रोकर कंपनियों के शेयरों में निवेश करने की सलाह दे रहे हैं जो कि सही भी है क्योंकि ब्रोकर कंपनियों के ग्राहकों की संख्या डीमेट अकाउंट बढ़ने से मिलने वाली ब्रोकरेज से आय कई गुना तक बढ़ गई है इसीलिए stock broker कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई है
और यह बढ़त आगे भी बनी रह सकती है क्योंकि मार्केट नीचे जाए या ऊपर जाए निवेशकों को ब्रोकरेज शुल्क तो देना ही पड़ेगा जिससे कंपनियों की आमदनी बढ़ती रहेगी फिर चाहे मार्केट लाल निशान में ही क्यों ना हो इससे ब्रोकरेज कंपनियों को कोई फर्क नहीं पड़ता हैं
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट में 4 बड़े अंतर
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट में क्या अन्तर होता है? इस को ठीक से समझने के लिए पहले दोनों को समझना होगा की आखिर ये दोनों अकाउंट क्या होते है. दोनों ही अकाउंट या खाते शेयर मार्केट में यूज़ किये जाते है.
अंतर समझने के लिए पहले समझते हैं, की शेयर मार्केट में शेयर की खरीद और ब्रोकरेज चार्ज क्या है बेचाली कैसे होती है?
आजकल के समय, जब भी कोई व्यक्ति शेयर को खरीदना चाहता है, तो पास डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट होना जरुरी होता है. कुछ समय पहले ये अलग अलग होते थे. लेकिन अब अधिकतर स्टॉक ब्रोकर इन्हे एक साथ लिंक करके देते हैं.
शेयर मार्केट में जब कोई ट्रांसेक्शन होता है, मतलब यदि आप ने शेयर को खरीदने के लिए आर्डर किया है, तो ब्रोकरेज चार्ज क्या है वह शेयर किसी दूसरे निवेशक के डीमैट खाते से निकाल कर आपके डीमैट खाते में डिपाजिट कर दिया जायेगा। इस प्रक्रिया में, स्टॉक आपके डीमैट खाते में आने में T+2 दिन का समय लगेगा। शेयर आपके ट्रेडिंग अकाउंट में तुरंत क्रेडिट हो जाता है. जबकि डीमैट अकाउंट में आने में दो दिन का समय लगता है।
शेयर क्रेडिट होने का समय
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट दोनों में शेयर के क्रेडिट होने का समय एक मुख्य अंतर होता है. ट्रेडिंग अकाउंट में शेयर को आर्डर के तुरंत बाद क्रेडिट कर दिया जाता है, जबकि डीमैट अकाउंट में आने में लगभग दो दिन का समय लगता है। किसी विशेष स्थिति में, डीमैट अकॉउंट में शेयर क्रेडिट होने में अधिक समय भी लग सकता है.
स्टॉक मार्केट में, ट्रेडिंग अकाउंट के सारे ट्रांसेक्शन स्टॉक ब्रोकर ( जैसे Zerodha या Upstox) के अधीन होते हैं, जबकि डीमैट अकाउंट के ट्रांसेक्शन डिपॉज़िटरी (NSDL या CDSL) के अधीन होते हैं.
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के काम
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट दोनों के काम अलग अलग होते है. टेक्नोलॉजी की वजह से आज यह संभव है. आपको शेयर खरीदने बेचने के लिए किसी खास जगह जैसे शेयर बाजार में जाने की जरुरत नहीं होती है. यह काम डिजिटल रूप में मोबाइल या लैपटॉप से ट्रेडिंग अकाउंट की मदद से कर सकते हैं.
जबकि शेयर को रखने के लिए लम्बे चौड़े कागजों की जरुरत ब्रोकरेज चार्ज क्या है नहीं होती है, बल्कि ये डीमैट अकाउंट में डिजिटल रूप में रख सकते है.
डीमैट अकाउंट शेयर को होल्ड करने का स्पेस होता है, जबकि ट्रेडिंग अकाउंट शेयर खरीदने बेचने का माध्यम होता है.
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के चार्ज
डीमैट और रीमैट चार्ज
शेयर को फिजिकल फॉर्म मतलब कागजी फॉर्म से डिजिटल फॉर्म में कन्वर्ट करने के लिए चार्ज को डीमैट चार्ज लगता है, जबकि इसके विपरीत शेयर को डिजिटल फॉर्म से फिजिकल फॉर्म में चेंज करने के लिए रीमैट चार्ज लगता है.
इसके दूसरी ओर, ट्रेडिंग अकाउंट में स्टॉक ब्रोकर कुछ अन्य प्रकार के चार्ज लगाता है, जैसे ब्रोकरेज चार्ज, डीपी चार्ज आदि कहते है।
Q.क्या केवल डीमैट अकाउंट को रख सकते हैं?
A. जी हाँ, यदि कोई व्यक्ति शेयर को लम्बे समय के लिए रखना चाहता है, तो वह केवल डीमैट अकाउंट खुलवा सकता है. जबकभी कोई निवेशक आईपीओ में निवेश करना चाहता है तो उसे केवल डीमैट अकाउंट की ही जरुरत होती है.
Q.क्या केवल ट्रेडिंग अकाउंट ही रख सकते हैं?
A. जी हाँ, यह भी संभव है लेकिन वह व्यक्ति केवल फ्यूचर और ऑप्शन जैसी चीजों में ही ट्रेड कर सकता है. क्योकि इनमे शेयर की डिलीवरी नहीं दी जाती।
ज़ेरोधा खाता खोलने का शुल्क
ऑनलाइन खाता खोलने के लिए ज़ेरोधा खाता खोलने का शुल्क 200 रुपये है। यदि आप ऑफ़लाइन खाता खोलना चुनते हैं, तो आपसे 400 रुपये का शुल्क लिया जाएगा। डीमैट खाता एएमसी प्रति वर्ष 300 रुपये है।
लेनदेन | शुल्क |
ट्रेडिंग और डीमैट खाता खोलना | रु. 200 |
ट्रेडिंग खाता एएमसी | रु 0 |
डीमैट खाता एएमसी | 300 रुपये प्रति वर्ष |
ज़ेरोधा ब्रोकरेज शुल्क
ज़ेरोधा एक निश्चित ब्रोकरेज मॉडल का अनुसरण करता है जिसमें यह प्रति ऑर्डर के लिए एक फ्लैट 20 रुपये या 0.03% (जो भी कम हो) का शुल्क लेता है। यह इक्विटी डिलीवरी पर जीरो ब्रोकरेज चार्ज करता है। प्रति ऑर्डर चार्ज करने योग्य अधिकतम ब्रोकरेज 20 रुपये है।
हमें आशा है की यह पोस्ट पढ़ने के बाद आपके सवाल ज़ीरोधा क्या है और इससे पैसे कैसे कमाए? (Zerodha Kya Hai Paise Kaise Kamaye) इसका जवाब मिल गया होगा तो बिना देर किये ज़ीरोधा में अपना अकाउंट बनाये और पैसे कमाए।
विकास तिवारी इस ब्लॉग के मुख्य लेखक हैं. इन्होनें कम्प्यूटर साइंस से Engineering किया है और इन्हें Technology, Computer और Mobile के बारे में Knowledge शेयर करना काफी अच्छा लगता है.
ट्रेडिंग अकाउंट क्या है ? What Is Trading Account In Hindi
Trading Account Meaning In Hindi – दोस्तों अगर आप इस लेख को पढ़ रहे है तो जरुर आप शेयर मार्केट में इंटरेस्ट रखते हो या फिर शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते हो ! अगर आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते है तो आप यह जरुर जानना चाहते होंगे कि ट्रेडिंग अकाउंट क्या है ? ( Trading Account Kya Hai ). यह डीमैट अकाउंट से किस प्रकार अलग है ब्रोकरेज चार्ज क्या है ( Trading Account and Demat Account Difference ) ? यदि आप इन सब बातो को जानना चाहते है तो इस आर्टिकल को अंत तक जरुर पढ़े ! तो आइये जानते है ट्रेडिंग अकाउंट क्या होता है ? और यह किस प्रकार काम करता है What Is Trading Account In Hindi
ट्रेडिंग अकाउंट क्या है ? What Is Trading Account In Hindi
ट्रेडिंग अकाउंट वह अकाउंट होता है जिसके माध्यम से हम स्टॉक को खरीदने के लिए पैसे का लेनदेन करते है तथा शेयर्स को खरीदने और बेचने के लिए स्टॉक ब्रोकर को ऑर्डर इसी अकाउंट के द्वारा दिया जाता है ! यह अकाउंट एक प्रकार से हमारे बैंक अकाउंट और डीमैट अकाउंट के बिच मध्यस्थता का कार्य करता है !
जब हम ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करवाते है तो इसे हमारे डीमैट अकाउंट से लिंक कर दिया है ! और जब हमें शेयर्स खरीदने होते है तो हम अपने बैंक अकाउंट से पैसे ट्रेडिंग अकाउंट में डाल देते है ! जब हम शेयर खरीदने का ऑर्डर स्टॉक मार्केट को देते है तो जितने पैसे के shares खरीदते है उतने पैसे हमारे ट्रेडिंग अकाउंट से कट जाते है और जो shares हमें मिलते है वो कुछ समय में हमारे डीमैट अकाउंट में जमा हो जाते है !
उसी प्रकार जब हम डीमैट अकाउंट में रखे हुए shares को बेचते है तो उन shares के पैसे ब्रोकरेज चार्ज के साथ हमारे ट्रेडिंग अकाउंट में जमा हो जाते है और shares डीमैट अकाउंट से निकलकर खरीदने वाले के अकाउंट में जमा हो जाते है !
ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोले ( Trading Account Kaise Khole )
जब भी आप ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करवाना चाहते है तो इसके लिए आपको स्टॉक ब्रोकर से संपर्क करना होगा ! आप यह अकाउंट स्टॉक ब्रोकर के ऑफिस में जाकर या फिर जिस भी ब्रोकर से ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना चाहते है उसकी वेबसाइट पर जाकर जरुरी डाक्यूमेंट्स submit करके भी यह अकाउंट ओपन कराया जा सकता है !
आपको बता दे की स्टॉक ब्रोकर एक प्रकार से रजिस्टर्ड कंपनी होती है जो SEBI के नियमो के अनुसार चलती है ! वर्तमान में भारत में लगभग 8 हजार से भी ज्यादा स्टॉक ब्रोकर कम्पनी रजिस्टर्ड है ! आपको ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के लिए सही कंपनी का चुनाव करना होगा जिसमे ब्रोकरेज charges तथा वार्षिक शुल्क बहुत कम हो तथा जो आपको अच्छी सुविधाए उपलब्ध करवाए !
ट्रेडिंग अकाउंट के लाभ ( Benefits of Trading Account )
- वर्तमान ब्रोकरेज चार्ज क्या है में सब कुछ डिजिटल होने से ऑनलाइन ट्रेडिंग काफी आसान और सरल हो गई !
- इस अकाउंट के माध्यम से जब आप shares खरीदते और बेचते है तो आपके ट्रेडिंग अकाउंट से अपने आप ही पैसे डेबिट और क्रेडिट हो जाते है !
- आप shares की ट्रेडिंग अपने मोबाइल के माध्यम से कही भी कर सकते है !
- ऑनलाइन ट्रेडिंग की सुविधा मिलने से निवेशक को अपने ब्रोकर को कॉल करके ऑर्डर देने की जरुरत नही होती है ! उसके द्वारा दिया गया ऑर्डर तुरंत अप्लाई हो जाता है !
ट्रेडिंग अकाउंट कैसे काम करता है
ट्रेडिंग अकाउंट क्या होता ? और इसके फायदे क्या है ? इन सब बातो को जान लेने के पश्चात् अब आपके मन में यह सवाल चल रहा होगा कि आखिर ये ट्रेडिंग अकाउंट काम कैसे करता है ! आइये जानते है ट्रेडिंग अकाउंट कैसे काम करता है –